मौनसून में ट्रैवल के दौरान इस तरह रखें अपनी त्वचा का ख्याल

मौनसून का मतलब है गरम चाय और कुरकुरे पकौड़े. हमें बारिश में भीगना और अपनी त्वचा पर ठंडी बूंदों का आनंद लेना पसंद है. इस समय हम वास्तव में यह नहीं सोचते कि बारिश के दौरान त्वचा की अच्छी देखभाल कितनी महत्त्वपूर्ण है. इस मौसम में हवा, वातावरण और जल संसाधनों में संक्रमण की संभावना होती है जो हमारे जीवन की बुनियादी आवश्यकताएं हैं. त्वचा और बालों को भी असुरक्षित नहीं छोड़ा जा सकता.

मौनसून के दौरान यात्रा करते समय त्वचा की देखभाल बेहद महत्त्वपूर्ण है. बारिश में भीगना और हरियाली का आनंद लेना अच्छा लगता है लेकिन इस मौसम में त्वचा की विशेष देखभाल करना न भूलें. हमेशा एक हलका और प्रभावी फेसवाश, ऐक्सफौलिएटिंग स्क्रब, सनस्क्रीन, फेस पैक और टी ट्री औयल अपने साथ रखें. ये प्रोडक्ट्स आप की त्वचा को साफ, हाइड्रेटेड और संक्रमण मुक्त रखेंगे जिस से आप बेफिक्र हो कर मौनसून का पूरा मजा ले सकेंगे.

अपनी त्वचा को करें डीप क्लीन

अपनी त्वचा को साफ और गंदगी मुक्त रखना महत्त्वपूर्ण है. क्या आप ने अरोमा मैजिक ग्रेपफ्रूट फेसवाश और अरोमा मैजिक व्हाइट टी और कैमोमाइल फेसवाश ट्राई किया है? ये मौनसून में त्वचा के लिए परफैक्ट पार्टनर हैं. ये न केवल आप की त्वचा को साफ करते हैं बल्कि उसे हाइड्रेटेड और पोषित भी रखते हैं.

ब्लौसम कोचर अरोमा मैजिक के ऐसैंशियल औयल्स युक्त फेसवाश आप की त्वचा को साफ और स्वस्थ बनाए रखने में हैल्प करते हैं. आप अपनी त्वचा और आवश्यकता के अनुसार अवेलेबल फेसवाश में से चुनाव कर सकती हैं. सुबह और शाम को अरोमा मैजिक की विशेष फेशवाश रेंज से अपनी त्वचा को साफ करें.

ऐसैंशियल औयल्स, प्राकृतिक फलों और सब्जियों के अर्क से बने अरोमा मैजिक फेसवाश आप की त्वचा को सांस लेने और चमकने देते हैं. आप की त्वचा को साफ और ताजा दिखाने के अलावा ये आप को घर से बाहर निकलते समय आत्मविश्वास और ऊर्जा भी प्रदान करते हैं.

त्वचा को सांस लेने दें

ब्यूटी रूटीन में स्क्रबिंग का महत्त्वपूर्ण स्थान है. यह त्वचा को ऐक्सफौलिएट करने में मदद करता है जो कई त्वचा समस्याओं को रोक सकता है. स्क्रबिंग त्वचा को साफ दिखाता है क्योंकि यह डैड स्किन सैल्स, गंदगी और अशुद्धियों को हटाता है. अरोमा मैजिक के स्क्रब आजमाएं जो ऐसैंशियल औयल्स और प्राकृतिक उत्पादों से युक्त होते हैं. ये आप की त्वचा की गुणवत्ता में सुधार करते हैं और आप को अंदर से बाहर तक खूबसूरत बनाते हैं.

