Skin Tone हल्‍का करने के लिये नेचुरल Bleach

आपकी त्वचा की स्थिति इस बात पर निर्भर नहीं करती कि आप त्वचा पर क्या लगाती हैं परंतु इस बात पर भी निर्भर करती है कि आप क्या खाती हैं तथा आप अपनी त्वचा की देखभाल किस तरह करती हैं. अपना त्वचा को हाथ लगाने से बचें, केमिकल आधारित उत्पादों का उपयोग न करके अपने रोम छिद्रों को बंद होने से बचाएं, त्वचा के लिए सुरक्षित क्लीन्ज़र्स का उपयोग करें और सबसे अधिक महत्वपूर्ण बात कि अपने शरीर को हाइड्रेट रखें.

बाहर जाने से 30 मिनिट पहले सनस्क्रीन लगायें, सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक धूप में न जाएँ तथा चेहरे को बचाने के लिए उसे स्कॉर्फ से न ढंके. ऐसा करने से बाहर के बैक्टीरिया और धूल आपके स्कॉर्फ में फंस जाते हैं जो त्वचा की सतह से रगड़ खाने के बाद खुजली का कारण बन सकते हैं.  यहां त्वचा की रंगत को निखारने के लिए कुछ प्राकृतिक तरीके बताए गए हैं.

1. संतरे

संतरे में सिट्रिक एसिड और विटामिन सी पाया जाता है जो त्वचा को प्राकृतिक रूप से ब्लीच करता है.

इसका उपयोग कैसे करें

एक चम्मच संतरे के छिलके के पाउडर को दूध के साथ मिलकर पेस्ट बनायें. इसे अपनी गर्दन और चेहरे पर लगायें. इसे सूखने दें तथा बाद में धो डालें. उत्तम परिणामों के लिए इस आयुर्वेदिक उपचार को प्रतिदिन अपनाएं.

2. हल्दी

हल्दी में प्राकृतिक एंटी ऑक्सीडेंटस पाए जाते हैं तो त्वचा से विषारी पदार्थों को बाहर निकालते हैं तथा टैनिंग को दूर करते हैं.

इसका उपयोग कैसे करें

एक चम्मच हल्दी में एक चम्मच शहद और एक चम्मच दही मिलाकर पेस्ट बनायें. इस पेस्ट की पतली परत अपने चेहरे और गर्दन पर लगायें. इसे 30 मिनिट तक सूखने दें फिर धो कर साफ़ कर लें.

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3. पपीता

पपीते में विटामिन ए, सी और एंजाइम्स होते हैं जो त्वचा को पुनर्जीवित करते हैं तथा त्वचा की रंगत को निखारते हैं.

इसका उपयोग कैसे करें

एक पके हुए पपीते का गूदा लें तथा इसमें एक चम्मच नीबू का रस मिलाएं. इसे गीले चेहरे पर लगायें. इसे 30 मिनिट तक लगा रहने दें तथा बाद में धो डालें. यह स्किन को प्राकृतिक रूप से ब्लीच करने का सबसे सुरक्षित तरीका है.

4. आंवला

आंवला या भारतीय गूसबेरी एंटीऑक्सीडेंटस, विटामिन सी और एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरा हुआ है अत: यह आपकी त्वचा के लिए एक वरदान है. फाइन लाइंस को दूर करना, त्वचा की रंगत को सुधारना तथा त्वचा में कसाव लाना आदि सब कुछ आंवला कर सकता है.

इसका उपयोग कैसे करें

एक चम्मच आंवले का रस लें तथा इसमें एक चम्मच शहद मिलाएं. रुई का एक फाहा लें तथा इस घोल में डुबायें, अतिरिक्त घोल को निचोड़कर निकाल दें तथा इसे थपथपा कर अपने चेहरे पर लगायें. इसे सूखने दें तथा बाद में धो डालें. उत्तम परिणामों के लिए इसे प्रतिदिन रात में सोने से पहले लगायें.

