जानें कोविड ने एक्टर अविनाश द्विवेदी को क्या दी सीख

हमेशा से कुछ अलग करने की इच्छा रखने वाले अभिनेता अविनाश द्विवेदी उत्तरप्रदेश के गोरखपुर से है. अभिनय के अलावा उन्होंने डांस और टायक्वोंडो में प्रशिक्षण लिया है. साथ ही वे एक लेखक भी है. उनके पिता व्यवसायी होने की वजह से थोड़े दिनों बाद परिवार के साथ दिल्ली शिफ्ट हो गए और अविनाश ने अपनी पढाई दिल्ली में की. अविनाश को बचपन से पढाई में मन नहीं लगता था, केवल माता-पिता को खुश करने के लिहाज से पढने बैठते थे. उनके पेरेंट्स चाहते थे कि वह इंजिनियर बने.ऑनलाइन डांस रियलिटी शो में भाग लेकर वे मुंबई आये और अभिनय के लिए संघर्ष करने लगे. इस बीच उन्हें कई विज्ञापनों और टीवी धारावाहिकों में काम करने का मौका मिला. काम के दौरान उनका परिचय संभावना सेठ से हुआ,प्यार हुआ और शादी की. अविनाश की फिल्म‘रिक्शावाला’ ओटीटी प्लेटफॉर्म बिग बैंग एम्युजमेंट पर रिलीज होने वाली है. ये एक आवर्ड विनिंग फिल्म है, जिसमें अविनाश ने कोलकाता के हाथ रिक्शा चलाने वाले मनोज की भूमिका निभाई है,उनसे बात करना रोचक था, पेश है कुछ खास अंश.

सवाल-इस फिल्म में काम करने की खास वजह क्या रही?

ये फिल्म बहुत अधिक लेयर्ड वाली है, क्योंकि इसमें इमोशन, लव और एक व्यक्ति के सपनों को भी दिखाया गया है. साथ ही रीयलिस्टिक फिल्म है, बहुत अधिक फ़िल्मी नहीं. इसमें मैंने एक गरीब लड़केकी भूमिका निभाई है, जिसका किसी से प्यार, इमोशन और सपने इन तीनो को साथ-साथ दिखाने की कोशिश की गयी है.

ये भी पढ़ें- 13 साल की हुई बजरंगी भाईजान की ‘मुन्नी’, शेयर की बर्थडे फोटोज

सवाल-इस फिल्म को करने के लिए आपने कितनी तैयारियां की ?

इस फिल्म के लिए मुझे बहुत अधिक तैयारी करनी पड़ी है. पहले मुझे एक रिक्शा वाले की तरह लगना, उसके रहने के माहौल को समझना था, लेकिन मेरे निर्देशक राम कमल मुख़र्जी ने मुझे फिल्म को समझने में बहुत सहयोग दिया. उन्हें फिल्म की एक-एक बात पता थी, जिसे उन्होंने मेरे साथ शेयर किया. मुझे इस फिल्म के लिए बांग्ला भाषा सीखना पड़ा. उन्होंने कहा था कि मेरे लिप्सिंग के बाद वे किसी बंगाली से डबिंग करवा सकते है, लेकिन मैंने फिल्म की सारी चीजों को खुद ही करना उचित समझा और निर्देशक के भेजे हुए बांग्ला एक्सेंट को सुनकर प्रैक्टिस करता था, इसके अलावा मैंने कई बांग्ला गाने सुनकर भाषा को ठीक किया. कोलकाता जाकर हाथ रिक्शा चलाने की कोशिश की. नंगे पाँव तीन लोगों को बैठाकर रिक्शा चलाना बहुत मुश्किल था, इस दौरान मैंने कई बाइक और साइकिल तोड़ी है.

सवाल-इस फिल्म को खुद से कितना रिलेट कर पाते है?

इस चरित्र से मैं बहुत कम रिलेट कर पाता हूँ, लेकिन समानता की बात करें तो मेरा जन्म गोरखपुर में हुआ. आज से 30-35 साल पहले पूर्वी उत्तरप्रदेश और बिहार से लोग कमाने के लिए कोलकाता जाते थे, जहाँ व्यक्ति कुछ कमा सकता है. मेरे पिता को भी कमाने के लिए कोलकाता भेजा गया था. ये कहानी भी एक बिहारी रिक्शा वाले की है, जो कोलकाता कमाने के लिए जाता है, इन सारी बातों से मैं खुद को थोडा जोड़ पाता हूँ.

सवाल-एक्टिंग में आने की इच्छा कैसे हुई?

अभिनय की इच्छा होश सम्हालते ही हो गया था, जब मैं 12 साल का था उस दौरान मैंने ऋतिक रोशन की फिल्म ‘कहो न प्यार है’ को देखकर बहुत प्रभावित हुआ और अभिनय में आने का मन बना लिया. इसके बाद मैंने दिल्ली में डांस और अभिनय की ट्रेनिंग ली. मार्शल आर्ट सीखा और पक्के इरादे के साथ अभिनय के क्षेत्र में आ गया.

