#Coronavirus: मानसिक तनाव से जूझने के लिए बच्चों को दें ब्रेन डायट

वैसे तो सभी पैरेंट्स अपने बच्चों की डायट का हमेशा ख्याल रखने की कोशिश करते हैं. लेकिन ये दिन कुछ खास हैं. कोरोना की जकड़बंदी से पूरे हिंदुस्तान में हाहाकार मचा हुआ है. हर तरफ भय और दहशत का माहौल है. इस सबके बीच लगातार ये खबरें आ रही हैं, विशेषज्ञों के अनुमान आ रहे हैं कि इससे भयानक कोरोना की तीसरी लहर अभी आनी है, जिसमें खास तौरपर बच्चे निशाने पर होंगे. इन आशंकित अनुमानों ने हर मां-बाप को बहुत चिंतित कर दिया है. डाॅक्टरों से लेकर फूड विशेषज्ञ तक इन दिनों मां-बाप को बच्चों के लिए अतिरिक्त रूप से पौष्टिक डायट देने की बात कह रहे हैं, जिसे आम तौरपर ब्रेन डायट के नाम से संबोधित किया जा रहा है. विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर से मुकाबला करने के लिए हमें अपने बच्चों को अभी से नियमित तौरपर ब्रेन डायट देनी चाहिए, जिससे वे शारीरिक रूप से मजबूत रहेंगे, उनमें बेहतर इम्यूनिटी रहेगी और कोरोना का मुकाबला आसानी से कर लेंगे.

…तो आइये जरा समझ लेते हैं कि ये ब्रेन डायट आखिर है क्या? इसमें कौन-कौन से चीजें शामिल होती हैं.

जामुनी फल- जामुन, काले अंगूर और शहतूत जैसे फल जिनका रंग काला, जामुनी या नीला होता है, में एंटीऑक्सीडेंट्स विटामिन और प्लांट कंपाउंड जैसे फाइटोकेमिकल्स पाए जाते हैं, जो ब्रेन सेल्स को डैमेज करनेवाले ऑक्सीजन फ्री रेडिकल्स को कंट्रोल करते हैं.

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हरी सब्जियां- समस्त हरी सब्जियों में आयरन होता है, जिससे याद्दाश्त तेज होती है और दिमाग को तेज करनेवाले न्यूरोट्रांसमीटर्स का स्राव होता है. साथ ही इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स दिमाग को अनेक बीमारियों से मुक्त रखते हैं.

ड्रायफ्रूट्स- विटामिन ई का प्रमुख स्रोत अखरोट, बादाम, काजू, अलसी, मगज, पीनट बटर, बादाम बटर और हेजलनट सभी दिमाग को दुरुस्त रखते हैं. इसलिए इन्हें भरपूर मात्रा में बच्चों को दें.

बींस- शरीर के ग्लूकोज लेवल को कंट्रोल करती है. ऊर्जा के लिए दिमाग को नियमित रूप से ग्लूकोज चाहिए और चूंकि मस्तिष्क लंबे समय तक ग्लूकोज को स्टोर करके नहीं रख पाता, इसलिए वो नियमित ऊर्जा कम प्रदान कर पाता है. कोई भी हरी फली, दाल, राजमा, लोबिया सभी दिमाग के लिए फायदेमंद होते हैं.

अनार- अनार के जूस में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स दिमाग को फ्री रैडिकल्स के प्रभाव से बचाते हैं.

गोभी- फूलगोभी, ब्रोकली और पत्तागोभी एंटीऑक्सीडेंट्स और कई अन्य पोषक तत्वों से भरपूर है. ये तत्व दिमाग की क्षमताओं पर बुरा असर डालने वाले विभिन्न टाॅक्सिंस से दिमाग को सुरक्षित रखते हैं.

स्ट्रॉबेरी- वैज्ञानिकों के अनुसार स्ट्रॉबेरी, ब्लू बेरीज जैसे फलों में दिमाग को ऑक्सीडेंटिव स्ट्रेस से सुरक्षित रखने की क्षमता होती है. इन्हें खाने से दिमाग की क्षमता बढ़ती है.

सोया- एक शोध के अनुसार सोया में एस्ट्रोजेन अधिक मात्रा में पाए जाते हैं, जो दिमाग को तेज बनाते हैं. इसलिए बच्चे के खाने में सोया या टोफू से बने पदार्थ जरूर शामिल करें.

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ओमेगा व फैटी एसिड- ओमेगा-3 न केवल नर्वस सिस्टम को सुचारू रखता है बल्कि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है. यह फैटी एसिड अलसी और अखरोट में पाया जाता है.

विटामिन बी- विटामिन बी दिमाग को ऑक्सीजन पहुंचाने और फ्री रेडिकल्स से बचाने का काम करता है. साथ ही विटामिन बी 12 दिमाग के सेल्स को स्वस्थ रखने का काम भी करता है.

रोजमेरी- नार्थ अंब्रिया यूनिवर्सिटी के मनोवैज्ञानिक द्वारा किये गये एक टेस्ट के अनुसार रोजमेरी ऑयल याद्दाश्त को दुरुस्त रखने का काम करता है. इसलिए बच्चे के सलाद में रोजमेरी ऑयल डालें.

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