पाकिस्तान ने अपने मुल्क में भारतीय सिनेमा पर लगा बैन हटा लिया है. फिल्म एक्जिबिटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष जोरैश लाशारी ने कहा कि मामले से संबधित लोगों से इस बारे में बातचीत करने के बाद फैसला ही किया गया कि 19 दिसंबर से भारतीय फिल्मों का प्रदर्शन फिर शुरू किया जाएगा.

सिनेमा मालिकों का कहना है, 'भारतीय फिल्मों पर बैन लग जाने के बाद हमें काफी नुकसान हो रहा था, इसलिए हमने भारतीय फिल्मों पर लगे बैन को हटाने का फैसला किया है.'

सिनेमाघरों के मालिकों के मुताबिक, पहले वो फिल्में दिखाई जाएंगी, जो भारतीय फिल्मों पर प्रतिबंध लगने के कारण नहीं दिखाई जा सकीं. उन्होंने बताया, 'सिनेमा गिल्ड ने रोक हटा दी है. हमने ये फैसला लिया क्योंकि हम उन्हें (भारतीय सिनेमा) सपोर्ट करना चाहते हैं और हम ये भी चाहते हैं कि वो भी हमें सपोर्ट करें.' रोक के बाद पहली फिल्म जो दिखाई जाएगी, वो नवाजउद्दीन सिद्दीकी की 'फ्रीकी अली' होगी.

दरअसल उड़ी हमले के बाद भारत में पाकिस्तान के फिल्म कलाकारों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने एलान किया था कि जिन फिल्मों में पाकिस्तानी कलाकारों ने भूमिका अदा की है उन्हें रिलीज नहीं होने दिया जाएगा.

इसके बाद करण जौहर की 'ऐ दिल है मुश्किल' का विरोध शुरू हो गया था. इस फिल्म में पाकिस्तान के दो कलाकारों ने भूमिका अदा की थी.

गौरतलब है कि उस वक्त ये फैसला भारत शासित कश्मीर में जारी हिंसा और नियंत्रण रेखा पर तनाव की स्थिति बनने के बाद लिया गया था.

पाकिस्तान की सिनेमा चेन 'सुपर सिनेमा' ने बीती 29 सितंबर को अपने फेसबुक पेज एक पोस्ट के जरिए जानकारी दी थी कि वो पाकिस्तानी सेना के समर्थन में अपने सभी सिनेमाघरों में तत्काल प्रभाव से भारतीय फिल्मों प्रदर्शन पर रोक लगा रहे हैं.

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