अपने चुलबुले अभिनय से दर्शकों का मन मोहने वाली जेनेलिया डिसूजा देशमुख एक बार फिर फिल्मों में वापसी की तैयारी में हैं. 3 साल पहले अभिनेता रितेश देशमुख से शादी के बाद उन्होंने फिल्मों में काम करना बंद कर दिया था और पिछले साल नवंबर में उन्होंने बेटे को जन्म दिया, जिस का नाम रियान है. मां बन कर वे बहुत खुश हैं. पैंपर बेबी ड्राई पैंट्स के इवेंट पर उन से मिलना बहुत रोचक था. पेश हैं उन से हुई बातचीत के खास अंश:

मां बनना आप के लिए कैसा अनुभव था?

मै उस समय डर गई थी जब मुझे पहली बार मां बनने की बात पता चली. मैं सोच रही थी कि क्या मैं अभी एक अच्छी मां बन सकूंगी? क्या मैं मानसिक रूप से पूरी तरह से तैयार हूं? मेरे लिए एक तरह से पूरी दुनिया बदल गई थी. फिर 9 महीने इसी सोच में बीत गए कि मैं एक अच्छी मां बनूं और बच्चे की सही परवरिश कर सकूं.

इतनी जल्दी शादी फिर मां बनना, क्या कभी ऐसा लगा कि कैरियर छूट रहा है?

बहुत लोगों ने कहा कि अभी आप यंग हैं और आप का कैरियर ब्राइट है. आप उसे छोड़ कर क्यों जा रही हो? पर मैं ने कभी नहीं सोचा कि मैं ने कैरियर छोड़ा है. मैं यह भी नहीं सोचती कि शादी करने व बच्चे पैदा करने का कैरियर से कोई संबंध है. आप दोनों काम साथसाथ कर सकते हैं और करना भी चाहिए.

फिल्मों में कब से वापस आ रही हैं? क्या कोई योजना है?

मैं ने सिर्फ बे्रक लिया है, लेकिन लोग सोच रहे हैं कि मैं फिल्में छोड़ चुकी हूं. जबकि ऐसा नहीं है. मैं फिल्मों में फिर से काम करूंगी. मैं शादी ऐंजौय करना चाहती थी और बच्चा चाहती थी. मुझे सब कुछ मिला, अब मैं ऐक्टिंग के लिए तैयार हूं.

बच्चे की परवरिश में रितेश का कितना सहयोग रहता है?

रितेश उसे नहलाते हैं, उस का डायपर चेंज करते हैं और उसे गोद में ले कर घुमाते हैं. वे एक अच्छे पिता हैं. उन्हें भी बच्चे के हर बदलाव को ऐंजौय करने की चाहत रहती है.

टाइम मैनेजमैंट कैसे करती हैं?

बच्चे के हर काम का अपना समय होता है. हम ही लेट होते हैं. अगर आप बच्चे के नियम के साथ चलते हैं तो समय की कमी नहीं होती. आप अपना काम भी कर सकते हैं. मैं सुबह से शाम तक बेटे के साथ होती हूं, लेकिन 12 से 4 बजे तक वह सोता है. उस समय मैं जो कुछ करना चाहती हूं, करती हूं. इस के अलावा रितेश मेरे साथ हमेशा रहते हैं. पूरी प्रैगनैंसी के दौरान भी वे साथ रहे. जब मेरा बच्चा हुआ, तो 20 दिनों तक उन्होंने काम नहीं किया. उन का बहुत सहयोग मिला.

बच्चे के पालनपोषण में किस बात का खास ध्यान रखती हैं?

बच्चे को ले कर मैं अधिक चिंता नहीं करती. उसे नौर्मल तरीके से ग्रो करना चाहती हूं. पहला 1 महीना काफी नाजुक था. तब मैं ने साफसफाई पर अधिक ध्यान दिया. बच्चे में इम्यूनिटी तभी बढ़ती है जब बच्चा नौर्मल कंडीशन में रहे.

बच्चे के पालनपोषण के लिए मां या सास, किस से राय ली?

मैं ने तो दोनों से राय ली. मेरी मां तो सुपर मौम हैं. उन्होंने मेरी बहुत देखभाल की. मैं उन की तरह पूरी नहीं, आधी जिम्मेदारी भी उठा लूं, तो बड़ी बात होगी. वैसे मुझे लगता है कि हर मां में बच्चे की परवरिश करने की क्षमता होती है. उसे गोद में लेते ही आप समझ जाते हैं कि क्या करना है. अभी मेरा बेटा बहुत छोटा है. इतने दिन कैसे बीते पता ही नहीं चला. मैं खुश हूं कि सही समय पर मैं ने सही निर्णय लिया.

और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...