छोटे पर्दे से अपने करियर की शुरूआत करने वाले अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत अब बड़े पर्दे के बड़े खिलाड़ी बन चुके हैं. हाल ही में उन्होंने अपना अब तक का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट पूरा किया. यानि क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी की बायोपिक को पूरा किया है.

उन्होंने सिर्फ शौहरत ही नहीं पैसा भी खूब कमाया है. लेकिन 30 वर्षीय इस कलाकार के लिए पैसा मायने नहीं रखता, सिर्फ उनकी काबिलियत रखती है. सुशांत ने कहा मेरे साथ कैमरा की इक्वेशन बदलती नहीं है आप कैमरा को मेरे सामने लगा दें, या मैं लाइव ऑडियंस के सामने रहूं, बस पे चेक बदलते हैं.

लेकिन मेरे लिए वह मायने नहीं रखता है क्योंकि मेरे पास बहुत पैसा है, मैं इस बारे में सोचता भी नहीं हूं. यह बस यहां पड़ा रहता है. अगर मैं बोर हो जाता हूं तो एक महंगी बाइक खरीद लेता हूं जिसकी मुझे जरूरत भी नहीं होती है.

सुशांत की 30 सितंबर को रिलीज हुई फिल्म एम एस धोनी:  द अनटोल्ड स्टोरी  ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार परफॉर्मेंस देते हुए 100 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है. सुशांत ने कहा, बिलकुल, जब मैं आगे बढ़ने की कोशिश कर रहा था तो पैसा मेरे लिए बहुत मायने रखता था, लेकिन मैंने यह तय किया कि हमेशा ऐसा नहीं रहे.

मुझे तब से अब तक बहुत से ऑफर मिले थे लेकिन मैं आत्मविश्वास से परिपूर्ण था और मैंने अपनी सभी 6 फिल्मों का चुनाव बहुत सोच समझ कर किया. लेकिन इस फिल्म के बाद मैं ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच पाया हूं. अब यदि मैं व्योमकेश बक्शी जैसी फिल्म फिर से करूंगा तो और लोग इसे देखेंगे.

सुशांत ने थिएटर के बारे में अपने लगाव के राज खोलते हुए बताया कि लोगों को लगता है कि बॉलीवुड एक्टर्स के पास थिएटर के लिए टाइम नहीं होता है. लेकिन मैं इस बात की तस्दीक करता हूं कि मुझे जब भी समय मिलता है मैं प्ले देखने जाता हूं.

धोनी के प्रमोशन के आखिरी हफ्ते में मेरा थिएटर ग्रुप एकजुट अपने 35 साल पूरे होने का सेलेब्रेशन कर रहे थे. मैंने सब कुछ वहीं से सीखा है इसलिए मुझे वापस जाने में कोई आपत्ति नहीं है.

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