ऐक्सफौलिएशन त्वचा से डैड स्किन सैल्स को हटाने और क्लोज्ड पोर्स को खोलने की सर्वोत्तम प्रक्रिया है. यह त्वचा को सांस लेने और लंबे समय तक ग्लोइंग रखने में मदद करता है. अरोमा मैजिक कौफी बीन स्क्रब आप के ट्रैवल के समय स्किन को ऐक्सफौलिएट करने का बेहतरीन सहारा है. यह त्वचा की गहराई से सफाई करता है और परिसंचरण में सुधार करता है.

यह त्वचा को फ्रैश और यूथफुल दिखने में मदद करता है. यह कौफी बीन स्क्रब त्वचा की टैनिंग भी रिमूव करने में मदद करता है. इस के साथसाथ ब्लौसम कोचर अरोमा मैजिक मिनरल ग्लो स्क्रब और पेपरमिंट ऐक्सफोल जैल भी 2 बेहतरीन ऐक्सफौलिएटर्स हैं.

सन प्रोटैक्शन स्किप न करें

गरमियों का मतलब है बहुत सारा बाहर समय बिताना. सूर्य से बचाव के सब से प्रभावी तरीकों में से एक है सनस्क्रीन का उपयोग. अपनी त्वचा को सूर्य की सामान्य हानियों से बचाने के लिए उच्च सन प्रोटैक्शन फैक्टर (एसपीएफ) वाले बेहतर सनस्क्रीन लोशन का चयन करना महत्त्वपूर्ण है. सनस्क्रीन त्वचा को नर्म, चिकनी और दृढ़ बनाता है.

अरोमा मैजिक की सनस्क्रीन रेंज नौन ग्रीसी, त्वचा के अनुकूल और हलकी है. अगर सूरज नहीं चमक रहा है और बाहर बादल छाए हुए हैं तो हमेशा सनस्क्रीन लगाना महत्त्वपूर्ण है क्योंकि सूर्य की हानिकारक किरणें बादलों के माध्यम से प्रवेश कर सकती हैं. अरोमा मैजिक ऐलोवेरा सनस्क्रीन जैल एसपीएफ 20 प्राप्त करें. जैल फौर्मूला आप के और सूर्य के बीच एक भौतिक अवरोध पैदा करता है. ऐलोवेरा के अर्क हाइड्रेट, शुद्ध करते हैं और स्मार्ट सन प्रोटैक्शन प्रदान करते हैं.

त्वचा को डिटौक्सीफाई करें

ट्रैवल करते समय स्किन डिटौक्सीफिकेशन भी एक महत्त्वपूर्ण कदम है.

डिटौक्सीफिकेशन मौनसून सैशन का एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण हिस्सा है. जब आप अरोमा मैजिक डिटौक्सीफाइंग मिनरल पैक का उपयोग करती हैं तो आप गलत नहीं हो सकती. स्किन को साफ और हैल्दी रखने योग्य इनग्रीडिऐंट्स और ऐसैंशियल औयल्स का प्राकृतिक संयोजन अशुद्धियों को अवशोषित करने और टायर्ड त्वचा की मरम्मत में मदद करता है. यह फेसपैक आप की स्किन को डीप क्लीन और रिजूविनेट करने में सहायता करता है.

अपने हाथपैरों को खुश करें

जैसे हमारा चेहरा महत्त्वपूर्ण है वैसे ही हमारे हाथ और पैर भी हमारे लिए महत्त्वपूर्ण हैं. सौंदर्य देखभाल के मामले में हाथ और पैर शरीर के सब से उपेक्षित हिस्से होते हैं. ये दोनों हमारे शरीर के सब से अधिक काम करने वाले और थकने वाले हिस्से हैं और इन्हें अच्छी तरह से सुरक्षा की आवश्यकता होती है. बारिश में भीगना अद्भुत लगता है. यह पानी, कीचड़, बैक्टीरिया, फंगस और संक्रमण का भी समय है.

पैरों को हमेशा साफ रखना बहुत जरूरी है. सब से महत्त्वपूर्ण पैरों की देखभाल युक्तियों में से एक है अपने पैरों को हलके साबुन और कुनकुने पानी में 2-3 बूंदें टी ट्री तेल की डाल कर उस में डुबोना. इस से गंदगी हटाने और पैरों को साफ रखने में मदद मिलती है.