5. मूली

मूली में त्वचा की रंगत निखारने के गुण होते हैं जो त्वचा को एक सप्ताह में गोरा बना सकते हैं तथा त्वचा में कसाव ला सकते हैं.

इसका उपयोग कैसे करें

मूली को कद्दूकस करके इसका रस निकाल लें. इसे अपने चेहरे पर लगाकर छोड़ दें तथा 15 मिनिट बाद धो डालें.

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6. दही

दही में लेक्टिक एसिड पाया जाता है जो त्वचा की अशुद्धियों को दूर करता है त्वचा को एक्स्फोलियेट करता है (मृत त्वचा को निकालता है) और रोम छिद्रों को खोलता है जिससे त्वचा उजली होती है.

इसका उपयोग कैसे करें

प्रतिदिन रात में सोने से पहले चेहरे पर दही लगायें. इसे 15 मिनिट तक लगा रहने दें तथा बाद में धो डालें. उत्तम परिणामों के लिए प्राकृतिक स्किन ब्लीचर्स का उपयोग प्रतिदिन करें.

5 टिप्स: सांवली स्किन का ऐसे रखें ख्याल

सांवली स्किन के नाम से ही हम भारतीय अपनी सुंदरता में कमी महसूस करने लगते हैं. कई महिलाएं तो सांवले रंग को लेकर कम्पैरिजन का शिकार हो जाती हैं, जबकि सांवला रंग जयादा आकर्षित करता है. अगर एक ब्यूटीशियन की नजर से देखा जाए तो हर तरह की रंगत खूबसूरत होती है. सिर्फ जरूरत है अपनी स्किन को पहचानने की और उसे संवारने की. आज हम आपको कैसे सांवली स्किन का ख्याल कैसे रखें…

1. सांवली स्किन की देखभाल है जरूरी

रोज सुबह नहाने से पहले 1 चम्मच कच्चा दूध, 1 चुटकी नमक, 2 बूंदें नीबू का रस व 2 बूंदें शहद डाल कर 5 मिनट तक चेहरे पर लगाएं. बाद में साफ पानी से चेहरा धो लें. हफ्ते में 2 बार चंदन व गुलाबजल का फेस पैक जरूर लगाएं. धूप में सांवली स्किन गोरी स्किन से ज्यादा प्रभावित होती है. इसलिए हमेशा सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें. किसी अच्छी कंपनी के वाइटनिंग फेस वाश से चेहरे को दिन में 2 बार जरूर धोएं. रात को सोते समय अपनी स्किन के अनुसार वाइटनिंग क्रीम लगाएं.

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2. खाने का रखें ख्याल

दिन में 10-12 गिलास पानी जरूर पीएं. संतरा, मौसमी, अनन्नास और आंवला जैसे फल अधिक खाएं. विटामिन सी वाली चीजें अधिक इस्तेमाल करें. दिन में 2 बार दूध पीएं. खाली पेट खुली हवा में सैर करें.

3. कपड़ों से भी पड़ता है लुक पर असर

सांवली स्किन वालों को अधिक भड़कीले कपड़े नहीं पहनने चाहिए. नीला, हरा और पीला रंग कम पहनें. मिक्स रंग भी कम पहनें. हलका गुलाबी, मैरून, आसमानी, हलके जामुनी आदि रंग अधिक पहनें.

लाइट मेकअप से रखें स्किन का ध्यान

हलका फुलका मेकअप करें. अपने चेहरे को पाउडर या फाउंडेशन की मोटी परत से न ढकें. रंग को अधिक गोरा दिखाने वाला फाउंडेशन न लगाएं. गोल्डन आइवरी कलर का फाउंडेशन इस्तेमाल करें. सांवली रंगत पर आंखों में काजल अच्छा लगता है. आईलाइनर और मस्कारा भी जरूर लगाएं. रंगबिरंगा आईलाइनर लगाया जा सकता है पर रंग अधिक शोख नहीं होने चाहिए. ग्रे या भूरे रंग के लेंस भी लगाए जा सकते हैं. ब्लशआन का रंग गाजरी, पीच या गुलाबी होना चाहिए. चेहरा कभी भी रूखा नहीं लगना चाहिए. चेहरे पर मास्चराइजर अवश्य लगाएं. गुलाबी, मैरून या ब्राउन लिपस्टिक अच्छी लगेगी.

