वैक्सिंग के बाद हाथ-पैरों पर लालनिशान पड़ जाते हैं, मैं क्या करूं?

सवाल-

जब भी मैं वैक्स करवाती हूं तो मेरे हाथ, पैरों पर लाललाल निशान पड़ जाते हैं ? इस समस्या के कारण अब मैं वैक्स करवाने से भी डरने लगी हूँ. आप ही कोई समाधान बताएं?

जवाब

आपका डरना बिलकुल जायज है. क्योंकि जिस वैक्स का इस्तेमाल आप अपने हाथपैरों को क्लीन करने के लिए करती हैं , अगर वे आपको खूबसूरत बनाने के बजाह आपके शरीर पर दागधब्बे छोड़ दे तो आप उसका इस्तेमाल करने से पहले 10 बार सोचेंगी. लेकिन आपको बता दें कि ऐसा अकसर सेंसिटिव स्किन वाले लोगों के साथ ज्यादा होता है. जिससे स्किन पर लाललाल स्पोट्स पड़ जाते हैं. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि वैक्स में इस्तेमाल किए गए केमिकल्स व फ्रैंगरेंस के संपर्क में जब स्किन आती है तो एलर्जी की वजह से भी स्किन पर लाललाल निशान यानि रेड बम्प्स हो जाते हैं.  कई बार स्किन पर पहले से ही इंफेक्शन होता है और फिर उस पर अगर वैक्स का इस्तेमाल किया जाता है तो उससे स्किन में और जलन व इर्रिटेशन पैदा होने के कारण ये समस्या होती है. या फिर अगर आप वैक्सिंग बहुत जल्दी जल्दी करवाती हैं तो उससे अंडररुट बालों को जड़ से निकालने के लिए जब वैक्स का इस्तेमाल किया जाता है तो उससे भी स्किन को नुकसान पहुंचता है. इसलिए कोशिश करें कि जब तक पूरी ग्रोथ न आए तब तक वैक्स न करवाएं.

अगर आपको रेड बम्प्स हो गए हैं तो उससे कैसे निबटें – 

– अगर आपको वैक्स करवाने के बाद हाथपैरों पर जलन महसूस हो रही है तो तुरंत ही बर्फ या ठंडा पानी अप्लाई करें. इससे जलन, सूजन व इर्रिटेशन को कम होने में मदद मिलेगी.

– एलोवीरा जैल इस प्रोब्लम के लिए बेस्ट माना जाता है. क्योंकि इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी प्रोपर्टीज होने के कारण ये स्किन की जलन को कम करके स्किन को नौरिश करने का काम करता है.

– अगर वैक्स करवाने के बाद आपकी स्किन रेड पड़ने के साथ जल रही है, तो आप उस पर टी ट्री आयल में कोकोनट आयल मिलाकर उसे प्रभावित जगह पर लगाएं. असल में इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी प्रोपर्टीज होती हैं , जो स्किन को स्मूद बनाने के साथ दर्द, सूजन व रेडनेस को कम करने में मददगार साबित होती हैं .

– बता दें कि एप्पल साइडर विनेगर में एंटीसेप्टिक और एस्ट्रिंजेंट प्रोपर्टीज होने के कारण ये स्किन के पीएच लेवल को बैलेंस करने के साथ जलन को कम करने का काम करता है. इसके लिए आप दोनों को बराबर मात्रा में लेकर रुई की मदद से अफेक्टेड एरिया में अप्लाई करें. फिर ड्राई होने के बाद पानी से क्लीन करें. रोजाना ऐसा करने पर आपको तुरंत सुधार नजर आने लगेगा.

– स्किन को सोफ्ट बनाने व उसकी जलन को कम करने के लिए हमेशा खुशबू रहित मोइस्चराइज़र का ही इस्तेमाल करें.

कैसी हो आपकी वैक्स 

अगर आपकी स्किन बारबार रेड हो जाती है तो आप सिर्फ सेंसिटिव स्किन के लिए ही बनी वैक्स का इस्तेमाल करें, क्योंकि इसमें नेचुरल इंग्रीडिएंट्स का इस्तेमाल होने के साथसाथ एंटीइंफ्लेमेटरी प्रोपर्टीज होती हैं , जो स्किन में जलन पैदा होने से रोकती है. साथ ही स्किन को सोफ्ट व स्मूद बनाने का भी काम करती है. सेंसिटिव स्किन वालों के लिए बीन्स वैक्स, क्रीम वैक्स और लिपसोलुबल वैक्स बेस्ट रहती है. क्योंकि ये स्किन पर एकदम से गर्म नहीं लगती और सोफ्टली हेयर्स को रिमूव करने का काम करती हैं. अंडररूट्स हेयर्स को भी स्किन को नुकसान पहुंचाए बिना आसानी से  रिमूव कर देती है. इसलिए आप कोई भी वैक्स के इस्तेमाल करने से बचें. आप चाहें तो परमानेंट लेज़र ट्रीटमेंट का भी सहारा ले सकती हैं.

