Summer Special: गर्मियों में जरुरी है स्किन की केयर

गर्मियों में तापमान के बढ़ने से स्किन मे जलन और चिपचिपाहट शुरू हो जाती है. स्किन अधिक सेंसेटिव होने की वजह से तपती गर्मी को सहन नहीं कर पाती, जिससे हमारी शुष्क स्किन रूखी और बेजान दिखाई देने लगती है, अगर स्किन तैलीय है, तो वह और भी तैलीय हो जाती है. सूरज की तेज किरणों की वजह से मेलेनिन पिगमेंटेशन को बढ़ाकर टैनिंग का कारण बनती है,क्योंकि मेलेनिन पिगमेंटेशन स्किन के रंग को निर्धारित करता है और स्किन को विटामिन डी प्राप्त करने में मदद करता है. इस बारें में एड्रोइट बायोमेड लिमिटेड के एक्सपर्ट सुशांत रावराने कहते है कि सूर्य के संपर्क में आने से मेलेनिन का अत्यधिक उत्पादन होता है, जिससे स्किन पर काले धब्बे और पैच होने का डर रहता है. इसके अलावा तापमान के बढ़ने से स्किन के पोर्स खुल जाते है और उसमें गंदगी और तेल भरने से चेहरे पर मुंहासे और झाइयां जैसी स्किन की समस्याएं पैदा होने लगती है. इसे चमकदार बनाने के कुछ उपाय निम्न है,

रखें हाइड्रेटेड स्किन को हमेशा

गर्मियों में स्किन को हाइड्रेशन की आवश्यकता अधिक होती है, ऐसे में सही हाइड्रेटिंग सीरम का चुनाव करना ज़रूरी है, जो स्किन को हाइड्रेट कर चमकदार बनाने में कारगर होगी. इसके लिए सल्फर मुक्त उत्पाद का प्रयोग करना अच्छा रहता है. सेरामोसाइड्स या ओरल मॉइस्चराइज़र प्राकृतिक पौधा गेहूँ से उत्पन्न न्यूट्रास्युटिकल्स(पौष्टिक औषधीय पदार्थ) है, जो स्किन को हाइड्रेट करने में मदद करती है, जिसके परिणामस्वरूप स्किन की चमक प्रभावित नहीं होती. यह एक अद्भुत ओरल मॉइस्चराइज़र है, जो अंदर से पूरे शरीर के लिए काम करती है. सेंसिटिव स्किन वालों को विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेना चाहिए

मेकअप में करें कटौती

समर में कम से कम मेकअप का प्रयोग करना चाहिए, जिससे आसानी से आपका लुक नैचुरल दिखे. अधिक मेकअप से पोर्स खुल जाते है और फेस सुस्त दिखने लगता है. नमी और गर्मी की वजह से स्किन मे सांस लेने की क्षमता कम हो जाती है. स्किन को नैचुरल रखने की कोशिश करें, जिससे स्किन अंदर से सुंदर और जीवंत दिखे. व्यस्त जीवनशैली में स्किन का ध्यान रखना बहुत मुश्किल होता है और व्यक्ति खुद की उपेक्षा, अनावश्यक तनाव आदि का शिकार हो जाता है, जिसका प्रभाव स्किन पर सबसे पहले पड़ता है. ग्लूटाथियोन जैसे न्यूट्रास्यूटिकल्स, पिगमेंटेशन और ब्लेमिशेज को स्किन से हटाकर खूबसूरत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है. ग्लूटाथियोन हमारे शरीर में मेलेनिन के विकास को बढ़ने, जिससे स्किन को बहुत अधिक काला होने और काले धब्बे बनने से रोकता है. इसके अलावा ग्लूटाथियोन स्किन में अवशोषित अल्ट्रा वायलेट किरणों द्वारा निर्मित विषाक्त पदार्थों और फ्री रेडिकल्स से छुटकारा पाने में मदद करता है, जिसके परिणामस्वरूप चमकदार और उज्ज्वल स्किन दिखाई पड़ती है.

करें सेवन विटामिन सी

विटामिन सी सबसे अधिक जरुरी एंटीऑक्सिडेंट है, जो स्किन को हमेशा मुलायम और चमकदार बनाती है. आंवला अर्क में प्राकृतिक रूप से विटामिन सी पाया जाता है. यह मेलेनिन पिगमेंट को कम कर, एंटी-एजिंग प्रोटीन के उत्पादन में वृद्धि और फ्री रेडिकल्स को बे असर कर कोलेजन को बढ़ावा देने में मदद करती है. इसके अलावा हर तरह के सिट्रस फल जिसमें नीबू, संतरा, तरबूज आदि में विटामिन सी पाया जाता है.

इसके आगे सुशांत कहते है कि स्किन को स्वस्थ रखना बहुत ज़रूरी है, क्योंकि यह न केवल हमें सुंदर बनाती है, बल्कि खुद में आत्मविश्वास भी भर देती है. स्किन की सुंदरता और चमक के अलावा, न्यूट्रास्यूटिकल्स स्किन सम्बन्धी कई बिमारियों मसलन मुँहासे और फंगल संक्रमण को भी कम करती है. प्राकृतिक चीजों का प्रयोग जितना हो सकें, उतना करें और स्किन की ताजगी को बनाये रखें. स्किन की देखभाल के कुछ सुझाव निम्न है,

हमेशा नैचुरल इन्ग्रेडिएन्ट को देखकर अच्छी कंपनी की सनस्क्रीन 30-50 SPF और UVA & UVB लें, जो स्किन पर भारी किरणों को पड़ने से रोकती है,

गर्मी में टिंटेड मॉइस्चराइज़र, टिंटेड लिप बाम और ऑर्गेनिक सुरमा का इस्तेमाल कर अपनी खूबसूरती को बनाएं रखे,

लिक्विड पदार्थो का सेवन अधिक करें, ताकि स्किन, कोमल, मुलायम और कांतिमान रहे, पानी विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने का काम करती है,

गर्मी के कारण स्किन पर सूखापन और धूल जम जाती है, इसलिए इस मौसम में माइल्ड क्लींजर से नियमित स्किन को क्लीन करना जरुरी है,

एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर भोजन लें, ताकि स्किन निखरी सी दिखे.

Summer Special: गर्मियों में Oily स्किन से हैं परेशान, तो इन उपायों से पाएं निजात

गर्मियों के दिनों में स्किन का नॉर्मल दिनों के मुकाबले ज्यादा ध्यान देना पड़ता है. क्योंकि गर्मियों में हमारी स्किन पर सूरज की हानिकारक किरणें पड़ती है जो नॉर्मल स्किन के लिए तो खराब होती ही है बल्कि उससे ऑइली स्किन पर भी बुरा असर पड़ता है. क्योंकी यहीं वह वक्त है जब ऑइली स्किन पर एक्ने और पिंपल्स होने के चांसेज ज्यादा होते है.