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4. बालों का कलर स्किन के हिसाब से चुनें

सांवली स्किन पर बालों का रंग ब्राउन या काला होना चाहिए. बालों को हफ्ते में 2 बार शैंपू से अवश्य धोएं. कंडीशनर करें और बालों में हेयर सीरम लगाएं. बालों की स्ट्रेटनिंग भी करा सकती हैं. इस प्रकार अगर आप सांवलीसलोनी स्किन को संवारती रहें तो आप की सुंदरता में चार चांद लग जाएंगे.

स्किन टोन के हिसाब से खरीदें नेल पौलिश 

आपकी फ्रेंड ने बहुत गहरे रंग की नेल पोलिश लगाई , जिसे देखकर आप उसके हाथों की दीवानी बन गई. और बिना कुछ सोचें आपने भी उसे खरीदने का मन बना लिए. लेकिन जब आपने उसे पने नाखूनों पर टाई किया तो आपको न कोई तारीफ मिली और न ही आपके हाथों की रौनक बढ़ी , जिसे देखकर आप निराश हो गई. लेकिन क्या आपने सोचा  है कि आपके साथ ऐसा क्यों हुआ? इसका कारण है कि जिस तरह स्किन टोन व स्किन टाइप को ध्यान में रखकर क्रीम्स का चयन किया जाता है, ठीक उसी तरह नेल पौलिश का भी. ताकि वो आपके हाथों को भद्दा नहीं बल्कि उसकी रौनक को बढ़ाने का काम करें. तो चलो जानते हैं कि किस स्किन टोन पर कैसी नेल पौलिश अच्छी लगेगी.

स्किन टोन को ध्यान में रखें 

– अगर आपकी स्किन वाइट है और आप बहुत अधिक ग़हरे शेड्स लगाना चाहती हैं तो आपके हाथों पर डार्क ब्लू, रेड, मजेंटा , ऑरेंज, रूबी शेड्स काफी ज्यादा फबेंगे. क्योंकि ये आपके हाथों को और ब्राइट बनाने का काम करते हैं. आप ट्रांसपेरेंट शेड्स को  टाई न करें, क्योंकि ये आपकी स्किन में मिल जाने के कारण आपके हाथों को डल दिखाने का ही काम करेंगे.

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– अगर आपका स्किन टोन डस्की यानि सांवली स्किन है तो आप ज्यादातर नेल पैंट्स टाई कर सकते हैं. क्योंकि डस्की ब्यूटी का कोई मुकाबला जो नहीं है, उन पर ज्यादातर चीजें फबती हैं.  इन पर ब्राइट और वाइब्रेंट कलर्स जैसे पिंक, येलो, ऑरेंज के साथसाथ मैटेलिक कलर्स जैसे गोल्ड और सिल्वर कलर भी काफी अच्छे लगते हैं. क्योंकि ये स्किन टोन को और उभारने का काम जो करते हैं.

– आपका स्किन टोन अगर डार्क है और आप यह सोच रही हैं कि मेरे नेल्स पर तो कोई भी नेल पौलिश सूट नहीं करेगी तो आपकी ये सोच बिलकुल गलत है. क्योंकि अगर आप डीप रेड, पिंक और नियोन  कलर्स अपने नेल्स पर लगाती हैं तो ये कलर्स अच्छे से ब्लेंड होकर आपकी स्किन को वाइब्रेंट लुक देने का काम करते हैं.