इन बातों का भी रखें ख्याल 

वैक्सिंग से पहले अपनी स्किन को मोइस्चराइज़ जरूर करें, क्योंकि इससे वैक्स स्किन पर आसानी से अप्लाई होकर स्किन से आसानी से हेयर्स निकल जाते हैं. इस बात का भी ध्यान रखें कि आप वैक्सिंग से पहले सैलिसिलिक एसिड वाले प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल न करें. क्योंकि ये स्किन को पतला बनाने का काम करते हैं , जिससे आपकी स्किन जल्दी हर्ट हो सकती है.

अगर आपकी भी ऐसी ही कोई समस्या है तो हमें इस ईमेल आईडी पर भेजें- submit.rachna@delhipress.biz
 
सब्जेक्ट में लिखे…  गृहशोभा-व्यक्तिगत समस्याएं/ Personal Problem

करवा चौथ 2022: वैक्सिंग करने के घरेलू उपाय

इन दिनों ज्यादातर लड़कियां (महिलायें) अपने शरीर के अनचाहे बालों को निकालने के लिए वैक्सिंग का इस्तेमाल करती हैं. हालांकि वैक्सिंग कराना कष्टकारी होता है लेकिन यदि सही तरीके से किया जाय तो यह कष्ट काफी हद तक कम हो सकता है . इसलिए यह वैक्सिंग करने वाले पर निर्भर करता है कि वह कितना एक्सर्प्ट है.

लेकिन यदि आप खुद घर पर ही वैक्सिंग करना चाहें तो बाजार में उपलब्ध वक्सिंग मैटेरियल से ऐसा कर सकती हैं. और यदि आप चाहे तो खुद ही घर पर वक्सिंग तैयार कर कर सकती है जो कि बेहतर हो और आपको सूट भी करे.

वैक्सिंग करने के फायदे

वैक्सिंग करने से शरीर के अनचाहे बालों से छुटकारा पाया जाता है. ऐसा करने से बाल पहले से कम और मुलायम आते हैं.

हॉट वैक्स

हॉट वैक्स को सीधे आग पर रखकर गर्म किया जाता है. शरीर के नाजुक अंगों पर इस्तेमाल किया जाता है. जैसे चेहरे, गर्दन व गालों पर.

हॉट वैक्स करने तरीका

वैक्स को आग पर गर्म करें. जिस जगह वैक्सिंग करनी है उस जगह पाउडर लगाएं. जिस दिशा में बाल उग रहे हैं उससे विपरीत दिशा में वैक्स लगा दें. स्किन को कस कर पकड़ें और धीरे-धीरे बालों की दिशा में वैक्स निकाल दें.

कोल्ड वैक्स

कोल्ड वैक्स बांहों, टांगों और बगलों के लिए सही है. जिस जगह से बाल हटाना है उसी जगह वैक्स लगा लें और पट्टी चिपका कर उल्टी दिशा में कस कर खींचे.

कोल्ड वेक्स बनाने का तरीका

1/2 कप चीनी

1/2 कप पानी

1/2 कप साइट्रिक एसिड या नींबू

1 चम्मच ग्लिसरीन

विधि

चीनी और पानी की चाशनी बना लें.

फिर साइट्रिक एसिड डाल दें और गाढ़ा होने पर उतार दें.

फिर उसमें एक चम्मच ग्लिसरीन डॉल दें.

वैक्स करने के बाद पाँच मिनट कोल्ड क्रीम से मालिश करें.

वैक्‍सिंग के दौरान लड़कियां दर्द तो सह जाती हैं लेकिन वैक्‍सिंग के बाद जब उन्‍हें फुंसियां निकलती हैं तब वह अपना निशान छोड़ जाती हैं. यह फुंसिया, तब निकलती हैं जब वैक्‍स द्वारा आपके शरीर से बाल को कस कर खींचा जाता है.

कुछ केस में तो ये फुंसियां कुछ ही घंटों में गायब हो जाती हैं, लेकिन कुछ केस में ये लंबे समय तक रह जाती हैं और सूखने के बाद खुजलाती हैं. वैक्‍सिंग के बाद आपको इन तकलीफों से मुक्‍ति मिले, इसके लिये हम आपको कुछ टिप्‍स बताएंगे.

1. वैक्‍सिंग से पहले ट्राई कर लें कि वैक्स आपको सूट भी कर रहा है या नहीं.