अपने पैरों को गंदगी और संक्रमण से मुक्त रखने के लिए ढके हुए वाटरपू्रफ जूते पहनने की कोशिश करें. ब्लौसम कोचर अरोमा मैजिक हैंड क्रीम और फुट क्रीम आप के हाथपैरों को मौइस्चराइज्ड और खूबसूरत बनाए रखने में सहायक होती है.

ब्लौसम कोचर          

Monsoon Skincare Tips: ग्लोइंग स्किन के लिए फॉलो करें ये आसान टिप्स

मौनसून का मौसम चल रहा है बारिश होने से गर्मी कम हो जाती है लेकिन उमस बढ़ जाती है.मौनसून में अपनी त्वचा का खास ख्याल रखें. नमी के कारण स्किन पर कील, मुंहासे और ब्लैकहेड्स की समास्या उत्पन्न हो जाती हैं. स्किन की जुड़ी समास्याओं से निजात मिल सकता है इसके लिए आपको स्किन केयर रुटीन बनाना होगा. जिससे इन समास्याओं से छुटकारा मिल सके.

इसके अलावा आपकी खाने की आदतें, स्लीप शेड्यूल और आपकी लाइफस्टाइल से स्किन प्रॉब्लम कम करने में मदद करेगी. आज हम आपके लिए कुछ चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आपकी स्किन के लिए हानिकारक साबित हो सकते है. इसलिए इन चीजों का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए.

  1. आर्टिफिशियल स्वीटनर

ग्लोइंग स्किन के पाने के लिए सबसे पहले आप आर्टिफिशियल स्वीटनर का इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए. खाने के साथ-साथ पीने के पदार्थ में भी इसका उपयोग नहीं करना चाहिए. ये आपकी स्किन के लिए बेहद हानिकारक हैं. ये आपके ब्लड शुगर लेवल को असंतुलित कर देता है, साथ ही इसके सेवन से आपका वजन बढ़ने लगता है, जिससे स्किन समस्याएं होती है. तो वहीं कोल्ड ड्रिंक्स में सबसे ज्यादा शुगर पाया जाता है, इसलिए इसका सेवन करना स्किन प्रॉब्लम को बुलावा देना है.

2. हेल्थी फैट्स

अगर खाने में हेल्थी फैट्स का सेवन नही करेंगे तो स्किन प्रॉब्लम हो सकती है. इसलिए आपको ओमेगा-3 से भरपूर फूड्स जैसे- अखरोट, मैकरल फिश, सालमन फिश, चिया सीड्स आदि खाना चाहिए. ओमेगा-3 आपके दिल के साथ-साथ स्किन के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है.

3. डिटॉक्स ड्रिंक

मौनसून में डिटॉक्स ड्रिंक पीना आपकी स्किन के लिए बेहद फायदेमंद होता है. यह स्किन को प्यूरिफाई करके हेल्दी रखती है. इसलिए आप विटामिन सी से भरपूर संतरे का जूस, लेमन शिकंजी, और वॉटर मेलन डिटॉक्स ड्रिंक के लिए सबसे बेस्ट है.

4. हाइड्रेट रहें

स्किन की सभी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए खुद को हाइड्रेट रखना बहुत जरूरी है. इसलिए दिन में कम से कम 6 से 8 गिलास पानी जरूर पिएं. इससे बॉडी डीटॉक्स होती है औऱ स्किन भी साफ रहती है.

