माइग्रेन में फायदेमंद हैं ये पांच फूड

माइग्रेन की प्रॉब्लम बहुत कॉमन हो गई है. ये दर्द कभी भी और कहीं भी हो सकता है. यूं तो माइग्रेन होने के कई कारण हो सकते हैं लेकिन ये एक अनुवांशिक बीमारी भी है. मतलब, अगर आपके घर में कोई माइग्रेन का पेशेंट रह चुका है तो हो सकता है कि उसकी ये प्रॉब्लम ट्रांसफर हो जाए.

माइग्रेन में सिर के एक ओर तेज दर्द उठता है. इस दर्द को बर्दाश्त कर पाना वाकई बहुत मुश्क‍िल है. उल्टी आना, चक्कर आना और थकान महसूस होना माइग्रेन के प्रमुख लक्षण हैं. माइग्रेन का दर्द सिर के एक हिस्से में होता है इसलिए इसे आम बोलचाल में अधकपारी भी कहते हैं.

माइग्रेन के दर्द को कम करने के लिए कई तरह की दवाइयां मौजूद हैं लेकिन आप चाहें तो कुछ घरेलू उपाय अपनाकर भी माइग्रेन के दर्द को कम कर सकते हैं. कुछ डाइट्स ऐसी हैं जो माइग्रेन की प्रॉब्लम को कम करने का काम करती हैं. खाने-पीने की इन चीजों से आप चाहें तो माइग्रेन की प्रॉब्लम को काफी हद तक कंट्रोल कर सकती हैं.

माइग्रेन होने के कई कारण हो स‍कते हैं. कई बार ये टेंशन की वजह से हो जाता है और कई बार हमारी अस्त-व्यस्त लाइफस्टाइल के चलते. ऐसे में कोशिश करें कि टाइम पर खाएं, सही खाएं और पूरी नींद लें .

इन चीजों को डाइट में शामिल करके आप भी कम कर सकते हैं माइग्रेन का दर्द

1. हरी पत्‍तेदार सब्‍जियां खाकर

हरी पत्तेदार सब्ज‍ियों में पर्याप्त मात्रा में मैग्नीशि‍यम पाया जाता है. माइग्रेन के दर्द में मैग्नीशियम बहुत ही कारगर तरीके से काम करता है. अनाज, सी-फूड और गेंहूं में भी भरपूर मात्रा में मैग्नीशियम होता है.

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2. मछली खाना भी रहेगा फायदेमंद

मछली में ओमेगा 3 फैटी एसिड और विटामिन ई पाया जाता है. ये दोनों ही चीजें माइग्रेन के दर्द को कंट्रोल करने में मदद करते हैं.

3. डाइट में जरूर शामिल करें दूध

माइग्रेन में फैट फ्री दूध पीना बहुत फायदेमंद रहेगा. दूध में विटामिन बी पाया जाता है. जो सेल्स को एनर्जी देने का काम करता है. कई बार ऐसा होता है कि दिमाग की नसें सुस्त पड़ जाती हैं और माइग्रेन का दर्द शुरू हो जाता है. ऐसे में में विटामिन बी उन्हें एनर्जी देने का काम करता है.

4. कॉफी पीना भी है फायदेमंद

जिस तरह नॉर्मल सि‍र दर्द में कॉफी और चाय पीना फायदेमंद है उसी तरह माइग्रेन में भी ये काफी मददगार है. माइग्रेन अटैक  आने पर कॉफी पीने से राहत मिलेगी.

5. रेड वाइन भी है बेहतर विकल्प

वाइन और बीयर में टायरामाइन पाया जाता है जो माइग्रेन के दर्द को दूर करने में मदद करता है.

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6. ब्रॉकली

ब्रॉकली में भरपूर मात्रा में मैग्नीशि‍यम पाया जाता है. जिससे माइग्रेन के दर्द में राहत मिलती है.

