Social Media: भारत समेत दुनियाभर में पोर्न देखने वालों की संख्या और टाइम में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. एडल्ट कंटैंट आसानी से उपलब्ध हो रहा है. अब हर व्यक्ति के हाथ में मोबाइल है और इंटरनैट. पोर्न इंडस्ट्री तेजी से ग्रो कर रही है और लोगों में पोर्न को ले कर तरहतरह की इच्छाएं बढ़ने लगी है हैं. सर्च करने के तौरतरीके भी बदले हैं. इस में सोशल मीडिया का बहुत बड़ा हाथ रहा है. इस में ऐसीऐसी इच्छाएं देखने को मिली हैं जो सरप्राइज करती हैं.
इस चलते पोर्नहब ने यूजर्स के सब से ज्यादा सर्च किए गए टर्म्स का डेटा शेयर किया है, कुछ आप को सरप्राइज दे सकते हैं.
पोर्नहब इनसाइट्स ने दुनियाभर के लाखों यूजर्स का डेटा जमा किया जिस में साइट के टौप ट्रैंड्स, मोस्ट पौपुलर कंटैंट और यहां तक कि फिल्मों व गेम्स के कैरेक्टर्स भी शामिल हैं. इस साल के ट्रैंड्स से पता चलता है कि पौप कल्चर और बेडरूम के ट्रैंड्स में कनैक्शन है. मगर कंटैंट जानने से पहले जान लेते हैं ऐसे टौप देशों के बारे में जहां पोर्न देखने का ट्रैफिक सब से ज्यादा है.
टौप ट्रैफिक वाले देश
2024 में भी अमेरिका नंबर वन पर रहा. वहां से सब से ज्यादा ट्रैफिक आया. 30 करोड़ से ज्यादा की आबादी वाले देश के लिए यह कोई हैरानी की बात नहीं है.
दूसरे नंबर पर फ्रांस रहा, जिस का कारण पेरिस ओलिंपिक्स हो सकता है क्योंकि उस इवैंट के चलते वहां बड़ी संख्या में विजिटर्स और ऐथलीट्स पहुंचे थे. फिलीपींस तीसरे, मेक्सिको चौथे और यूके 5वें नंबर पर रहे. टौप 20 देशों से 79.2 फीसदी डेली ट्रैफिक आता है.
यूजर्स कितना टाइम स्पैंड करते हैं?
पोर्नहब पर अब यूजर्स औसतन 29 सैकंड कम टाइम स्पैंड कर रहे हैं. अब एक विजिट का औसत टाइम 9 मिनट 40 सैकंड है.
18 से 24 साल के यूजर्स ने 79 सैकंड कम टाइम दिया, जबकि 65+ उम्र के यूजर्स ने औसत से 83 सैकंड ज्यादा टाइम स्पैंड किया.
मेक्सिको के यूजर्स ने सब से ज्यादा (11 मिनट 1 सैकंड) टाइम स्पैंड किया. नीदरलैंड्स दूसरे नंबर पर (10 मिनट 51 सैकंड) और अमेरिका तीसरे (10 मिनट 37 सैकंड) पर रहे.
फीमेल यूजर्स बढ़े
पिछले साल फीमेल यूजर्स ने मेल यूजर्स के मुकाबले 17 सैकंड ज्यादा टाइम स्पैंड किया. दुनियाभर में 38 फीसदी यूजर्स अब महिलाएं हैं, जो 2024 में 7 फीसदी बढ़ीं. ये बदलाव समाज में महिलाओं की सैक्सुअल नीड्स को औब्जर्व करने की वजह से हो सकता है.
डेटा के मुताबिक, महिलाएं ज्यादातर ‘लेस्बियन’ कंटैंट देखती हैं और ‘सिजरिंग’ व ‘पु*** लिकिंग’ जैसे टर्म्स सर्च करती हैं. सिजरिंग एक लेस्बियन सैक्सुअल एक्ट है जिस में 2 महिलाएं एकदूसरे के जननांगों को आपस में रगड़ कर सैक्सुअल प्लेजर पाने की कोशिश करती हैं. हाल के दिनों में सोशल मीडिया पर इस पोजीशन को ले कर काफी रील्स और मीम बनने लगे हैं.
टौप परफौर्मर्स
एंजेला व्हाइट
अबेला डेंजर
वायलेट मायर्स
लाना रोड्स
एवा एल्फी
इन में से लाना रोड्स पोर्न इंडस्ट्री छोड़ चुकी है. वह एक मशहूर अमेरिकन मौडल और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर भी है. उस ने 2016-2017 के आसपास इस इंडस्ट्री में काम करना शुरू किया, जब वह 18 साल की थी और जल्दी ही टौप परफौर्मर्स में शुमार हो गई.