सवाल-आपके अभिनय की इच्छा सुनने के बाद माता-पिता का रिएक्शन कैसा था?

उन्होंने पहले मुझे ड्रामा बंद करने के लिए कहा और अच्छी पढाई कर इंजीनियर बनने की सलाह दी, पर मेरा मन पढाई में नहीं लगता था. मैं उन्हें दिखाने के लिए ही पढता था. पहले मेरे पेरेंट्स ने मुझे सहयोग नहीं दिया, पर धीरे-धीरे मेरी अचीवमेंट को देखकर वे सहयोग करने लगे. मैं दो डांस रियलिटी शो में भाग लेकर मुंबई आ गया.

सवाल-पहला ब्रेक कैसे मिला?

पहला ब्रेक मुझे ऑडिशन के द्वारा एक टीवी विज्ञापन के लिए मिला था. इसके बाद कई विज्ञापनों में काम किया. भोजपुरी और शार्ट फिल्में भी की. अब इस फिल्म को करने का मौका मिला.

सवाल-बिग बॉस फेम संभावना सेठ से आप कैसे मिले?

मैं एक डांस रियलिटी शो के साथ एक प्रतियोगी के रूप में मुंबई आया था. उस टीम की मेंटर संभावना सेठ थी. उस रियलिटी शो में मैं पहली बार उनसे मिला था. शो ख़त्म होने के बाद भी हमदोनों की दोस्ती बनी रही और धीरे-धीरे दोस्ती प्यार में बदल गयी. फिर हमदोनो ने 4 साल साथ रहने के बाद शादी की. मैं संभावना की इमानदारी और मेहनत को देखकर आकर्षित हुआ था.

सवाल-संभावना बहुत साहसी और स्पष्टभाषी है, ऐसे में दोनों एक दूसरे को कैसे समझ पाते है?

पहले मुझे भी वैसी ही लगी थी, लेकिन समय के साथ मैं उसे जान पाया और उनके साथ समय बिताना अच्छा लगने लगा. हम दोनों का एक दूसरे को समझना मुश्किल नहीं है, क्योंकि हम दोनों ही स्पष्टभाषी है.

सवाल-क्या किसी प्रोजेक्ट को चुनने से पहले उसकी चर्चा संभावना के साथ करते है?

अवश्य करता हूँ, वह मेरी सबसे बड़ी आलोचक है. उसके अनुसार ही मैं फिल्मे चुनता भी हूँ. वह मेरे किसी भी काम को देखती है और अपनी राय देती है. इससे मुझे हर फिल्म में ग्रो करने का मौका मिलता है.

सवाल-आगे ड्रीम क्या है?

आगे मैं अभिनय के अलावा फिल्में बनाना और लिखने की इच्छा रखता हूँ, जहाँ लोग आकर अपनी आजादी के साथ काम कर सकें.

ये भी पढ़ें- Karan Mehra के सपोर्ट में आईं Yeh Rishta Kya Kehlata Hai की ये एक्ट्रेस, कही ये बात

सवाल-कोविड पीरियड में काम करते हुए कितना एहतियात बरतते है?

बहुत करना पड़ता है, क्योंकि अभी काम बहुत कम हो रहा है. इसलिए कहानियां भी कम लोगों को ध्यान में रखकर लिखी जा रही है. टीम में जो लोग शामिल होते है उनका आरटीपीसीआर हर 14 दिन में कराया जाता है, लेकिन हर बार कोई न कोई पॉजिटिव निकल जाता है. फिर उस व्यक्ति की बदले में दूसरे को लाना पड़ता है. टीका सबको लगने के बाद कुछ नार्मल होने की संभावना है.

सवाल-एक नागरिक होने के नाते इस महामारी से आपने क्या सीखा?

अभी ऐसा समय है, लोगों के पास काम नहीं है, वे घर पर बैठे है, खाने के लिए पैसे नहीं है, लोग कहीं घूमने नहीं जा सकते. असल में जब व्यक्ति सबकुछ छोड़ देता है, तो अंत में व्यक्ति और उसका परिवार ही बचता है, जो अंत तक साथ देता है. तब उस व्यक्ति को अपने परिवार का महत्व और समय देने की बात का पता चलता है. जब व्यक्ति अपने परिवार को समय देता है, तो वह दूसरों के लिए भी बहुत कुछ कर पाता है. मैंने भी काफी लोगों की मदद की और वह तब किया जब मैंने अपने लोगों को कोविड से भुगतते हुए देखा. हर व्यक्ति को अपने माता-पिता और परिवार को उतना ही महत्व देने की जरुरत है, जितना व्यक्ति अपने काम और पैसे को देता है.