Monsoon Special: बरसात में ऐसे करें स्किन केयर

मौनसून की फुहार जितनी राहत गरमियों से देती है, उतनी ही परेशानियां भी वह हमारे लिए ले कर आती है. मौनसून के मौसम में आप घर पर हों, औफिस में या बाहर निकलें, हर जगह आप को नमी महसूस होती है. इस का सब से अधिक असर त्वचा पर पड़ता है, इसलिए मौनसून में त्वचा की देखभाल हमें सब से अधिक करनी पड़ती है. त्वचा में कभीकभी फंगल इन्फैक्शन भी होता है, जिसे अगर सावधानी बरती जाए तो दूर रखा जा सकता है. मुंबई के द कौस्मैटिक सर्जरी इंस्टिट्यूट की डर्मैटोलौजिस्ट डा. सोमा सरकार कहती हैं कि बरसात में त्वचा संबंधी समस्या एवं फंगल इन्फैक्शन इसलिए अधिक होता है, क्योंकि त्वचा में अधिक समय तक नमी रहती है. इन सब से बचाव के लिए हलके गरम पानी से नहाना और ऐंटीफंगल क्रीम, साबुन और पाउडर का प्रयोग उपयुक्त होता है. पर निम्न टिप्स इस के लिए ज्यादा उपयोगी हैं:

त्वचा को 3 से 4 बार बिना साबुन वाले फेसवाश से धोएं, जिस से त्वचा पर जमा तैलीय पदार्थ और धूल निकल जाए.

ऐंटीबैक्टीरियल टोनर का प्रयोग मौनसून में अधिक लाभदायक होता है. यह स्किन को संक्रमण और फटने से बचाता है.

मौनसून में कई बार लोग सनस्क्रीन लगाना नहीं चाहते जबकि बादल से भी यूवी किरणें हम तक पहुंचती हैं. इसलिए सनस्क्रीन लोशन या क्रीम अवश्य लगाएं.

इस मौसम में लोग पानी कम पीते हैं, जिस से त्वचा में नमी कम हो जाती है. हमेशा नियमित रूप से 7 से 8 गिलास पानी अवश्य पीएं.

अच्छे स्किन स्क्रबर से रोज अपने चेहरे को साफ करें.

मौनसून में कभी हैवी मेकअप न करें.

खाने में जूस, सूप अधिक लें. किसी भी प्रकार की सब्जी को पकाने से पहले अच्छी तरह धो अवश्य लें. हो सके तो हलके गरम पानी से धोएं.

जब भी आप बाहर से घर आएं, तो हलके गरम पानी और साबुन से हाथपैर धो कर अच्छी तरह सुखा लें. बाद में मौइश्चराइजर लगा लें. इस मौसम में पैरों का खास ध्यान रखना पड़ता है. नमी और अधिक समय तक गीलेपन में रहने की वजह से फंगल इन्फैक्शन उन्हीं में ज्यादा होता है. इस मौसम में बंद और गीले शूज कभी न पहनें. अगर आप के शूज गीले हो जाएं तो उन्हें उतार कर सुखाने की कोशिश करें. इस के साथ ही समयसमय पर पैडिक्योर अवश्य करवाएं. बालों की देखभाल मौनसून में खासतौर पर करनी पड़ती है. इस मौसम में पसीने के साथसाथ बाल कई बार गीले भी हो जाते हैं, इसलिए सप्ताह में 2 से 3 बार शैंपू करें. साथ में कंडीशनर लगाना न भूलें. इस के अलावा जब भी बारिश के पानी से बाल गीले हों तो उन्हें टौवेल से अच्छी तरह सुखा लें. सप्ताह में 1 दिन बालों में तेल अवश्य लगाएं. इस के आगे डा. सोमा सरकार कहती हैं कि मौनसून में तंग और कसे हुए कपड़े कभी न पहनें. नायलौन फैब्रिक की जगह सूती कपड़े पहनें और इस मौसम में आभूषण हमेशा कम पहनें ताकि आप की त्वचा सांस ले सके.

