देश का दिल दिल्ली अपने दिल में कई सारी प्राचीन यादों और धरोहरों को अब तक समेटे हुए है. इन्हीं धरोहरों में से एक है दिल्ली के आउटस्कर्ट्स में स्थित कुतुब मीनार, भारत का सबसे ऊंचा मीनार. यह सिर्फ दिल्ली का ही नहीं पूरे देश का सबसे प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षण है.

दिल्ली के दक्षिण इलाक़े में महरौली में स्थापित यह इमारत हिंदू-मुगल वास्तुकला का एक अद्भुत उदाहरण है. यूनेस्को द्वारा यह भारतीय पौराणिक धरोहर वैश्विक धरोहरों की सूची में भी शामिल है. चलिए आज हम इस वैश्विक धरोहर की दिलचस्प बातों पर एक नज़र डालते हैं, जिनको अब तक अपने में समेटे हुए यह इमारत शान से खड़ा है.

1. थोड़ा सा झुका हुआ

भारत की यह सबसे ऊंची इमारत बिल्कुल सीधी नहीं खड़ी है, बल्कि थोड़ी सी झुकी हुई है, जिसका कारण है इस इमारत में कई बार मरम्मत का काम होना.

2. सबसे उंची इमारत

भारत की सबसे ऊंची इमारत होने के साथ-साथ यह विश्व की भी इंटों से निर्मित सबसे उंची इमारत है. 

3. सीढ़ियां

इमारत के अंदर लगभग 379 सीढ़ियां हैं, जो इमारत की ऊंचाई तक हैं.

4. शिलालेख

मीनार में कई अरबी और नागरी लिपि में शिलालेख हैं, जो इसके इतिहास को बयान करते हैं.

5. क्षतिग्रस्त मीनार

फिरोज शाह तुगलक के शासन के दौरान, मीनार के दो शीर्ष बिजली के कारण क्षतिग्रस्त हो गए थे लेकिन फिरोज शाह द्वारा फिर से उनकी मरम्मत करवाई गयी. सन् 1505 में, मीनार भूकंप से क्षतिग्रस्त हो गया था जिसकी मरम्मत सिकंदर लोदी ने करवाई थी.

6. लोहे का खंभा

कुतुब मीनार के परिसर में ही एक लोहे का खभा है, जिसमें अब तक 2000 सालों बाद भी जंग नहीं लगी है.

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