गर्मियों के दिनों में गर्मी और ह्यूमिडिटी के कारण स्किन के सिबेसियस ग्लैंड्स पर ऑयल का उत्पादन ज्यादा होने लगता है. जो कई बार ऑयली स्किन के लिए काफी नुकसानदेह हो जाते है. इसलिए गर्मियों के दिनों में स्किनकेयर के लिए आप कुछ आसान से टिप्स बता रहें हैं, डॉ. अजय राणा  डर्मेटोलॉजिस्ट और एस्थेटिक फिजिशियन संस्थापक और निदेशक, आईएलएएमईडी.

समर में ऑयली स्किन के लिए अपनाएं 9 आसान टिप्स-

1.डबल क्लीजिंग करें

गर्मियों के दिनों में स्किन को डबल क्लींजिंग करना ऑयली स्किन वालों के लिए बेस्ट माना जाता है. क्लींजिंग के लिए आप गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें. इससे स्किन बार मौजुद सारे डर्ट और इंप्यूरिटीज को स्किन से निकाल देता है और स्किन के बंद पोर्स को खोल देता है.

 

2.डेड स्किन सेल्स निकाले

क्लींजिंग के लिए ऐसे क्लिंजर का उपयोग करें जिसमें सेलीसाइलिक एसिड, सिट्रिक एसिड और ग्लाइकोलिक एसिड की मात्रा ज्यादा हो. जो ऑइली स्किन से डेड स्किन सेल्स को निकाल देता है जो स्किन में पिंपल होने का एक महत्वपूर्ण कारक है.

3. स्किन एक्सफोलिएट करें

अगर आपकी स्किन ऑइली है तो आप सप्ताह है कम से कम 2 से 3 बार एक्सफोलिएट करें, जो स्किन से ब्लैकहेड्स निकालने में मदद करता है. पर यह याद रखें की स्किन को जरूरत से ज्यादा स्क्रब न करें.

4. ऑयल फ्री सनस्क्रीन लगाएं

अगर आपकी स्किन ऑयली है तो गर्मियों में आपको ज्यादा सूरज की हानिकारक किरणों से बचने की जरूरत है. इसके लिए आप एक अच्छे सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें. आप अपने ऑयली स्किन ने लिए ऑयल फ्री और ड्राई टच वाला सनस्क्रीन लगाए जो आपकी स्किन को सूरज की हानिकारक किरणों से निकलने वाले यूवी रेज और फ्री रेडिकल्स से बचाता है.

5.स्किन हाइड्रेट करना जरूरी

चाहे आपकी स्किन कैसी भी हो, खासकर ऑयली है तो आपको गर्मियों में हमेशा अपने स्किन को मॉइश्चराइज और हाइड्रेटेड रखना जरूरी है. इसके लिए आप एक ऑयल फ्री और जेल बेस्ड मॉइश्चराइजर का उपयोग करें, मॉइश्चराइजर में ज्यादा वॉटर कंटेंट होता है जो स्किन को लाईट फील करवाता है.

6. क्ले बेस्ड मास्क का इस्तेमाल

गर्मियों में ऑयली स्किन के लिए क्ले बेस्ड मास्क का उपयोग सप्ताह में कम से कम एक बार जरूर करें. यह मास्क आपकी ऑयली स्किन से डर्ट, ऑयल और बैक्टीरिया और जरूरत से ज्यादा सेबुम को निकालने में मदद करता है और स्किन को ग्लोइंग और चमकदार बनाता है. इसके साथ ही साथ यह ऑयली स्किन में होने वाले फाइन लाइन्स और रिंकल्स को होने से भी रोकता है.

7. डाइट पर दे ध्यान

अगर आपकी स्किन ऑयली है तो गर्मियों के दिनों में आप क्या डाइट के रहे है, क्या खा रहे है इस पर ध्यान देना बहुत जरुरी है. गर्मियों में आप ऑयली और तला भुना खाना न खाए. क्योंकि इससे आपकी स्किन पर पिंपल्स और एक्ने होने के चांसेज बढ़ जाते है. डाइट में ऐसी चीज़े शामिल करें जिसमें विटामिन ए की मात्रा ज्यादा हो.

8. बॉडी डिटॉक्स जरूरी

गर्मियों के दिनों में अपनी ऑयली स्किन को हाइड्रेट रखना बहुत जरुरी है. इसके लिए आप दिन में कम से कम 8 से 10 ग्लास पानी जरूर पिए. इससे आपकी बॉडी डिटॉक्स होती है और यह स्किन को ग्लोइंग और हेल्दी बनाता है.

9.स्किन पोर्स का रखें ध्यान

गर्मियों के दिनों में आप कम से कम मेकअप का इस्तेमाल करें. क्योंकि गर्मियों के दिनों में ऑयली स्किन में मेकअप का इस्तेमाल करने से आपकी स्किन के पोर्स बंद हो सकते है जो आपकी स्किन को और भी ऑयली बना देता है.

Summer Special: स्किन को दें फूलों सा निखार

फूलों की खूबसूरती व खुशबू हर किसी को तरोताजा फील करवाती है. जब हम उन्हें छूते हैं, उन की खुशबू को फील करते हैं तो हमें अच्छा व काफी अलग फील होता है. तो जरा सोचिए कि अगर इन फूलों की खुशबू व गुणों को हम अपने डेली स्किन केयर रूटीन में शामिल करते हैं तो हमारी स्किन भी इन फूलों की तरह खिल उठेगी और फिर हमेशा खिला चेहरा न सिर्फ आप की बाहरी सुंदरता को निखारता है, बल्कि आप के अंदर के आत्मविश्वस को भी जगाता है.

तो आइए जानते हैं उन प्रोडक्ट्स के बारे में, जिन में फ्लौवर्स के गुण शामिल हैं और वे हमारी स्किन के लिए किस तरह से फायदेमंद साबित होते हैं:

स्किन के लिए मैजिक

गुलाब की पत्तियों की बात हो या फिर उस के तेल की, दोनों ही स्किन के लिए मैजिक का काम करते हैं, क्योंकि इस में विटामिंस, मिनरल्स व ऐंटीऔक्सीडैंट्स जो होते हैं. गुलाब में होने वाले ऐंटीऔक्सीडैंट्स फ्री रैडिकल्स से बचा स्किन को ऐजिंग से बचा कर हमेशा उसे ग्लोइंग बनाए रखने का काम करता है.

यह हर स्किन टाइप के लिए है, लेकिन ड्राई स्किन के लिए यह हीलिंग हाइड्रेटर का काम करता है, क्योंकि इस में मौइस्चराइजिंग प्रौपर्टीज जो होती हैं, जो स्किन के मौइस्चर को लौक कर के उसे हाइड्रेट रखने का काम करती हैं, जिस से स्किन पर जलन भी नहीं होती है. इस में ऐस्ट्रिंजैंट प्रौपर्टीज भी होती हैं, जो स्किन को एक्ने, रैडनैस व जलन से बचाने का काम करती हैं, साथ ही गुलाब स्किन के नैचुरल पीएच लेवल को बैलेंस में रख कर स्किन पर होने वाले अतिरिक्त औयल प्रोडक्शन को होने से रोकता है. तो हुआ न गुलाब स्किन के लिए मैजिक?

