मां ने जब समझाया था कि यह कलाई पर बनवाए गए ड्रैगनफ्लाई टैटू पर तुम बाद में पछताओगे तो तुम्हें उस वक्त अपनी मां की बात पर यकीन नहीं हुआ था. अब जब महज 4 साल बाद एक अंतर्राष्ट्रीय एअरलाइंस में नौकरी का सुनहरा अवसर मिल रहा है, तो इस बात की चिंता सता रही है कि कहीं यह टैटू कैरियर की राह में मुश्किल न खड़ी कर दे.
खैर, आप अकेले नहीं हैं, जिन्हें यह चिंता सता रही है. पिछले कुछ सालों में टैटू भारतीय युवा संस्कृति के प्रतिमानों का एक अभिन्न अंग बन गया है.
ज्यादातर त्वचा विशेषज्ञ यह चेतावनी देते हैं कि टैटू को पूरी तरह से हटा पाना संभव नहीं है, क्योंकि यह स्थाई होता है. इसे मिटा पाना बेहद मुश्किल होता है. लेकिन कुछ सर्जन ऐसे भी हैं, जो टैटू को पूरी तरह हटा देने की गारंटी देते हैं. इन 2 रायों के बावजूद हम बताना चाहेंगे कि टैटू हटाने के कई तरीके हैं, जिन का असर प्रभावी साबित हुआ है. इस का परिणाम कई कारकों पर निर्भर करता है, जिन में टैटू का आकार, उस का स्थान, घाव भर पाने की व्यक्तिगत क्षमता, टैटू कैसे बनवाया गया था और कितने लंबे समय से टैटू उस स्थान पर मौजूद है. उदाहरण के लिए अगर टैटू किसी अनुभवी आर्टिस्ट से बनवाया गया है, तो उसे हटा पाना ज्यादा आसान होगा, क्योंकि उस के द्वारा इस्तेमाल किए गए रंग को त्वचा के समान स्तरों पर समान ढंग से भरा गया होगा. पुराने टैटू के मुकाबले नए टैटू को हटा पाना ज्यादा मुश्किल हो सकता है.
टैटू हटाने की प्रक्रिया का विकास
अगर आप 5 साल पहले टैटू हटवाने के बारे में सोचते तो उस वक्त यह प्रक्रिया ज्यादा दर्द भरी, ज्यादा महंगी और 100% परिणाम के आश्वासन के बिना होती. लेकिन अब लेजर तकनीक इस हद तक आधुनिक हो गई है कि वह इस उपचार को सुरक्षित और आरामदायक बनाती है. साथ ही, इस के परिणाम के बारे में पहले से अनुमान भी लगाया जा सकता है.
टैटू हटवाने या उस से छुटकारा पाने के पीछे बहुत कारण हो सकते हैं. टैटू से जुड़ी पिछली कुछ बातों का बोझ हो या शादी के लिए या फिर नौकरी के लिए. कारण कोई भी हो लेजर तकनीक से टैटू मिटा पाना एकदम सुरक्षित है.
लेजर रिमूवल तकनीक
टैटू बनाने में प्रयोग होने वाली स्याही, सीसा, तांबा और मैगनीज जैसी सघन धातुओं से तैयार मिश्रित पदार्थों से मिल कर बनी होती है. कुछ लाल स्याहियों में पारा यानी मरकरी भी मौजूद होता है. इन्हीं धातुओं के कारण टैटू स्थाई हो जाता है. इसलिए टैटू हटाने या उसे बदलने की तमाम विधियों में टैटू का लेजर निष्कासन सब से बेहतर विकल्प है. यह प्रक्रिया अमूमन टैटू के रंगों को हटाने की एक गैरआक्रामक प्रक्रिया (क्यूस्विच लेजर का इस्तेमाल करते हुए) होती है.
आमतौर पर बहुरंगीय टैटू के मुकाबले काले या अन्य गहरे रंगों के टैटू का निष्कासन पूर्ण और ज्यादा आसान होता है.
