मानव जीवन में माता पिता का सर्वोच्च स्थान है. बच्चों के जन्म से ही माता-पिता उनके लिए आदर्श के रूप में होते हैं. भागदौड़ की इस जिंदगी में भले ही हम अपने माता-पिता से दूर हैं, लेकिन दुख हो या सुख हर परिस्थिति में वह हमारे साथ होते हैं .

परिवार के साथ- साथ, बच्चों का पोषण और संरक्षण माता-पिता की एक प्राथमिक जिम्मेदारी है. बच्चों के विकास के लिए आवश्यक है कि वे अच्छे पारिवारिक माहौल में बड़े हों, जहां खुशी, प्यार और विश्वास हो.

जब बात हो न्यू बौर्न बेबी की देखभाल की सबसे महत्वपूर्ण समय मां के गर्भ के दौरान होता है. गर्भ के दौरान यदि मां स्वस्थ है, उसका खानपान उचित हो और गर्भ से संबंधित कोई विकार ना हो तो बच्चा जन्म के समय स्वस्थ रहता है. अपने नवजात बेबी की देखभाल करना माता-पिता के जीवन के सबसे खास अनुभवों में से एक होता है.

बेबी की सम्पूर्ण देखभाल के लिए कुछ सरल  टिप्स,  जिससे नए माता-पिता अपने बेबी  के साथ किसी भी चिंता के बिना पैरंटहुड का आनंद ले सकते हैं –

बेबी के  लिए चुने सही बाथिंग प्रोडक्ट्स –

बेबी के बॉथिंग प्रोडक्ट्स में  इस बात का ख़ास ध्यान रखना चाहिए की वह प्रोडक्ट्स बेबी की त्वचा को रूखा न  बनाये  और उसकी त्वचा पर कोमल  हों. बच्चों के साबुन की जगह बाथिंग जेल का प्रयोग किया जा सकता है जो की 100% साबुन मुक्त फार्मूला से बनाया जाता है और बेबी की  नाजुक त्वचा को जेंटली साफ करता है .  यह  नो टीयर्स फार्मूला इस तरह बनाया जाता है की यह बेबी की नाजुक आँखों  को कोई नुकसान नहीं पहुंचाएगा. यह हर रोज बेबी  के लिए प्रयोग किया जा सकता है  जिससे बेबी की त्वचा सॉफ्ट  और मॉइस्चरीज़ड बनी  रहे.

बेबी की मालिश के लिए –

भारत में बच्चों की मालिश का चलन नया नहीं है. बच्चे की मालिश नहलाने से एक घंटे पहले करनी चाहिए. बेबी मसाज ऑयल आपके बच्चे की नाजुक त्वचा को मॉइस्चराइज करता है. यह बच्चे की हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करता है. इससे बच्चों का शारीरिक विकास बेहतर होता है और वह हेल्थी रहते है| इसके लिए एक एलर्जी मुक्त , डर्मटॉलॉजिस्ट टेस्टेड मालिश का तेल प्रयोग में लाएं. ऑलिव और आलमंड आयल के तत्त्व बेबी की मालिश के लिए अत्यधिक लाभकारी होते हैं. नेचुरल स्किन इलास्टिसिटी बढ़ाने के लिए मालिश का  तेल  अत्यंत  उपयोगी  हैं.

ये भी पढ़ें- बच्चों को कोरोना से बचाने के लिए सिखाएं ये 8 आदतें

बेबी के दांत और मसूड़े के स्वस्थ्य के लिए –

बेबी की देखभाल करते समय बेबी के  मुँह की  स्वच्छता सबसे महत्वपूर्ण  है. बेहतर ओरल केयर प्रोडक्ट्स बच्चों के दांतों को साफ रखने के साथ-साथ मसूढ़ों को बैक्टीरिया मुक्त बनाने में काफी मदद करते  है. शुरुआती महीनों में बच्चे के मसूड़ों और दांतों की देखभाल करते समय अत्यधिक ध्यान देने की आवश्यकता होती है. बेबीओं  के  टूथपेस्ट  फ्लोराइड – फ्री  होने चाहिए  ताकि  अगर  छोटे बच्चे टूथपेस्ट निगल भी ले तो भी वह उन्हें नुकसान नहीं पहुंचाए.  टूथब्रश का शेप और ब्रिस्ल्स  दोनों का ही  अकार  बच्चो  के  मुँह के  हिसाब से डिज़ाइन किए जाता है जिससे वह मुँह के  अन्दर कोने-कोने तक सफाई कर सके और  ब्रिस्ल्स  काफी  मुलायम  होते  हैं  जो टेपरेड़  टेक्नोलॉजी से बनते हैं जिससे बच्चो के मसूड़े और  दांत  पर  सख्त नहीं होते. सही टूथपेस्ट और सही टूथब्रश चुन कर बच्चे की ओरल हेल्थ का ध्यान रखें.  स्वस्थ आदतों का अभ्यास करने से बेबीओं और बच्चों में कैविटी, दांतों की सड़न को रोकने या कम करने में मदद मिल सकती है.