इस के लिए आप मार्केट में मिलने वाले रोज सीरम, रोज टोनर, रोज जैल, रोज पैक, रोज वाटर का इस्तेमाल कर सकती हैं. ध्यान रखें जो भी स्किन केयर प्रोडक्ट खरीदें, उस में रोज कंटैंट ज्यादा मात्रा में हो, तभी आप को उस का फायदा मिलेगा.

सनफ्लौवर दे नैचुरल ग्लो

इस में ढेरों न्यूट्रिएंट्स होते हैं, तभी तो सदियों से स्किन पर नैचुरल ग्लो व बेदाग स्किन पाने के लिए नैचुरल स्किन केयर प्रोडक्ट के तौर पर इस का इस्तेमाल हो रहा है. यह स्किन के खोए मौइस्चर को वापस लौटा कर उसे हाइड्रेट व स्मूद बनाए रखने का काम करता है, साथ ही इस में विटामिन ए, सी, डी, ई जैसे जरूरी न्यूट्रिएंट्स होने के कारण यह स्किन को फ्री रैडिकल्स से बचाता है, जो ऐजिंग का कारण बनता है.

यह आप की स्किन पर प्रोटैक्टिव लेयर बन कर काम करता है, जिस से स्किन धूलमिट्टी, गंदगी व विषैले पदार्थों से बची रहती है. यह स्किन के अंदर तक जा कर पोर्स को छोटा करने के साथसाथ स्किन के टैक्स्चर के साथसाथ उस के टोन को भी इंप्रूव करता है. यह अपनी स्मूद प्रौपर्टीज के कारण हर तरह की स्किन के लिए अच्छा माना जाता है.

ऐसे में अगर आप सनफ्लौवर को अपने स्किन केयर रूटीन में शामिल करना चाहती हैं तो उस के लिए आप सनफ्लौवर औयल, डे व नाइट क्रीम, सनफ्लौवर हाइडे्रटेड लोशन, हेयर क्रीम आदि का इस्तेमाल कर सकती हैं. इस की कीमत ब्रैंड व क्वांटिटी के हिसाब से निर्धारित होती है. लेकिन इस की थोड़ी सी क्वांटिटी स्किन पर अमेजिंग इफैक्ट देने का काम करती है.

मैरीगोल्ड रखे एजिंग को दूर

इस में ऐंटीफंगल, ऐंटीबैक्टीरियल व ऐंटीइनफ्लैमेटरी प्रौपर्टीज होने के कारण यह एक्ने, स्किन इरिटेशन व फंगल इन्फैक्शन से बचाने का काम करता है साथ ही स्किन को फ्री रैडिकल्स से बचा कर ऐजिंग को रोकने का काम भी करता है. सदियों से इस का स्किन केयार में इस्तेमाल किया जाता रहा है.

यहां तक कि अगर आप इस के कुछ फूलों को गरम पानी में थोड़ी देर भिगो कर फिर इस पानी का इस्तेमाल करेंगी तो यह आप की स्किन के लिए बैस्ट टोनर का काम करेगा.

अगर आप खुद की स्किन को झुर्रियों व मुंहासों से मुक्त रखना चाहती हैं तो फिर मैरीगोल्ड युक्त स्किन केयर प्रोडक्ट्स आप ही के लिए हैं.

इस के लिए आप को मैरीगोल्ड फेस क्रीम, मैरीगोल्ड बटर बौडी लोशन, यहां तक कि आप को इस की ऐंटीसैप्टिक क्रीम्स तक मिल जाएंगी. ये स्किन को सौफ्ट व हाइड्रेट रखेंगी. ये आप को मार्केट में भी आसानी से मिल जाएंगी और औनलाइन भी आसानी से खरीद सकती हैं.

लोटस नैचुरल मौइस्चराइजर

ब्लू लोटस फ्लौवर ऐक्स्ट्रैक्ट नैचुरल मौइस्चराइजर का काम करता है, जिस से ड्राई, रफ व फलकी स्किन को काफी आराम मिलता है. साथ ही यह स्किन के औयल को बैलेंस में रख कर एक्ने होने से भी रोकता है.

इस में ऐंटीऔक्सीडैंट्स, पौलीफिनोल और विटामिंस होने के कारण यह स्किन को फ्री रैडिकल्स से बचा कर स्किन को ऐजिंग व डैमेज होने से भी बचाता है. ‘कोरियन जर्नल औफ कैमिकल इंजीनियरिंग’ में प्रकाशित एक रिसर्च के अनुसार, लोटस के फूल व पत्तियों में स्किन की इलास्टिसिटी को इंप्रूव करने की क्षमता होती है, जिस से हैल्दी स्किन सैल्स बनने से स्किन पर झुर्रियों की समस्या नहीं होती है और स्किन एकदम खिलीखिली रहती है.

इस की खास बात यह है कि यह बिना स्किन के नैचुरल मौइस्चर को खत्म किए सीबम प्रोडक्शन को कंट्रोल करने का काम करता है, जिस से पोर्स छोटे होने के साथसाथ पिंपल्स की भी समस्या कम होती है.

इस के लिए आप लोटस का टोनर, सनस्क्रीन, फेस वाश, क्रीम, लोटस ब्राइटनिंग जैल क्रीम, एसपीएफ युक्त बौडी लोशन, मौइस्चराइजर अप्लाई कर सकती हैं. ये पौकेट फ्रैंडली होने के साथसाथ डर्मैटोलौजिस्ट टैस्टेड भी हैं.

गुड़हल दे यंग ब्यूटी

अगर आप गुड़हल को अपने स्किन केयर में शामिल कर लेती  हैं तो आप को कम समय में यंग ब्यूटी मिल सकती है. यह अल्फा हाइड्रौक्सी ऐसिड का अच्छा स्रोत होने के कारण स्किन को ऐक्सफौलिएट करने के साथसाथ ब्राइट लुक देने का काम भी करता है. यह हैल्दी स्किन सैल्स को प्रमोट करने के साथसाथ हाइपरपिगमैंटेशन को भी कम करता है, जिस से स्किन का टोन इंप्रूव होने के साथसाथ स्किन निखर भी जाती है. यह स्किन पर होने वाले घावों को भी तेजी से भरने का काम करता है.

अगर आप यंग ब्यूटी पाने के साथसाथ स्किन प्रौब्लम्स से नजात चाहती हैं तो आप इस का फेस पाउडर, क्रीम, टोनर का इस्तेमाल करें. इसे आप घर में भी बना सकती हैं या फिर बाहर से भी खरीद सकती हैं. यहां तक कि आप इसे टी फौर्म में भी ले कर इस के फायदे ले सकती हैं.

