टीवी शो ‘दिल्ली वाली ठाकुर गर्ल्स’ से चर्चित होने वाली एक्ट्रेस मीरा देवस्थले बरौदा की है. उसे बचपन से अभिनय की इच्छा थी, जिसमें साथ दिया उसकी माँ ने. स्वभाव से विनम्र और हंसमुख मीरा ने केवल 5 साल की उम्र से नाटकों में अभिनय करना शुरू कर दिया था.

अपनी पढाई ख़त्म करने के बाद मीरा देवस्थले मुंबई आई और अभिनय की प्रशिक्षण लेने के बाद धारावाहिक ‘ससुराल सिमर का’ में डेब्यू किया, जिसमें उनके काम को काफी प्रशंसा मिली. इसके बाद उसने लगातार कई शो किये और अपनी एक अलग पहचान बनायीं. मीरा देवस्थले अभिनय के साथ-साथ उनकी प्रोसेस भी पसंद है. मीरा देवस्थले शो ‘विद्या’ काफी पौपुलर शो थी. लेकिन लॉकडाउन की वजह से इसे बंद कर दिया गया, जिसका मलाल मीरा को है, पर वह मायूस नहीं आगे बढ़ना जानती है. इन दिनों वह अपने पेंडिंग काम और हॉबी को पूरा कर रही है. उनसे बात हुई पेश है कुछ अंश.

सवाल-इस फील्ड में आने की प्रेरणा कहां से मिली?

12 वीं की परीक्षा पास करने के बाद मैं मुंबई आई और अभिनय की ओर रुख किया. इसके लिए मैंने अभिनय का प्रशिक्षण लिया. पहले मैं इंजिनीयर बनना चाहती थी, पर मैंने देखा कि मुझे सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेना, एक्टिंग और डांस करना अधिक अच्छा लगता है. फिर मैंने अभिनय की ओर जाने का मन बनाया, लेकिन इसके लिए मैंने एक साल का समय मेरे परिवार से माँगा. अगर मैं सफल नहीं हो पायी तो वापस पढाई करुँगी. मुझे परिवार का सहयोग हमेशा मिला उन्होंने मुझे काम करने की पूरी आज़ादी दी है.

ये भी पढ़ें- 3 महीने बाद फिर से शुरु हुई ‘ये रिश्ता’ की शूटिंग, नए लुक में दिखे ‘नायरा-कार्तिक’

सवाल-कितना संघर्ष रहा?

मुंबई आने के बाद एक्टिंग क्लास ख़त्म होने के बाद काम मिलना शुरू हो गया. अधिक संघर्ष नहीं था, क्योंकि मैंने एक्टिंग क्लास ले लिया. ऑडिशन देती रही और काम मिल गया. संघर्ष अच्छे काम के लिए, स्क्रिप्ट को याद करना और अच्छा परफोर्मेंस देना था, जो मैंने एक दिन में करीब 4 जगह ऑडिशन दिया है, जो बहुत कठिन था.  

सवाल-बड़ी शो का हिस्सा बनने की ख़ुशी कितनी थी?

मैं बहुत खुश थी. मेरी माँ हमेशा मेरे साथ जाती थी, क्योंकि मैं 18 साल की थी. उस धारावाहिक में मुझे सबसे अंत में साईन किया गया था. इसके बाद मैंने एक मेकअप किट खरीदी. शौपिंग की, बहुत अच्छा लगा. इस शो के प्रोड्यूसर और लोग बहुत अच्छे थे, इसलिए पहले दिन से ही शूटिंग करने में भी बहुत मज़ा आया था. सीखने और समझने के लिए वहां बहुत कुछ मिला.  

सवाल-लॉक डाउन में क्या कर रही है?

मुझे किताबे पढने का बहुत शौक है, उसे पढ़ रही हूं. इसके अलावा मैंने माँ के साथ केक बेक करना, इटालियन खाना बनाना सीखा है. इस दौरान मैंने महसूस किया है कि घर पर रहने वाली महिलाएं पूरा दिन काम करती है और ये आसान नहीं होता. 

सवाल-धारावाहिक ‘विद्या’ के बंद होने से मायूसी हुई?

हाँ थोड़ी तो हुई, क्योंकि कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन की वजह से उन्होंने उसे बंद किया, पर मेरी माँ ने मेरी मायूसी को कम कर दिया. 

सवाल-क्या हिंदी फिल्मों में आने की इच्छा है ?

मैं अभी वेब सीरीज में काम करना चाहती हूं, क्योंकि मुझे अभी बहुत कुछ सीखना है. सीखने के बाद मैं फिल्मों में आना चाहूंगी. 