2. वैक्‍सिंग वाले दिन अपनी स्‍किन को प्‍यूमिक स्‍टोन से बिल्‍कुल ना रगड़ें.

3. प्रभावित एरिया पर एंटीबायोटिक क्रीम लगाइये जिससे जर्म और मार्क ना फैलें.

4. वैक्‍सिंग वाले दिन हार्श सोप का यूज ना करें. बल्‍कि सादे पानी से नहांए और लूफा का प्रयोग करें.

5. ढीले ढाले कपड़े पहने क्‍योंकि टाइट जींस या कपड़े पहनने से त्‍वचा में रगड़ होती है, जिससे छाले निकल सकते हैं.

6. वैक्‍सिंग के तुरंत बाद त्‍वचा पर आइस क्‍यूब्‍स लगाएं और उसके बाद अच्‍छा मॉइस्‍चराइजर लगाएं.

7. ताजा नींबू, नारियल तेल या टी ट्री ऑइल लगाना अच्‍छा होता है. आप चाहें तो प्रभावित त्‍वचा पर थोड़ा सा बेबी पावडर लगा सकती हैं.

8. अपने नाखूनों से वैक्‍सिंग वाली त्‍वचा को ना खरोंचे.अगर आपको बहुत ज्‍यादा खुजली होती है तो आप उस जगह को किसी मुलायम कपड़े से सहला लें.

वैक्सिंग कराने के बाद खुजली और दानों की प्रौब्लम हो जाती है, मैं क्या करुं?

सवाल-

मेरी उम्र 21 साल है. मेरी बाजुओं पर बहुत सारे बाल हैं जिन्हें रिमूव करने के लिए मैं वैक्सिंग कराती हूं. पर हर बार वैक्सिंग कराने पर मुझे इचिंग होने लगती है और कभीकभी दाने भी हो जाते हैं. बताएं मैं क्या करूं?

जवाब-

वैक्सिंग से इचिंग होती है तो इस का कारण वैक्सिंग से ऐलर्जी होना होता है. अगर आप को वैक्सिंग से ऐलर्जी है तो वैक्सिंग से पहले आप कोई ऐंटीऐलर्जिक गोली खा सकती हैं ताकि ऐलर्जी न हो. अगर वैक्सिंग के बाद दाने निकल आते हैं तो चांसेज हैं कि वैक्सिंग करने वाला सही नहीं है या वह सफाई से काम नहीं कर रहा. वैक्सिंग के लिए हाइजीन का ध्यान रखना बहुत जरूरी है.

वैक्सिंग करने के लिए डिस्पोजेबल पट्टी का इस्तेमाल करवाएं. वैक्सिंग करने से पहले फ्री वैक्स जैल और करने के बाद पोस्ट वैक्स जैल दोनों का इस्तेमाल करना बहुत जरूरी है. इन बातों का ध्यान रखा जाए तो दाने होने के चांसेज बहुत कम हो जाते हैं. आप चाहें तो इन बालों से हमेशा के लिए छुटकारा पा सकती हैं. इस के लिए पल्स लाइट ट्रीटमैंट या लेजर ट्रीटमैंट ले सकती हैं. यह बहुत सेफ और पेनलैस है और इस से हमेशा के लिए बालों से छुटकारा पाया जा सकता है.

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ये भी पढ़ें-  

टीनऐजर्स की स्किन सौफ्ट होती है, छोटी उम्र में वैक्सिंग बिलकुल नहीं, हाथपैर खराब हो जाएंगे, सैंसिटिव स्किन पर रैशेज पड़ने का डर रहेगा, वैक्स करवाने से स्किन लटक जाएगी आदि बातें की जाती हैं.

सचाई यह है कि प्यूबर्टी के कारण शारीरिक व मानसिक रूप से काफी परिवर्तन होते हैं. खासकर, बालों की ग्रोथ तेजी से बढ़ती है. इस का कारण हार्मोनल चैंजेस होते हैं. ऐसे में टीनऐजर्स अपने शरीर में हुए इन बदलावों को स्वीकार नहीं कर पाते हैं और खुद की तुलना दूसरी लड़कियों से कर के कौंपलैक्स के शिकार होने लगते हैं. वैक्सिंग व उन की स्किन की सही जानकारी ले कर उन की इस समस्या का समाधान करें.

कैसी है स्किन

आप की स्किन की सौफ्टनैस व लचीलापन सिर्फ इस बात पर निर्भर नहीं करता है कि आप कैसा प्रोडक्ट इस्तेमाल करती हैं, बल्कि इस के लिए एक्स्टर्नल व इंटरनल दोनों कारण जिम्मेदार होते हैं.