जैस्मिन करे ड्राईनैस दूर

इस में स्किन की इलास्टिसिटी को इंप्रूव करने के साथसाथ स्किन के मौइस्चर को बनाए रखने की पावर भी होती है, जिस से धीरेधीरे स्किन की ड्राईनैस दूर होती है. इस की ऐंटीबैक्टीरियल प्रौपर्टीज स्किन के घावों को ठीक कर के स्किन की इम्यूनिटी को बूस्ट करने में भी मददगार हैं. जैस्मिन डार्क स्पौट्स को कम कर के स्किन को इवन टोन देने का काम करता है और बिना स्किन को इरिटेट करे उस की ड्राइनैस को दूर काता है.

लैवेंडर करे स्किन को डीटोक्स

लैवेंडर अपनी रिलैक्सिंग व कूल प्रौपर्टीज के लिए जाना जाता है. तभी तो अकसर इस का इस्तेमाल स्पा ट्रीटमैंट व अरोमा थेरैपी में किया जाता है. सिर्फ इस का काम यही नहीं है, बल्कि यह सैल्स निर्माण को बढ़ावा देने का काम भी करता है, इसलिए इस का इस्तेमाल दागधब्बों, झुर्रियों को हटाने में भी किया जाता है. अगर आप की स्किन काफी ड्राई है तो आप लैवेंडर बौडी बटर को फेस पर अप्लाई करें.

यह स्किन के मौइस्चर को बैलेंस में रख कर न तो स्किन को बहुत ज्यादा औयली करता है और न ही ज्यादा ड्राई यानी दोनों के बीच बैलेंस बनाए रखता है. इस की ऐंटीइनफ्लैमेटरी प्रौपर्टीज यूवी किरणों से स्किन पर जो रैडनैस आती है या फिर बैक्टीरिया इन्फैक्शन को जल्द ही हील करने का काम करता है. मार्केट में लैवेंडर सी थेरैपी बाथ प्रोडक्ट आता है, अगर आप इसे नियमित यूज करती हैं तो यह स्किन को डीटौक्स करने का काम करता है.

आप इस के लिए लैवेंडर बौडी लोशन, क्रीम, लैवेंडर ऐसेंशियल औयल को अपनी ब्यूटी किट में शामिल कर सकती हैं. भले ही ये प्रोडक्ट्स थोड़े महंगे होते हैं, लेकिन रिजल्ट इतना अमेजिंग होता है कि आप दोबारा बिना सोचे इन पर पैसे खर्च करने के लिए तैयार हो जाएंगी.

कैमोमाइन करे स्किन टोन को इंप्रूव

कैमोमाइन ऐंटीऔक्सीडैंट्स से भरपूर होने के कारण स्किन को फ्री रैडिकल्स से बचाने का काम भी करता है. यह रंगत को भी इंप्रूव कर के स्किन को वही ग्लो देने का काम करता है, जो हमेशा से आप चाहती हैं. ऐंटीइनफ्लैमेटरी व ऐंटीसैप्टिक प्रौपर्टीज होने के यह एक्ने को कंट्रोल करने के साथसाथ उन के धब्बों को भी कम समय में हटाने का काम करता है.

यह सैल्स और टिशूज के पुनर्निर्माण में सहायक हो कर पोर्स को टाइट कर ऐजिंग प्रोसैस को धीमा कर के आप को हमेशा यंग बनाए रखता है.

इस के लिए आप कैमोमाइन फेस वाश, कैमोमाइन विटामिन ई मौइस्चराइजर, ऐसेंशियल औयल, फेस वाश, डे व नाइट क्रीम का इस्तेमाल कर सकती हैं. मार्केट में अलगअलग ब्रैंड्स इन्हें बना रहे हैं.

Summer Special: गर्मियों के मौसम में बेस्ट रहेंगे, ये 7 होममेड स्क्रब

गर्मियों का मौसम आते ही जाती है स्किन संबंधी समस्याएं. एसी में जानना जरूरी होता है कि स्किन की क्लियर किस प्रकार करें.  देखा जाए तो स्किन केयर रूटीन में कई सारी चीजें शामिल होती हैं जैसे क्लींजिंग, टोनिंग, फेसवॉश, स्क्रबिंग. आज हम बात करेंगे स्क्रबिंग की. असल में स्क्रबिंग का स्किन केयर रूटीन में अधिक महत्व होता, क्योंकि स्क्रब करने से आपकी त्वचा में छिपी गंदगी बाहर होती है. स्क्रब का उपयोग डेड स्किन को बाहर निकालने में भी मददगार साबित हो सकता है.

इससे त्वचा मुलायम और चमकदार दिखाई देती है. यह त्वचा की रंगत को निखारती है और कील-मुंहासों और झुर्रियों को भी कम करने में मदद कर सकती है. हम आपको यहां होममेड स्क्रब बनाने के तरीके बताएंगे जिनसे आप गर्मियों के मौसम में अपने घर पर ही अपनी स्किन का ध्यान अच्छे से रख पाएंगे तो आइए जानते हैं इन फेस स्क्रब को बनाने की विधि के बारे में-

खीरा-पुदीना स्क्रब

आधा खीरा और एक मुट्ठी पुदीने के पत्तों को ब्लेंड करें जब तक कि स्मूथ पेस्ट ना बन जाए. इस पेस्ट में एक चम्मच शहद और दो बड़े चम्मच ओटमील मिलाएं. अपने चेहरे पर इस मिश्रण को लगाएं और सरकुलेशन मोशन में धीरे-धीरे स्क्रब करें. स्क्रब करने के बाद चेहरे को पानी से धो ले.

स्ट्रॉबेरी-शुगर स्क्रब

एक स्मूथ पेस्ट बनाने के लिए 4-5 पके स्ट्रौबरी को कांटे से मैश करें. दो बड़े चम्मच चीनी के साथ एक बड़ा चम्मच जैतून तेल का मिलाएं. जहां रूखापन हो उस को ध्यान में रखते हुए चेहरे पर स्क्रब की मालिश करें और इसके बाद गुनगुने पानी से चेहरे को धो ले.

नींबू-नमक का स्क्रब

दो बड़े चम्मच नमक के साथ एक बड़ा चम्मच नींबू का रस और एक बड़ा चम्मच शहद मिलाएं. इस मिश्रण को अपने चेहरे पर लगाकर स्क्रब करें . इसके बाद ठंडे पानी से चेहरे को अच्छे से धो लें.

वॉटर मेलन -ब्राउन शुगर स्क्रब

तरबूज के टुकड़ों का एक कप, अच्छे से ब्लेंड कर मुलायम पेस्ट बना ले. इसमें एक तिहाई कप ब्राउन शुगर और एक बड़ा चम्मच जैतून तेल मिलाएं. अपने चेहरे पर यह मिश्रण लगाएं और सरकुलेशन मोशन में धीरे-धीरे स्क्रब करें. इसके बाद गुनगुने पानी से चेहरे को धो लें.