पछतावा: क्या सही थी लालपरी की गलती

लेखिका- मंजू सिन्हा

सब को चाय पिला कर मैं ने जूठी प्यालियां टेª में समेट लीं. घडी़ सुबह के 7 बजा रही थी. मैं ने टीवी खोल दिया. समाचार देखने सारा परिवार ड्राइंगरूम में आ गया. यह तो रोज का रुटीन है. समाचार देखने के समय मैं चाकू ले कर सब्जियां काटने बैठती हूं. पतिदेव सोफे पर आराम से बैठ कर सेंटर टेबिल पर आईना रख कर शेव करने बैठते हैं. पिकी और मीनी एकदूसरे को चिढा़ती, मुंह बिचकाती, जीभ दिखाती टीवी देखती रहती हैं.

फ्भई, आज सेकंड राउंड चाय नहीं हो रही है? इन्होंने दाढी़ बनाते हुए पूछा.

फ्आज लालपरी नहीं आई है. मुझे आटा गूंधना है, मसाला पीसना है. बच्चों का टिफिन, आप का खाना, नाश्ता—

फ्समझ गया सरकार, लालपरी होती है तब तो आप कहती हैं, ‘निकम्मी है यह, सारा काम मुझे ही संभालना पड़ता है,’ और एक दिन नहीं आई तो–. बीच में ही बात रोक कर उन्होंने मेरी नकल उतारी और हंसने लगे.

फ्लालपरी अभी किशोरी है. उसे ऐसे नहीं कहूंगी तो वह काम में तेजी कैसे लाएगी. काम तो करती ही है बेचारी. मूर्ख पति मिला है उस बदनसीब को, मैं ने ठंडी आह भरी.

साढे़ 9 बजतेबजते घर खाली सा हो गया. बच्चे स्कूल और पतिदेव आफिस जा चुके थे. मैं ने घर के बाकी काम समेटने शुरू किए. झाड़न्न् लगाना आसान था, पर पाेंछा लगाने में तो कमर ही जैसे टूट गई, ‘कोई होता तो लालपरी के घर भेज कर उस का हाल पुछवा लेती. क्या करूं, अभी तो खैर कालिज बंद हैं पर जिस रपतार से यह नागा करने लगी है उस से तो काम नहीं चलेगा. लगता है किसी और को रखना होगा. आने दो, मैं स्वयं बात करती हूं इस सिलसिले में,’ मैं ने मन ही मन सोचा.

शाम को लालपरी आई. आते ही नजरें नीची किए बंगले के पिछवाडे़ जाने लगी. मेरी सास के जमाने से यह सिलसिला चला आ रहा है कि मुख्यद्वार से दाईं ओर नौकर अंदर नहीं जाते. रसोई के पीछे नल है, वहां साबुन, तौलिया रखा रहता है, आने पर हाथपैर साबुन से अच्छी तरह धोकर ही रसोई में घुसना होता है. लालपरी अपनी मां के साथ आती थी. मां जब सोहन रिकशे वाले के साथ भाग गई तब मैं ने इसे ‘सहारा’ दिया या इस ने मुझे ‘सहारा’ दिया, कहना मुश्किल है. 14 साल की नन्ही उम्र में बाप ने इस की शादी कर दी इसी टोले में. अब यह अपने पति के साथ रहती है.

Short Story: आखिर कहां तक?

फ्लालपरी, जरा इधर आना, मैं ने आवाज दी.

फ्जी, भाभीजी, कह कर वह सामने आ कर खडी़ हो गई.

मैं ने उस के चेहरे पर नजरें जमा दीं. बाप रे, उस का चेहरा बुरी तरह सूजा हुआ था. आंखें लाललाल अंगारों की तरह दहक रही थीं. नाक की कील गायब थी और उस जगह कटे का ताजाताजा सा निशान चीखचीख कर हाल बयान कर रहा था.

फ्क्या हुआ तुझे? राजदेव ने तुझे फिर मारा है? तेरा चेहरा तो सूज कर पुआ बन गया री, मेरे शब्द डगमगा गए. इस युवती को 3 साल की छोटी उम्र से मैं ने लगभग पाला ही तो है. मां कपडे़ धोती और यह रोने लगती तब मैं कभी इसे बिस्कुट देती, कभी टाफी, कभी खाली डब्बे, क्रीम की खाली बोतलें, पुरानी कंघी जैसे बेकार पडे़ घरेलू सामान देती और जरा सा पुचकारती, यह झट से मुसकरा देती.घ्और इस की मासूम मुसकान से बंगले का कोनाकोना महक उठता. उन दिनों घर की मालकिन मेरी अम्मांजी थीं इसलिए नौकरचाकर, धोबी, दूध वाला, पेपर वाला सब मुझे ‘भाभीजी’ कहते. ससुराल में इस से सुंदर, सरस भला और क्या संबोधन हो सकता है. मां से सुनसुन कर यह भी ‘भाभीजी’ ही कहने लगी थी.