बेबी को सुलाने के लिए  –

नींद पूरे परिवार के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है, इसलिए अपने बच्चे की नींद को सुगम बनाने के लिए आदर्श समाधान खोजना महत्वपूर्ण है. पहले महीनों के दौरान, पालना सबसे अच्छा समाधान है क्योंकि एक समर्पित स्थान बच्चे को सुरक्षित और संरक्षित रखता है, जैसा उसने जन्म से नौ महीने पहले महसूस किया था. यह वैज्ञानिक रूप से प्रदर्शित है, कि बच्चे को माता-पिता पालने में अपने बिस्तर के जितना पास हो सके सुलायें. यह बच्चे के लिए सुरक्षित है और कई फायदे देता है: यह स्तनपान को आसान बनाता है, यह नवजात बेबी की मदद करता है सोने-जागने की लय को विनियमित करने में और यह बच्चे और माता-पिता के बीच के बंधन को मजबूत करता है.

बेबी को घुमाने के लिए –

स्ट्रोलर का सही तरीके से चुनाव  करना  बहुत आवश्यक है- ना सिर्फ बच्चे के आराम और सुरक्षा के लिए पर माता-पिता की सुविधा के हिसाब से भी. बेबी के स्ट्रोलर की सीट आरामदायक और आसानी से अडजस्टेबल होनी चाहिए. सबल स्ट्रोलर फ्रेम के साथ व्हील पर लगे सस्पेंशन और लॉक्स बच्चे को हर तरह के रास्तों पर सुरक्षित रखते है.  एक हाथ से फोल्ड और कॉम्पैक्ट हो जाने वाले स्ट्रोलर पेरेंट्स के लिए बहुत सुविधाजनक होते हैं और उन्हें अपने बच्चों के साथ बिताए समय का पूरी तरह से आनंद लेने  देते हैं.

बच्चों के कपड़ो को विशेष रूप से बेबी के कपड़ों के लिए बनाये गए लांड्री डिटर्जेंट से ही धोएं – माता पिता को केवल बेबी के कपड़ों के लिए बनाये गए लांड्री डिटर्जेंट का ही उपयोग करना चाहिए – जो ज़िद्दी दाग व गंध हटाने में कारगर हो.  इसके साथ साथ लांड्री डिटर्जेंट में रोगाणुओं का नाश करने की क्षमता होनी चाहिये. क्यूंकि हम जानते है कि बेबी की त्वचा कोमल होती है, इसलिए बेबी के कपड़ों को डर्मटोलॉजिकली टेस्टेड लांड्री डिटर्जेंट से ही धोना चाहिए.

ये भी पढ़ें- Mother’s Day Special: कंगारू केयर से प्रीमेच्योर बेबी को बचाएं, कुछ ऐसे

बेबी के लिए कॉटन के कपडे –

गर्मी का मौसम हो तो नवजात को कॉटन के कपड़े पहनाने चाहिए. कॉटन  के  हवादार  और  अच्छी  क्वालिटी  के  कपडे  न  केवल  आरामदायक  होते  है  बल्कि  ट्रेंडी  भी  होते  है.  समर ट्रेंड्स में  बच्चों क लिए सबसे  ज्यादा  क्यूट  प्रिंट्स  जैसे – एनिमल मैस्कॉट , शेप्स , फ्लोरल  प्रिंट्स  देखने  को  मिलते हैं.  इन प्रिंट्स में बच्चे बहुत खूबसूरत दिखते  है और साथ  ही जानवर, नेचर और शेप्स पहचानना भी सीखते है.

श्री राजेश वोहरा, चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर, आर्ट्साना ग्रुप, इन एसोसिएशन विद कीको रिसर्च सेण्टर के द्वारा.

और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...