पपीता-दही का स्क्रब

आधे पके पपीते को अच्छे से मैश कर लें और इसमें दो बड़े चम्मच दही और एक बड़ा चम्मच शहद मिलाएं. अनइवन स्किन वाली जगह पर ध्यान देते हुए अपने चेहरे पर स्क्रब की मालिश करें और इसके बाद ठंडे पानी से चेहरे को धो लें.

एलोवेरा-ग्रीन टी स्क्रब

एक ग्रीन टी बैग को आधे कब गर्म पानी में कुछ देर के लिए भिगोए और इसे ठंडा होने दें. दो बड़े चम्मच एलोवेरा जेल, एक बड़ा चम्मच पिसी हुई ग्रीन टी और दो बड़े चम्मच बारीक दलिया का मिक्सचर तैयार करें. अब इस स्क्रब को अपने चेहरे पर सरकुलेशन मोशन में मसाज करें. इसके बाद ठंडे पानी से चेहरे को अच्छे से धो लें.

कीवी-हनी स्क्रब

एक कीवी को कांटे से मैश कर ले. इसके बाद इसमें एक बड़ा चम्मच शहद और दो बड़े चम्मच बारीक ओटमील मिलाएं. अपने चेहरे पर सरकुलेशन मोशन में धीरे-धीरे स्क्रब करते रहे और बाद में गुनगुने पानी से चेहरे को धो ले.

इनमें से किसी भी स्क्रब का इस्तेमाल करने से पहले अपनी त्वचा के साथ एक छोटे से क्षेत्र पर पैच टेस्ट जरूर करें ताकि आपको पता चल सके कि इन स्क्रब से आपको कोई एलर्जी तो नहीं है.

Summer Special: घर पर ही विटामिन सी सीरम कैसे बनाएं?

आप जानते होंगी कि विटामिन सी हमारे शरीर के लिए कितना लाभदायक होता है. इसे हम कई प्रकार से प्रयोग कर सकते हैं. जैसे यदि हम वह फल या वह पदार्थ खातीं हैं जिस में विटामिन सी होता है तो वह हमारी इम्यूनिटी को बढ़ाता है. इसके साथ साथ विटामिन सी हमारी स्किन के लिए बहुत लाभदायक होता है. यह हमारी स्किन को एक दम क्लीयर करने और जवान दिखाने में बहुत फायदेमंद होता है. परंतु यदि हम विटामिन सी सीरम खरीदतीं हैं तो वह बहुत महंगे मिलते हैं. हम में से कुछ लोग उन्हें एफोर्ड नहीं कर पाते. इसलिए आप स्वयं ही अपने लिए विटामिन सी सीरम बना सकतीं हैं. आइए जानते हैं कैसे बनता है यह सीरम और कैसे इसे प्रयोग किया जाता है.

कैसे काम करता है विटामिन सी?

विटामिन सी सीरम आप की स्किन के लिए एक प्रकार के अमृत के समान होता है. यह आप की स्किन को टाईट करने में मदद करता है, हमारी स्किन कि झुर्रियां आदि को कम करता है, स्किन को निखारता है व जवान दिखाता है. यदि आप नियमित रूप से विटामिन सी सीरम का प्रयोग करतीं हैं तो आप की स्किन पहले से कहीं ज्यादा अधिक टाईट व ब्राइट हो जाएगी. इसके साथ साथ यह स्किन के खोए हुए निखार को वापिस लाने में सक्षम है. आप को अपने स्किन केयर रूटीन में विटामिन सी का प्रयोग अवश्य करना चाहिए. आप इसका प्रयोग रात में सोने से पहले कर सकतीं हैं.

किन किन चीजों की आवश्यकता होती है?

विटामिन सी को बनाते समय आप को किन किन चीजों की जरूरत होती है? आइए जानते हैं.

  • 2 विटामिन सी की टैबलेट.
  • 2 चम्मच गुलाब जल.
  • 1 चम्मच ग्लिसरीन.
  • एक विटामिन ई कैप्सूल.
  • सीरम को स्टोर करने के लिए एक खाली ग्लास बॉटल.

कैसे बनाएं विटामिन सी सीरम ?

विटामिन सी के टैबलेट्स को पीस कर उनका चुरा बना लें और उस चुरे को खाली बॉटल में डाल लें. अब इसमें गुलाब जल को मिलाएं और दोनों चीजों को अच्छे से मिक्स कर लें. जैसे ही वह पाउडर अच्छे से गुलाब जल में मिल नहीं जाता तब तक उसे अच्छे से हिलाएं. मिक्स होने के बाद विटामिन ई कैप्सूल को इस मिक्सचर में मिला दें. अब इस सारे मिक्सचर को एक दूसरे में अच्छे से मिलाने के लिए बॉटल को थोड़ी देर हिलाएं. इसके बाद बॉटल को किसी ठन्डे व अंधेरी जगह पर रख दें. यह सीरम आप 2 हफ़्तों के लिए प्रयोग कर सकते हो. उसके बाद नया सीरम बना लें.

यह सीरम भी आप की स्किन के लिए उतना ही असरदार है जितना कि बाजार वाले सीरम. यदि आप इस सीरम का प्रयोग नियमित रूप से करेंगे तो आप कुछ ही दिनों के अंदर अपनी स्किन में बहुत ज्यादा फर्क महसूस करना शुरू करेंगी. यदि आप की स्किन बहुत डल हो गई है और आप को एजिंग साइन दिखने लगे हैं तो आप को एक बार इस सीरम का प्रयोग अवश्य कर के देखना चाहिए. इसके नतीजों से आप एक दम चौक जाएंगी.

Summer Special: झुर्रियां हटाने के 5 टिप्स

वैसे तो त्वचा में झुर्रियां उम्र के बढ़ने का एक संकेत होती हैं, लेकिन कई बार ऐक्सप्रैसिव फेस, डिहाइड्रेटेड स्किन या अधिक सन ऐक्सपोजर से कम उम्र में भी झुर्रियां दिखाई पड़ सकती हैं. इस का सब से अधिक असर चेहरे और हाथों की स्किन पर पड़ता है. उम्र को रोका नहीं जा सकता, लेकिन त्वचा की नियमित देखभाल से इस के असर को कम अवश्य किया जा सकता है.

इस बारे में क्यूटिस स्किन क्लीनिक की डर्मैटोलौजिस्ट डा. अप्रतिम गोयल कहती हैं कि त्वचा का हमेशा ध्यान रखना चाहिए और यह कम उम्र से ही रखना चाहिए.