इस प्रक्रिया के दौरान लेजर किरणें त्वचा के भीतर तक जा कर टैटू की स्याही को सोख लेती हैं. अलगअलग रंगों के टैटू के लिए अलगअलग लेजर की जरूरत होती है, जिस की एक अवशोषण तरंग होती है, जो इन रंगों के साथ मेल खाती है. उदाहरण के लिए काली स्याही को लक्षित करने के लिए हमें 1064 एनएम की एक निश्चित रेडियो तरंग की जरूरत होती है जोकि क्यू स्विच्ड एनडी वाईएजी लेजर है और लाल रंग की स्याही के लिए हमें 532एनएम रेडियो तरंग चाहिए होती है.
टैटू के कण लेजर किरणों को सोखते हैं और गरम हो जाते हैं और फिर छोटे कणों में विस्फोटित हो जाते हैं. इन छोटे कणों को हमारे शरीर का प्रतिरक्षी तंत्र धीरेधीरे सोख लेता है और इस के चलते टैटू मिटने लगता है.
ज्यादातर मरीजों को कई सत्रों में बुलाने
की जरूरत पड़ती है, जिन की संख्या 2 से 10 के बीच हो सकती है. 1 सत्र 2 महीनों के अंतराल पर होता है ताकि विभाजित टैटू स्याही साफ हो सके.
निष्कासन के बजाय फीकेपन को चुनें
कई लोगों का मानना है कि लेजर टैटू निष्कासन की प्रक्रिया शुरू करने का मतलब है टैटू को पूरी तरह से मिटाना और इस की पूरी प्रक्रिया से गुजरना. लेकिन ऐसा नहीं है खासकर जब आप टैटू को पूरी तरह से मिटाने के बजाय उस में कुछ बदलाव चाहते हैं या नए रंगों का प्रयोग करना चाहते हैं. आमतौर पर 3 से 5 सत्रों में इतना रंग हटा दिया जाता है कि आप अपनी त्वचा पर नया टैटू बनवा सकें.
लेजर टैटू निष्कासन धीरेधीरे रंग उतारने की प्रक्रिया है और यह तात्कालिक नहीं है. रंग की प्रत्येक परत को धीरेधीरे हटाया जाता है. इसलिए राज की बात यह है कि अगर पुराने टैटू की जगह नया टैटू लेने वाला है, तो आप की त्वचा की डर्मिस परत से पर्याप्त रंग हटा दिया जाएगा ताकि नए टैटू की स्याही पुराने रंग पर परतदार न लगे. फिर जैसे ही आप नया टैटू बनवाएंगे पुराना टैटू बीते दिनों की याद भर बन कर रह जाएगा.
परिणाम और फायदे
टैटू के पूरी तरह निष्कासन वाले मामलों में ज्यादातर टैटू बिना कोई निशान पीछे छोड़े पूरी तरह मिट जाते हैं, लेकिन कई बार कुछ निशान छूट जाते हैं.
लेजर प्रक्रिया ज्यादा दर्द भरी नहीं होती है और निष्कासन अमूमन सुन्न करने वाली क्रीम के प्रभाव में किया जाता है. इस में मरीज को पहले से भरती होने की कोई जरूरत नहीं होती है और वह सामान्य गतिविधियां तत्काल शुरू कर सकता है. हालांकि जिस जगह पर उपचार किया गया है वहां थोड़ी सूजन और लालपन देखा जा सकता है, लेकिन यह कुछ ही घंटों में ठीक हो जाता है.
लेजर प्रक्रिया की कीमत
टैटू बनवाने से पहले इस तथ्य का जरूर ध्यान रखें कि इसे हटाना बनवाने से ज्यादा महंगा साबित हो सकता है. टैटू हटाने की कीमत आकार और रंग पर निर्भर करती है. लेकिन प्रत्येक सत्र की कीमत 3 हजार से 10 हजार के बीच हो सकती है.
अनचाहे टैटू को हटवाने के इच्छुक व्यक्ति को यह सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि वह किसी निपुण त्वचा विशेषज्ञ से ही इसे हटवाएं, क्योंकि इसे किसी पेशेवर से न हटवाने पर लेजर के कारण त्वचा पर निशान पड़ सकते हैं.
-डा. मुनीष पौल
डर्मैटोलौजिस्ट ऐंड लेजर सर्जन, स्किन लेजर सैंटर