मैं ने लालपरी की ठोडी़ ऊपर उठाई, मेरे हाथों को पकड़ कर वह फफकफफक कर रो पडी़. उस की आंखों से आंसुओं की धारा बह निकली. मैं ने उसे हाथ पकड़ कर बिठाया. टेबिल पर रखी बोतल में से एक गिलास पानी दिया और कहा, फ्मैं तेरी मां जैसी हूं, मुझे अपना दुख नहीं बताएगी क्या.

पानी के 4-6 घूंट पी कर वह थोडी़ शांत हुई थी. उस ने नजरें नीची किए ही कहा, फ्वह बोलता है मैं बांझ हूं. आज अमावस्या है न, आज इमलीचौक वाले मठ पर विलसवा की देह पर भूत आता है, उसी से झड़वानेफुंकवाने ले जाना चाह रहा था. मैं ने मना कर दिया, बस, वह फिर रोने लगी.

फ्अरी, तो चली जाती, राजदेव का मन ही रखने के लिए. इतनी मार से तो बच जाती नादान लड़की.

फ्कैसे चली जाती भाभीजी. विलसवा की आंखों में, उस की बातों में गंदगी दिखाई देती है हमें. वह कई बार हमें इंद्रासन का सुख दिखाने की बात कह चुका है. मूछड़ हमें देख कर आंख मारता है और इस हरामी मरद को वह ‘परमात्मा का अवतार’ लगता है.

लालपरी गुस्से और उत्तेजना से कांप रही थी. मैं ने कहा, फ्तुम ने राजदेव से विलास की हरकतों के बारे में बातें कीं कभी. कौन पति ऐसा होगा जो किसी कामुक, हवस के भूखे के पास अपनी बीवी को भेज देगा.

फ्मूर्ख है, जाहिल है, भेजे में भूसा भरा हुआ है उस के. कहता है, ‘ओझा की आंखों में भूतप्रेत बसते हैं, तू उन में झांकती क्यों है री छिनाल,’ उस की इसी गाली पर हम ने कहा, ‘तू जान ले ले पर बदचलनी का दोष मत लगा हमारे चरित्र पर. बस, इसी बात पर लातघूंसों से टूट पडा़ वह हमारे ऊपर. मुंह पर मारता रहा और चिल्लाता रहा, ‘तू जबान चलाती है साली’—

लालपरी अपने पति की दी गालियों को एक सांस में दोहरा गई और उस के बाद फिर वही लावा जो भीतर कैद था, आंसुओं के रूप में बाहर आने लगा. और कोई रास्ता न देख मैं ने कहा, फ्ऐ लालपरी, ऐ सब्जपरी, तू रोती क्यों है री. भाभीजी को चाय नहीं पिलाएगी क्या?

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जैसे नींद से जाग गई लालपरी. उस ने मेरी ओर देख कर कहा, फ्अभी तुरंत हाजिर करती हूं. आप हमें अभी भी बच्चा समझती हैं, लालपरी, सब्जपरी कह कर तो आप बचपन में हमें चुप कराती थीं, कहती हुई 20 साल की युवती, जिस के रगरग से यौवन, सरलता, सरसता, प्राकृतिक, अनुपम सौंदर्य छलक रहा था, अंदर चली गई.

रात में इन से लालपरी का जिक्र किया, उस की सारी परेशानियां बयान कीं. सुन कर ये उदास हो गए और थोडी़ देर चुप रहने के बाद बोले, फ्राजदेव पागल हो गया है क्या. उसे कल दोपहर में किसी बहाने बुलाना, मैं बात करूंगा उस से. लालपरी इस घर के सदस्य की तरह है. जब इस महल्ले में मेरे दादाजी ने यह बंगला बनवाया था तब गांव से ही इस के दादादादी को ले आए थे. दादी बताती थीं कि इस का खानदान पूरे इलाके में अपने चरित्र की उज्ज्वलता के लिए ‘वफादारईमानदार’ की उपाधि से संबोधित किया जाता था. यह लड़की कष्ट सहे, यह तो पुरखों का अपमान है…

फ्राजदेव अर्थ का अनर्थ समझ लेगा तो, मैं ने आशंका जताई.

