Washing Machine में कपड़ों के अलावा धो सकते हैं ये 6 चीजें, पढ़ें खबर

आप रोजाना कितने काम करती हैं. सुबह सबसे पहले उठती हैं और रात को सबको सुलाकर ही सोती हैं. सारा दिन दूसरों की जिन्दगी को आसान बनाने और संवारने में बिता देती हैं. जब भी खुद की बात आए तो कोई न कोई बहाना और फिर दोबारा बस दूसरों के लिए ही जीना. आपके रोजमर्रा के कामकाज को आसान करने के लिए बहुत सारी मशीनें हैं. वाशिंग मशीन से पूरे घर के कपड़ों को धोना काफी आसान हो जाता है. पर क्या आप जानती हैं कि वाशिंग मशीन में कपड़ों के अलावा भी बहुत कुछ धोया जा सकता है.

इन चीजों को भी धो सकते हैं वाशिंग मशीन में-

1. स्नीकर्स

स्नीकर्स पहनने में आरामदायक होने के साथ ही ट्रेंडी लुक भी देते हैं. रनिंग शूज तो हमारी जिन्दगी का जरूरी हिस्सा हैं. पर स्नीकर्स और रनिंग शूज को साफ करने में काफी मेहनत लगती है. अगर स्नीकर्स व्हाइट हो तो डबल मेहनत लगती है. पर आप अपने स्नीकर्स और रनिंग शूज को वाशिंग मशीन में भी धो सकती हैं. स्नीकर्स और शूज के लेस और सोल को हटा दें. अब इन्हें, टावल और रैग्स के साथ वाशिंग मशीन में डाल दें. स्नीकर्स को ड्रायर में नहीं बल्कि हवा में ही सुखाएं.

2. लंच बॉक्स

लंच बॉक्स को आप हाथों से या फिर डिशवाशर में धोती होंगी. लंच बॉक्स पर रोजाना क्या कुछ नहीं बीतता. पर आप वाशिंग मशीन में भी इन्हें आसानी से धो सकती हैं. लंच बॉक्स को टावल के साथ ही कोल्ड वाटर साइकल में डालें. लंच बॉक्स को भी ड्रायर में न सुखाएं.

3. योगा मैट्स

गंदे पड़े योगा मैट से आपको स्वास्थ्य लाभ कभी नहीं होगा. योगा मैट को भी आप वाशिंग मशीन में बड़ी आसानी से धो सकती हैं. ध्यान रहे योगा मैट को अकेले न धोयें. बेडशीट्स, टावल के साथ ही योगा मैट को भी कोल्ड वाटर साइकल में डालें. योगा मैट को हवा में सुखाएं और अगली बार फ्रेश मैट पर ही योगा और ऐक्सरसाइज करें.

4. कैप

बच्चे हो या बड़े कैप या टोपी तो सभी लगाते हैं. चाहे धूप से बचना हो या अपने गंजे सर को छिपाना हो, कैप का इस्तेमाल सभी करते हैं. पर कैप की सफाई में मशक्कत आप ही को करनी पड़ती है. आप कैप को भी वाशिंग मशीन में धो सकती हैं. कोल्ड वाटर के एक जेंटल साइकल से आपका काम हो जाएगा. समय और मेहनत दोनों बच जाएंगे.

5. स्टफ्ड टोय

बच्चों की सबसे चहेती चीजों में से एक है उनके स्टफ्ड टोय. जाहिर सी बात है आपके बच्चे जिसके साथ जितना वक्त बिताएंगे, वे चीजें उतनी ही गंदी होगी. आप स्टफ्ड टोय को भी वाशिंग मशीन में धो सकती हैं. पर खिलौनों पर लिखे निर्देशों का पालन करें. अगर मशीन वाश करने से मना किया गया है तो गल्ती से भी टोय को मशीन में न धोयें.