जैसे, स्किन की इलास्टिसिटी कितना वाटर रिटेन करने में सक्षम है इस बात पर डिपैंड करती है तो वहीं सीबम के उत्पादन पर स्किन की सौफ्टनैस निर्भर करती है. स्किन की सैंसिटिविटी के लिए हमारा खानपान व हार्मोंस जिम्मेदार होते हैं, इसलिए स्किन टाइप को ध्यान में रख कर ही हमेशा वैक्सिंग करवानी चाहिए ताकि किसी तरह के रिऐक्शन का डर न हो. लेकिन ऐसा तभी हो पाएगा जब आप को इस की जानकारी होगी.

स्किन टाइप के हिसाब से वैक्सिंग

नौर्मल स्किन : नौर्मल स्किन वालों में वाटर व लिपिड कंटैंट काफी अच्छा होता है, जिस के कारण उन की स्किन ड्राई नहीं होती. यह अतिरिक्त सीबम का उत्पादन भी करता है. इस से स्किन पर किसी भी तरह का रिऐक्शन नहीं होता. ऐसी स्किन वाले टीनऐजर्स के लिए सौफ्ट व हार्ड वैक्स बैस्ट विकल्प है, जो उन की स्किन को नरिश करने का काम करता है.

टीनऐजर्स एंड वैक्सिंग

टीनऐजर्स की स्किन सौफ्ट होती है, छोटी उम्र में वैक्सिंग बिलकुल नहीं, हाथपैर खराब हो जाएंगे, सैंसिटिव स्किन पर रैशेज पड़ने का डर रहेगा, वैक्स करवाने से स्किन लटक जाएगी आदि बातें की जाती हैं.

सचाई यह है कि प्यूबर्टी के कारण शारीरिक व मानसिक रूप से काफी परिवर्तन होते हैं. खासकर, बालों की ग्रोथ तेजी से बढ़ती है. इस का कारण हार्मोनल चैंजेस होते हैं. ऐसे में टीनऐजर्स अपने शरीर में हुए इन बदलावों को स्वीकार नहीं कर पाते हैं और खुद की तुलना दूसरी लड़कियों से कर के कौंपलैक्स के शिकार होने लगते हैं. वैक्सिंग व उन की स्किन की सही जानकारी ले कर उन की इस समस्या का समाधान करें.

कैसी है स्किन

आप की स्किन की सौफ्टनैस व लचीलापन सिर्फ इस बात पर निर्भर नहीं करता है कि आप कैसा प्रोडक्ट इस्तेमाल करती हैं, बल्कि इस के लिए एक्स्टर्नल व इंटरनल दोनों कारण जिम्मेदार होते हैं.

जैसे, स्किन की इलास्टिसिटी कितना वाटर रिटेन करने में सक्षम है इस बात पर डिपैंड करती है तो वहीं सीबम के उत्पादन पर स्किन की सौफ्टनैस निर्भर करती है. स्किन की सैंसिटिविटी के लिए हमारा खानपान व हार्मोंस जिम्मेदार होते हैं, इसलिए स्किन टाइप को ध्यान में रख कर ही हमेशा वैक्सिंग करवानी चाहिए ताकि किसी तरह के रिऐक्शन का डर न हो. लेकिन ऐसा तभी हो पाएगा जब आप को इस की जानकारी होगी.

स्किन टाइप के हिसाब से वैक्सिंग

नौर्मल स्किन : नौर्मल स्किन वालों में वाटर व लिपिड कंटैंट काफी अच्छा होता है, जिस के कारण उन की स्किन ड्राई नहीं होती. यह अतिरिक्त सीबम का उत्पादन भी करता है. इस से स्किन पर किसी भी तरह का रिऐक्शन नहीं होता. ऐसी स्किन वाले टीनऐजर्स के लिए सौफ्ट व हार्ड वैक्स बैस्ट विकल्प है, जो उन की स्किन को नरिश करने का काम करता है.

ड्राई स्किन : ड्राई स्किन पर्याप्त मात्रा में सीबम का उत्पादन करने में सक्षम नहीं होती है, जिस से स्किन ड्राईड्राई सी लगती है. इस के लिए वैक्सिंग से पहले स्किन को ऐक्सफौलिएट करने की जरूरत होती है ताकि डैड स्किन रिमूव हो कर स्मूद हो सके.

ऐसी स्किन वालों के लिए हनी व कोको वैक्स बेहतर औप्शन है, जो स्किन को मौइश्चर प्रदान करने के कारण सौफ्ट फील देता है.

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औयली स्किन : औयली स्किन में वाटर लैवल अच्छाखासा होता है. लेकिन अतिरिक्त सीबम औयली स्किन के लिए परेशानी का कारण बनता है. इसलिए स्किन पर वैक्सिंग से पहले पाउडर अप्लाई किया जाता है ताकि अतिरिक्त औयल को पाउडर सोख सके और वैक्स एक बार में ही अपना काम कर दे. ऐसी स्किन पर क्रीम वैक्स अच्छा रिजल्ट देती है.