क्यों फिल्म व सीरियल निर्माता मुंबई व महाराष्ट्र राज्य से बाहर जाने को हो रहे मजबूर

महाराष्ट्र में शिवसेना,कॉग्रेस और एनसीपी की सरकार के रवैए से एक बात साफ तौर पर सामने आ रही है कि यह सरकार फिल्म इंडस्ट्री की तबाही का कारण बन रही है. और इस सरकार की अपनी कार्यशैली के ही चलते धीरे धीरे फिल्म निर्माताओं ने अपनी फिल्म,सीरियल,वेब सीरीज आदि की शूटिंग मुंबई व महाराष्ट्र राज्य से बाहर दूसरे राज्यों में करने पर मजबूर हो रहे हैं,जिसका फायदा गुजरात,मध्यप्रदेश व उत्तरप्रदेश को हो रहा है. पर महाराष्ट्र सरकार को इस दिशा मेंं नए सिरे गंभीरता से सोच विचार करने की जरुरत है.

कोरोना महामारी व लॉक डाउन के चलते देश की ही तरह महाराष्ट्र राज्य में भी पिछले लगभग सवा एक वर्ष में सभी उद्योग धंधे चैपट हुए हैं. फिल्म,सीरियल व वेब सीरीज की शूटिंग बंद हुई,जिसके चलते तकरीबन पॉंच लाख से अधिक डेली वेजेस वर्कर के सामने दो वक्त की रोटी का संकट गहरा गया है. कोरोना की पहली लहर के बाद  जुलाई 2020 में कई तरह की पाबंदियों व सुरक्षा उपायों के साथ फिल्म व सीरियल की शूटिंग थोड़ी बहुत शुरू हुई थी,लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के चलते महाराष्ट्र सरकार ने पिछले दो माह से कड़क लॉक डाउन लगाकर फिल्म,सीरियल आदि की शूटिंग व फिल्म निर्माण से जुड़े हर काम पर पूरी पाबंदी लगा रखी है. जबकि दूसरे राज्यों में ऐसा नही है. मुंबई व महाराष्ट्र के दूसरे शहरो में  सुरक्षा उपायों के साथ लगातार फिल्म व टीवी सीरियल की शूटिंग हो रही है. महाराष्ट्र सरकार ने पाबंदी लगायी, तो कई सीरियल निर्माता अपनी पूरी युनिट के साथ गोवा व गुजरात पहुंच गए. मसलन,‘सब टीवी’के लोकप्रिय हास्य सीरियलों ‘हप्पी की उलटन पलटन’और ‘भाबी जी घर पर है’’को इन दिनों गुजरात के सूरत शहर के एक होटल में फिल्माया जा रहा है और निर्माता बेनीफर व संजय कोहली का दावा है कि इससे उनके सीरियलांे के कथानक में एक नई ताजगी आ गयी है.

ये भी पढ़ें- 13 साल की हुई बजरंगी भाईजान की ‘मुन्नी’, शेयर की बर्थडे फोटोज

इतना ही नही 15 जून से कई निर्माता अपनी फिल्मो की शूटिंग करने के लिए मुंबई,महाराष्ट्र से बाहर जाने पर मजबूर हो रहे हैं. जी हॉ!मध्य प्रदेश में जून से फिल्में, वेब सीरीज और सीरियलों की शूटिंगों को इंडस्ट्यिल वर्क्स के दायरे में लाने की कवायद जारी है. जिससे  वहां 15 जून से आधा दर्जन फिल्मों की शूटिंग शुरू हो जाएगी. एमपी टूरिज्म के ऑफिसर हनी दीक्षित के मुताबिक,’वर्बली तो ग्लैमर जगत से जुड़े काम इंडस्ट्रियल वर्क्स माने जाते हैं,मगर लिखित में ऐसा है कि नहीं,वह देखा जा रहा है. वैसे भी राज्य के 90 फीसदी जिले अनलॉक हो गए हैं. एकाध दिनों में साफ हो जाएगा कि कहां-कहां शूटिंग करना मुमकीन हैं. ‘

सूत्रों के अनुसार फिल्म ‘ह्विस्लब्लोअर’की शूटिंग भोपाल में शुरू होगी. नेटफ्लिक्स वालों ने ‘नैना’ तो लॉकडाउन लगने से पहले ही पूरी कर ली थी. अब बॉबी देओल, विक्रांत मैस्सी और सान्या मल्होत्रा की फिल्म ‘लव होस्टल’की शूटिंग  भी भोपाल में की जाएगी. भोपाल, इंदौर जैसे शहरों में ‘ब्रीद3’ की शूटिंग को अभिषेक बच्चन भी आने वाले थे, मगर अब यह दिल्ली शिफ्ट हो चुकी है. यह आम प्रक्रिया के तहत हुआ है. दिल्ली से सूत्रों ने बताया कि ‘ब्रीद3’ में पिछली कहानी की कंटीन्यूटी नहीं रहेगी. कई अन्य फिल्में भी मध्यप्रदेश में फिल्मायी जानी है. फिल्म ‘पोन्नियन सेल्वन’ की फिर से मध्यप्रदेश में शूटिंग होगी. इसमें  ऐश्वर्या राय बच्चन और विक्रम की अहम भूमिकांए हैं. इन दोनों कलाकारों के साथ सैकड़ों जूनियर आर्टिस्ट भी पुराने शहर के दृश्यों का फिल्मांकन मंडावा और महेश्वर में करेंगे. आनंद एल राय अपनी फिल्म‘अतरंगी रे’व एक अन्य फिल्म की शूटिंग के लिए उत्तर प्रदेश जाने वाले हैं. अक्षय कुमार की फिल्म‘‘रामसेतु’भी अब उत्तर प्रदेश में ही फिल्माने की चर्चा हो रही है.