झुर्रियां पड़ने की खास वजह

डा. अप्रतिम कहती हैं कि उम्र के बढ़ने के साथ त्वचा पतली और रूखी हो जाती है. इस से उस का लचीलापन कम हो जाता है और वह धीरेधीरे डैमेज होने लगती है और खुद रिकवर नहीं कर पाती. इस से झुर्रियां दिखाई पड़ने लगती हैं. आजकल कम उम्र में झुर्रियां दिखाई पड़ने की वजह व्यस्त जीवनशैली कम नींद, तनाव और आहार संबंधी लापरवाही है, जिसे समय रहते ठीक किया जा सकता है.

इस के अलावा जो लोग धूप में लंबे समय तक काम करते हैं, उन में भी झुर्रियां जल्दी दिखती हैं क्योंकि सूर्य की किरणों से त्वचा में मौजूद कोलोजन और इलास्टिक फाइबर अलग होने लगते हैं जबकि ये दोनों मिल कर ही कोशिकाओं को बांधे रखते हैं, जिस से त्वचा कसी हुई नजर आती है. इस परत के टूटने से स्किन कमजोर हो जाती है और झुर्रियां पड़ने लगती हैं.

त्वचा को तरोताजा रखने के 5 आसान टिप्स निम्न हैं:

पर्याप्त मात्रा में पानी का करें इनटेक

रोज सही मात्रा में पानी के इनटेक से त्वचा हाइड्रेटेड रहती है, जिस से त्वचा पर सूखे की वजह से पतली धारियां नहीं बनती हैं. यह आसान, अफोर्डेबल और साधारण तरीका है, जिस से स्किन को तरोताजा होने से कोई रोक नहीं सकता.

विटामिन सी और ए रिच फलों और सब्जियों का करें सेवन: औरेंज, स्वीटलाइम, लैमन, अमरूद आदि कोलोजन को समन्वय करने में मदद करते हैं, जिस से स्किन की चमक और टैक्स्चर इंप्रूव होता है, जबकि विटामिन ए रिच फल और सब्जियां मसलन गाजर, पपीता, हरी सब्जियां आदि सभी रैटिनौल के नैचुरल सोर्सेज हैं, जो स्किन टैक्स्चर को ही नहीं बल्कि स्किन टोन को भी इंप्रूव करते हैं.

सन ऐक्सपोजर को करें लिमिट

अधिक समय तक धूप में रहने से बचना जरूरी है क्योंकि बारबार सूर्य की किरणों से कोलोजन के डैमेज होने पर स्किन का ऐजिंग प्रोसैस जल्दी शुरू हो जाता है और झुर्रियां दिखाई पड़ने लगती हैं. बाहर निकलते वक्त त्वचा की रक्षा के लिए स्कार्फ, और सनस्क्रीन अवश्य लगाएं.

मैजिकल पल्प का करें प्रयोग

ऐलोवेरा पल्प को ओरली लेने या फेसपैक के रूप में प्रयोग करने पर स्किन हमेशा हाइड्रेटेड और स्मूद रहती है, जिस से फ्रैश लुक बना रहता है. ‘बनाना मास्क’ बनाने के लिए पके केले को मैश कर लगाने से भी त्वचा स्मूद होती है क्योंकि यह फेसपैक मौइस्चराइजर का काम करता है. औरेंज पल्प भी विटामिन सी रिच होता है, जो स्किन को ग्लो करने और रिजुविनेट करने में मदद करता है.

औयल और मसाज को न करें अनदेखा

नारियल और आमंड औयल दोनों ड्राई स्किन के लिए बहुत अच्छे माने जाते हैं. ये स्किन के क्रैक्स को भर कर त्वचा में फाइनलाइंस और झुर्रियां बनने से रोकते हैं. नियमित चेहरे की जैंटल मसाज से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है, जिस से स्किन रिजुविनेट होती है. इस प्रकार औयल और मसाज के फायदे तो अनेक होते हैं, लेकिन ऐक्ने संभावित स्किन वालों के लिए औयल और मसाज को अवौइड करना चाहिए.

ड्राई और पपड़ीदार स्किन से परेशान हो गई हूं, मैं क्या करुं?

सवाल-

वसंत ऋतु शुरू होते ही मेरी स्किन रूखी, पपड़ीदार हो जाती है और उस पर लाल चकत्ते पड़ जाते हैं. इस समस्या को दूर करने का उपाय बताएं?

जवाब-

वसंत ऋतु में ऐलर्जी की समस्या बढ़ जाती है. इस मौसम में सैंसिटिव स्किन में नमी की कमी की वजह से लाल चकत्ते भी पड़ जाते हैं. चकत्ते होने पर आप साबुन की जगह सुबहशाम अल्कोहल फ्री क्लींजर का उपयोग करें.

इसी तरह घरेलू आयुर्वेदिक उपचार के तौर पर स्किन पर तिल के तेल की मालिश कर सकती हैं. मलाई में कुछ शहद की बूंदें मिला कर उसे त्वचा पर लगा कर 10-15 मिनट तक लगा रहने दीजिए. फिर इसे फ्रैश वाटर  से धो लें. यह ट्रीटमैंट सामान्य तथा ड्राई दोनों प्रकार की स्किन के लिए उपयोगी है.

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युवतियां सुंदर दिखने के लिए कई सारे कौस्मेटिक्स और मेकअप प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करती हैं. ये प्रोडक्ट्स हालांकि सुंदरता बढ़ाते हैं लेकिन त्वचा के लिहाज से ज्यादातर उत्पाद सुरक्षित नहीं होते हैं. इन में कई प्रकार के हानिकारक रसायन होते हैं जो त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं. ऐसी युवतियों, जो नियमित मेकअप का इस्तेमाल करती हैं, को मेकअप के कई हानिकारक प्रभावों का सामना करना पड़ता है. कौस्मेटिक्स के अत्यधिक प्रयोग से त्वचा में जलन, धब्बे, मुंहासों और बैक्टीरिया के फैलने की समस्या आम है.

इस्तेमाल मेकअप प्रोडक्ट्स का फेसक्रीम : सभी फेसक्रीम, जिनमें मौइश्चराइजर क्रीम, फाउंडेशन क्रीम आदि शामिल होती हैं, इसमे कई बेसिक इंग्रीडिएंट्स समान होते हैं, जैसे पेटोलैटम, प्रिजर्वेटिव्स, इमलसिफायर, पशु वसा, बीवैक्स, लैनोलिन, प्रोपलीन ग्लायकोल और खुशबू. रसायनयुक्त क्रीम से चेहरे, गरदन, पलकों और हाथों पर एलर्जी हो सकती है. अगर खुजली महसूस होती है, त्वचा पर चकते हो जाते हैं या वह लाल हो जाती है तो समझ जाइए कि आप को क्रीम से एलर्जी हो रही है. ऐसे में तुरंत डाक्टर को दिखाएं.

  • लिपस्टिक : लिपस्टिक का इस्तेमाल करने से कुछ महिलाओं के होंठों पर दरारें पड़ जाती हैं और पपड़ी आ जाती है. कुछ के होंठ काले भी हो जाते हैं. लिपस्टिक में लैनोलिन, खुशबू, कोलोफोनी, सनस्क्रीन और एंटीऔक्सीडैंट्स होते हैं, जिन से एलर्जी हो सकती है. इसलिए हमेशा अच्छे ब्रैंड की लिपस्टिक खरीदें.

