वक्त की कमी ने रिश्ते निभाने का अंदाज बदल दिया है. व्यस्तता के चलते आजकल लोग मोबाइल, इंटरनैट आदि के इस्तेमाल से एकदूसरे के संपर्क में रहते हैं. लेकिन जरा सोचिए कि क्या दोस्तों से मिल कर बातचीत करने और उन के घर जा कर ऐंजौय करने की कमी को इंटरनैट या फोन पूरा कर सकता है? नहीं न? तो क्यों न अब वह किया जाए जो बहुत दिनों से नहीं किया. अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के घर सरप्राइज विजिट की जाए. अधिकतर लोगों की यही परेशानी होती है कि बहुत दिनों से अपने किसी रिश्तेदार के यहां जाने का मन तो है पर समय न मिलने के कारण जा नहीं सके. लेकिन अब अगर सोच लिया है कि एक बार सरप्राइज विजिट करनी ही है तो कर डालिए. लेकिन ऐसा करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है, क्योंकि आप वहां ऐंजौय करने जा रहे हैं उन्हें परेशान करने नहीं.

आइए, जानें कैसे करें सरप्राइज विजिट कि वह यादगार बन जाए:

उन की सुविधा का भी खयाल रखें: दोस्तों और रिश्तेदारों के यहां अचानक जाना अच्छी बात है, लेकिन ऐसा करते समय थोड़ा इस बात का भी ध्यान रखें कि किसी के भी घर जाएं तो वीकेंड पर ही जाएं ताकि उन्हें परेशानी न हो और वे आप को पूरा समय दे सकें. ट्रिक से लें इन्फौर्मेशन: इस बात का पता भी लगा लें कि जिन के घर आप जाना चाहते हैं, वे अपने घर पर हैं भी या नहीं? कहीं उन का उस दिन का कोई और प्रोग्राम तो नहीं है? उन के घर कोई और मेहमान तो आने वाला नहीं है? इसलिए पहले उन से फोन  पर इधरउधर की बातें करें फिर वे आज क्या कर रहे हैं, इस के बारे में जानकारी लें और फिर उसी के अनुसार जाने का प्रोग्राम बनाएं. खातिरदारी ही न करवाते रहें: आप उन के घर अचानक जा रहे हैं, तो इस बात का भी खयाल रखें कि उन्हें काम में ही न लगाए रखें, बल्कि आप कुछ देर के लिए वहां गए हैं तो हंसीमजाक और बातें भी करें. खानेपीने में ही न लगे रहें. अच्छा यह रहेगा कि मिठाई के साथ बैठ कर खाने का सामान भी ले जाएं.

पुरानी बातें याद करें: बहुत दिनों के बाद मिले हैं, तो क्या हुआ. यही वह समय है जब आप अपनी पुरानी अच्छी यादों को ताजा कर सकते हैं. अपने दोस्तों से अपने दिल की, स्कूलकालेज की हर तरह की बातें करें. उन्हें वे सब बातें याद दिलाएं जो आप को उन की और उन्हें आप की पसंद थीं. कुछ फेवर जो आप ने एकदूसरे के लिए किए थे, वे भी याद करें.

ज्यादा समय न लगाएं: सरप्राइज विजिट हमेशा छोटी रहे. 25-30 मिनट से हरगिज ज्यादा नहीं और उसी दौरान सभी हंसीमजाक कर लें.

गिलेशिकवे भी करें दूर: अगर आप लोग काफी समय के बाद मिल रहे हैं और पहले कुछ बातों को ले कर आप लोगों के बीच कोई मसला रहा है जिस का प्रभाव आप के रिश्तों पर पड़ा हो तो उसे अब क्लियर कर लें. अपने मन की हर बात उन से शेयर करें और उन की सुनें. यकीन मानिए आप के रिश्ते जरूर सुधरेंगे.