एक फिल्म प्रोडक्शन हाउस से जुड़े शख्स ने अपना नाम उजागर न करते हुए कहा-‘‘मध्यप्रदेश में 15 जून से कई बड़े बजट की फिल्मों का फिल्मांकन शुरू हो जाएगा. क्योकि वहां पर एंटरटेनमेंट से जुड़े कार्यों को औद्योगिक विषय में रखा गया है. इस आधार पर अब शूटिंगें शुरू करने की इजाजत मिल जाएगी.

यूं तो ‘फेडरेशन आफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्पलॉइज’और फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े कई संगठन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मुंबई व उसके आसपास,जहंा पर कोरोना के मामले कम आ रहे हैं,वहां पर शूटिंग शुरू करने की इजाजत देने की मांग कर चुके हैं. एफडब्लूआइसीई  ने मुंबई में फिल्म व सीरियल की शूटिंग को इंडस्ट्री एक्ट के तहत इजाजत देने की मॉंग कर चुकी है. एफडब्लूआइसीई के अध्यक्ष बीएन तिवारी ने कहा,’ पिछले डेढ़ साल से लाखों सिने आर्टिस्ट, वर्कर्स और टेक्नीशियन बेरोजगार घर पर बैठे हुए हैं. डेली वेजेज वर्कर्स तो पूरी तरह शूटिंग पर निर्भर हैं. मुंबई में  लॉकडाउन फिर से 15 दिनों के लिए बढ़ा दिया गया है. ऐसे में हालात और विकट हो जाएंगे,जबकि हम भी इंडस्ट्रयिल एक्ट के दायरे में आते हैं. हम भरोसा दिलाते हैं कि हम सेट पर पूरे एहतियात और प्रोटोकॉल के तहत शूट करेंगे. ‘मगर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने चुप्पी साध रखी है. परिणमतः यश राज फिल्मस को अपनी फिल्म‘‘टाइगर 3’’का सेट तोड़ना पड़ा. अब वह भी दूसरे राज्य में शूटिंग करने पर विचार कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें- Karan Mehra के सपोर्ट में आईं Yeh Rishta Kya Kehlata Hai की ये एक्ट्रेस, कही ये बात

सूत्रों की माने तो महाराष्ट्र सरकार के अंदर ही खींचतान चल रही है. गुरूवार,तीन जून को आपदा प्रबंधन मंत्री विजय वडेत्तिवार,जो कि कॉंग्रेस कोटे से मंत्री हैं, ने राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक के बाद घोषणा की कि चार जून से 18 जिले पूरी तरह से खुल जाएंगे,मगर चंद घंटों बाद ही मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस आदेश को पलट दिया. यानी कि सरकार के मंत्रियों के बीच भी समन्वय का अभाव है.

इसके बाद से कई दूसरे फिल्मकारो ने भी अब दूसरे राज्यो में जाकर शूटिंग करने पर विचार करना शुरू कर दिया है.

फिल्मों की शूटिंग शुरू करने की इजाजत के लिए FWICE ने महाराष्ट्र CM से लगाई गुहार, पढ़ें खबर

कोरोना की दूसरी लहर के चलते महाराष्ट्र में पिछले दो माह से फिल्म,टीवी सीरियल,लघु फिल्मों व वेब सीरीज की शूटिंग सहित सारे काम काज बंद हैं. इससे फिल्म इंडस्ट्री को कई हजार करोड़ का नुकसान हो चुका है. डेली वेजेस वर्करों की आर्थिक हालात जरुरत से ज्यादा खराब है. पिछले माह ‘फेडरेशन आफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्पलॉइज’और फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े कई संगठनो ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मंुबई व उसके आसपास,जहां पर कोरोना के मामले कम आ रहे हैं,वहां पर शूटिंग शुरू करने की इजाजत देने की मांग की थी. लेकिन महाराष्ट् के मुख्यमंत्री के आश्वासन के बावजूद एक जून से छूट नही मिली,बल्कि प्रतिबंध ही लगे हुए हैं.