अलग अलग प्रकार की नेल पौलिश   

अभी हमने बात करी थी स्किन टोन के हिसाब से नेल पौलिश खरीदने की, लेकिन आपको बता दें कि नेल पौलिश भी कई तरह की होती हैं. जैसे मैट, शीर फिनिश, ग्लोसी, क्रीमी, ग्लिटरी, मेटालिक, टेक्सचरड फिनिश, जो हर स्किन टोन पर सूट करती है. इसे आप अपनी पसंद के हिसाब से चूज़ करके अपने हाथों की खूबसूरती को बड़ा सकती हैं. वैसे आजकल जैल और लौंग लास्टिंग ग्लोसी फिनिश वाली नेल पौलिश काफी डिमांड में हैं.

कैसे लगाएं नेल पौलिश 

भले ही आपने अपनी स्किन टोन के हिसाब से नेल पौलिश का चयन किया हो , लेकिन अगर उसे सही तरीके से नहीं लगाया तो आपकी सारी मेहनत पर पानी फिर सकता है. इसलिए जब भी नेल पौलिश लगाएं तो सबसे पहले नेल्स को अच्छे से फाइल कर लें, ताकि नेल पौलिश उभर कर आ सके. साथ ही आप हमेशा ड्राई नेल्स पर ही नेल पौलिश अप्लाई करें , क्योंकि इससे उसके हटने का डर नहीं रहता है. नाखूनो पर हमेशा नेल पोलिश की फिनिशिंग नजर आए , इसके लिए आप पहले सिंगल कोट लगाएं, फिर उसके सूखने के बाद ही दूसरा कोट अप्लाई करें. आप चाहें तो क्यूटिकल आयल का इस्तेमाल नेल पेंट अप्लाई करने के बाद जरूर करें, क्योंकि इससे नेल्स हाइड्रेट रहते हैं. समय समय पर मेनीक्योर करवाती रहें , क्योंकि इससे नेल्स क्लीन रहेंगे, जो न सिर्फ दिखने में अच्छे लगेंगे बल्कि नेल्स को मजबूत बनाने के साथसाथ उनकी ग्रोथ में भी मददगार साबित होंगे.

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खरीदें हमेशा ब्रैंडेड नेल पौलिश 

जितना जरूरी होता है स्किन टोन के हिसाब से नेल पौलिश को खरीदना, उतना ही जरूरी होता है ब्रैंडेड नेल पौलिश को खरीदना. क्योंकि लोकल नेल पौलिश भले ही आपको सस्ते दामों और डिफरेंट कलर्स में मिल जाए , लेकिन वो नेल्स को कमजोर बनाने के साथसाथ उनके मोइस्चर को चुरा लेती है. साथ ही बहुत ज्यादा केमिकल्स  वाली नेल पौलिश इस्तेमाल करने  से नेल्स पर पीलापन आने लगता है. इसलिए जब भी खरीदें हमेशा ब्रैंडेड नेल पौलिश ही खरीदें.

किस स्किन टोन पर कैसा मेकअप फबेगा, जानिए यहां

महिलाओं को यह गलतफहमी होती है कि वे चेहरे पर क्रीम, पाउडर औैर कौस्मैटिक के दूसरे उत्पादों को लगा कर खूबसूरत दिखने लगेंगी. लेकिन ऐसा नहीं है. मेकअप चेहरे के आकार और त्वचा के रंग को ध्यान में रख कर ही करना चाहिए. तभी वह आप को खूबसूरत दिखाने में मदद कर सकता है.

बीते दिनों दिल्ली प्रैस भवन में गृहशोभा की फेब मीटिंग में प्रतिभागियों को मेकअप के इन्हीं गुरों को सिखाने के लिए शिल्पी ब्यूटी सैलून की मेकअप आर्टिस्ट शिल्पी कपूर ने बताया कि मेकअप हमेशा ऐसा होना चाहिए जिस से खूबसूरती निखर कर सामने आए.

