बैस्ट फ्रैंड भी दे सकती है धोखा

आमतौर पर देखा गया है कि लड़कियां और महिलाएं अपनी क्लोज फ्रैंड के समक्ष खुली किताब की भांति पेश आती हैं. यानी अपनी निजी, गोपनीय बातें तक उन के साथ शेयर करती हैं. फ्रैंड चाहे कितनी ही करीब हो, कुछ बातें ऐसी हैं जो उन्हें भी नहीं बतानी चाहिए.

अपनी फ्रैंड के साथ आप खूब हंसीठिठोली करें, बतियाएं, लेकिन यह बात सदैव ध्यान रखें कि अपनी निजी जिंदगी के पन्ने खासकर सैक्सलाइफ उस के सामने उजागर न करें. माना कि आज वह आप की खास सहेली है लेकिन हो सकता है कल किसी कारण से आप की दोस्ती में दरार आ जाए, सहेली सहेली ही न रहे. ऐसे में वह आप की निजी और गोपनीय बातों का गलत फायदा उठा सकती है.

लड़कियां अपनी सहेली को अपने बौयफ्रैंड से जुड़ी हर बात बताती हैं, उन के और अपने संबंधों के बारे में पलपल की जानकारी उसे देती हैं. यहां तक तो ठीक है लेकिन शादी से पहले बौयफ्रैंड के साथ यौनसंबंध रखने की बात बताना क्या जरूरी है? किसी कारण से यदि उस लड़के से शादी नहीं हुई तो इस बात को ले कर वह आप की बदनामी भी कर सकती है. कुछ लड़कियां तो अपने और अपने बौयफ्रैंड के अति निजी और इंटीमेट क्षणों के फोटोग्राफ्स या वीडियो भी अपनी खास सहेली को भेजती हैं. ऐसा कर के वे अपने पैरों पर खुद ही कुल्हाड़ी मारती हैं.

खुल कर चर्चा न करें

विवाहित महिलाओं की भी कोई न कोई ऐसी सहेली अवश्य होती है, जिस के साथ वे सबकुछ सा झा करती हैं. कई बार यही सहेली पीठ पीछे आप को हंसी का पात्र या आप का मजाक बनाती है. अपनी घरगृहस्थी की सामान्य बातें बताने में कोई हर्ज नहीं है, लेकिन निहायत व्यक्तिगत, गोपनीय खासकर पतिपत्नी के यौनसंबंधों की खुल कर चर्चा करना ठीक नहीं है. यह आप के और आप के पति के बीच निजता का उल्लंघन है.

कुछ करीबी सहेलियां बड़ी चतुर होती हैं, जो आप से तो आप के राज उगलवा लेती हैं लेकिन स्वयं अपनी जिंदगी के पन्ने कभी नहीं खोलतीं. आप उन्हें अपना सम झ कर सबकुछ उगल देती हैं, लेकिन वे अपने बारे में उतनी ही जानकारी देती हैं जितना जरूरी सम झती हैं. यानी अपना राज छिपा कर सामने वाली का राज जान लेने में उन की दिलचस्पी होती है.

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कामकाजी लड़कियां या महिलाएं अपने बौस, कलीग्स आदि से जुड़ी बातें भी अपनी करीबी सहेली को बताती हैं कि कौन किस के साथ फ्लर्ट कर रहा है या बौस के साथ उस के कितने घनिष्ठ या करीबी संबंध हैं. जो बात एक युवती अपनी मां को या महिला अपने पति को नहीं बताती, वह करीबी सहेली को बताने की क्या तुक है? क्या वह मां या पति से अति विश्वसनीय या हितैषी है?

करीबी सहेली से किसी मुद्दे पर विचारविमर्श करना या उस की राय जानना एक बात है और उस की राय पर चलना दूसरी बात. आप उस से राय अवश्य लें, पर करें वही जो आप को उचित लगता हो. क्योंकि कुछ फैसले ऐसे होते हैं जो यदि गलत हो गए तो जिंदगी भर पछताना पड़ता है.

पर्सनल बातें शेयर न करें

कई लड़कियां न केवल अपने बौयफ्रैंड  के साथ किए जाने वाले सैक्स की चर्चा करती हैं बल्कि अबौर्शन या गर्भपात कराने के बारे में भी बताती हैं. कुछ लड़कियां खुले विचारों की होती हैं और यौन स्वच्छंदता में विश्वास रखती हैं. ऐसे में उन के सैक्स संबंध कइयों से हो सकते हैं. अब यदि वे इन संबंधों के बारे में अपनी सहेली को बताती हैं, तो अपना ही अहित करती हैं.

कुछ महिलाएं अपनी करीबी सहेली को अपने या अपने पति के विवाहेतर संबंधों के बारे में भी बताती हैं. इस तरह वे उसे राजदार बनाती हैं. वह कब, कहां इस राज को खोल दे, कहा नहीं जा सकता. ऐसे में आप भविष्य में कभी भी परेशानी में पड़ सकती हैं.

वैशाली का अफेयर जिस लड़के के साथ था, वह उसे धोखा दे कर भाग गया. उस के अपने प्रेमी के साथ सैक्स संबंध भी थे. इस बीच उसे लगा कि वह गर्भवती हो गई है. तो बजाय यह बात अपने परिजनों को बताने के, उस ने अपनी एक सहेली को बताई. उस ने सलाह दी कि वह जितनी जल्दी हो, किसी अन्य लड़के से शादी कर ले. वैशाली ने वैसा ही किया. महीनेभर में उस की शादी हो गई. शादी के पहले ही वह गर्भवती थी, यह बात केवल उस की करीबी सहेली को ही मालूम थी.

समय पूरा होने पर उस ने बच्चे को जन्म दिया. पति और ससुराल वालों ने सोचा शायद बच्चे का जन्म प्रीमैच्योर हुआ है.

इस घटना के कोई 2 वर्ष बाद किसी बात पर वैशाली और उस की करीबी सहेली के बीच दरार आ गई. यह दरार चौड़ी होती गई, और एक दिन उसी करीबी सहेली ने एक गुमनाम पत्र उस के पति के नाम लिखा, जिस में बताया गया कि जिस बच्चे को वे अपना सम झ रहे हैं, वह किसी और का है.

वैशाली के पति ने पत्र की सचाई का पता लगाने के लिए चुपचाप डीएनए टैस्ट कराया. पता चला कि वाकई बच्चा उस का नहीं है. इस बात को ले कर घर में घमासान हुआ और बात तलाक तक पहुंच गई. तब वैशाली को एहसास हुआ कि जिसे वह अपनी बैस्ट फ्रैंड मान रही थी, उसी ने उस का विश्वास तोड़ा और उस की वैवाहिक जिंदगी में आग लगा दी. सच भी है, यदि धोखा करीबी सहेली से मिला है तो उस का दर्द कहीं अधिक होता है.

नाटक व दिखावा भांपें

जब करीबी सहेली से संबंध टूट जाते हैं तो वह आप की पिछली जिंदगी को ले कर ब्लैकमेल कर सकती है. क्योंकि आप के सारे राज उस के पास होते हैं, प्रूफ के साथ. इन्हें आप चाह कर भी नकार नहीं सकतीं.

कुछ लड़कियां बैस्ट फ्रैंड होने का नाटक या दिखावा करती हैं. उन के मन में शुरू से ही छलकपट होता है. वे अपनी चाल में कामयाब हो जाती हैं और आप को उस का पता तक नहीं चलता. जब चलता है तब तक बड़ी देर हो चुकी होती है.

सहेलियां बन कर पीठ में छुरा भोंकने वाली लड़कियां या महिलाएं कम नहीं हैं. पहले तो वे आप का विश्वास हासिल करती हैं और एक बार जब आप को उन पर भरोसा हो जाता है, तो फिर वे आप की जिंदगी की किताब के सारे पन्ने पढ़ लेती हैं. इन में से कब किस पन्ने का एक हथियार के रूप में इस्तेमाल होगा, आप कल्पना भी नहीं कर सकतीं.

आप सहेलियां अवश्य बनाएं.

उन से कुछ को खास या विशेष दर्जा भी दें, लेकिन आंख मींच कर उन पर भरोसा कर लेना बुद्धिमानी नहीं है. हम यह नहीं कह रहे कि किसी पर भी विश्वास नहीं करना चाहिए या हर सहेली को शक की नजर से देखें. हम तो केवल यही कहना चाहते हैं कि उस से भी कुछ राज छिपा कर रखना चाहिए ताकि कभी वह आप की दोस्ती का नाजायज फायदा न उठा सके.

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कुछ बातें ऐसी हैं जो आप के और आप के बौयफ्रैंड अथवा पति व पत्नी के बीच तक सीमित रहनी चाहिए. यदि आप अपनी करीबी सहेली को सबकुछ बताती हैं तो अपने बौयफ्रैंड या पति का भरोसा तोड़ती हैं. यह अच्छी बात नहीं है.

कुछ राज ऐसे हैं जो जिंदगीभर राज ही बने रहें तो अच्छा है. अन्यथा जिंदगी में बड़ी उथलपुथल मच जाती है. इसलिए अपने कुछ राज अपनी करीबी सहेली को भी न बताएं.

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