Knitting Bunai : क्या आप जानते हैं कि आप बुनाई से अपना तनाव भी दूर कर सकते हैं? वर्षों पुरानी चली आ रही कढ़ाईबुनाई आप का तनाव भी दूर कर सकती है. आप ने अकसर देखा होगा कि पुराने जमाने में महिलाएं अपना खाली समय बुनाई कर के व्यतीत करती थीं. घर के काम निबटा कर वे कढ़ाईबुनाई में लग जाती थीं.
आइए, बुनाई करने के फायदों पर एक नजर डालते हैं:
रिलैक्स: बुनाई करने से हमारा दिमाग रिलैक्स करता है. बुनाई करते वक्त हम सीधाउल्टा फंदा बुनती हैं और यही प्रक्रिया दोहराते हैं और दोहराव की प्रक्रिया हमारे दिमाग को रिलैक्स करती है. जब हम रिलैक्स हो जाती हैं तो हम वैसा ही महसूस करती हैं जैसाकि मैडिटेशन या योगा से.
दवा: आप को जान कर हैरानी होगी कि बुनाई करना एक दवा का काम भी करती है. इस से हमारी कितनी बीमारियां ठीक होती हैं. बारबार एक ही तरीके को दोहराने से जब हमारा दिमाग रिलैक्स हो जाता है तो हमारा हार्ट रेट भी कम हो जाता है और परिणामस्वरूप हमारा ब्लड प्रैशर भी कम हो जाता है और स्ट्रैस हारमोन कोर्टिसोल भी घट जाता है.
प्रोडक्टिव: बुनाई की प्रक्रिया आप को प्रोडक्टिव बना देती है. जब आप लग कर फंदे बुनती हैं तो कुछ न कुछ तो जरूर बना लेती हैं और फिर अपने हाथों से बनाई चीज आप के काम भी आती है. आप न सिर्फ इस से स्वैटर वगैरह बना सकती हैं बल्कि घर को सजाने के लिए गुलदस्ता, फूल आदि भी बना सकती हैं. आजकल तो बहुत सी चीजें बुनाई कर के बनाने लगे हैं. फिर वे चाहे बच्चों के कपड़े हों या फिर घर का कोई सामान.
उकसाना: बुनाई करने से हमारा दिमाग ऐक्टिवेट होता है और जब हम फंदे बुनती हैं तो दिमाग का पूरा ध्यान उधर ही होता है और यह हमें उकसाता जिस से हमारा फोकस बढ़ता है और हमारी याददाश्त बढ़ती है.
अकेलेपन का साथी: आप जब भी अकेलापन महसूस करें अपनी सिलाइयां और ऊन ले कर बुनना शुरू कर दें. आप देखेंगी कि कुछ समय बाद ही आप की सारी बोरियत दूर हो जाएगी और आप अच्छा महसूस करने लगेंगी. बुनाई करने वाली महिलाएं दोस्ती करने में माहिर होती हैं. जहां भी किसी को बुनते देखती हैं झट से जा कर नमूना देखने लगती हैं और फिर बातों का सिलसिला शुरू हो जाता है. एक साथी मिल जाता है जिस से आप अपनी बुनाई की कला बांटने लगती हैं.
आगे बढ़ना: जब आप लगातार बुनती हैं तो न सिर्फ आप की स्पीड बढ़ती है, आप कुछ नया भी बनाती हैं. आप अपनी बुनकर सहेलियों से बहुत कुछ सीखतीसिखाती हैं, जिस से यह एक कला बन जाती है.
कमाई का साधन: खाली समय का किया गया सदुपयोग आप की कमाई का जरीया भी बन सकता है. अपने परिवार के लिए बुनकर न सिर्फ अपने पैसे बचाती हैं अपितु उन्हें बेच कर पैसे भी कमा सकती हैं. ग्लोबल वार्मिंग के तहत ठंड ज्यादा पड़ने लगी है और हाथ के बने स्वैटरों, दस्तानों, टोपियों ने अब फिर अलमारियों में जगह बना ली है. मशीन से बने स्वैटर में वह गरमाहट नहीं होती जो हाथ के बुने स्वैटरों में होती है. तो इस सर्दी बाजार से स्वैटर लाने से अच्छा आप घर पर ही स्वैटर बुनें, ख़ुद भी पहनें और औरों को भी पहनाएं.
बचत: बाजार के स्वैटर महंगे होते हैं. आप जब अपने हाथों से बुनती हैं तो कम पैसों में बढि़या स्वैटर तैयार कर लेती हैं. आप की कला न सिर्फ आप के पैसे बचाती है बल्कि आप को एक आत्मविश्वास भी दिलाती है कि आप कुछ कर सकती हैं वरना घर के काम तो कभी खत्म ही नहीं होते. समय निकाल कर कुछ बुनें. यकीन मानिए आप बहुत अच्छा महसूस करेंगी.
सोशल नैटवर्क: आजकल सोशल नैटवर्क पर जुड़े रहना एक बीमारी की तरह हो गया है जिस से चाह कर भी हम निकल नहीं पा रहे. बुनाई आप को इस आदत से बाहर निकाल सकती है. हाल ही में एक खबर आई थी कि आस्ट्रेलिया में अपने छोटे बच्चों की सोशल नैटवर्क की आदत छुड़ाने के लिए क्रोशिया को एक अच्छा माध्यम बताया है और वे इस का उपयोग भी करेंगे ताकि बच्चे नैट पर अपना कीमती समय बरबाद न करें और उन की शारीरिक व मानसिक ग्रोथ भलीभांति हो सके.
बुनकर साथी: आप चाहें तो आसपास की महिलाओं को एकत्रित कर के एक ग्रुप भी बना सकती हैं जिस में आप अपनी डिजाइंस एकदूसरे से बांट सकती हैं और आपस में ही एकदूसरे से सीख भी और सिखा भी सकती हैं.
तो आज ही निटिंग को अपने खाली समय का हिस्सा बनाएं. यकीन मानें आप नुकसान में नहीं रहेंगी बल्कि बहुत कुछ पा लेंगी.