14 अक्टूबर को वर्ल्ड स्टैन्डर्ड्स डे (World Standards Day) यानी विश्व मानक दिवस मनाया जाता है. हमारे देश में नेशनल स्टैन्डर्ड्स और्गनाइजेशन समेत कुछ और भी सरकारी एजेंसियां हैं जो उत्पादों के मानकों को तय करके उनकी गुणवत्ता को प्रमाणित करती हैं. इस प्रकिया को सर्टिफिकेशन कहा जाता है और इसमें किसी भी उत्पाद की क्वालिटी, विशेषता और परफौर्मेंस को सर्टिफाई किया जाता है.

आज हम आपको बताने वाले हैं कि आप कैसे थोड़ी सी सावधानी से आप बड़े नुकसान कराने से बच सकती हैं.

भारत में नकली और नुकसान पहुंचाने वाले चीजों से हमारी सुरक्षा के लिए प्रोडक्ट्स को परफौर्मेंस टेस्ट, क्वालिटी टेस्ट जैसे प्रोसेस से होकर गुजरना पड़ता है. इनके मानकों पर खरे उतरने के बाद ही किसी उत्पाद को भारत में बेचने की मंजूरी मिलती है. यह सुनिश्चित करता है कि जो चीज आप ले रहीं हैं उसके साथ आपकी सिक्योरिटी और आपको उसकी वाजिब कीमत के साथ पूरी गुणवत्ता मिले.

जब भी आप सामान खरीदें तो उत्पाद की पूरी जानकारी व गुणवत्ता के लिए नीचे बताए गए स्टैन्डर्ड मार्क्स को जरूर चेक कर लें. इस तरह आप शौपिंग में कभी धोखा नहीं खाएंगीं.

ISI मार्क

आपने अक्सर सुना होगा कि खरीदारी करते समय प्रोडक्ट पर ISI मार्क जरूर देखें है. ISI मार्क दरअसल इंडस्ट्रि‍यल प्रोडक्ट्स की गुणवत्ता बताने के लिए होता है. भारत में सामान की बिक्री के लिए उसे ISI प्रमाणित होना जरूरी है. जब भी आप कोई इलेक्ट्रौनिक सामान जैसे स्विच, इलेक्ट्रिक मोटर, केबल वायर, हीटर, एलपीजी सिलेंडर आदि लें तो उसके पहले ISI मार्क जरूर चेक कर लें.

Hallmark

सोने की शुद्धता की पहचान के लिए यह मार्क चेक करना जरूरी है. सभी ज्वेलरी के निचले हिस्से में एक निशान बना होता है जो यह प्रूफ करता है कि इस ज्वेलरी की प्योरिटी की गारंटी सरकार ले रही है. ऐसे में आपको हमेशा लोकल की बजाय ब्रांडेड या हौलमार्क वाली ज्वेलरी खरीदनी चाहिए. हौलमार्क ज्वेलरी में न सिर्फ शुद्धता की गारंटी रहती है बल्कि वापसी में कोई खास नुकसान भी नहीं होता है.

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