परणिामतः फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्पलॉइज (एफडब्लूआइसीई)  और कोआर्डिनेशन कमेटी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक बार फिर पत्र लिखकर मांग की है कि  इंटरटेनमेंट इंडस्ट्रीज का काम फिर से शुरू करने की वह अनुमति दें.   इस पत्र  में एफडब्लूआइसीई ने और कोआर्डिनेशन कमेटी  लिखा है कि कोरोना की दूसरी लहर ने इस साल भी फिल्म इंडस्ट्री को काफी नुकसान पहुंचाया है. महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते केसेज के मद्देनजर अप्रैल 2021 के बाद से टीवी सीरियलों,फिल्म, वेब सीरीज की शूटिंग पर पाबंदी लगा दी गई थी. शूटिंग बंद होने के कारण एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री से जुड़े कई कलाकार के हाथ से उनका काम निकल गया,जबकि कई लोग हैदराबाद, गुजरात, राजस्थान जैसे दूसरे शहर चले गए. फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्पलॉइज (एफडब्लूआइसीई) ने सोमवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को खत लिखकर मीडिया एंड एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री को काम वापस शुरू करने,फिल्मों आदि की शूटिंग व अन्य पोस्ट प्रोडक्शन वर्क करने  की इजाजत देने का अनुरोध किया है.  इस पत्र में एफडब्लूआइसीई  के अध्यक्ष बीएन तिवारी,महासचिव अशोक दुबे, कोषाध्यक्ष गंगेश्वर लाल श्रीवास्तव, चीफ एडवाइजर अशोक पंडित और चीफ एडवाइजर शरद शेलार के हस्ताक्षर हैं.

ये भी पढ़ें- काव्या को शादी का गिफ्ट देगी अनुपमा तो वनराज को देगी ये ताना

पत्र में एफडब्लूआइसीई ने लिखा कि उनकी तरफ से कई बार मुख्यमंत्री को इस विषय पर लिखा गया,पर मुख्यमंत्री ऑफिस ने इसका कोई जवाब नहीं दिया ना ही इसपर कोई फैसला लिया गया.  फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉयज (एफडब्लूआइसीई) ने कहा है कि लाखों कलाकार, वर्कर और टेक्नीशीयन पिछले डेढ़ साल से बेरोजगार हैं और फिल्म इंडस्ट्री ही उनका एकमात्र कमाई का जरिया है. लॉकडाउन की वजह से कई मजदूरों की जिंदगियां प्रभावघ्ति हुई है.

एफडब्लूआइसीई  ने आगे लिखा कि महाराष्ट्र में लॉकडाउन को अगले 15 दिन के लिए बढ़ाने से कलाकारों, वर्कर्स और टेक्नशीयंस को झटका लगा है और इंडस्ट्री की इकोनॉमी पर भी असर होगा. इसकी वजह से निर्माता भी प्रभावित हुए हैं जिन्होंने अपनी निर्माणाधीन फिल्मो में पैसे लगाए और लॉकडाउन के कारण वह फिल्में रुक गयी. पत्र में  एफडब्लूआइसीई के पदाधिकारियों ने समस्या बताते हुए लिखा कि उन्हें रोज कई फोन आते हैं और सभी काम दोबारा शुरू किए जाने का अनुरोध करते हैं.

एफडब्लूआइसीई की तरफ से मुख्यमंत्री  उद्धव ठाकरे से शूटिंग का काम दोबारा शुरू किए जाने की स्पेशल इजाजत मांगी गई है. इसके साथ ही एफडब्लूआइसीई ने यह आश्वासन दिया है कि वह काम के समय कोरोना से बचाव के लिए सरकार द्वारा जारी सभी नियमों का पालन करेंगे.

ये भी पढ़ें- करण मेहरा के आरोपों पर वाइफ निशा रावल ने तोड़ी चुप्पी, किए ये खुलासे

CINTAA के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मनोज जोशी ने महाराष्ट् के राज्यपाल से क्यों की मुलाकात?

कोरोना महामारी की वजह से महाराष्ट् सरकार के संशोधित  दिशा निदेश जारी होने के बावजूद फिल्मों की शूटिंग शुरू नहीं हो पा रही है. इसकी मूल वजह सरकार का यह दिशा निर्देश है कि स्टूडियो या सेट पर 65 वर्ष या इससे अधिक उम्र के लोग मौजूद नही रह सकते. इस नियम के चलते अमिताभ बच्चन, किरण कुमार,अनिल कपूर, रोहिणी हटंगणी,मनोज जोशी,कंवलजीत सहित तकरीबन तीन दर्जन से अधिक कलाकार और महेश भट्ट,राज कुमार संतोषी सहित कई वरिष्ठ निर्देशक,कई कैमरामैन, मेकअप मैन वगैरह सेट पर काम नही कर सकते.इसी के चलते फिल्मों के अलावा कुछ सीरियलों की श्ूाटिंग शुरू नही हो पायी है.
ऐसे में ‘‘सिने एंड टीवी आर्टिस्ट एसोसिएशन’’ (सिंटा)के अलावा ‘‘फेडरेशन आफ वेस्टर्न इंडिया सिने इम्प्लाॅइज’’ (एफ डब्लू आई सी ई) ने 31 मई से अब तक कई पत्र महाराष्ट् के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखकर इसमें छूट देने की गुहार लगाई.इसके अलावा कुछ पत्र केंद्रीय सूचना व प्रसारण मंत्रालय को लिखे गए.इस संदर्भ में ‘‘सिंटा’’के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और अभिनेता मनोज जोशी ने व्यक्तिगत स्तर पर महाराष्ट् के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात की.इतना ही नही हेमा मालिनी सहित कई कलाकारांे ने इस संबंध में केंद्र सरकार से भी बात की.मगर डेढ़ माह से अधिक बीत चुका है,सभी चुप्पी साधे हुए हैं.उधर फिल्मों की शूटिंग शुरू न हो पाने से जूनियर आर्टिस्ट (पुरुष और महिला)के रूप में कार्यरत कलाकार, सिने नर्तक, फोटोग्राफर,डमी कलाकार का किरदार निभाने वाले व स्टंट कलाकारों सहित लाखों लोगों के लिए आर्थिक संकट पहले से कहीं अधिक गहरा गया है.इनके घरों में दो वक्त के भोजन का संकट भी पैदा
हो चुका है.

