चाहे घर की गतिविधि हो या फिर बाहर की, हर काम में हाथों का ही इस्तेमाल होता है. ऐसे में भले ही हम सोचें कि हम ने तो किसी गंदी चीज को हाथ नहीं लगाया फिर भी हाथ क्यों धोने?? हैं, तो आप को बता दें कि रोगाणु और बैक्टीरिया ऐसे होते हैं, जिन्हें हम देख नहीं पाते, लेकिन वो हमारे हाथों में हर समय रहते हैं और जब हम अनजाने में ही इन हाथों से अपने चेहरे, नाक, मुंह को टच कर लेते हैं तब संक्रमित होने की संभावना काफी बढ़ जाती है. कोरोना के इस दौर में हाथों को सैनिटाइज कर संक्रमण के खतरे को काफी हद तक रोका जा सकता है.

क्या है ये हैंड सैनिटाइजर्स

हैंड सैनिटाइजर में क्लोरहेक्सिडाइन और इथेनॉल जैसे रासायनिक तत्व होते हैं, जो वायरस और बैक्टीरिया की बाहरी सतह यानी प्रोटीन लेयर पर हमला करते हैं. हर जगह सोप से हाथ धोना संभव नहीं होता. ऐसे में हैंड सैनिटाइजर आप को संक्रमण फैलाने वाले वायरस से हर जगह सुरक्षा देता है.

बच्चों की सुरक्षा के लिए जरूरी

ज्यादातर बच्चे जुकाम खांसी के चलते स्कूल में अनुपस्थिति रहते हैं. बच्चे बैक्टीरिया और वायरस से फैलने वाले संक्रमण से जल्दी प्रभावित होते हैं इसलिए उन्हें हैंड सैनिटाइजर और हाथों को साफ रखने का महत्त्व समझाना बहुत जरूरी है.

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सेंटर्स फौर डिजीज कंट्रोल के अनुसार जब भी आप खाना बनाएं, कूड़ा को हाथ लगाएं, पालतू जानवरों को खाना खिलाएं तब खासतौर पर हाथों को साफ करें, क्योंकि आप की एक छोटी सी लापरवाही से आप के साथसाथ आप के परिवार को भी इंफैक्शन हो सकता है.

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