ज्यादातर महिलाएं सोचती हैं कि ग्रीन टी का सेवन केवल वजन घटाने के लिए किया जाता है. लेकिन ऐसा नहीं है. ग्रीन टी केवल स्लिम बनाने में ही मदद नहीं करती, बल्कि वायरस और बैक्टीरिया से लड़ने की भी ताकत देती है.

एलप्स ब्यूटी क्लीनिक की गुंजन गौड़ के अनुसार ग्रीन टी ब्यूटी और हैल्थ के लिए एक वरदान है. आइए, जानते हैं कैसे:

ग्रीन टी के ब्यूटी सीक्रेट्स

ऐक्ने ट्रीट: ग्रीन टी में ऐंटीबैक्टीरियल, ऐंटीफंगल और ऐंटीऔक्सीडैंट गुण होते हैं, जो ऐक्ने का सही उपचार करते हैं. ग्रीन टी ऐक्ने पैदा करने वाले बैक्टीरिया को मारती है और ऐक्ने की लालिमा को कम करती है. ऐक्ने से छुटकारा पाने के लिए एक ग्रीन टी बैग को गरम पानी में थोड़ी देर के लिए डाल दें. फिर जब पानी ठंडा हो जाए तब टी बैग निकाल लें. इस के बाद उस पानी को चेहरे पर लगाएं और 15 मिनट के बाद चेहरे को धो लें. ऐसा नियमित करने से कुछ ही दिनों में असर दिखने लगेगा.

बैस्ट स्क्रब: ग्रीन टी एक अच्छा स्क्रब है. इसे गीला कर सर्कुलर मोशन में हलकाहलका स्क्रब करने से चेहरे पर ग्लो आता है.

ऐलर्जी का उपचार: ग्रीन टी में मौजूद ईजीसीजी हर तरह की स्किन ऐलर्जी से राहत दिलाने में सहायक है.

आंखों की समस्याएं करे दूर: ग्रीन टी में टैनिन होता है, इसलिए यह सूजन व थकान से राहत दिलाने के लिए परफैक्ट है. इस के लिए बस टी बैग को गीला कर के 15 मिनट के लिए आंखों पर रखें.

सनबर्न से सुरक्षा: सनबर्न से छुटकारा पाने के लिए नहाने के पानी में चाय की कुछ पत्तियां डाल दें. इस से सनबर्न से होने वाली खुजली व जलन से राहत मिलती है.

स्किन प्रौब्लम्स में असरदार: उम्र बढ़ने पर त्वचा में ढीलापन व झुर्रियां आने लगती हैं. ग्रीन टी के ऐंटीऐजिंग और ऐंटीऔक्सीडैंट गुण इस समस्या को दूर कर त्वचा को निखारते हैं.

हेयर ग्रोथ में मददगार: ग्रीन टी में प्रचुर मात्रा में ऐंटीऔक्सीडैंट पाया जाता है, जो हेयर ग्रोथ में मदद करता है. इस से ड्राई स्कैल्प और डैंड्रफ की समस्या भी दूर होती है और बाल घने व चमकदार होते हैं. बस ग्रीन टी बैग को पानी में उबालें और ठंडा कर गीले बालों में लगाएं.

पैरों की दुर्गंध से छुटकारा: पैरों की दुर्गंध दूर करने के लिए ग्रीन टी की इस्तेमाल की हुई पत्तियों को पानी में डालें और उस पानी में पैरों को 20 मिनट डुबोए रखें. पैरों से आने वाली दुर्गंध की समस्या दूर हो जाएगी.

ग्रीन टी के हैल्थ सीक्रेट्स

हाई ब्लडप्रैशर: ग्रीन टी ब्लडप्रैशर के स्तर को नियंत्रित रखने में सहायक है. लेकिन इस स्थिति में चिकित्सक की सलाह से ही ग्रीन टी का प्रयोग करें.

मजबूत हड्डियां: ग्रीन टी में पाया जाने वाला फ्लूराइड नामक तत्त्व हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायक होता है.

लिवर डिजीज: ग्रीन टी लिवर में मौजूद हानिकारक फ्रीरैडिकल्स को नष्ट कर देती है, जिस से लिवर फेल होने की संभावना कम होती है.

कोलैस्ट्रोल पर नियंत्रण: ग्रीन टी में पौलिफेनल कंटैंट पाया जाता है, जो कोलैस्ट्रोल की मात्रा नियंत्रित करने में सहायक है.

आजकल बाजार में ग्रीन टी कई फ्लेवर्स में उपलब्ध है. मसलन, नीबूअदरक, ऐलोवेरा, जैसमीन, अनार इत्यादि. आप अपनी पसंद व टेस्ट के अनुसार इसे चुन सकती हैं.

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