सैंसिटिव स्किन : सैंसिटिव स्किन को खास केयर की जरूरत होती है क्योंकि ऐसी स्किन पर एलर्जी पनपने के चांसेज ज्यादा रहते हैं. इस के लिए लो मैल्ट वाली हाई वैक्स अच्छी रहती है, जो स्किन को सेफ रखने के साथसाथ स्मूद बनाए रखती है.

सभी स्किन के लिए बैस्ट है क्रीम वैक्स

क्रीम वैक्स को सभी स्किन टाइप के लिए उपयुक्त माना जाता है क्योंकि यह कम हीट पर पिघलती है और बाकी वैक्स की तुलना में चिपकती भी कम है. यह विभिन्न औयल व मिल्क से बनी होने के कारण स्किन को नरिश करने का काम करती है.

पतली स्किन की ज्यादा केयर

बड़ों की तुलना में टीनऐजर्स की स्किन थोड़ी पतली होती है, जिस से स्किन को नुकसान पहुंचने का डर बना रहता है. ऐसे में अगर आप अपने बच्चे की वैक्सिंग खुद घर पर करने की सोच रही हैं तो आप का यह निर्णय सही नहीं है, क्योंकि आप को स्किन व वैक्स के बारे में सही जानकारी नहीं होने के कारण हो सकता है कि आप ज्यादा गरम वैक्स स्किन पर लगा दें, जिस से स्किन जल भी सकती है.

ऐसे में प्रोफैशनल की देखरेख में ही इसे करवाना उपयुक्त रहता है. टीनऐजर्स की स्किन को देख कर ही पता लगा लेते हैं कि उन की स्किन पर किस तरह की वैक्स की जरूरत है, जिस से दर्द भी कम हो व बाल भी जड़ से निकल जाएं. उन की देखरेख में स्किन जलने, काली पड़ने का डर नहीं रहता, जो शायद घर पर संभव न हो. वे फ्री व पोस्ट वैक्सिंग केयर का भी खास ध्यान रखते हैं.

भूल कर भी हेयर रिमूवल क्रीम्स नहीं

हेयर रिमूवल क्रीम्स भले आसानी से उपलब्ध होने के साथसाथ शरीर से अनचाहे बालों को हटाने का बहुत ही आसान सा उपाय हैं लेकिन इस में मौजूद कैमिकल्स से स्किन काली पड़ने के साथसाथ उन पर रैशेज, दागधब्बे भी पड़ जाते हैं. साथ ही, 3-4 दिनों में ही काले व मोटे बाल आने शुरू हो जाते हैं, जो स्किन की सौफ्टनैस को खत्म करने का काम करते हैं.

वैक्सिंग से ग्रोथ भी कम

हेयर रिमूवल क्रीम की तुलना में वैक्सिंग जड़ से बालों को निकालने का काम करती है, जिस से लंबे समय तक बाल नहीं आते और जब आते हैं तो बहुत ही सौफ्ट ग्रोथ आती है. खास बात यह है कि यह स्किन की टैनिंग को रिमूव करने के साथ स्किन के टैक्स्चर को भी इंप्रूव करती है.

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लेजर ट्रीटमैंट भी कारगर

हर लड़की खूबसूरत दिखना चाहती है. लेकिन कई बार मासिकधर्म शुरू होने या एंड्रोजन हार्मोन (जो पुरुष हार्मोन होता है) की मात्रा महिला के शरीर में बढ़ने से चेहरे पर अनचाहे बाल आने लगते हैं, जिस से उन्हें लोगों को फेस करने में शर्मिंदगी महसूस होती है और इस से छुटकारा पाने के लिए कभी वे चोरीछिपे थ्रेड चलवाती हैं तो कभी रेजर का इस्तेमाल करती हैं, जिस से चेहरा खराब होने लगता है.

ऐसे में जब बात चेहरे की आए तो मांओं को चाहिए कि वे अपने बच्चों को अच्छे डर्मेटोलौजिस्ट को दिखाएं ताकि चेहरे पर आने वाले अनचाहे बालों का कारण ज्ञात हो सके. हार्मोंस में गड़बड़ी होने पर उसे दवाइयों से कंट्रोल किया जा सकता है. वहीं चेहरे पर अनचाहे बालों को लेजर ट्रीटमैंट से भी ठीक किया जा सकता है, जो काफी सेफ व इफैक्टिड तरीका है.