लाल लिपस्टिक में लेड बड़ी मात्रा में पाया जाता है जो खानेपीने के साथ अंदर चला जाता है. लिपस्टिक में पाया जाने वाला मिनरल औयल त्वचा के रोमछिद्रों को बंद कर देता है. इस से त्वचा की कोशिकाओं का विकास और उन की उचित कार्यप्रणाली गड़बड़ा जाती है.

अगर आपकी भी ऐसी ही कोई समस्या है तो हमें इस ईमेल आईडी पर भेजें- submit.rachna@delhipress.biz   सब्जेक्ट में लिखे…  गृहशोभा-व्यक्तिगत समस्याएं/ Personal Problem

अगर आप भी लगाते हैं उंगलियों से लिप बाम, तो जान लें ये कुछ खास बातें

अगर आप अपनी उंगलियों से लिप-बाम लगाती हैं तो आपको सावधान हो जाने की जरूरत है. आमतौर पर हम चलते-फिरते उंगलियों से लिप-बाम लगा लेते हैं लेकिन ये खतरनाक हो सकता है. ऐसे में हो सके तो पहले अपने हाथों को अच्छी तरह साफ कर लें और उसके बाद ही लिप-बाम लगाएं.

1. क्या करते हैं हम?

लिप बाम का इस्तेमाल आमतौर पर मॉइश्चर के लिए किया जाता है. होंठ जरा सा सूखे नहीं कि हम डिब्बी खोलते हैं, उंगली अंदर डालते हैं और बाम निकालकर होठों पर मल लेते हैं. पर क्या आपने कभी ऐसा सोचा है कि इससे कितने तरह के इंफेक्शन हो सकते हैं. हमें तो इंफेक्शन का ख्याल तक नहीं आता है. पर ऐसा करना बहुत सी बीमारियों को न्योता देने के बराबर है.

2. क्यों है डरना जरूरी?

हमारी उंगलियों पर बीमारियां फैलाने वाले कई बैक्टीरिया और वायरस चिपके होते हैं. ये इतने छोटे होते हैं कि नंगी आंखों से हमें दिखाई भी नहीं देते. आप खुद ही सोचिए आप टॉयलेट का हैंडल, जेट और फ्लश यूज करते हैं और उसके तुरंत बाद उसी हाथ से बाम निकालकर लगा लेते हैं. जिसके बाद यही बैक्टीरिया हमारे मुंह से होते हुए शरीर में प्रवेश कर जाते हैं.

3. ये भी हो सकता है…

हमारा मोबाइल दिनभर हमारे हाथों से चिपका रहता है. लेकिन आपको शायद ये पता न हो कि हमारे मोबाइल की स्क्रीन पर एक टॉयलेट सीट जितने बैक्टीरिया चिपके रहते हैं. मोबाइल पकड़े-पकड़े अचानक से हमें लगता है कि हमारे होंठ सूख रहे हैं और हम लिप बाम लगा लेते हैं. सोचिए, एक उंगली से ये सारे बैक्टीरिया हमारे पेट में पहुंच जाते हैं.

4. क्या है समाधान?

अगर आप भी उंगलियों से लगाया जाने वाला लिप-बाम यूज करती हैं तो अभी भी मौका है उसे बदल डालिए. स्ट‍िक वाला लिप बाम यूज करना शुरू कर दीजिए. अगर आप स्ट‍िक वाले लिप बाम के साथ कंफर्टेबल नहीं हैं तो बाम लगाने से पहले उंगलियों को साफ कर लें.

Holi 2024: रंगों से अपनी स्किन को बचाएं ऐसे

गुझिया , पिचकारियाँ, गुलाल, ठण्डाई और हँसी यही होली का प्रतीक है और  मार्च का महीना अपने साथ लेकर आता है होली के रंगों की धूम. यह वर्ष का वह समय होता है जिसका शायद हम सभी को बेशब्री से  इंतज़ार होता है और  जब हम रंगों से सराबोर हो जाते हैं.जबकि कुछ लोग ऐसे भी है जो इन रंगों से दूर भागते है कारण है स्किन खराब होने का डर .लेकिन इस दिन इन रंगों से कोई बच नहीं पाता .

अफसोस की बात है कि अब गुलाल का उपयोग होली खेलने के दौरान बहुत कम हो गया है. बाजारों में केमिकल रंग,हर्बल रंगों से कीमतों में ज्यादा सस्ते  होते है और अधिकतर लोग इसी कारण हर्बल रंगों का चयन न करके केमिकल रंगों का चयन करते हैं जो वाकई में बहुत ज्यादा हानिकारक साबित हो सकते हैं.

अब अक्सर लोग ब्राइट और केमिकल रंगों का प्रयोग करते हैं और विशेषज्ञों के अनुसार ये रंग अक्सर  गंभीर स्किन संक्रमण, आंखों में problem  और यहां तक कि बालों के झड़ने का कारण बन सकते हैं.

जाने-माने स्किन विशेषज्ञ और कॉस्मेटोलॉजिस्ट डॉ शेफाली तृसी नेरुरकर कहती हैं, ” होली के दौरान सिंथेटिक रंगों के इस्तेमाल से अक्सर स्किन में जलन, डर्माटाइटिस और स्किन rashes जैसी बहुत सी परेशानी हो  सकती है. कुछ मामलों में जलन इतनी गंभीर होती है कि यह बहुत ज्यादा परेशानी का सबब बन जाती है. “

अगर आप डरते हैं कि ये रंग आपकी स्किन और बालों को नुकसान पहुंचाएंगे तो इस होली अपनी स्किन और बालों की चिंता करना भूल जाएं और रंगों के त्योहार का आनंद लें क्योंकि हम आपके लिए लाए हैं बेहतरीन ब्यूटी टिप्स.चलिए जानते है की इस होली हम अपने स्किन और बालों की देखभाल कैसे करें-

1. sunscreens का use करें

होली हमेशा खुले में खेली जाती है . सूरज की रोशनी शरीर पर लगे रंगों को पक्का कर देती है, जिसकी वजह से उन्हें निकालना मुश्किल हो जाता है.इसलिए  होली खेलने से पहले 20 से 25 spf वाला सनस्क्रीन जरूर लगाएं. यह आपकी स्किन को टैनिंग से बचाएगा  और इसके अलावा धूप में होली खेलने से आप की रंगत बेकार भी नहीं होगी. बाद में जब आप अपनी स्किन  से होली का रंग छुड़ाएंगे तब  वह बड़ी आसानी से आपकी स्किन से निकल जाएंगे.