मौनसून में कुछ घरेलू पैक आप समयसमय पर लगा सकती हैं, जो निम्न हैं:

अनारदाने ऐंटीऐजिंग का काम करते हैं और विटामिन सी से भरपूर होने की वजह से ये सूखी त्वचा के लिए लाभप्रद होते हैं. पिसे हुए 2 चम्मच अनारदाने व 1 कप कच्चे ओटमील को एक कटोरी में ले कर उस में 2 बड़े चम्मच शहद व थोड़ी छाछ मिला कर पेस्ट बना लें और चेहरे पर 10 मिनट तक लगा कर रखें. इस के बाद हलके गरम पानी से चेहरा धो लें.

एक सेब को मसल लें. उस में 1-1 चम्मच चीनी और दूध मिला लें. अच्छी तरह फेंट कर उस में कुछ बूंदें कैमोमिल की मिला कर फेसपैक बनाएं और 15 मिनट तक

चेहरे पर लगा कर रखें. इस के बाद चेहरा धो लें. इस से आप की त्वचा की डलनैस कम हो जाएगी.

Monsoon Special: मौनसून ब्यूटी केयर टिप्स

मुंबई के दादर स्थित ‘स्पा इमेज ब्यूटी क्लीनिक ऐंड इंस्टिट्यूट’ की ब्यूटी थेरैपिस्ट अर्चना प्रकाश बताती हैं कि गरमी खत्म होतेहोते और बरसात शुरू होने से पहले हवा में बहुत ज्यादा गरमी होती है, जिस से त्वचा टैन रहती है.

बदलते मौसम का असर पूरे शरीर की त्वचा के साथसाथ बालों पर भी पड़ता है. ऐसे में बौडी केयर के प्रति लापरवाही आप को महंगी पड़ सकती है.

आइए, जानते हैं बरसात के मौसम में कैसे करें शरीर की देखभाल:

त्वचा में सुधार के लिए स्ट्रौंग फेशियल की जरूरत होती है. इस मौसम में त्वचा के पोर्स खुले होते हैं. त्वचा पसीने से तरबतर, टैन और औयली होती है, जिस के लिए ऐंटीटैनिंग फेशियल या जेल बेस फेशियल करना ज्यादा फायदेमंद साबित होता है.

1. ऐंटीटैनिंग फेशियल:

ऐंटीटैनिंग फेशियल से त्वचा की टैनिंग तो दूर होती ही है, साथ ही बहुत ही कम समय में त्वचा नर्ममुलायम और तरोताजा बन जाती है.

2. बालों की देखभाल:

इस मौसम में हवा में आर्द्रता होती है इसलिए बालों का खूब खयाल रखना पड़ता है. हफ्ते में 1 बार बालों की अच्छी तरह से तेल से मालिश करें और फिर अच्छे शैंपू से उन्हें धो लें. बाल छोटे हों तो 2 दिन में 1 बार और बड़े हों तो हफ्ते में 2 या 3 बार बालों को धोएं. धोने के बाद बालों की डीप कंडीशनिंग करें. बरसात से पहले या बरसात में हवा में आर्द्रता होती है. अत: संभवतया इस मौसम में स्टे्रटनिंग, रिबौंडिंग या पर्मिंग न करें. हां, मौसम खुला हो और बरसात न हो तब आप ऐसा जरूर कर सकती हैं.

3. जैल बेस फेशियल:

ऐंटीटैनिंग फेशियल के साथसाथ जैल बेस फेशियल भी कर सकती हैं. जैल बेस फेशियल में क्रीम की जगह जैल का इस्तेमाल किया जाता है, जिस से औयली त्वचा को ज्यादा फायदा मिलता है. क्रीमी फेशियल से जहां त्वचा और ज्यादा औयली होने की संभावना रहती है, वहीं जैल फेशियल से यह समस्या दूर हो जाती है. जैल बेस फेशियल से बहुत जल्दी त्वचा पर इफैक्ट पड़ता है. त्वचा नर्ममुलायम, उजली और औयल फ्री दिखाई देने लगती है.