सवाल-क्या काम के साथ-साथ आपकी पढाई जारी है?

नहीं, वह संभव नहीं क्योंकि काम में हर दिन 10 से 12 घंटे देने पड़ते है, ऐसे में पढाई छूट गयी है, पर जब कभी भी काम से ब्रेक लूँगी, मैं अवश्य एक बार फिर कुछ कोर्स करने की कोशिश करुँगी.

ये भी पढे़ं- सांवलेपन को लेकर बिपाशा बसु ने किया ये इमोशनल पोस्ट, बताई अपनी जर्नी 

सवाल-नेपोटिज्म और खेमेबाजी के बारें में आपकी सोच क्या है?

ये हर क्षेत्र में होता है, पर मुझे अभी तक इसका सामना नहीं करना पड़ा. मैंने जब कभी भी लो फील किया मेरे परिवार वालों ने साथ दिया. इसे अधिक महत्व नहीं दिया. डिप्रेशन एक बीमारी है और लोग इसे छिपाते है, जो उचित नहीं. इसका इलाज है, इसलिए डॉक्टर की सलाह लेने से घबराना नहीं चाहिए. साथ ही दोस्तों और परिवार से संवाद बनाना जरुरी है, जो आपकी बात सुने और सही निर्देश दें. इंडस्ट्री में कॉम्पीटिशन और इनसिक्युरिटी बहुत अधिक है. इसलिए यहाँ डिप्रेसड होना या अकेले पड़ना आम बात है,ऐसे में सपोर्ट सिस्टम का स्ट्रोंग होना जरुरी है. सुशांत सिंह राजपूत की घटना से मैं बहुत शॉकड थी, क्योंकि इतना मेहनत करने वाला इंसान के लिए ऐसा कर जाना विश्वास योग्य नहीं था.

सवाल-तनाव में होने पर आप क्या करती है? 

मेरा परिवार मेरे साथ हमेशा रहता है, इसलिए कभी तनाव नहीं आती. विद्या शो के बंद होने के बाद जब मैंने माँ से इसका जिक्र किया तो उनका कहना था कि कोई बात नहीं. इतने सालों से काम कर रही है अब थोड़ी आराम कर लें. ये रिएक्शन मेरे लिए बड़ी थी. इसके अलावा कोई भी समस्या आने पर भाई, माँ या दोस्तों से शेयर करती हूं. मैं बहुत पॉजिटिव विचार रखती हूं. किसी चीज के न मिलने पर मायूस नहीं होती, हार नहीं मानती. मेरे माता-पिता अलग रहते है, पर उसका प्रभाव मेरे जीवन पर कभी नहीं पड़ा. 

सवाल-लॉक डाउन का असर इंडस्ट्री पर पड़ा है, आपकी सोच इस बारें में क्या है?

जैसा मैंने सुना है कि करीब 12 करोड़ लोगों के काम हर क्षेत्र से चले गए है. ये बहुत बड़ी समस्या है. धीरे-धीरे सब सही होगा. धीरज सबको रखना पड़ेगा. जल्दी ठीक हो यही उम्मीद करती हूं. दुःख इस बात का है कि लोग अभी भी मान नहीं रहे और झुण्ड में बाहर निकलते है.

सवाल-आप कितनी फैशनेबल है?

मैं अधिक फैशन पसंद नहीं करती. आरामदायक कपडे पहनती हूं.  अभी मैं खुद फैशन के बारें में थोडा सोचने लगी हूं. 

सवाल-कोई सामाजिक काम जिसे आप करना चाहे?

मैं करती हूं, जिसे बताना नहीं चाहती. इसके अलावा सिग्नल पर भीख मांग रहे छोटे बच्चों को अगर पढ़ाया जाय, तो अच्छी बात होगी.

सवाल- गृहशोभा के जरिये कोई मेसेज देना चाहे?

मेरी माँ गृहशोभा हमेशा पढ़ती है, उन्हें मैगज़ीन की ब्यूटी, रिलेशनशिप, महिलाओं से सम्बंधित लेख बहुत पसंद है. इसके अलावा महिअलों से मैं कहना चाहती हूं  कि वे घर की बहुत बड़ी जिम्मेदारी सम्हालती है. उन्हें मैं सेल्युट करती हूं. उन्हें कभी अपने आप को कम नहीं समझना चाहिए.

ये भी पढ़ें- Kangana ने शेयर की आलिया-सोनम की पुरानी फोटो, नेपोटिज्म पर कही ये बड़ी बात

और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...