जब आपके पैरों के तलुओं और एड़ी की सेंसिटिव स्किन रूखी हो जाती हैं तो यह फटकर खुल जाती है और उनमें छोड़ जाती है दर्द भरी दरारें, जिसके कारण चलते समय आपके पैरों में दर्द होता है और इनका इलाज कभी-कभी काफी मुश्किल भी हो जाता हैं. एड़ियों का फटना एक आम परेशानी है. कास्मेटिक के इस्तेमाल से एड़ियों का फटना एक दर्दनाक बीमारी बन गयी है.
इन परेशानियों का लक्षण है- लाली, खुजली, सूजन, स्किन का फटना और साथ में त्वचा का रूखा व पतला हो जाना है. इसके पहले कि दरारें गहरी हो जाए और उसमे से खून आने लगे या दर्द हो, आप इन उपचार को अपनाकर इस परेशानी से छुटकारा पा सकती हैं.
एड़ियां कैसे फटती हैं
फटी एड़ियों का ज्यादातर कारण उनमें मोइश्चर की कमी का होना है. ये अक्सर पीड़ादायक भी हो जाती हैं और कभी- कभी इनमें से खून भी निकलने लगता है. पैरों में सूखापन वैसे तो कई कारणों से हो सकता है लेकिन इनमे से कुछ मुख्य कारण है- ठण्डी का मौसम, शरीर में पाने की कमी, पैरों में मोइश्चर की कमी, अधिक गर्म पानी से नहाना, पैरों का अधिक गर्म पानी में देर तक रखना, सूखे पैरों की स्क्रबिंग करना या डायबीटीज का होना आदि.
फटी एड़ियों से होने वाला सबसे बड़ा रिस्क हैं डायबीटीज और मोटापा. जिनको डायबिटीज है उनकी एडियां फटने की सम्भावना अधिक होती है, क्योंकि इनका ब्लड शूगर कन्ट्रोल में नहीं रहता.
उपचार
यदि आपकी एड़ियां फटी है और इनमे दर्द भी है, लेकिन क्रिम लगाने से कोई फायदा नहीं हो रहा तो आपको सावधान हो जाना चाहिये. ऐसी स्थिति में डाक्टर से जल्द सम्पर्क करें.
यदि आप इसके दर्द से छुटकारा चाहती हैं तो आप अधिक से अधिक पानी पीने (दिन में 8-10 गिलास) की आदत डाले और नहाने के लिए अधिक गर्म पानी का प्रयोग न करें. समस्या होने पर रोजाना कोई अच्छा लोशन लगायें, इससे आपको फायदा मिलेगा.
वेजीटेबल तेल
किसी भी तरह का वेजीटेबल तेल लगाकर आप अपनी फटी एड़ियों का इलाज कर सकती हैं. जैतून का तेल, तिल का तेल, नारियल का तेल आदि कारगर होता है. सोने से पहले फटी एड़ियों पर तेल लगाए. ऐसा करने से आपको अच्छे परिणाम मिलेगें.
पहले अपने पैरों को साबुन के पानी में डाल कर झामें से रगड़ें. अब पैरों को धो लें और पूरी तरह से सुखा लें. अब वेजीटेबल तेल अपने एड़ी और तलवे पर लगाएं. पैरों में मोजा पहन कर सोएं. सुबह आपकी एड़िया मुलायम लगेगी. कुछ दिनों तक ऐसा करें जब तक आप की एड़ियों की दरारें भर न जाए.
चावल के आटे का पेस्ट
स्क्रब बनाने के लिये, एक मुट्ठी आटा, थोड़ा सा शहद, एप्पल साइडर विनेगर मिलाकर पतला पेस्ट बना लें. अगर एड़ियां ज्यादा फटी हो तो एक चम्मच जैतून का तेल या बादाम का तेल मिला लें. 10 मिनट तक गर्म पानी में पैर को डुबो दें और फिर चावल के बने पेस्ट से स्क्रब करें.
नीम
फटी एड़ी, खुजली और इन्फेक्शन के लिए नीम एक अच्छी दवाई है. नीम के फंगीसिडल गुण रूखेपन, खुजली वाली स्किन और इन्फेक्शन से लड़ने में मदद करते है. एक मुट्ठी नीम की पत्ती पीस कर पेस्ट बना लें उसमें तीन चम्मच हल्दी का पाउडर डालकर अच्छी तरह मिला लें. अब इस पेस्ट को फटी एड़ी पर लगाए और आधे घंटे तक छोड़ दें. गर्म पानी से पैरों को धो लें और साफ कपड़े से पोछ लें.