6. तकिए

तकिए के खोल ही नहीं. आप तकिए को भी वाशिंग मशीन में धो सकते हैं. अब आप कहेंगी कि तकिए तो बहुत सॉफ्ट होते हैं और मशीन में धोने से खराब हो जाएंगे. पर ऐसा नहीं है. एक साथ 2 तकियों को मशीन में डालें और उन्हें वार्म जेंटल वाश दें. तेज धूप में सुखाएं.

तो अगली बार अपने कंधों का जरा सा भार अपने वाशिंग मशीन पर डाल दें.

13 टिप्स: Washing Machine में कपड़े धोने के टिप्स

क्या आप जानती हैं कि कपड़ों की सही धुलाई के साथसाथ उन की क्वालिटी को भी कैसे बरकरार रखा जा सकता है? अगर नहीं तो परेशान न हों. हम आप को बता रहे हैं कि कपड़ों की सही धुलाई कैसे करें:

1. कपड़ों को धोने से पहले उन्हें अलग-अलग करें जैसे ज्यादा गंदे कपड़ों को अलग धोएं तो कम गंदे कपड़ों को अलग. इसी तरह ऊनी और सूती कपड़ों को भी अलग कर लें. कमीजों, पैंटों, नए सूती कुरतों आदि को अलग धोएं तो चादरों, तौलियों और नाइट सूटों को अलग से धोएं. सभी कपड़ों को एकसाथ मशीन में भर देना उचित नहीं है.

2. मशीन में कपड़ों को डालने का भी एक तरीका होता है जैसे कि बड़े कपड़े सब से पहले फिर उन से छोटे और फिर उन से छोटे. कपड़ों की तह को खोल कर डालें. अगर कपड़ों को यों ही मशीन में भर देंगी तो वे आपस में उलझ जाएंगे और फिर जिस समय मशीन स्पंज करती है, तो उन के फटने और मशीन में एरर आ कर रुक जाने की स्थिति भी उत्पन्न हो जाती है.

3. कोई भी नया कपड़ा डालने से पहले चैक कर लें कि उस का रंग तो नहीं निकल रहा, क्योंकि अगर रंग निकलने वाला कपड़ा हुआ तो मशीन में डाले गए सारे कपड़े खराब हो जाएंगे.

4. डिटर्जैंट पाउडर या साबुन का इस्तेमाल कपड़ों के हिसाब से करें. ज्यादा डिटर्जैंट के इस्तेमाल से ऊनी और सिल्क के कपड़ों को नुकसान पहुंच सकता है.

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5. हर मशीन की डिटर्जैंट लेने की अपनी क्षमता होती है, इसलिए अगर मशीन में 1 ढक्कन डिटर्जैंट डालने के लिए लिखा है, तो उतना ही डालें.

6. कई मशीनों की बुकलेट में लिखा होता है कि नौर्मल डिटर्जैंट के साथ आधा ढक्कन मशीन का डिटर्जैंट भी डालें, जो अलग से खरीदना होता है. लेकिन कई बार महिलाएं सोचती हैं कि इसे खरीदने की क्या जरूरत है. मगर यह सोच ठीक नहीं है, क्योंकि उस डिटर्जैंट की वजह से ही तो कपड़े ज्यादा साफ होते हैं.

7.  डिटर्जैंट चुनते वक्त पहले यह तय कर लें कि पाउडर का इस्तेमाल करना है या लिक्विड डिटर्जैंट का. लिक्विड डिटर्जैंट अपेक्षाकृत ज्यादा महंगा होता है पर इस बात को भी ध्यान में रखें कि अगर आप कपड़े धोने के लिए ठंडे पानी का इस्तेमाल करती हैं तो पाउडर पानी में आसानी से नहीं घुलेगा. बेहद मुलायम कपड़ों को धोने के लिए लिक्विड डिटर्जैंट का इस्तेमाल करें.