उसे ‘क्वीन औफ वीआर पोर्न’ भी कहा जाता था, क्योंकि उस ने वर्चुअल रिऐलिटी पोर्न में खूब काम किया. लाना के इंस्टाग्राम, टिकटौक और यूट्यूब पर 1 करोड़ से अधिक फौलोअर्स हैं. वह लाइफस्टाइल, ब्यूटी टिप्स और मैंटल हैल्थ पर कंटैंट शेयर करती है. लाना ने पोर्न इंडस्ट्री के डार्क साइड (एब्यूज, मैंटल हेल्थ इश्यूज) के बारे में खुल कर बात की है. एक इंटरव्यू में उस ने कहा कि उसे अपने पोर्न कैरियर पर पछतावा है.
मोस्ट पौपुलर कैटेगरीज
इस साल ‘मिल्फ’ नंबर 1 कैटेगरी बनी. उस ने ‘लेस्बियन’ को दो साल बाद टौप स्पौट से हटा दिया. इस के अलावा पोर्न देखने वालों में जैपनीज, लेस्बियन पोर्न देखने का क्रेज बढ़ा है.
अमेरिका में ‘एबोनी’ सब से पौपुलर रही. यह ब्लैक कम्युनिटी खासकर ब्लैक महिला एक्ट्रैस को ले कर है. अमेरिका में कई सारी बहसें इस पोर्न कैटगरी पर हो रही हैं और इसे नस्लभेदी बताया जाता है. वहीं कनाडा और औस्ट्रेलिया में ‘लेस्बियन’ कंटैंट ज्यादा देखा गया.
सोशल मीडिया ट्रैंड्स का असर
वर्ष 2024 में टिकटौक पर वायरल हुआ फ्रेज ‘वेरी डेम्युर, वेरी माइंडफुल’ का असर पोर्नहब पर भी देखने को मिला. डेम्युर का मतलब शर्मीला होता है. पोर्न साइट पर शरमीलेपन को सैक्सी तरीके से दिखाया गया. यानी, ऐसी पोर्न जहां एक्ट करने वाली लड़कियां कम बोलती हैं, संकोच करती हैं या शरमाती हैं उन्हें ज्यादा देखा गया. ‘डेम्युर’ सर्चेज 133 फीसदी बढीं. ‘माइंडफुल प्लेजर’ सर्चेज 112 फीसदी बढीं. यह वो कैटगरी है जहां टेंटेशन बिल्डअप किया जाता है और चीजें स्लो होती हैं.
एक टीवी शो ‘द सीक्रेट लाइफ औफ मौर्मन वाइव्स’ की वजह से ‘वाइव्स’ और ‘मोडेस्ट वाइव्स’ जैसे टर्म्स भी ट्रैंड करने लगे. इस टीवी शो में धार्मिक महिलाओं के स्कैंडल दिखाए गए थे. यानी, वे महिलाएं जो गृहीणी हैं, सीधीसादी हैं मगर अंदर से वाइल्ड हैं. जो अपनी सैक्सुअल इच्छाओं को जाहिर नहीं करतीं, जो संयमित कपड़े पहनती हैं, भोलीभाली होती हैं मगर सैक्स के दौरान वाइल्ड हो जाती हैं. ऐसे ही इस शोज की रील्स सोशल मीडिया के माध्यम से हमारे दिमाग पर बैठती हैं.
जब कोई ट्रैंड जैसे ‘बज इट चैलेंज’ या ‘बेला पोर्च हिप्नोटिक’ वायरल होता है तो पोर्नहब पर उस से जुड़ी सर्चेज बढ़ जाती हैं.
सोशल मीडिया एल्गोरिदम पर काम करता है, आप की पसंदनापसंद तक सीमित नहीं. यह इंटरनैट को अच्छे से पता है. वह जानता है कि आप किस तरह के कंटैंट को पसंद करते हैं- आप को खाने में क्या अच्छा लगता है, आप को कैसे कपड़े पहनने पसंद है और आप की सोच क्या है.
अगर आप इंस्टा या टिकटौक पर फिटनैस मौडल फौलो करते हैं, तो पोर्न हब का अल्गोरिदम ‘फिट बौडी पोर्न’ सजेस्ट करेगा. ऐसे ही सोशल मीडिया पर जो मीम, जैसे जोक्स, देखते हैं उन के सजेशन सामने दिखाई देते हैं.
ऐसे ही इंस्टा की ‘थर्स्ट ट्रैप’ (सैक्सी डांस वीडियो) की पोर्न साइट्स पर कैटेगरी बनी होती हैं. कुल मिला कर सोशल मीडिया हमारी फैंटेसीज को डायरैक्ट इंफ्लुएंस करता है, चाहे वह ट्रैंड्स के जरिए हो, इन्फ्लुएंसर्स के जरिए हो या अल्गोरिदम के.