सौम्या पंडया ठक्कर वैट ब्रश आर्टिस्ट हैं. उन्होंने अहमदाबाद में कांकरिया लेक की स्ट्रीट पर फर्स्ट परमानैंट थ्रीडी पेंटिंग बनाई है. उन की थ्रीडी पेंटिंग्स की एक खासियत यह भी है कि उन की थ्रीडी पेंटिंग्स का थीम ज्यादातर सेव नेचर, प्रमोट हैरिटेज, सौम्या को हाल ही में लार्ज ऐक्वा शैडो पेंटिंग के लिए ‘लिम्का बुक औफ रिकौर्ड्स’ में स्थान मिला है. वे अब तक 50 अवार्ड्स और मैडल्स हासिल कर चुकी हैं.

थ्रीडी आर्टवर्क की शुरुआत

थ्रीडी आर्टवर्क का सफर सौम्या ने मणि नगर की कांकरिया लेक स्ट्रीट पर बनाई थ्रीडी पेंटिंग से शुरू किया. उस के बाद इंडिया की सब से विशाल थ्रीडी हाईवे पेंटिंग 28 जनवरी, 2016 को बनाई. इस आर्टवर्क को इंडिया बुक औफ रिकौर्ड्स में स्थान मिला है. 2016 में साबरमती फैस्टिवल में वैट ब्रश से वर्ल्ड हैरिटेज साइट में शामिल रानी की वाव थ्रीडी, 2015 में कांकरिया कार्निवल में इंडियन हैरिटेज को प्रमोट करने हेतु थ्रीडी मौडल औफ जामा मसजिद और स्पैरो आर्टवर्क भी बनाया. सौम्या ने हार्ली डैविडसन बाइक कंपनी के लिए थ्रीडी पेंटिंग की और इस आर्टवर्क की सब से ज्यादा बोली लगी.

बबल पेंटिंग का सृजन

सौम्या को हमेशा बबल्स के मेघधनुषी रंग आकर्षित करते रहे हैं. उन का सपना था बबल्स की मैजिकल ब्यूटी को छूने का. उन्होंने अपने इस सपने को सच साबित करते हुए 2013 में आर्ट वर्ल्ड की नई तकनीक का उपयोग किया. उन्होंने कैमिकल्स को प्रोसैस किया और बबल्स को क्रिएट किया. इसे छू भी सकते हैं और इस आर्टवर्क को दीवार पर टांगने के बाद भी यह वैसा ही रहता है.

ऐक्वा शैडो पेंटिंग से रूबरू कराया

सौम्या मानती हैं कि एक ट्रैंड से हट कर कुछ नया करना चाहिए. उन्होंने 2014 में पर्यावरण दिवस पर शैडो पेंटिंग बनाई जो कि गुजरात की सब से पहली शैडो पेंटिंग थी. इस आर्टवर्क को 1 लाख से भी ज्यादा लोगों ने देखा व सराहा.

हैरिटेज पेंटिंग

सौम्या ने वैट ब्रश से कई हैरिटेज और विलेज आर्टवर्क किए. परंपरा और मौडर्न थ्रीडी इफैक्ट बहुत ही कम देखने को मिलता है, जिस में ऐलिस ब्रिज, भद्र फोर्ट, झूलता मीनारा, विंटेज क्लौक्स, लौक्स, कार, बाइक्स और भी बहुत कुछ है.

सेव नेचर मूवमैंट

सेव नेचर ड्राइव के तहत सौम्या हर साल सार्वजनिक आर्ट प्रदर्शन और स्पर्धा आयोजित करती हैं. उन का मानना है कि उन के आर्ट पीस सकारात्मक मैसेज देते हैं. वे लोगों में पर्यावरण के प्रति प्रेम जगाते हैं.

उपलब्धियां

सौम्या द्वारा रोड सेफ्टी के लिए बनाई गई थ्रीडी पेंटिंग काफी लोकप्रिय हुई. भारत में सब से बड़े ऐक्वा शैडो आर्टवर्क के लिए उनका नाम लिम्का बुक औफ रिकौर्ड्स 2016 में शामिल हुआ. नई तकनीक के सजन के लिए क्वालिटी मार्क वूमन अवार्ड 2016 से भी उन्हें नवाजा गया. इस के अलावा ग्रीन वारियर अवार्ड, 1999 में सिल्वर क्राउन अवार्ड, 2000 में एनआर इंस्टिट्यूट बिजनैस ऐडमिनिस्ट्रेशन अवार्ड और गुजरात फौरेस्ट विभाग की ओर से 1999 में सर्टिफिकेट भी मिल चुका है.

समाज के लिए मैसेज

सौम्या कहती हैं, ‘हर इंसान को अपना कीमती समय प्रोग्रैसिव वर्क में लगाना चाहिए. बहुत सी लड़कियों को अपने काम के लिए या कुछ अच्छा पाने के लिए कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. कई लोग उन्हें प्रोग्रैस करने से रोकते हैं. पर मेरा मानना है कि लड़कियों को किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए उनकी हिम्मत बढ़ानी चाहिए. हमारे यहां जब लड़की कोई काम करने लगती है तो फैमिली मैंबर्स का कंफर्ट कम हो जाता है. लड़की को भी अपना वक्त और फ्रीडम प्रोग्रैसिव रिस्क में इन्वैस्ट करने का हक है. मैं चाहती हूं कि लड़कियां अपने अंदर छिपे टेलैंट को उजागर कर अपने नाम के साथसाथ देश का भी नाम रोशन करें.’’

सौम्या भविष्य में ट्रांसपोर्ट मंत्रालय और अन्य कई निजी कंपनियों के साथ मिल कर रोड सेफ्टी पर काम करने की प्लानिंग कर रही हैं.

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