8.  डिटर्जैंट का इस्तेमाल करते समय फैब्रिक का भी ध्यान रखें. सिल्क या ऊनी कपड़ों की धुलाई के लिए मुलायम डिटर्जैंट का इस्तेमाल करें. बच्चों के कपड़ों की धुलाई के लिए बेहद मुलायम डिटर्जैंट का इस्तेमाल करें, क्योंकि बच्चों की त्वचा बेहद संवेदनशील होती है. सफेद कपड़ों की धुलाई के लिए ब्लीच फौर्मूला वाले डिटर्जैंट का इस्तेमाल करें तो रंगीन कपड़ों की धुलाई के लिए ऐसे डिटर्जैंट का इस्तेमाल करें जिस से कि कपड़ों में चमक आ जाए.

9. वाशिंग मशीन में कपड़े धोते वक्त सब से पहले डिटर्जैंट डालें और फिर कपड़े, क्योंकि कपड़ों के ऊपर डिटर्जैंट डालने से न सिर्फ कपड़ों में डिटर्जैंट के चिपके रहने की आशंका रहती है, बल्कि कपड़ों का रंग भी उड़ जाता है.

10. कपड़ों को वाशिंग मशीन में डालने से पहले उन पर लगे दागधब्बों को हाथ से छुड़ा लें. दरअसल, वाशिंग मशीन में दाग लगे कपड़ों को सीधा डालने से निशान और गहरे हो जाते हैं.

11. अगर मशीन सेमीऔटोमैटिक है तो कपड़े धुल जाने के बाद अलार्म बजेगा. तब आप को कपड़ों में पानी निकालने के लिए ड्रायर में कपड़े भरने होंगे. इस में 5-10 मिनट लगेंगे. उस के बाद कपड़े सूखने डाल दें.

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12. कपड़े धोने के बाद वाशिंग मशीन का डिटर्जैंट बौक्स भी साफ करना जरूरी है. उस में बचा वाशिंग पाउडर जरूर निकाल लें और अच्छी तरह साफ करें. यदि संभव हो, तो पूरे बौक्स को बाहर निकाल लें और किसी पुराने टूथब्रश से साफ कर लें.

13. वाशिंग मशीन के अंदर का ड्रम भी साफ करती रहें ताकि मशीन साफ रहे. उस में कई सारे छोटेछोटे छिद्र होते हैं, जिन में कीटाणु जमा हो जाते हैं. बेहतर है हर महीने खाली मशीन चला दें. इस के लिए डिशवाशर टैबलेट और गरम पानी का इस्तेमाल करें.

आपके काम आएंगी वौशिंग मशीन में कपड़े धोने की ये टिप्स

आजकल इलेक्ट्रौनिक मशीनों ने काम करने की मेहनत बचा दी है, लेकिन अगर हमारी मदद करने वाली चाजों का अगर हम सही ढ़ग से इस्तेमाल न करें तो यह आपके काम को बिगाड़ भी सकती है. क्या आप जानती हैं कि कपड़ों की सही धुलाई के साथ-साथ उनकी क्वालिटी को भी कैसे बरकरार रखा जा सकता है? अगर नहीं तो परेशान न हों. हम आपको बताएंगे हैं कि कपड़ों की सही धुलाई कैसे करें…

1. कपड़ों को अलग-अलग धोने की करें कोशिश

कपड़ों को धोने से पहले उन्हें अलग-अलग करें जैसे ज्यादा गंदे कपड़ों को अलग धोएं तो कम गंदे कपड़ों को अलग. इसी तरह ऊनी और सूती कपड़ों को भी अलग कर लें. कमीजों, पैंटों, नए सूती कुरतों आदि को अलग धोएं तो चादरों, तौलियों और नाइट सूटों को अलग से धोएं. सभी कपड़ों को एकसाथ मशीन में भर देना उचित नहीं है.

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2. वौशिंग मशीन में कपड़े डालने से पहले रखें ये ध्यान

मशीन में कपड़ों को डालने का भी एक तरीका होता है जैसे कि बड़े कपड़े सबसे पहले फिर उन से छोटे और फिर उन से छोटे. कपड़ों की तह को खोल कर डालें. अगर कपड़ों को यों ही मशीन में भर देंगी तो वे आपस में उलझ जाएंगे और फिर जिस समय मशीन स्पंज करती है, तो उन के फटने और मशीन में एरर आ कर रुक जाने की स्थिति भी उत्पन्न हो जाती है.