गोरी त्वचा का मेकअप

सैशन की शुरुआत हुई फेयर स्किन यानी गोरी त्वचा के मेकअप टिप्स से जिस में शिल्पी ने बताया कि ज्यादातर पेल या फेयर स्किन वाली महिलाओं की त्वचा नाजुक होती है. जरा सी भी ईचिंग या स्क्रैच से उन का चेहरा लाल हो जाता है और उन की त्वचा पर मार्क्स दिखाई देते हैं. इसलिए इस रंग की महिलाओं को अलग तरह के मेकअप की जरूरत होती है.

पेल या फेयर स्किन पर मेकअप के दौरान गलती होने के बहुत चांसेज होते हैं. साथ ही गलत तकनीक से किए गए मेकअप से चेहरा भद्दा लगने लगता है.

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रंगों का इस्तेमाल

गोरे रंग या फेयर स्किन पर ब्राइट कलर हमेशा ही अच्छे लगते हैं. इसलिए मेकअप में भी इस बात का ध्यान रखें. फेयर कलर की महिलाओं को मेकअप में हमेशा डार्क और थोड़े चमकीले रंगों का प्रयोग करना चाहिए. वैसे ब्रौंज कलर फेयर कलर वालों पर बहुत खूबसूरत लगते हैं. खासतौर पर होंठों पर गहरे रंग की लिपस्टिक लगानी चाहिए.

फाउंडेशन

कई बार रंग साफ होेने की वजह से महिलाएं मेकअप बेस नहीं बनातीं. लेकिन यह गलत है. फाउंडेशन के इस्तेमाल से त्वचा को स्मूथ बेस मिलता है. साथ ही इस से स्किन टोन भी एक जैसा हो जाता है. यहां एक बात पर ध्यान देना जरूरी है. वह यह कि फेयर कलर वालों को फाउंडेशन चुनते वक्त बहुत सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि यदि वे गलत फाउंडेशन का चुनाव करेंगी, तो उन का रंग काला या फिर ग्रे दिखने लगेगा. खासतौर पर रोशनी में गलत फाउंडेशन का असर ज्यादा दिखाई देता है. इसलिए फाउंडेशन लगाने से पहले उसे एक बार त्वचा पर लगा कर टैस्ट कर लेना चाहिए.

आंखों के लिए साधारण मेकअप

गोरे रंग वाली महिलाओं को आंखों का मेकअप जहां तक हो साधारण रखना चाहिए. वैसे तो इन के लिए काजल, आईलाइनर और मसकारा ही पर्याप्त होता है, लेकिन हलके रंग का आईशैडो भी इस्तेमाल किया जा सकता है.

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ब्लशर जरूर लगाएं

गालों पर कभी भी ब्लशर का इस्तेमाल करना न भूलें. इस के बिना आप का मेकअप पूरा नहीं होगा. पेल स्किन को खूबसूरत और ग्लोइंग दिखाने के लिए हलके ब्लशर की जरूरत होती है.

सांवली त्वचा का मेकअप

डार्क स्किन यानी सांवली त्वचा वाली महिलाओं को हमेशा इस बात की शिकायत रहती है कि वे अपनी त्वचा की रंगत को निखार नहीं सकतीं. इस के लिए वे बाजार में उपलब्ध बहुत सारे उत्पादों का प्रयोग करती हैं. कभीकभी इस की वजह से वे हीन भावना का शिकार भी होती हैं. लेकिन डार्क स्किन वाली महिलाएं भी मेकअप के जरीए अपनी त्वचा की रंगत को निखार सकती हैं और किसी भी समारोह में अलग दिख सकती हैं. ऐसी त्वचा वाली महिलाओं को मेकअप के दौरान अपनी स्किन टोन का ध्यान रखना चाहिए. इस के अलावा अपने चेहरे से मिलताजुलता कलर लिपलाइनर और ब्लशर का इस्तेमाल कर वे खूबसूरत दिख सकती हैं.

लिक्विड फाउंडेशन करें इस्तेमाल

सांवली महिलाएं मेकअप के लिए लिक्विड फाउंडेशन इस्तेमाल करें, क्योंकि यह त्वचा के रंग से मिल जाता है. यदि आप को अपनी स्किन टोन से मेल खाता हुआ फाउंडेशन नहीं मिलता है, तो आप 2 रंगों के फाउंडेशन को मिला कर अपनी टोन का रंग बना सकती हैं. फाउंडेशन लगाने से पहले चेहरे पर मौइश्चराइजर लगाना न भूलें.