ये भी पढ़ें- दिल बेचारा: Sushant Singh Rajput की आखिरी फिल्म का ट्रेलर रिलीज, इमोशनल हुए सेलेब्स

इसी संदर्भ में ‘‘सिंटा’’के वरिष्ठ उपाध्यक्ष व अभिनेता मनोज जोशी ने महाराष्ट्र के माननीय राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के साथ मुलाकात की. मनोज जोशी ने  राज्यपाल से निवेदन किया कि 65 वर्ष से ऊपर के वरिष्ठ अभिनेताओं से उनके मौलिक अधिक को न छीनकर उन्हें फिल्मों की शूटिंग करने की अनुमति देने के लिए आवश्यक कदम उठाए.माननीय राज्यपाल ने मनोज जोशी को आवश्यक सहयोग देने का आश्वासन दिया.
इस संबंध में ‘‘सिंटा’’के वरिष् ठ उपाध्यक्ष और अभिनेता मनोज जोशी कहते हैं-‘‘माननीय राज्यपाल के संग हमारी यह बैठक दोहरे उद्देश्य से संपन्न हुई.स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय रहे राज्यपाल ने महात्मा गांधी पर एक निबंध लिखा था और एक आम व्यक्ति के रूप में डाक विभाग द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में भाग लिया था.जब उन्होंने प्रतियोगिता जीती,तो उन्होंने इस पुरस्कार राशि में अपनी तरफ से तीन गुना राशि जोड़ी और डाकघर के कर्मचारियों को ‘कोविड 19’ के खिलाफ सुरक्षा के लिए वही उपहार दिया.मैं उनके इस अद्भुत कारनामें के लिए उन्हें बधाई देने के साथ-साथ शॉल और विठोबा व रूक्मिणी की मूर्ति देने के लिए गया था.
उसके बाद हमने उन्हें ‘सिंटा’के इतिहास से परिचित कराते हुए ‘सिंटा’ के उन वरिष्ठ सदस्यों /नागरिकों के बारे में बात की, जिन पर उनका परिवार आजीविका के लिए निर्भर करता है और उनके पास पहले से ही लगभग चार माह से काम व आमदनी नहीं है.हमने  विस्तार से बताया कि काम करने वाले वरिष्ठों की संख्या बहुत बड़ी है.इनके द्वारा निभाए जा रहे किरदार फिल्मों में इस तरह से हैं,कि निर्माता चाहकर भी इन्हें प्रतिस्थापित नहीं कर सकते.वैसे हमने उन्हे कलाकारों के संदर्भ में पहले भी पत्र भेजा था.‘‘
मनोज जोशी आगे कहते हैं-‘‘माननीय राज्यपाल के संग हमारी यह बैठक 40 मिनट चली.महामहिम ने आश्वासन दिया है कि वह हमारी हर संभव मदद करेंगें. तरह से मदद करेंगे.’’

ये भी पढ़ें- डिप्रेशन को लेकर पोस्ट लिखने के बाद पार्थ समथान ने उठाया ये कदम, पढ़ें खबर

मनोज जोशी आगे कहते हैं-‘‘हमारी संस्था ‘सिंटा’ ने महामहिम राज्यपाल के अलावा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, मंत्री सुभाष देसाई और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस को भी पत्र भेजे थे.हमें खुशी है कि माननीय राज्यपाल के साथ बैठक अच्छी रही.हमें उम्मीद है कि इसका एक सकारात्मक परिणाम होगा.’’

Good News: महाराष्ट्र सरकार ने दी फिल्म, TV और वेब सीरीज की शूटिंग की इजाजत, जानें सारे Rules

बीस मई और बाइस मई को मुंबई के फिल्म निर्माता,कलाकार और ब्राडकास्टिंग फेडरेशन के पदाधिकारियों ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात कर फिल्म मुख्यमंत्री के सामने कोरोना और लॉक डाउन के चलते फिल्म इंडस्ट्री को हो रहे नुकसान आदि पर विस्तार से बात की थीं. उस वक्त इन प्रतिनिधिेयो ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को बताया था कि कोरोना वायरस के चलते ढाई माह के लॉक डाउन में फिल्म व टीवी इंडस्ट्री को ढाई हजार करोड़ रूपए का नुकसान हुआ है.  तथा फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े पांच लाख वर्करों को आर्थिक संकट से जूझना पड रहा है. फिल्म प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री से निवेदन किया था कि फिल्म, टीवी सीरियल और वेब सीरीज की शूटिंग सुरक्षा उपायों के साथ शुरू करने की इजाजत दी जाए.