3. रंग निकलने वाले कपड़ों को रखें अलग

कोई भी नया कपड़ा डालने से पहले चैक कर लें कि उस का रंग तो नहीं निकल रहा, क्योंकि अगर रंग निकलने वाला कपड़ा हुआ तो मशीन में डाले गए सारे कपड़े खराब हो जाएंगे.

4. मशीन के इस्तेमाल से पहले पढ़ें बुकलेट

कई मशीनों की बुकलेट में लिखा होता है कि नौर्मल डिटर्जैंट के साथ आधा ढक्कन मशीन का डिटर्जैंट भी डालें, जो अलग से खरीदना होता है. लेकिन कई बार महिलाएं सोचती हैं कि इसे खरीदने की क्या जरूरत है. मगर यह सोच ठीक नहीं है, क्योंकि उस डिटर्जैंट की वजह से ही तो कपड़े ज्यादा साफ होते हैं.

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5. वौशिंग मशीन के लिए चुनें सही डिटरजेंट

– डिटर्जैंट चुनते वक्त पहले यह तय कर लें कि पाउडर का इस्तेमाल करना है या लिक्विड डिटर्जैंट का. लिक्विड डिटर्जैंट अपेक्षाकृत ज्यादा महंगा होता है पर इस बात को भी ध्यान में रखें कि अगर आप कपड़े धोने के लिए ठंडे पानी का इस्तेमाल करती हैं तो पाउडर पानी में आसानी से नहीं घुलेगा. बेहद मुलायम कपड़ों को धोने के लिए लिक्विड डिटर्जैंट का इस्तेमाल करें.

6. फैब्रिक का रखें ध्यान

डिटर्जैंट का इस्तेमाल करते समय फैब्रिक का भी ध्यान रखें. सिल्क या ऊनी कपड़ों की धुलाई के लिए मुलायम डिटर्जैंट का इस्तेमाल करें. बच्चों के कपड़ों की धुलाई के लिए बेहद मुलायम डिटर्जैंट का इस्तेमाल करें, क्योंकि बच्चों की त्वचा बेहद संवेदनशील होती है. सफेद कपड़ों की धुलाई के लिए ब्लीच फौर्मूला वाले डिटर्जैंट का इस्तेमाल करें तो रंगीन कपड़ों की धुलाई के लिए ऐसे डिटर्जैंट का इस्तेमाल करें जिस से कि कपड़ों में चमक आ जाए.  वाशिंग मशीन में कपड़े धोते वक्त सब से पहले डिटर्जैंट डालें और फिर कपड़े, क्योंकि कपड़ों के ऊपर डिटर्जैंट डालने से न सिर्फ कपड़ों में डिटर्जैंट के चिपके रहने की आशंका रहती है, बल्कि कपड़ों का रंग भी उड़ जाता है.

7. दाग-धब्बों वाले कपड़ों का रखें ध्यान

कपड़ों को वाशिंग मशीन में डालने से पहले उन पर लगे दागधब्बों को हाथ से छुड़ा लें. दरअसल, वाशिंग मशीन में दाग लगे कपड़ों को सीधा डालने से निशान और गहरे हो जाते हैं.

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8. कपड़े धोने के बाद भी करें मशीन की सफाई

कपड़े धोने के बाद वाशिंग मशीन का डिटर्जैंट बौक्स भी साफ करना जरूरी है. उसमें बचा वाशिंग पाउडर जरूर निकाल लें और अच्छी तरह साफ करें. यदि संभव हो, तो पूरे बौक्स को बाहर निकाल लें और किसी पुराने टूथब्रश से साफ कर लें. वाशिंग मशीन के अंदर का ड्रम भी साफ करती रहें ताकि मशीन साफ रहे. उस में कई सारे छोटेछोटे छिद्र होते हैं, जिन में कीटाणु जमा हो जाते हैं. बेहतर है हर महीने खाली मशीन चला दें. इस के लिए डिशवाशर टैबलेट और गरम पानी का इस्तेमाल करें.

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