ब्लशर का इस्तेमाल कभीकभी

डार्क स्किन वाली महिलाओं को हमेशा चेहरे पर ब्लशर नहीं लगाना चाहिए. हां, कभीकभार पार्टी आदि में आप इस का प्रयोग कर के एक सुंदर सा लुक पा सकती हैं. चेहरे को ब्लश करने के लिए डीप औरेंज, वाइन या कोरल रंगों का प्रयोग करें.

लिपस्टिक का प्रयोग

सांवली त्वचा वाली महिलाओं को लिपस्टिक का चुनाव भी रंग के हिसाब से करना चाहिए. जिन महिलाओं का रंग डार्क हो उन्हें पेल कलर्स यानी हलके रंगों का प्रयोग नहीं करना चाहिए. अगर आप को लिपस्टिक लगाना पसंद है तो आप डार्क कलर की ही लिपस्टिक लगाएं, जैसे वाइन, रैड, प्लम और ब्राउन आदि रंग आप की सुंदरता निखारेंगे.

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आईब्रोज के लिए

ऐसी महिलाओं को मेकअप के दौरान अपनी आइब्रोज को नजरअंदाज बिलकुल भी नहीं करना चाहिए. अपनी आईब्रोज को शेप देने के लिए पैंसिल और पाउडर का प्रयोग करना बेहतर होगा. ये आप की आंखों की खूबसूरती को बढ़ाते हैं.

स्किन टोन के हिसाब से चुनें हेयर कलर

इसमें कोई शक नहीं कि  हेयर कट के अलावा हेयर कलर से बालों को मेकओवर देने का तरीका आजकल काफी पौपुलर हो चुका है. इससे ना सिर्फ आपके सफेद बाल छिप जाते हैं ,बल्कि इससे आपको वही पुराने नेचुरल हेयर कलर से थोड़ा ब्रेक मिलता है .इसलिए चाहे पार्लर जा कर या खुद घर पर करना हो. इसे कराने या करने से पहले और बाद में कुछ बातों का रखें ध्यान.

1. हर्बल कलर्स

जब भी बालों को कलर करें तो सिंथेटिक की जगह हर्बल कलर का इस्तेमाल करें. सिंथेटिक कलर में केमिकल मौजूद होते हैं.जो बालों को ड्राई और सफेद करते हैं .वही हर्बल कलर आपके बालों को नेचुरल और शाइन लुक देते हैं.

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2. स्किन टोन

जरूरी नहीं कि जो हेयर कलर दूसरों पर अच्छा लगे वह आप पर भी जचें. क्या आपने अपनी दोस्त या किसी सेलिब्रिटी को किसी हेयर कलर में देखा है और इसे ट्राई करने की सोची है .ऐसी गलती ना करें. हमेशा हेयर कलर अपनी स्किन टोन के अनुसार ही चुने .ना ज्यादा ब्राइट और ना ज्यादा लाइट. जैसे बाजार में ब्लैक से बरगंडी  और ब्राउन कई ऑप्शंस हैं. इसलिए समझदारी से काम लें.

 3. समय का रखें ध्यान

हेयर कलर लगाने के बाद समय का पूरा ध्यान रखें. लेबल पर इसे जितनी देर लगा कर रखने की सलाह दी गई है उतने समय के लिए ही लगाएं. जहां बताए हुए समय से ज्यादा लगाकर रखने में आप को उस शेड से ज्यादा डार्क लुक मिलेगी. वहीं कम समय तक रखने पर लाइट लुक मिलेगी. इसलिए परफेक्ट हेयर कलर पाने के लिए परफेक्ट टाइमिंग जरूरी है.