यह तकनीक चेहरे, गरदन, हाथपैरों या शरीर के किसी भी भाग से बालों को हटाने में सक्षम है. इस के लिए 7-8 सिटिंग्स दी जाती हैं. लेकिन रिजल्ट काफी बेहतर मिलता है. और फिर बारबार वैक्सिंग करवाने से भी छुटकारा मिल जाता है.

इसलिए मांएं वैक्सिंग को हौआ न बनाएं बल्कि वैक्सिंग की तकनीक की सही जानकारी रख कर अपने बच्चों की जरूरतों के साथ उन की भावनाओं को सम  झें ताकि उन्हें अनचाहे बालों के कारण किसी के सामने शर्मिंदा न होना पड़े.

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वैक्सिंग के बाद मेरी स्किन पर लाल धब्बे उभर आते हैं, मैं क्या करु?

सवाल-

वैक्सिंग के बाद मेरी स्किन पर लाल धब्बे उभर आते हैं. मैं अनचाहे बालों को हटाने के लिए क्या उपाय अपना सकती हूं?

जवाब-

आप वैक्सिंग से पहले ऐंटीएलर्जिक टैबलेट ले सकती हैं. वैसे इस समस्या से परमानैंट छुटकारा पाने के लिए पल्स लाइट ट्रीटमैंट की सिटिंग्स ले सकती हैं. यह एक इटैलियन टैक्नालोजी है, जो अनचाहे बालों को रिमूव करने का सब से तेज, सुरक्षित व दर्दरहित हल है. लेजर अंडरआर्म्स के बालों पर ज्यादा इफैक्टिव होती है. इसी कारण इस की कुछ ही सिटिंग्स में बाल न के बराबर हो जाते हैं. इस से 80% तक अनचाहे बाल दूर हो जाते हैं और शेष बाल इतने पतले और हलके रंग के हो जाते हैं कि वे नजर ही नहीं आते.

सवाल- 

मेरी गरदन पर मस्से हो गए हैं. बताएं, उन्हें कैसे दूर करूं?

जवाब-

आप किसी ऐक्सपर्ट डर्मालौजिस्ट की मदद से कोटराइज सर्जरी करवा कर इन मस्सों को हटवा सकती हैं.

सवाल- 

मेरी आंखों के चारों ओर काले घेरे पड़ गए हैं. उन्हें हटाने के घरेलू और क्लीनिकल उपाय सुझाएं?

जवाब

घरेलू उपाय के तौर पर  1/2 चम्मच बादाम का तेल और 5 ड्रौप्स औरेंज औयल को मिक्स कर लें और आंखों के चारों ओर हलकेहलके से गोलाई में मालिश करें. ऐसा करने से काले घेरे भी लाइट हो जाते हैं. इस के अलावा क्लीनिकल ट्रीटमैंट के तौर पर बायोप्ट्र्रान ट्रीटमैंट ले सकती हैं.

यह एक तरह की यलो लेजर हैं, जो दोनों आंखों पर 8-10 मिनट के लिए दी जाती है. इस लेजर के प्रभाव से त्वचा रिजनरेट होती है, साथ ही ब्लड सर्कुलेशन भी बढ़ता है जिस की वजह से आंखों के आसपास की पफनैस कम होती है, साथ ही पिग्मैंटेशन के कम होने से डार्क सर्कल भी लाइट नजर आने लगते हैं.

ये भी पढ़ें- डाक्टर ने मुझे स्पाइनल स्ट्रोक के लिए सर्जरी कराने की सलाह दी है, क्या ये सही रास्ता है?

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शादी से पहले अनचाहे बालों से छुटकारा पाने का परमानेंट तरीका क्या है?

सवाल-

मेरी शादी का दिन नजदीक है, लेकिन मैं अपने हाथपैरों पर दिखने वाले अनचाहे बालों को ले कर परेशान हूं. मुझे इन का कोई परमानैंट निदान चाहिए ताकि मैं शादी के बाद भी इन को रिमूव करने के टैंशन से फ्री रह सकूं?

जवाब

आप ने अपनी समस्या के साथ ही हल भी दे दिया है. आप परमानैंट सोल्यूशन चाहती हैं तो आप पल्स लाइट ट्रीटमैंट का सहारा ले सकती हैं, जो अनचाहे बालों से नजात का परमानैंट सोल्यूशन है.

इस की मदद से आप वैक्सिंग की तकलीफ से हमेशा के लिए फ्री हो जाएंगी. आईपीएल यानी इंटैंस पल्स्ड लाइट हेयर रिडक्शन की आसान व कारगर और सब से ऐडवांश तकनीक है.

इस का ट्रीटमैंट शुरू करने से पहले कुछ जरूरी चिकित्सीय जांच की जाती है. जरूरत पड़ने पर आवश्यक सलाह व दवाएं भी दी जाती हैं. यह पूरी तरह सुरक्षित और असरदार तकनीक है. इस के जरीए 7 से 10 सिटिंग्स में ही 60 से 80% बाल रिमूव हो सकते हैं.