बहरहाल, रविवार, 31 मई की देर शाम महाराष्ट् के सांस्कृतिक विभाग ने ‘टू रिस्टार्ट मीडिया एंटरटेंनमेंट इंडस्ट्री इन महाराष्ट्’’नामक 16 पन्नों की गाइड लाइन्स स्टैंडर्ड आपरेटिंग प्रोसीजर‘एस ओपी’’के साथ फिल्म,टीवी सीरियल और वेब सीरीज की शूटिंग शुरू किए जाने की इजाजत देने की अधिसूचना जारी हो गयी. शूटिंग शुरू करने के लिए हर किसी को सरकार द्वारा तय की गयी गाइड लाइन्स का पालन करना होगा. इसके अलावा कोविड 19 के सभी उपायों को अमल में लाना होगा.

ये  भी पढ़ें- Hardik Pandya ने फैंस को दी पिता बनने की खुशखबरी, 5 महीने पहले इस एक्ट्रेस संग की थी सगाई

टू रिस्टार्ट मीडिया एंटरटेंनमेंट इंडस्ट्री इन महाराष्ट्’’

जी हॉ!राज्य सरकार ने ‘टू रिस्टार्ट मीडिया एंटरटेंनमेंट इंडस्ट्री इन महाराष्ट्’’के तहत सोलह पन्नों की विस्तृत गाइडलाइन्स यानी कि ‘‘मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी)’’जारी कर फिल्म, टीवी सीरियल और वेब सीरीज की शूटिंग शुरू करने की इजाजत दी है.

shooting

इन गाइड लाइन में से कुछ इस प्रकार हैं:

1-शूटिंग के दौरान सेट पर मूल क्रू मेंबर के तेंतिस प्रतिात सदस्य ही मौजूद रहेंगें.

2-हर सेट पर एक एंबुलेंस, एक डॉक्टर और एक नर्स की उपस्थिति अनिवार्य

3-हर सदस्य के शरीर का तापमान कई बार जॉचा जाए.

4-मेकअप मैन पीपीई सूट पहनकर ही कलाकारों का मेकअप करेंगें. राज्य सरकार ने सुझाव दिया है कि संक्रमण से बचने के लिए मेकअप उपकरणों को अभिनेताओं को सौंपा जाना चाहिए.

5-बिना गहन मेडिकल जांच के स्टूडियो के अंदर किसी को भी प्रवेश करने की इजाजत नहीं होगी.

6-सभी कर्मचारियों को पहचान पत्र और अपने संगत उपकरणों पर डाउनलोड किए गए आरोग्य सेतु ऐप को शामिल करना है.

7-किसी भी गर्भवती कर्मचारी या एक कर्मचारी जिसकी पति या पत्नी उम्मीद कर रहे हैं, उन्हें सेट पर अनुमति नहीं दी जाएगी. 65 वर्ष से अधिक आयु के अभिनेताओं को सेट पर अनुमति नहीं दी जाएगी.

8-किसी भी दर्शक को कल्पना या गैर-काल्पनिक प्रोग्रामिंग के लिए अनुमति नहीं दी जाएगी.

9-प्रोडक्शन आफिस के अंदर किस तरह की व्यवस्था हो,उसको लेकर भी दिशा निर्देश जारी किए गए हैं.

10-कास्टिंग निर्देशकों को डिजिटल औडीशन को प्राथमिकता देनी होगी.

  1. शूटिंग पूरी तरह से बंद परिसर में होगी,जिसके दरवाजे पूरे दिन के लिए बंद किए जाएंगे.
  2. चालक दल के सदस्यों और पहनने वाले मास्क के बीच अनिवार्य छह फीट की दूरी के अलावा सभी दरवाजों और फाटकों को सुरक्षा गार्डों द्वारा दरवाजे और हैंडल के स्पर्श को कम करने के लिए तैयार किया जाएगा.
  3. कोरोनवायरस खतरे के कम होने तक विवाह,बाजार या लड़ाई जैसे बड़े विस्तृत दृश्यों के फिल्मांकन पर रोक जारी रहेगी.
  4. कलाकार सेट पर अपने कम सहायक लेकर पहुॅचे.
  5. कलाकार का लुक टेस्ट,कास्ट्यूम की फिटिंग आदि की जांच उनके घरों पर ही की जाए.
  6. सेट पर कम से कम जूनियर आर्टिस्ट कलाकार हों.
  7. जो कलाकार या फिल्म युनिट का सदस्य कोरोना वायरस वाले क्षेत्र से आए, उसे 14 दिन के लिए क्वारंटाइन किया जाए. उसका दिन में दो बार तापमान की जांच की जाए.