अर्चना बताती हैं कि इस मौसम में कुछ घरेलू उपाय कर के भी आप इन परेशानियों को दूर कर सकती हैं:

4. मैनीक्योर व पैडीक्योर:

कुनकुने पानी में 2-3 बूंदें हर्बल शैंपू और 1 चम्मच ऐंटीसैप्टिक लोशन डालें और उस में 15 मिनट तक पैर डुबोए रखें. फिर प्यूमिक स्टोन से हाथपावों को धीरेधीरे घिसें. डैड स्किन और त्वचा पर स्थित हैवी डस्ट निकल जाएगी. फिर औयल फ्री मौइश्चराइजर या बौडी लोशन लगाएं. त्वचा नर्ममुलायम और निखरीनिखरी नजर आएगी.

5. स्किन टैन:

टैन हुई त्वचा को निखारने के लिए घरेलू फेसपैक भी इस्तेमाल कर सकती हैं. इस के लिए चंदन, जायफल और हलदी को मिला कर लेप बनाएं और टैन हुई त्वचा पर लगाएं. सूखने पर धो लें.

ध्यान रहे

– इस मौसम में भरपूर पानी पीएं.

– नारियल पानी, जूस, छाछ, मिल्कशेक पीएं और रसीले फल खाएं.

– इस मौसम में ड्राईफू्रट्स कम खाएं, क्योंकि इन से शरीर में अधिक उष्णता बढ़ती है.

शारीरिक स्वच्छता

हवा में गरमी और आर्द्रता होने की वजह से इस मौसम में घर से बाहर निकलने पर त्वचा पसीने से तरबतर हो कर चिपचिपी हो जाती है. ऐसे में दिन में 2-3 बार मैडिकेटेड साबुन या बौडी वाश से स्नान करें. स्नान करने के बाद शरीर पर खुशबूदार टैलकम पाउडर और परफ्यूम लगाएं ताकि आप के शरीर से पसीने की बदबू न आए और आप अपनेआप को तरोताजा महसूस करें.

जैसी स्किन वैसी देखभाल

मौसम बदलने लगा है और आने वाले फुहारों के मौसम यानि मौनसून के दौरान हवा में ज्यादा नमी से आपको परेशानी हो सकती है. विशेषरूप से उन्हें जिन की त्वचा तैलीय या मिश्रित होती है. पसीने और तेलस्राव के कारण तैलीय त्वचा और अधिक तैलीय व सुस्त लगने लगती है. जब मौसम गरम और नमीयुक्त होता है तब लाल चकत्ते, फुंसियां, खुले रोमकूप जैसी समस्याएं पैदा होती हैं और गंदगी त्वचा पर जमने लगती है.

तरोताजा त्वचा के लिए

पसीने और तेल से मुक्त होने के लिए मौनसून में त्वचा को साफ और तरोताजा करना बहुत जरूरी होता है. स्क्रब की सहायता से रोमकूपों की गहरी सफाई करने से त्वचा अवरुद्ध नहीं होती और मुंहासों से भी बचाव होता है. टोनिंग के जरिए भी त्वचा को तरोताजा बनाने और रोमकूपों को बंद करने में मदद मिलती है.

फेशियल स्क्रब का प्रयोग सप्ताह में 2 बार करें. इसे चेहरे पर लगाएं और धीरेधीरे गोलाई में त्वचा पर रगड़ें. फिर साफ पानी से धो लें. आप चाहें तो दही में चावल का आटा या पिसे बादाम मिला कर घर में ही फेशियल स्क्रब तैयार कर सकती हैं. स्क्रब में सूखे नीबू का चूर्ण या फिर संतरे के छिलकों का चूर्ण भी मिला सकती हैं.

– ध्यान रखें कि मुंहासे और संवेदनशील त्वचा होने पर स्क्रब का प्रयोग न करें. मुंहासों से छुटकारा पाने के लिए ओट्स और अंडे की सफेदी के मिश्रण का सप्ताह में 2 बार प्रयोग करें.

