रजनीकांत की मोस्ट अवेटेड मूवी ‘कबाली’ दुनिया भर में 9000 से ज्यादा स्क्रीन्स में रिलीज हो गई. रजनी के 41 साल और 159 फिल्मों के कॅरियर में ऐसा पहली बार हुआ, जब वे अपनी किसी मूवी की रिलीज के वक्त भारत से बाहर थे.

रजनीकांत पिछले एक महीने से अमेरिका में हैं. उनके साथ उनकी पत्नी लाथा, बेटी ऐश्वर्या और दामाद धनुष भी वहीं हैं. सूत्रों के अनुसार वास्तुदोष और शूटिंग के दौरान तबियत खराब होने के चलते रजनी भारत से बाहर चले गए. वे 26 जुलाई को देश लौट सकते हैं.

अगले ही दिन डिजाइन बदलने का फैसला किया…

कबाली मूवी की शूटिंग के दौरान कई बार रजनी की तबियत खराब हो गई थी. शूटिंग खत्म होने के बाद वे वास्तु गुरु को एक दिन अपने चेन्नई वाले 18 वंदृावन वाले घर लेकर आए. बेटी ऐश्वर्या ने उनसे पापा की तबियत खराब होने का जिक्र किया.

उसके बाद वास्तु गुरू ने पूरे घर का मुआयना किया. इस दौरान उन्हें कई सारे वास्तु दोष नजर आए. उन्होंने ऐश्वर्या से वास्तु दोष को ही पिता की बीमारी का कारण बताया और कहा जितनी जल्दी हो सके इस घर को रिडिजाइन कर वास्तु दोष को दूर करो. वरना आगे और संकट आ सकता है.

अगले दिन ही बनवाया वास्तु के हिसाब से डिजाइन

ऐश्वर्या ने अगले दिन ही गुरू के साथ मिलकर घर का वास्तु अनुसार नया डिजाइन बनवाया. रजनी को बताकर काम शुरू करा दिया. रजनीकांत के घर में काम करने वाले लोगों के मुताबिक, कंस्ट्रक्शन के दौरान रजनी और उनके परिवार के घर में रहने में परेशानी हो रही थी. लिहाजा, वे कुछ समय के लिए बंगलुरु वाले दूसरे घर में शिफ्ट होना चाह रहे थे.

लेकिन ऐश्वर्या ने बेंगलुरु की जगह विदेश चलने की बात कही. बता दें, रजनीकांत के चेन्नई वाले घर में पिछले 1 महीने से कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा है.

कबाली मूवी की फाइनल सीडी देखकर जाना चाहते थे रजनी

सूत्रों का कहना है कि ऐश्वर्या ने रजनी को अमेरिका चलकर हेल्थ चेकअप कराने को कहा. साथ ही परिवार के साथ क्वालिटी टाइम बिताने के लिए उन्हें तैयार किया. इस काम में पत्नी लाथा ने भी साथ दिया. रजनी अपनी मूवी कबाली की फाइनल सीडी देखकर यूएस जाना चाहते थे लेकिन दोनों के कहने पर रजनी तैयार हो गए.

मूवी रिलीज के 2 दिन पहले फर्स्ट टाइम देखी कबाली की फाइनल सीडी

एक महीने पहले सीडी ना देख सके रजनी ने बुधवार को पहली बार अपनी मूवी कबाली को देखा. उनके लिए अमेरिका के सेन फ्रांसिस्को में स्पेशल स्क्रीनिंग रखी गई थी. इस दौरान उनका पूरा परिवार और फैन्स रजनी के साथ थे.

रिलीज से पहले लिया गुरू का आशीर्वाद

कबाली की रिलीज से पहले रजनी ने 17 जुलाई को वर्जीनिया में बने अपने गुरु सच्चिदानंद के आश्रम में जाकर मूवी की कामयाबी के लिए आशीर्वाद मांगा.

बता दें, 2002 में रजनी के गुरु का निधन हो चुका है. उन्होंने 1989 में अमेरिका में लोटस टेम्पल बनवाया था. इसी लोटस के नाम पर रजनी ने अपने प्रोडक्शन हाउस का नाम रखा है.

तो कबाली नहीं होता रजनीकांत की मूवी का नाम

शूटिंग शुरू होने के 3 महीने तक मूवी का नाम नहीं तय हो पाया था. रजनीकांत कबाली नाम रखना चाहते थे लेकिन इस नाम को पहले से दूसरे डायरेक्टर शिवकुमार ने रजिस्टर करा रखा था. कानूनी पेंच से बचने के लिए मूवी का नाम सुपर अन्ना रखने का प्लान किया गया.

मैसूर के रहने वाले शिवकुमार ने 2011 में अपनी मूवी के लिए ये टाइटल रजिस्टर कराया था. सितंबर 2014 में रजिस्ट्रेशन एक्सपायर हो रहा था. वो जब तमिलनाडु फिल्म एडं टेलीविजन प्रोड्यूर्स एसोसिएशन आए तो पता चला कि रजनी इस नाम से मूवी बनाना चाहते हैं.

उसके बाद शिवकुमार ने कबाली के मौजूदा डायरेक्टर पी. ए. रंजीत से मिलकर उन्हें कबाली नाम से मूवी बनाने की परमिशन दे दी.

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