महाराष्ट् के सांस्कृतिक विभाग की इस आदेश के अनुसार फिल्म की शूटिंग शुरू करने से पहले और बाद के सभी काम सरकार द्वारा बनाए गए नियमों का पालन करते हुए करना होगा. इसमें कहा गया है कि अगर किसी ने नियमों का पालन ठीक से नहीं किया,तो शूटिंग बंद करा दी जाएगी. फिल्म, टीवी सीरियल और वेब सीरीज की शूटिंग के लिए भी ‘‘कोविड 19’’ के प्रतिबंधों व उपायो का पूरी तरह से पालन करना होगा.

shooting-guidelines

शूटिंग की इजाजत कैसे व कहां से मिलेगीः

फिल्म, सीरियल व वेब सीरीज की शूटिंग शुरू करने के लिए मंुबई के निर्माताओं को ‘‘संचालक,महाराष्ट् चित्रपट रंगभूमि और सांस्कृतिक विकास महामंडल,दादा साहेब फालके चित्रनगरी, गोरेगांव’’के पास आवेदन करना होगा. मुंबई के इतर जिले के निर्माताओं को अपने जिले के जिलाधिकारी के पास आवेदन करना होगा.

ये भी पढ़ें- 42 साल की कम उम्र में पौपुलर सिंगर वाजिद खान का निधन, जानें क्या है मौत की वजह

बौलीवुड में खुशी की लहरः

17 मार्च से बंद चल रहे फिल्म उद्योग को पुनः शुरू करने के सरकार के इस कदम का बॉलीवुड में स्वागत किया गया है. टेलीविजन और वेब, भारतीय फिल्म और टेलीविजन निर्माता परिषद के अध्यक्ष जेडी मजीठिया ने इसका स्वागत करते हुए ट्वीट किया है-‘‘मैं पूरे मनोरंजन उद्योग की ओर से उद्धवजी को धन्यवाद देना चाहता हूं. हमने 22 मई को जूम के माध्यम से बैठक की थी और आज हम यहां हैं!इस प्रक्रिया को तेज किया मनोरंजन उद्योग को फिर से शुरू करने के लिए. अब यह हमारी जिम्मेदारी है और हमारी सरकार को निराश नहीं करना है.‘‘

मराठी फिल्म और टीवी निर्माता नितिन वैद्य, जो भारतीय फिल्म और टीवी प्रोड्यूसर्स काउंसिल के सदस्य भी हैं,ने सरकार के इस कदम को फिल्म उद्योग के विकास के लिए बहुत बड़ी राहत की संज्ञा दी है. नितिन वैद्य ने ट्वीट किया है- ‘‘हमें खुशी है कि सरकार के साथ हमारी बातचीत में इतनी जल्दी ऐसा फैसला आया है. यह बिजली की गति है.  सभी तकनीशियन, लेखक, कलाकार सोच रहे थे कि हमारा काम कब शुरू होगा, क्योंकि उनका जीवन इन ढाई महीनों में एक ठहराव पर आ गया था.  हमारे पास कोई भी अस्थायी तारीख नहीं है, लेकिन प्रसारणकर्ताओं के लिए यह आवश्यक है कि वह शूटिंग शुरू करने के लिए आवश्यक अनुमतियां प्राप्त करें. ‘‘

इन फिल्मों की लगी लॉटरीः

अब अधूरी पड़ी फिल्मों का काम काज शुरू करने की राह बन गयी है. ज्ञातब्य है कि वरूण धवन और सारा अली खान की  फिल्म ‘‘कुली नंबर वन’’ की शूटिंग, डबिंग और स्पेशल इफेक्टस का काम पूरा हो चुका है, मगर पोस्ट प्रोडक्शन का काम बाकी है. सलमान खान और दिशा पाटनी की फिल्म ‘‘राधे’’की पांच दिन की शूटिंग बाकी है. निर्देशक कबीर खान की फिल्म ‘‘83’’ की शूटिंग और डबिंग का काम पूरा हो चुका है. मगर फाइनल मिक्सिंग बाकी है. अक्षय कुमार और किआरा अडवाणी की फिल्म ‘‘लक्ष्मी बम’’का पोस्ट प्रोडक्शन,मिक्सिंग,स्पेशल इफेक्टस,बैक ग्राउंड म्यूजिक का काम बाकी है. फिल्म ‘‘शेरशाह’’का एक दिन का पैचअप वर्क की शूटिंग तथा पोस्ट प्रोडक्शन का काम बाकी है. संजय दत्त की फिल्म ‘‘शमशेरा’’की शूटिंग पूरी हो चुकी है. लेकिन पोस्ट प्रोडक्शन बाकी है. फिल्म ‘‘लाल सिंह चड्ढा’’की तीस प्रतिशत शूटिंग बाकी है. अक्षय कुमार की फिल्म ‘‘सूर्यवंशी’’ की शूटिंग में दस बारह दिन का पोस्ट प्रोडक्शन का काम बाकी है.

किराए में छूट पर विचारः

पिछली बार महाराष्ट् के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बैठक के दौरान फिल्म उद्योग के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री के सामने फिल्मसिटी स्टूडियों के किराए में छूट देने का निवेदन किया था और मुख्यमंत्री ने इस पर विचार करने की बात कही थी.  पर अभी तक इस पर कोई फैसला नही हुआ है.

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें