अब तक टेलीविजन की इमेज एक सासबहू वाले बेसिरपैर वाले सीरियल परोसने वाले ब्रोडकास्टर की रही है. लेकिन इस बीच कुछ ऐसे सीरियल बनने शुरू हुए हैं जो न सिर्फ सोशल टैबू को तोड़ रहे हैं बल्कि घर घर तक ऐसे मुद्दों पर बहस करने का मौका दे रहे हैं जो अब तक परिवारों से दूर रह जाते थे. मसलन शक्ति- अस्तित्व‍ के अहसास की ही बात करें तो इसका विषय बेहद बोल्ड है. इसमें एक ट्रांसजेंडर को जिंदगी के हर मुकाम पर अपने सामने आने वाले भेदभाव के बावजूद एक सामान्य जिंदगी जीने के लिए संघर्ष करते दिखाया गया है.

हर जेंडर का हो सशक्तीककरण
सीरियल में ट्रांसजेंडर का किरदार निभा रही अभिनेत्री रुबीना दिलाइक से मुलाक़ात हुई तो उन्होंने अपने किरदार और सीरियल को मिल रही कामयाबी को लेकर कहा, “एक कलाकार के रूप संतुष्टी तो मिली है साथ में शक्ति जैसे एक क्रांतिकारी धारावाहिक के साथ जुड़ने से सशक्तीएकरण भी हुआ है. सौम्या की ताकतवर और हँसमुख शख्सियत मेरे लिए निजी तौर पर प्रेरणा का स्रोत रही है. मैं यह किरदार निभाकर और समाज में बदलाव लाने में मदद करके खुद को काफी कामयाब महसूस कर रही हूँ. शक्ति के साहसी और प्रगतिशील कौन्सेप्ट के साथ, हमारा लक्ष्य हर-एक जेंडर का सशक्तीककरण करना है.’ बहरहाल, धारावाहिक की सफलता का जश्न मनाने और अपने प्रशंसकों से मिलने के लिए इस सीरियल की कास्ट रुबीना दिलाइक और सुदेश बेरी नई दिल्ली के दौरे पर हैं.

 shakti is breaking social tabboo

कलर्स चैनल पर प्रसारित होने वाले इस सीरियल में हड़क सिंह का किरदार निभा रहे सुदेश बेरी भी अपने निगेटिव शेड्स वाले किरदार के चलते चर्चित हैं. उनका कहना है, “मुझे यह देखकर बहुत खुशी हो रही है कि कैसे हमारे धारावाहिक ने इतने सारे लोगों की जिंदगी को स्पर्श किया है. शक्ति हमारे समाज के खौफ पर रोशनी डालता है और पुरुष-प्रधान मानसिकता की बेड़ि‍यों को तोड़ता है.”

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