– इस मौसम में फूलों से बने किसी त्वचा टौनिक या फ्रैशनर का इस्तेमाल उपयोगी साबित होता है. गुलाबजल एक नैसर्गिक टोनर है. रुई पैड को गुलाबजल में भिगो कर या त्वचा टौनिक को फ्रिज में रखें. त्वचा को स्वच्छ और तरोताजा बनाने के लिए इससे चेहरे को साफ करें. घर से बाहर निकलते समय नम टिशू साथ ले जाएं. नम टिशू से चेहरा साफ करने के बाद कौंपैक्ट पाउडर लगाएं. इस से त्वचा की ताजगी बढ़ेगी और वह तैलीय भी नजर नहीं आएगी.

– अगर लाल चकत्ते, मुंहासे या फुंसियां हों तो सुबह और रात रोज 2 बार औषधीय साबुन या क्लींजर से चेहरा धोएं. एक कसैला लोशन खरीदें और उस में बराबर मात्रा में गुलाबजल मिला लें. रुई की सहायता से इस से दिन में 4-5 बार चेहरा साफ करें. फुंसियों पर चंदन का पेस्ट लगाएं.

– बारिश के मौसम में चेहरे को सादे पानी से कई बार धोएं. दिन भर त्वचा पर जो मैल एकत्रित हो जाती है उस की सफाई रात में जरूर करें. मौनसून के दिनों में शरीर से पानी पसीने के रूप में बाहर निकलता है. इसलिए शरीर में पर्याप्त पानी मौजूद रहे, इस के लिए अधिक मात्रा में पानी पीएं.

– गरम चाय की जगह आइस टी में नीबू रस और शहद मिला कर पीएं.

– त्वचा सामान्य हो या तैलीय, ऐसे फेसवाश का प्रयोग करें, जिस में नीम और तुलसी जैसे तत्त्व हों.

सही निखार पाना है, तो अपनी त्वचा के प्रकार के अनुसार ही उस की साफसफाई का ध्यान भी रखना होगा.

तैलीय त्वचा

त्वचा के तैलीय होने से अकसर मुंहासों, फुंसियों और लाल चकत्तों की समस्या हो

जाती है.

त्वचा की सफाई : बेसन और दही का पेस्ट तैयार कर चेहरे पर लगाएं. 20 मिनट के बाद चेहरे को धो लें. सूखी पुदीनापत्ती का चूर्ण भी इस पेस्ट में मिला सकती हैं.

तैलीय त्वचा के लिए टोनर : गुलाबजल और खीरे का रस बराबर मात्रा में ले कर चेहरे पर लगाएं. 20 मिनट बाद चेहरा पानी से धो लें.

सामान्य त्वचा

बादाम का चूर्ण दही में मिला कर चेहरे पर लगाएं. 15 मिनट बाद पानी से इसे गोलाकार मलें. फिर चेहरा पानी से धो लें.

– 2 चम्मच शहद, थोड़ाथोड़ा दूध, गुलाबजल और सूखे नीबू के चूर्ण का पेस्ट बनाएं. इसे हफ्ते में 2 या 3 बार चेहरे और गरदन पर लगाएं. 20 मिनट के बाद धो लें.

शुष्क त्वचा

2 चम्मच बादाम चूर्ण में 1 चम्मच शहद मिला कर चेहरे पर लगाएं और 5 मिनट बाद हलके हाथ से रगड़ने के बाद चेहरे को पानी से धो लें.

सामान्य एवं शुष्क त्वचा के लिए टोनर : 100 एमएल गुलाबजल में 1/2 चम्मच ग्लिसरीन मिला कर कांच की बोतल में भर कर अच्छी तरह हिला लें. फिर फ्रिज में रख दें. रोज इस्तेमाल करें.