अंडरआर्म्स, हाथपांव जैसे बौडी के बड़े हिस्से के अनचाहे बालों को हटाना हो तो इस तकनीक का इस्तेमाल बेहतर होता है. अपर लिप और चिन जैसे छोटे हिस्से के परमानैंट हेयर रिडक्शन के लिए भी इस तकनीक का प्रयोग किया जाता है.

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स्किन को खूबसूरत, कोमल और अनचाहे बालों से मुक्त बनाने के लिए वैक्सिंग से बेहतर कोई विकल्प नहीं. इससे न केवल अनचाहे बाल हटते हैं बल्कि टेनिंग जैसी समस्या भी दूर होती है. वैक्सिंग कराने के बाद सामान्यत: स्किन कम से कम दो सप्ताह तक मुलायम रहती है, जो बाल फिर से उगते हैं, वे भी बारीक और कोमल होते हैं. नियमित वैक्सिंग कराने से 3-4 सप्ताह तक बाल नहीं आते तथा समय के साथ बालों का विकास भी कम हो जाता है. वैक्सिंग कई तरह की होती है, जिसे आप अपनी  सुविधानुसार करना सकती हैं.

पूरी खबर पढ़ने के लिए- वैक्सिंग से पहले जान लें वैक्स के बारे

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#lockdown: नई दुल्हन ट्राय करें ये आसान ब्यूटी टिप्स

श्रुति की शादी को अभी 10 दिन भी नहीं हुए थे कि लौकडाउन हो गया. कहां तो श्रुति सोच रही थी कि और वह और रोहन हनीमून के लिए सिंगापुर जाएंगे परंतु कोरोना के कारण हनीमून तो दूर उन्हें घर में कैद होना पड़ गया. नई शादी, नए रिश्ते और ढेर सारे सपने. श्रुति भी हर नई दुलहन की  तरह सुंदर दिखना चाहती थी. परंतु सारे पार्लर बंद थे. श्रुति बेहद परेशान थी कि कैसे वह इस समय अपनी ब्यूटी केयर कैसे करे, क्योंकि श्रुति तो हर चीज के लिए पार्लर ही जाती थी.

लौकडाउन का एक हफ्ता बीत गया था और श्रुति को अपने चेहरे और अपर लिप्स पर रोएं साफ नजर आ रहे थे. श्रुति को यह समस्या बचपन से थी और जब से वह 18 वर्ष की हुई थी हर 15 दिन बाद वह इन बालों से पार्लर जा कर छुटकारा पा लेती थी. परंतु अब क्या करे?

बालों की प्रैसिंग भी खत्म हो गई थी और श्रुति को अपने बाल झाड़ू जैसे लग रहे थे और रहीसही कसर एकाएक ऐक्ने के हमलों ने कर दी थी. श्रुति अब रोहन के नजदीक नहीं आना चाहती थी. उसे बेसब्री से लौकडाउन के खुलने का इंतजार था.

परंतु लौकडाउन फिर से 19 दिन के लिए बढ़ा दिया गया और यह भी नहीं पता था कि 3 मई को भी ये खुलेगा या नहीं. परंतु इस समय श्रुति की मौसी ने उसे रसोई में छिपे सौंदर्य के खजाने से परिचित करवाया और श्रुति को अब लग रहा है कि अगर पार्लर नहीं भी खुले तो भी वह अपना नूर बरकरार रख पाएगी.

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ब्यूटी टिप्स

– बेसन और हलदी हर किसी की स्किन के लिए ठीक होता है परंतु अगर स्किन रुखी है तो मलाई और यदि तैलीय है तो नींबू का रस मिला कर आप लेप बना सकती हैं. नहाने से 10 मिनट पहले चेहरे पर या अगर चाहे तो पूरे शरीर पर भी लगा कर छोड़ सकती हैं. इस से आप के चेहरे की मृत स्किन बड़े आराम से निकल जाती है और चेहरा दमकने लगता है. वहीं शरीर के बाकी हिस्सों के लिए बौडी पौलिशिंग का काम करेगा.

– रात को सोने से पहले ऐलोवेरा जैल लगा कर छोड़ दें, अगर कोई दागधब्बे हैं तो वह रात भर उन पर कार्य करेगा साथ ही साथ नए ऐक्ने होने से रोकेगा भी.

– यदि ऐक्ने की समस्या है तो जायफल या लौंग को घिस कर उस स्थान पर लगा लें. तीन

दिन के अंदर ही ऐक्ने सूख जाएंगे और दाग भी नहीं छोड़ेंगे.

