लेखिका- शकुंतला

आजकल युवाओं में अपनी बौडी को हैल्दी बनाने का क्रेज है. इस के लिए वे तरहतरह के व्यायाम करते हैं, जिम जाते हैं और डाइटिंग करते हैं. फिटनैस को ले कर अकसर उन के मन में कुछ गलतफहमियां रहती हैं, जिन्हें मन से निकाल देना ही बेहतर होगा.

1. व्यायाम के पहले स्ट्रैच करना जरूरी है:

कुछ लोगों का कहना है कि व्यायाम करने से पहले स्ट्रैच करना चाहिए, जबकि इस से बेहतर व्यायाम के बाद डाइनामिक स्ट्रैच करना होता है जब जौइंट्स और मसल्स गरम रहती हैं. इस से स्ट्रैस कम होता है, मसल्स टैंशन कम होती है, पोस्चर और रक्तसंचार बेहतर होता है.

2. जिम में घंटों ऐक्सरसाइज करना ज्यादा लाभदायक:

यह भी सही नहीं है. ज्यादा समय तक व्यायाम या वर्कआउट करने से अच्छा है जो भी करें धैर्य से करें और सही तरीके से वर्कआउट से सर्वाधिक लाभ के लिए ऐरोबिक ऐक्सरसाइज से पहले स्ट्रैंथ ट्रेनिंग लेनी चाहिए. इस से शरीर में मौजूद कार्बोहाइड्रेट की खपत पहले होती है.

इस के बाद ऐरोबिक ऐक्सरसाइज  करने से बौडी का फैट और कोलैस्ट्रौल जलता है. सिर्फ जिम में वर्कआउट से ही सबकुछ ठीक नहीं होता है, साथ में कुछ मौडरेट ऐक्सरसाइज जैसे वाकिंग, स्विमिंग, साइक्लिंग आदि भी करते रहना चाहिए.

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3. स्ट्रैंथ ट्रेनिंग बंद होने से मसल्स फैट में बदल जाती हैं:

मसल्स कभी फैट में नहीं बदलती हैं. स्ट्रैंथ ट्रेनिंग बंद होने से मसल्स मास घट सकता है, जिस के चलते मैटाबोलिज्म कम हो जाएगा. मैटाबोलिज्म धीमा होने से कम कैलोरी जलेगी और वजन बढ़ने की संभावना रहेगी. मोटापा बढ़ने से कोलन, पैंक्रियाज, किडनी, गालब्लैडर, ब्रैस्ट आदि अंगों में कैंसर की संभावना बढ़ जाती है.

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