शुष्क त्वचा के लिए मास्क : 3 चम्मच चोकर, 1 चम्मच बादाम चूर्ण और 1 अंडे की सफेदी को मिला कर उस में 1-1 चम्मच शहद और दही डाल कर पेस्ट तैयार करें. इसे सप्ताह में 1 या 2 बार चेहरे पर लगाएं. आधे घंटे के बाद चेहरा धो लें.

मुंहासों वाली त्वचा

अगर त्वचा तैलीय है और जल्दीजल्दी मुंहासे निकलते हैं, तो तैलीय क्रीम और मौइश्चराइजर का इस्तेमाल न करें. अगर त्वचा सूखी महसूस होती है तो अकसर यह ऊपरी परत की कृत्रिम शुष्कता होती है. इस से छुटकारा पाने के लिए निम्न तरीके अपनाएं :

– औषधीय क्लींजर या फेसवाश से सफाई करें. मुंहासे पर चंदन का पेस्ट लगाएं या चंदन के पेस्ट को गुलाबजल के साथ मिला कर पूरे चेहरे पर लगाएं. 20-30 मिनट के बाद चेहरे को पानी से धो लें.

– नीम के कुछ पत्तों को 4 कप पानी में हलकी आंच पर 1 घंटे तक उबालें. रात भर उसे छोड़ दें. सुबह छान कर पानी से चेहरा धोएं और पत्तियों का पेस्ट बना कर चेहरे पर लगाएं.

क्या करें

दिन में ठंडे पानी से चेहरे को कई बार धोएं.

– रोमकूपों को बंद करने के लिए शीतल त्वचा टौनिक या गुलाबजल से टोन करें.

– सप्ताह में एक फेशियल स्क्रब का 2 बार प्रयोग करें.

. मेकअप, पसीने और तेल को हटाने के लिए रात में त्वचा की सफाई करें.

. त्वचा को ताजगी प्रदान करने के लिए कई बार चेहरे को नम टिशू से पोंछें.

क्या न करें

– भुना या भारी स्टार्च युक्त आहार लेने से बचें.

– तैलीय और मुंहासों वाली त्वचा के लिए क्रीम या मौइश्चराइजर का प्रयोग न करें.

– साबुन और पानी से दिन में 3 बार से अधिक मुंह न धोएं.

– हाथों को धोए बिना चेहरा न छुएं और न ही मुंहासों या फुंसियों को कुरेदने की कोशिश करें.

मौनसून फेस पैक

– मुलतानी मिट्टी चेहरे को ठंडक पहुंचाती है और तेल को सोखती है. 1 चम्मच मुलतानी मिट्टी को गुलाबजल में मिला कर चेहरे पर लगाएं. 15-20 मिनट बाद चेहरा धो लें.

– खीरे के रस या गूदे में 2 चम्मच मिल्क पाउडर और 1 अंडे की सफेदी मिलाएं. फिर ब्लैंडर में पेस्ट बनाएं. चेहरे और गरदन पर लगाएं. आधे घंटे के बाद चेहरा धो लें.

– नीबू के रस को पानी में मिला कर आइस क्यूब ट्रे में रख कर फ्रीज करें. जब भी ताजगी की जरूरत महसूस हो, एक क्यूब को चेहरे पर हलके से फिराएं और फिर रुई से पोछ लें. इस से तैलीय पदार्थ कम होता है और त्वचा को ताजगी मिलती है.

– अंडे की सफेदी, नीबू रस और शहद को मिला कर चेहरे पर मास्क की तरह लगाएं. 20 मिनट बाद चेहरा धो लें.

– 1 चम्मच शहद, 15 बूंदें संतरे का रस, 1 चम्मच ओट्स और 1 चम्मच गुलाबजल को मिलाएं. इसे चेहरे पर लगाएं और 15 मिनट के बाद चेहरा धो लें. इससे तैलीय पदार्थ दूर होते हैं और चमक बढ़ती है.

– सेब, पपीता, संतरा जैसे फलों को मिला कर चेहरे पर लगाया जा सकता है. 20-30 मिनट के बाद चेहरा पानी से धो लें.

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