सवाल
मेरी गर्दन पर छोटे छोटे मस्से हो गए थे, जिसे मैंने इग्नोर कर दिया. लेकिन अब मेरे चेहरे पर भी छोटे छोटे मस्से होने लगे हैं. जिसके काऱण मैं काफी परेशान हूं ? आप कोई उपाय बताएं , जिससे मुझे इस समस्या से निजात मिल सके?
जवाब-
इनाटूर की कोस्मेटोलोजिस्ट पूजा नागदेव बताती हैं कि मस्से जिन्हें वार्ट्स भी कहते हैं , शरीर के किसी भी भाग में हो सकते हैं , लेकिन ये आपको कोई नुकसान नहीं पहुंचाते हैं. बस ये अगर चेहरे व गर्दन पर हो जाते हैं तो आपके लुक को बिगाड़ने का काम करते हैं. बता दें कि वार्ट्स 2 तरह के होते हैं , फ्लैट वार्ट्स व फिलीफोर्म वार्ट्स. फ्लैट वार्ट्स छोटे और मुलायम होने के साथ इनके सिरे फ्लैट होते हैं. ये आमतौर पर चेहरे और पैरों पर होते हैं , जब अकसर वैक्सिंग के कारण पोर्स ओपन रह जाते हैं, तब ये होते हैं . ये स्किन के कलर की तरह ही होते हैं और इनका साइज आमतौर पर 5 एमएम के करीब होता है. कई बार ये वार्ट्स एक साथ काफी सारे भी हो जाते हैं. जबकि फिलिफोर्म वार्ट्स नुकीले धागे की तरह दिखते हैं. ये मुंह , नाक व आंखों के आसपास बहुत तेजी से बढ़ते हैं.
अनेक बार वार्ट्स का इलाज लोग घर पर भी खुद से कर सकते हैं. लेकिन अगर फेस के वार्ट्स की बात आए तो बेहतर यही है कि शुरुवात में ही डाक्टर से संपर्क करें. ताकि सही ट्रीटमेंट मिलने से ये बड़े नहीं और आपको ज्यादा फायदा मिले. कई बार वार्ट्स के अंदर इंफेक्शन होने से आपको काफी प्रोब्लम हो सकती है. इसलिए समय पर इलाज जरूरी है.
घर पर कैसे करें उपचार
इसके लिए नींबू , साईप्रस व लैवेंडर एसेंशियल आयल काफी लाभदायक साबित होता है. इसके लिए आप आप एक बाउल में 10 बूंदें नींबू के रस की , 5 बूंदें साईप्रस आयल की , 5 बूंदें लैवेंडर आयल की व साथ में 10 मिलीलीटर साइडर विनेगर की मिलाकर इसे एक बोतल में स्टोर करके रखें. फिर हर रोज इसे दिन में दो बार तब तक अप्लाई करें जब तक वार्ट्स पूरी तरह से सूख न जाएं. इससे आपको कुछ दिनों में ही फर्क दिखाई देने लगेगा.
रिसर्च में यह साबित हुआ है कि विटामिन ए युक्त लेप फ्लैट वार्ट्स के लिए काफी असरदार होता है. कोड लीवर फिश आयल विटामिन ए से भरपूर होता है, जिसे वार्ट्स पर अप्लाई करके बेहतर परिणाम पा सकते हैं. लेकिन वार्ट्स को देखकर घबराएं नहीं, क्योंकि हर समस्या का समाधान जो होता है.
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