रेटिंगः साढ़े तीन स्टार

निर्माताःअनुभव सिन्हा व जी स्टूडियो

निर्देशकः अनुभव सिन्हा

लेखकःअनुभव सिन्हा,गौरव सोलंकी

कलाकारःआयुश्मान खुराना, ईशा तलवार, सयानी गुप्ता, कुमुद मिश्रा, मनोज पाहवा,नसर,अशीश वर्मा, जीशान अयूब खान व अन्य.

अवधिः दो घंटे 11 मिनट

संविधान के आर्टिकल 15 अर्थात अनुच्छेद 15 में डौ.बाबा साहेब आंबेडकर ने साफ साफ लिखा है कि राज्य,किसी नागरिक के विरूद्ध केवल धर्म,मूल वंश,जाति,लिंग, जन्म स्थान या इनमें से किसी के भी आधार पर विभेद नहीं करेगा.पर यह भेदभाव आज भी समाज में है.‘ एकता में ही शक्ति है’ इसे हम सभी मानते हैं. मगर धर्म ही नहीं जाति की बात आते ही हम सभी इसे भूल जाते हैं. यह कटु सत्य है. मगर फिल्मकार की इस फिल्म की कहानी 2019 की है,कम से कम 2019 में जाति व धर्म को लेकर उस कदर का विभाजन नही है, जिस हद तक का विभाजन फिल्मकार ने अपनी फिल्म ‘‘आर्टिकल 15’’में दिखाया है.

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फिल्मकार अनुभव सिन्हा की फिल्म ‘‘आर्टिकल 15’’ की कहानी का ढांचा 1988 में प्रदर्शित हौलीवुड निर्देशक अलान पारकर  निर्देशित अमरीकन अपराध प्रधान रोमांचक फिल्म ‘‘मिसीसिपी बर्निंग’’ के कथानक से प्रेरित नजर आता है. ‘‘मिसीसिपी बर्निंग’’ को उठाकर उसका भारतीय करण करते हुए उसमें बदायूं के गैंग रैप और उना सहित कुछ घटनाओं और गटर साफ करने वाले बाल्मिकी समाज की कथा को पिरोते हुए फिल्म ‘‘आर्टिकल 15’’ का निर्माण, लेखन व निर्देशन किया है. फिल्म ‘‘मिसीसिपी बर्निंग’’ की कहानी तीन (दो जेविश और एक ब्लैक) गायब पुरूषों से शुरू होती है, जिसमें से दो मारे जाते हैं और एक (ब्लैक) जंगल में छिपा रहा है. फिल्म ‘‘आर्टिकल 15’’ में तीन लड़कियां (दो चचेरी बहने और एक दलित नेता की प्रेमिका गौरा की बहन पूजा) गायब होती हैं, जिसमें से दो (चचेरी बहनों) की लाश पेड़ से लटकी मिलती है और तीसरी (पूजा) लड़की बाद में जंगल में छिपी मिलती है.

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