2. अपनी स्किन और बालों पर तेल लगाएं

ओइलिंग  केवल आपके बालों तक सीमित नहीं होनी चाहिए. आपको अपनी स्किन को भी केमिकल रंगों  से बचाना होगा. इसके लिए ये सुनिश्चित करें की आप अपने बालों में अच्छे से जैतून का तेल लगायें. आप चाहे तो अपना कोई भी पसंदीदा तेल लगा सकते है. अपने बालों के साथ साथ अपने शरीर पर भी नारियल या जैतून के तेल की अच्छे से मालिश कर लें . ये तेल आपकी स्किन और रंगों के बीच एक सुरक्षात्मक परत के रूप में काम करेगा और आपकी स्किन को रंगों से प्रभावित होने से बचाएगा. इसके अलावा होली के बाद रंगों से छुटकारा पाना आपके लिए आसान होगा.

3. अपने नाखूनों को नेल पेंट से कोट करें

इस सीजन  आपका  अपने हाथों को मॉइस्चराइज़ करना पर्याप्त नहीं है,यह  बहुत संभव है कि रंगों से खेलते समय होली के रंग आपके नाखूनों को नुकसान पहुंचा सकते है और उन्हें रूखा और बेजान बना सकते हैं. अक्सर हम देखते हैं कि होली के चार-पांच दिनों बाद तक हमारे नाखूनों पर होली का रंग  चढ़ा रहता है, जो देखने में काफी भद्दा नजर आता है. अगर आप नहीं चाहते कि आपके नाखूनों की रंगत जाए और उस पर होली का रंग चढ़े तो अपने नाखूनों पर नेल पॉलिश का एक मोटा कोट लगाएं. डार्क शेड का विकल्प आपके नाखूनों को दागदार होने से बचाएगा. इससे आपके नाखूनों की रंगत ऐसी ही बनी रहेगी जैसे पहले थी. होली खेलने के बाद में  नेल पॉलिश को नेल रिमूवर से निकाल दें. आप देखेंगे कि आपके नाखूनों पर होली का रंग नहीं चढ़ा है.

एक बात और किसी भी रंग को उंगलियों के बीच फंसने से रोकने के लिए उंगलियों पर पेट्रोलियम जेली जरूर लगायें.

4. waterproof मेकअप करें

अपने चेहरे और गर्दन को रंगों से सुरक्षित रखने के लिए आप अपनी स्किन के हिसाब से कोई भी waterproof फाउंडेशन use कर सकते है. आप अपनी आँखों के लिए कोई भी ब्राइट कलर का waterproof eyeshadow use कर सकते है. आप चाहे तो अपने होठो  पर कोई भी ब्राइट कलर की longlasting लिपस्टिक लगा सकते हैं.  इससे रंग आपकी स्किन के डायरेक्ट कांटेक्ट में नहीं आ पाएंगे और आपकी स्किन रंगों से सुरक्षित भी रहेगी.

5. अपने बालों की देखभाल करें

होली में अपने बालों को पानी के रंगों से दूर रखना लगभग नामुमकिन है.इसलिए होली खेलने से पहले अपने बालों में या तो कंडीशनर लगा ले या तो कोई सिरम . यदि आपके बाल छोटे हैं, तो हेयर जेल लगाएं. इस कोशिश से आप अपने बालों को खतरनाक केमिकल से बचा सकते हैं .

अपने बालों को बचाने का सबसे अच्छा तरीका यह भी  है कि आप इसे स्कार्फ से  पूरी तरह से कवर करें. इन तरीकों को अपनाने से रंग खेलने के बाद बाल धोते वक्त बालों पर लगा रंग आसानी से बाहर निकल जाता है.

6. हमेशा हाइड्रेटेड रहें

यह होली खेलने और इसके रंगों के दुष्प्रभावों को रोकने के लिए यह एक बहुत प्रभावी तरीका है. हम होली खेलते समय पूरा वक़्त घर से बाहर रहते है और इस कारण अक्सर हम पानी पीना भूल जाते हैं और परिणामस्वरूप हमारे   शरीर में  पानी की कमी हो जाती  है .इससे खराब टैन होने की अधिक संभावनाएं होती हैं और आपका ऊर्जा स्तर भी नीचे गिर सकता है. चलिए हम-सब मिलकर इस होली को सही मायने में ‘Happy Holi ‘ बनाये.

अंगूर के इस्तेमाल से सवारें रूप

अगर आपकी त्वचा भी रूखी, बेजान और बीमार नजर आने लगी है तो घबराने की जरूरत नहीं है.

सूरज की तेज रोशनी, धूल, मिट्टी, गंदगी और दूसरे कई कारणों की वजह से हमारी त्वचा रंगत खो देती है. ऐसे में आप चाहें तो अंगूर के इस्तेमाल से अपनी खोई निखरी-जवां त्वचा वापस पा सकते हैं.

आप चाहें तो अंगूर के अलग-अलग फेस-पैक बना सकते हैं और नेचुरल ग्लो वापस पा सकते हैं.

अंगूर के इन फेस पैक की मदद से निखारे रूप-रंग:

1. अंगूर और पुदीने का फेस पैक

अंगूर को महीन पीस लें और इसमें पुदीने की कुछ पत्तियों को पीसकर मिला लें. आप चाहें तो इसमें नींबू के रस की कुछ बूंदें भी डाल सकते हैं. इन तीनों को अच्छी तरह मिला लीजिए. इस फेस पैक को चेहरे पर लगाकर 10 मिनट के लिए छोड़ दीजिए. उसके बाद चेहरे को हल्के गुनगुने पानी से धो लीजिए. इसके बाद बर्फ के एक टुकड़े को गुलाब जल में डुबोकर पूरे चेहरे पर मलें. इस पैक से चेहरे पर निखार तो आएगा ही साथ ही अगर आपकी त्वचा ऑयली है तो भी ये आपके लिए फायदेमंद रहेगा.

2. अंगूर और गाजर का फेस पैक

अंगूर को इतना पीस लीजिए कि वो एकसार हो जाए. इस पेस्ट में एक चम्मच क्रीम मिला लें. साथ ही एक चम्मच चावल का आटा और एक चम्मच गाजर का जूस मिला लें.

इन सभी को अच्छी तरह मिला लें. इस पैक को चेहरे पर लगाकर छोड़ दें. जब ये सूख जाए तो इसे हल्के गुनगुने पानी से धो लें. इस मास्क के इस्तेमाल से त्वचा में कसाव आता है और ग्लो भी.

3. ऑयली स्क‍िन के लिए अंगूर का फेस पैक

एक छोटी कटोरी में मुल्तानी मिट्टी ले लें. इसमें कुछ बूंदें नींबू के रस की और कुछ बूंदें गुलाब जल की मिला लें. इसके बाद इसमें अंगूर का पेस्ट अचछी तरह मिला लें. इस पैक को चेहरे पर लगाकर 20 मिनट के लिए छोड़ दें. जब ये सूख जाए तो सामान्य पानी से चेहरा धो लें.

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