How To Sleep Better : जिंदगी जीने के लिए सभी स्किल्स का होना जरूरी है. इन्हीं में से एक स्किल है बिस्तर पर सोना. जी हां हम मजाक नहीं कर रहें हैं. यह भी एक स्किल है जिसके बारे में सबको पता होना चाहिए. वैसे भी दिन भर में 7-8 घंटे की नींद जरुरी है. लेकिन लोगों को नींद ना आने की परेशानी होती है. आधी आधी रात तक जागने की आदत होती है. जब तक आप अकेले हैं यह आदतें तब तक तो ठीक हैं लेकिन क्या आपको कभी किसी ने बताया है कि अगर आप किसी के साथ रूम शेयर कर रहें हैं तो इससे सामने वाले को कितनी परेशानी हो सकती हैं. इसलिए जानें बिस्तर पर सोने के क्या स्किल्स हैं.
लाइट बंद करके सोएं
अगर आपको खुली लाइट में सोने की आदत है तो हम आपको बता दें कि अकेले कमरे में सोने के लिए ये आदत ठीक हो सकती हैं लेकिन अगर आप किसी के साथ रूम शेयर कर रहें हैं तो आइडियल सिचुएशन लाइट बंद करके सोना होता है. हर किसी को रौशनी में नींद नहीं आती. रिसर्च में भी पता चला है कि अंधेरे कमरे में सोने से नींद अच्छी आती है.
फोन और आईपेड को बिस्तर पर न लें जाएं
फोन और आईपेड से जो ब्लू लाइट निकलती है वह नींद को कम कर देती हैं. इसलिए अगर पार्टनर या कोई और रूम में हैं तो ये चीजें बिस्तर तक ना लाएं वार्ना आपका तो पता नहीं लेकिन साथ वाले को उलझन जरूर होगी.
शराब पीकर सोने ना आएं
बहुत से लोगों के मन में ये भ्रम होता है कि शराब पीने से नींद अच्छी आती है. ऐसा करके वे पार्टनर को भी परेशान करते हैं. हालांकि शराब शुरू में आपको नींद का एहसास करा सकती है, लेकिन यह आपकी स्लीप साइकिल को रिस्ट्रिक्ट कर सकती है, जिससे खराब क्वालिटी वाली नींद आ सकती है. इसके बजाय नॉन-अल्कोहल ड्रिंक या हर्बल चाय का विकल्प चुनें और खुद भी चैन से सोएं और अपने पार्टनर की भी नींद ख़राब न करें.
खाने पीने पर भी धयान दें
आप जो खाते हैं उससे नींद और सामान्य स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है. कई अध्ययनों से संकेत मिलता है कि रात में सोने में परेशानी होने से आपको अगले दिन जंक फूड और अनहेल्दी स्नैक्स खाने की ज्यादा इच्छा हो सकती है. इसलिए सोने से पहले अपना भोजन सावधानी से चुनें क्योंकि यह आपकी क्लीप क्वालिटी को प्रभावित कर सकता है. सोने से पहले हैवी या ज्यादा भोजन करने से असुविधा हो सकती है और आपकी नींद में खलल पड़ सकता है. इसके बजाय सोने से कुछ घंटे पहले हल्का स्नैक्स या छोटा भोजन करें. इसके आलावा कार्बोनेटेड ड्रिंक्स, हाई प्रोटीन फूड्स, मीठा खाना को भी अवॉयड करें.
नींद नहीं आती तो वाक पर जाएं
कई लोगों की आदत होती है कि उन्हें नींद आती नहीं है. और उसके चलते वे पूरी रत बेचैन रहते हैं और अपने पार्टनर की भी नींद खराब करते हैं. ऐसे में चाहिए कि सोने से पहले वाक पर जाएं. ताकि नींद ठीक से आएं और पार्टनर को भी असुविधा न हो.
कमरा और बिस्तर साफ होना चाहिए
एक साफ और व्यवस्थित कमरा आरामदायक नींद के लिए एक शांत वातावरण बनाता है. इसलिए अगर आप किसी के साथ रूम शेयर कर रहें हो तो उस कमरे में कबाड़खाना ना बनायें. वह आपके सोने की जगह है और उस जगह को आरामदायक बनाना आपका ही फर्ज है. अपने बिस्तर को आरामदायक बनाने के लिए, एक अच्छी गुणवत्ता वाला गद्दा, तकिया और चादरें चुनें.
रोज सोने का एक समय तय करें
अगर आप रात की उल्लू हैं तो दूसरे बन्दे को क्यों अपनी उस आदत से परेशान कर रही हैं. आपको अपने सोने की आदतों को बदलने की जरुरत है ताकि आपके साथ रूम शेयर करने वाले बन्दे को कोई असुविधा ना हो. हर रात एक ही समय पर बिस्तर पर जाएं और सुबह एक ही समय पर जागें.
पेट के बल सोना सही नहीं है
काफी लोगों को बिस्तर पर पेट के बल सोने की आदत होती है. अगर आप भी इसी तरह सोते हैं तो आपको अपना तरीका बदलने की जरूरत है. दरअसल, पेट के बल सोना शरीर के लिए अच्छा नहीं होता है. इससे रीढ़ की हड्डी सही पोजिशन में नहीं रहती है. वहीं, शरीर का पूरा वजन बौडी के बीच में रहता है. इससे पेट से संबंधित बीमारियों के अलावा शरीर के अलग-अलग हिस्सों में दर्द हो सकता है.
किसी ने कभी आपको बताया है कि सोने की सही पोजीशन आखिर क्या है
बाईं करवट लेकर सोना सबसे सही पोजिशन है, जिससे शरीर फिट रहता है. इससे पाचन क्रिया भी बेहतर होती है. साथ ही, दिल की बीमारियों से संबंधित समस्याओं का खतरा भी कम होता है. प्रेग्नेंट महिलाओं को तो खासतौर पर बाईं करवट ही सोना चाहिए, क्योंकि दाईं करवट सोने से लिवर पर ज्यादा प्रेशर पड़ता है.
सीधा लेटकर सोना अच्छा रहता है
पीठ के बल सोना कई मायने में फायदेमंद है. सिर ,पीठ ,गर्दन और कमर में दर्द से राहत मिलती है और पाचन भी सही रहता है. पीठ के बल सोने से गर्दन की मांसपेशियां पर ज्यादा दबाव नहीं पड़ती है . जिससे सुबह उठने के बाद सर में दर्द भारीपन की समस्या गर्दन दर्द की शिकायत से निजात मिलती है.”
इन बातों का भी धयान रखें-
हर रात एक ही समय पर सोएं और हर सुबह एक ही समय पर उठें.
सोने से पहले इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का इस्तेमाल सीमित करें.
सोने से पहले आराम करें.
दिन के अंत में शराब और कैफीन जैसे उत्तेजक पदार्थों से बचें.
कमर को सपोर्ट करने वाला गद्दा होना चाहिए
फिर बाएं करवट लेट जाएं और सोएं.