– चेहरे पर बालों की समस्या से घबराएं नहीं, लाल मसूर की दाल रात भर भिगो दें और सुबह उसे मिक्सी में पीस कर चेहरे पर लगा दें. जब सूख जाए  तो धीरेधीरे हटा लें, इस लेप से चेहरे के बालों से काफी हद तक छुटकारा मिल जाएगा.

– हर नई दुल्हन की मेकअप किट में ब्लीच अवश्य होता है तो आप घर पर भी निर्देशानुसार ब्लीच कर सकती हैं. इस से आप के चेहरे के मुलायम रोएं छुप जाएंगे और जो थोड़ेबहुत रोएं रह जाएंगे उस के लिए आप प्लकर का इस्तेमाल कर सकती हैं.

– आइब्रो को भी काफी हद तक प्लकर की मदद से संवार सकती हैं. परंतु रोज प्लक करने की भूल मत करें. हर तीसरे या चौथे दिन आप ऐक्सट्रा ग्रोथ को प्लक कर सकती हैं.

– अगर बाल रूखे हैं तो धोने से पहले नारियल का तेल और दही का मिश्रण जरूर लगाएं. बाल मुलायम और चमकदार हो जाएंगे.

– मेथी दानों को भी रात भर भिगा कर रखें, सुबह उन का पेस्ट बना कर बालों में लगा लें, बाल मजबूत और रेशमी हो जाएंगे.

– चेहरे का ग्लो बरकरार रखने के लिए दही से 5 से 7 मिनट चेहरे पर मसाज करिए और फिर चेहरा धो लीजिए.

– कुहनी और घुटनों पर नींबू के छिलके रगड़ने से उन की मृत स्किन हट जाएगी और कालापन भी दूर होगा.

ग्लोइंग और बेदाग स्किन के लिए

नई दुलहन का दमकता ग्लो बरकरार रखने में ये टिप्स आप के बेहद काम आएंगे:

दागधब्बों के लिए: दागधब्बों और रिंकल्स से छुटकारा पाने के लिए बादाम बहुत कारगर है. इस के लिए बादाम को पीस कर उस में 1 चम्मच शहद व कुछ बूंदे नीबू का रस मिलाएं. तैयार पैस्ट को 10 मिनट चेहरे पर लगाने के बाद पानी से धो लें. इस से दागधब्बे व रिंकल्स काफी हद तक कम ने लगेंगे. यह पेस्ट हफ्ते में 2 बर लगा सकती है.

स्क्रबिंग: स्क्रबिंग के लिए बेसन और ओटमील का कोई जवाब नहीं. बेसन में कच्चा दूध मिला कर चेहरे, कोहनी और हथेलियों के पिछले हिस्से की स्क्रबिंग कर सकती हैं. ओटमील में शहद और कच्चा दूध मिला कर स्क्रबिंग करने के नतीजे भी काफी अच्छे होते हैं. यदि स्किन संवेदनशील है तो हलके हाथों से हफ्ते में एक बार ही मसाज करें.

रूखी स्किन के लिए: यदि स्किन ज्यादा रूखी है तो रात को सोने से पहले नारियल या जैतून के तेल से चेहरे गर्दन की सर्कुलर मोशन में मसाज करें. स्किन को ऐक्सफोलिएट करना चाहती हैं तो तौलिया गरम पानी में डप करें और मसाज के बाद कुछ देर उस से चेहरा ढंक लें.

अनचाहे बाल: चेहरे के अनचाहे बालों को हटाने के लिए बेसन का सदियो से इस्तेमाल हो रहा है. बेसन में एक चुटकी हलदी, पानी और कुछ बूंदें सरसों के तेल को मिला कर प्रभावित जगह पर हलके हाथों से मसाज करें. ऐसा हफ्ते में 2 बार करने से धीरेधीरे बाल कम होने लगेंगे. यदि सरसों के तेल से स्किन पर जलन की समस्या होने की शिकायत है तो इसे इस्तेमाल न करें.

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ब्लैकहेड्स: ब्लैकहेड्स की समस्या से छुटकारा पाने के लिए चीनी, शहद और नीबू के रस का इस्तेमाल करें. इन तीनों को मिला कर थोड़ा सा थिक मिश्रण तैयार करें और प्रभावित जगह पर हलके हाथों से क्लौक और ऐंटीक्लौक वाइज मसाज करें. ध्यान रखें कि ज्यादा रगड़ें नहीं वरना स्किन को नुकसान पहुंच सकता है. ऐसा 10 दिन में एक बार करें.

याद रखिए कि लौकडाउन केवल संक्रमण रोकने के  लिए है परंतु आप छोटेछोटे उपायों से अपने सौंदर्य को बरकरार रख सकती हैं.

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