नीबू
जब स्किन रुखी हो जाती है तो फटने लगती है. नीबू में एसिडिक गुण पाए जाते है जो फायदेमंद होते हैं. गर्म पानी में नीबू का रस डाले, 10 से 15 मिनट तक इसमें पैरों को डुबो कर रखें. ध्यान दें कि पानी ज्यादा गर्म न हो वरना ये पैरों को ज्यादा रुखा कर देगी. फटी एड़ियों को झामें से अच्छी तरह रगड़े.
केले
फटी या रुखी एड़ी के लिए सस्ता व घरेलू उपचार पका केला है जिसमें मोइस्चर गुण होते है. एक पका हुआ केला मसल कर पेस्ट बना लें. पैरों को अच्छी तरह धो लें और एड़ी पर केले का पेस्ट लगा लें. 10 से 15 मिनट के लिये छोड़ दें ताकि आपके स्किन अच्छी तरह से सोख लें. गर्म पानी से पैरों को धो लें और उसके बाद 5 से 10 मिनट तक ठन्डे पानी में पैरों को डुबों दें.
शहद
शहद में मोइस्चर और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो फटी और रुखी एड़ियों के लिए अच्छा इलाज है. टब में गर्म पानी लें और उसमे एक कप शहद मिला लें. 15 से 20 मिनट तक पानी में पैरों को डुबो दें. पैरों को धीरे धीरे स्क्रब करें. फटी एड़ियों से आराम मिलने तक ये हफ्ते में रोज़ करें या कई बार करें .
गुलाबजल और ग्लिसरीन
फटी एड़ियों के लिए गुलाबजल और ग्लिसरीन का मिश्रण काफी फायदेमंद होता है. ज्यादातर कास्मेटिक में ग्लिसरीन इसलिए इस्तेमाल होता है क्योंकि यह त्वचा को मुलायम बनाता है. गुलाबजल से विटामिन्स A, B3 , C, D, और E मिलती है साथ में एंटीआक्सीडेंट, एंटी–इंफ्लेमेटरी और एंटीसेप्टिक गुण भी मिलते हैं. गुलाबजल और ग्लिसरीन बराबर मात्रा में लेकर मिला लें और रोज रात को सोने से पहले अपने पैरो की एड़ी में लगा लें.
पैराफिन वैक्स
पैर की एड़ियां ज्यादा फट गयी हो और ज्यादा दर्द करती हो तो पैराफिन वैक्स आपको तुरंत आराम देता है और स्किन को मुलायम बनाता है.
डबल बायलर में पैराफिन वैक्स का एक ब्लाक पिघला लें और दो चम्मच सरसों का तेल या नारियल का तेल मिला लें. इसे तब तक ठंडा होने दें जब तक की इसके उपर एक पतली परत बन जाए. ठंडा होने के बाद मिश्रण में पैर डुबो कर 10 से 15 सेकंड तक छोड़ दें. इसी तरह कुछ देर तक करें जब तक की कई परत पैर पर बन नहीं जाती. पैर को प्लास्टिक से ढक कर 30 मिनट तक छोड़ दें. प्लास्टिक उतार दें और वैक्स को छिल दें. हफ्ते में दो बार करें.
पेट्रोलियम जेली
पेट्रोलियम जेली का इस्तेमाल करके रुखी, खुरदुरी स्किन और फटी एड़ियों से बचा जा सकता है. पेट्रोलियम जेली पैरों को मुलायम और मोइस्चर बनाए रखती है. गर्म पानी में डुबोने के बाद कड़ी डेड स्किन को स्क्रब कर लें और पूरी एड़ी पर पेट्रोलियम जेली लगा लें. एक चम्मच नीबू का रस भी पेट्रोलियम जेली में मिला कर लगा सकती हैं. पैरों में मोजा पहने ताकि पेट्रोलियम जेली स्किन में सुख जाए. सोने से पहले ऐसा रोज करें इससे अच्छा रिजल्ट मिलेगा.