इस साल पड़ोसी देश नेपाल की अंजली लामा के लिए यह एक वाकई बहुत बड़ा मौका था, वे भारत के फरवरी 2017 में हुए मशहूर फैशन शो, लेक्मे फैशन वीक समर रिसोर्ट के रैंप पर कैटवॉक करने वाली “पहली ट्रांसजेंडर मॉ़डल” हैं.

अंजली का जन्म नेपाल के एक गरीब किसान परिवार में बेटे के रूप में हुआ था. अंजली  ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि वे कभी मॉडलिंग करेंगी और यही उनका पेशा बनेगा.

उनके जीवन की सबसे पहली चुनौती ये स्वीकार करना था कि वह अंदर से एक पुरुष नहीं बल्कि महिला हैं. अंजली कहती हैं कि बचपन में ही उन्हें पता चल गया था कि लड़का होना उन्हें अच्छा नहीं लगता. लड़कों जैसे कपड़े पहनना भी उन्हें पसंद नहीं था, लेकिन नेपाल में अपने गांव में और लोगों को यह बात समझाना उनके लिए बहुत मुश्किल था. वे बताती हैं कि स्कूल में दूसरे लड़के कैसे उनका मजाक उड़ाया करते थे. सभी दुविधाओं के कारण अंजली तनावग्रस्त भी होने लगी थीं.

उनके जीवन के विषय में मिलने वाली खबरों के अनुसार जब वे एक किशोर के रूप में काठमांडू पहुंचीं थी तब उन्हें वहां कोई नहीं जानता था. लेकिन यही वो समय था जहां से उन्हें अपने जीवन के बड़े कई सवालों के जबाव मिलने शुरू हो गए थे. काठमांडू में रहते हुए उन्हें समलैंगिक और ट्रांसजेंडर लोगों के लिए काम करने वाली एक ब्लू डायमंड सोसायटी के बारे में मालूम हुआ और यहीं से उनकी जिंदगी बदल गई.

साल 2005 में उन्होंने अपने परिवार और सभी दोस्तों को ये बता दिया कि वे एक ट्रांसजेंडर हैं. उनका जीवन किसी पुर्जन्म की तरह शुरु हुआ और उन्हें ये एहसास हुआ कि वे दुनिया में अकेली नहीं हैं. उनके जैसे और भी बहुत से लोग हैं, जो उनके साथ हैं.

इसके कुछ सालों बाद अंजली ने ब्रेस्ट इम्पलांट करा लिया. इस सब के बाद उन्हें ख्याल आया कि वे फैशन इंडस्ट्री में अपना करियर बनाना चाहती हैं. नेपाल में रहते हुए अंजली ने ट्रांसजेंडर लोगों के बारे में एक पत्रिका में एक विस्तृत लेख लिखा और इस लेख के साथ अंजली को पत्रिका के कवर पर जगह भी मिली. नेपाल में उन्होंने कई सालों तक संघर्ष किया, लेकिन उन्हें ज्यादा कामयाबी नहीं मिल सकी. फिर उन्होंने पड़ोसी देश जहां एक विशाल फैशन इंडस्ट्री है, भारत का रुख किया.

अंजली लामा भारतीय रैंप पर चलने वाली पहली नेपाली ट्रांसजेंडर मॉडल हैं. इस साल, अंजली ने ही लक्मे फैशन वीक की भव्य शुरुआत की थी. शो के लिए एक चमकीले हरे रंग की साड़ी पहने अंजली किसी तूफान की तरह भारतीय रैंप को अपने साथ ले चलीं.

इस फैशन वीक के बाद, अब वे मुंबई में ही बस जाने की योजना बना रही हैं और साथ ही एक एजेंसी के साथ मिलकर अपने पोर्टफोलियो को मजबूत करने की योजना को भी साकार करने में लगी हुई हैं. अंजली ये मानती हैं कि मुंबई शहर हो या भारत के लोग, उन्हें यहां सभी से हर संभव मदद, बहुत सारी आशाऐं और बहुत सा प्रेम मिला है.

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