4. रात में तेल लगाएं

जिस दिन आप बालों को कलर करें उस रात सोने से पहले बालों में तेल लगाएं .इससे आपके बाल स्मूद रहेंगे और शाइनिंग आएगी. दूसरे दिन शैंपू करें .जिस दिन बालों को कलर करें उस दिन इनको शैंपू से ना धोयें. बस नॉर्मल पानी का प्रयोग करें.

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5. शैंपू को दें ब्रेक

जिस दिन बालों को कलर करें उस दिन शैंपू  बिल्कुल ना करें .इसे बस पानी से धोएं और रात में तेल लगाएं .हफ्ते में दो बार शैंपू का प्रयोग करें.

 ब्यूटी एक्सपर्ट निधि अस्थाना से बात चीत पर आधारित.

दमकती त्वचा चाहिए तो जानिए खुद की स्कि‍न टाइप

आपकी त्वचा/स्‍किन किस प्रकार की है अगर आपको इस बात का पता चल जाए तो आप उसकी बेहतर तरीके से देखभाल कर सकेंगी. कई बार ऐसा होता है कि हम स्‍टोर में जाते हैं और देखते हैं कि वहां पर कई प्रकार की क्रीम और लोशन रखे हैं, लेकिन हम उनको देखकर कंफ्यूज हो जाते हैं कि इनमें से कौन सा प्रोडक्‍ट खरीदें जो हमारी त्‍वचा को सूट करे. इसी उलझन को दूर करने के लिये आपकी खुद की त्‍वचा किस प्रकार की है, इसको जानना बहुत जरुरी है. आज हम आपको आपकी स्‍किन टाइप से परिचिति करवाएंगे.

ड्राय : अगर आपकी त्‍वचा बहुत तनी हुई या फैली हुई रहती है तो इसका मतलब आपकी त्‍वचा ड्राय है. इसको पहचानने के लिये, अपनी त्‍वचा पर पूरे दिन किसी भी मौस्‍चराइजर या लोशन का प्रयोग न करें. फिर अगर आपकी त्‍वचा कसी हुई और रुखी लगेगी तो समझ जाइये कि आपकी स्‍किन ड्राय है.

औयली : अगर मुंह धोने के आधे घंटे बाद आपकी त्‍वचा तेलीय हो जाती है, तो इसका मतलब आपकी त्‍वचा औयली है. इसके अलावा अगर आप कोई टिशू पेपर लेकर अपनी त्‍वचा पर प्रेस करेंगी तो उस टिशू पेपर में तेल लग जाएगा, जिससे आप समझ जाइयेगा कि आपकी त्‍वचा औयली है.

संवेदनशील : सेन्‍सिटिव स्‍किन लालिमां लिये हुए होती है. शरीर में हाई हिस्‍टामाइन होने की वजह से स्‍किन सेन्सिटिव हो जाती है और सिरोसिस, रोसेसिआ और एक्‍जिमा होने के बहुत सारे चांस होते हैं.

झुर्रियां : बढ़ती उम्र और पर्यावरणीय कारकों की वजह से त्‍वचा पर झुर्रियां पड़ने लगती हैं. सूरज की धूप और तनाव का लेवल बढ़ना भी एक कारण होता है. त्वचा पर हल्‍की रेखाएं दिखना पिगमेंटेशन और त्‍वचा का ग्रे हो जाना बताता है कि आप की त्‍वचा पर एजिंग का असर पडने लगा है.

एक्‍ने प्रोन : लार्ज पोर साइज और रिएक्‍टिव स्‍किन होने की वजह से एक्‍ने, पिंपल होने की बहुत संभावना हो जाती है. इस बात का पता कि एक्‍ने बैक्‍टीरियल, हार्मोनल या वंशानुगत है, केवल उसकी जांच से ही पता लगाया जा सकता है. वैसे तो त्‍वचा की साफ-सफाई से इसे कंट्रोल किया जा सकता है लेकिन अगर या बड़ी समस्‍या में से एक है तो डर्मटालजिस्ट के पास ही जाना सही रहेगा.

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