गिफ्ट भी हो कुछ खास: अपने रिलेटिव के यहां जा रहे हैं तो गिफ्ट या खानेपीने की चीजें यानी जो भी ले जा रहे हैं वह उन की पसंद का होना चाहिए या फिर वह यूजफुल हो. जैसेकि आप उन के लिए मिठाई की जगह डाईफ्रूट ले जाएं. वे उसे कई दिनों तक खाएंगे और आप को याद करेंगे. अगर गिफ्ट देने का मन है तो और्गैनिक गिफ्ट भी दे सकते हैं जैसेकि और्गैनिक चाय, कौफी, सोप, क्रीम, हेयर ऐंड स्किन केयर रेंज या प्लांट्स आदि. गिफ्ट कोई भी हो, लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि वह बाद तक रखने वाला हो ताकि वे एक अरसे तक आप को याद रखें कि फलानी चीज आप लाए थे. अचानक बनाया प्रोग्राम अच्छा होता है: कई बार हम प्लान कर के जब कोई प्रोग्राम बनाते हैं तो बहुत से लोगों की रजामंदी लेने के चक्कर में प्रोग्राम बन ही नहीं पाता या फिर मन की बात पूरी न होने के कारण कोई न कोई व्यक्ति असंतुष्ट रह जाता है. लेकिन जब हम अचानक कोई प्रोग्राम बनाते हैं तो ज्यादा सोचने और प्लानिंग करने का समय नहीं होता. ऐसे में थोड़े से समय में ही जिस से जो हो पाता है वह द बैस्ट करता है. फिर चाहे वह मेजबान के घर जा कर खानेपीने की बात हो या फिर ऐंजौय करने की.

सरप्राइज विजिट के फायदे

  1. बिगड़ी बात या रिश्ते फिर से बन जाने के चांस ज्यादा.
  2. ऐंजौय करने का बढि़या मौका.
  3. आप को अचानक आया देख कर रिश्तेदारों के चेहरे पर जो खुशी देखने को मिलेगी उस की बात ही अलग होगी.
  4. दोस्तों और रिश्तेदारों की ये पुरानी शिकायतें दूर होंगी कि अब तो आप हमारे यहां आतेजाते ही नहीं हैं.
  5. आज आप ने सरप्राइज विजिट की है, कल वे लोग करेंगे. इस तरह एक बार फिर आनेजाने का सिलसिला जो शुरू होगा, जो टूटने लगा था.
  6. अगर पहले से बता कर जाते तो शायद उन्हें डिनर आदि करवाने की औपचारिकता में 10 चीजें बनानी पड़तीं, जिस से उन्हें परेशानी भी हो सकती थी. लेकिन आप के अचानक आने से खानेपीने की औपचरिकता कम होगी. हो सकता है कि वे बाजार से  कुछ रैडिमेड मंगवा लें या फिर आप कुछ पैक करवा कर ले जाएं.
  7. पूरे परिवार और करीबी रिश्तेदारों, दोस्तों के साथ इस तरह टाइम स्पैंड करने से आप के रिश्तों में नई ऊर्जा आएगी.
  8. बच्चों में भी इमोशनल बौंडिंग की भावना का विकसित होना बहुत जरूरी है और यह तभी संभव है जब कभीकभार आप रिश्तेदारों के यहां आतेजाते रहें. आप को इस तरह का सामाजिक व्यवहार करते देख वे भी यह सीखेंगे.

सरप्राइज विजिट के नुकसान

  1. हो सकता है कि अचानक आप को आया देख उन का मुंह बन जाए.
  2. यह सोच कर चलें कि यदि मित्र या संबंधी घर पर न हुआ तो मायूस न होंगे. अच्छा रहेगा कि एक तरफ के 2-3 के यहां जाने की तैयारी कर के जाएं.
  3. हो सकता है वे किसी और को ऐक्सपैक्ट कर रहे थे और आप आ गए तो उन का मूड भी औफ हो सकता है.

सरप्राइज कब दे सकते हैं

वैसे तो यह सरप्राइज कभी भी किसी भी वीकेंड पर दिया जा सकता है, लेकिन करीबी लोगों की बर्थडे, शादी की सालगिरह, कोई त्योहार आदि हो तो आप का यों अचानक मिठाई या केक ले कर पहुंच जाना उन्हें बहुत अच्छा लगेगा और उन के मन में आप के लिए पहले से भी कई गुना ज्यादा प्यार और सम्मान बढ़ जाएगा, क्योंकि आप ने उन के इस स्पैशल दिन को याद रखा और उन के साथ सैलिब्रैट किया. नववर्ष हो, होली हो या फिर दीवाली शुभकामनाएं देने का मौका हम नहीं छोड़ते. परंतु इन मौकों पर बधाई देने के लिए हम हमेशा सोशल साइट्स और टैक्नोलौजी का सहारा लेते हैं और खास दिनों की शुभकामनाएं अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को भेजते हैं तो जवाब में लाइक, थैंक्स या रिप्लाई ग्रीटिंग को देख कर मन में खुशी के वे अंकुर नहीं फूटते जो रूबरू होने पर फूटते हैं, तो क्यों न इस बार खुद अपने दोस्तों, रिश्तेदारों के घर जा कर उन्हें शुभकामनाएं दें. फिर देखिएगा सिर्फ उन्हें ही खुशी नहीं होगी, बल्कि आप के त्योहार की खुशी भी दोगुनी हो जाएगी. 

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