फ्उस के बाप का राज है क्या. बिना डाक्टरी जांच कराए उस ने इसे ‘बांझ’ घोषित कर दिया है. तुम इसे ले कर अपनी सहेली डाक्टर के पास चली जाना ताकि सचाई मालूम हो सके. उन के सुझाव पर जो भी उचित होगा, दवा या आपरेशन, हम करवाएंगे. इसे यों ही नहीं छोड़ सकते न.

दूसरे दिन अचानक गांव से रामू लौट आया. वह हर साल 2 माह की छुट्टी ले कर गांव जाता है. धान रोप आता है, गेहूं तैयार कर घर में रख आता है.घ्आते समय मालदा आम की 2 बोरियां ठेले पर ले आता है. मैं ने खुश हो कर कहा, फ्रामू, 8 दिन पहले आ गए तुम.

फ्बरसात समय पर हो गई. आप के खेतों में धानरोपाई हो गई, आम बेच दिया. काम खत्म हो गया तो अम्मां ने कहा, ‘चला जा. यहां बुधनी तो है ही, उस के बच्चे भी आ गए हैं, खूब चहलपहल है.’

फ्तेरी बीवी कैसी है? मैं ने पूछा.

फ्अच्छी है, भाभीजी, उसे फिर लड़का हुआ है, कह कर रामू शरमा गया.

फ्अरे, लड्डू बांटने की जगह शरमा रहे हो तुम. बहुतबहुत बधाई हो रामू. तुम 2 बेटों के बाप बन गए 3 साल में ही, मैं स्वयं ही यह कह कर मुसकराने लगी.

फ्अम्मां ने कहा है इस साल आप मेरा आपरेशन करवा दें, रामू गमछे से मुंह पोंछने का बहाना कर शरमाता हुआ अंदर चला गया. 25-26 साल का रामू मन से 10 साल का बालक है. बिलकुल भोलाभाला, सीधासादा.

रामू को भेज कर राजदेव को बुलवाया. वह आ गया तो इन्होंने कहा, फ्राजदेव, क्या हालचाल हैं?

फ्ठीक हैं, वकील साहब, उस ने कहा.

फ्आजकल आतेजाते नहीं हो, क्या बात है, उन्होंने कहा.

फ्रामू की तरह बेटों का बाप हूं क्या जो खुशियां मनाता फिरूं, उसने कहा.

फ्तुम्हारी और लालपरी की अभी उम्र ही क्या है. प्रेम और शांति से रहो, इसी में गृहस्थी का सुख है. जब मन सुखी होगा तभी तो मांबाप बनता है कोई, धीरज रखो.

फ्वह छिनाल बांझ है, उस पर नखरा यह कि ओझा विलास के पास नहीं जाती, उस ने कहा.

फ्गालियां क्यों दे रहे हो, वह तुम्हारी पत्नी है. अपनी पत्नी की इज्जत तुम स्वयं नहीं करोगे तो दूसरे कैसे करेंगे. बच्चा चाहिए तो डाक्टर के पास जाओ, ओझा क्या करेगा. विलास तो एक नंबर का गंजेडी़ है. कल तक स्मगलरों का मुखबिर था. आज ओझा कैसे हो गया?

फ्यह हमारा घरेलू मामला है. इस में आप बडे़ लोग न बोलें तो ही ठीक है. ओझा को हम मानते हैं, बस.

फ्ठीक है, तुम उसे चाहे जो मानो परंतु लालपरी मेरी बहन जैसी है. उस पर इस तरह हाथलात मत उठाया करो.

फ्क्या कर लेंगे आप. वह मेरी बीवी है कि आप की बहन जैसी है, हूं. मैं सब समझता हूं, आप चाहते ही नहीं कि लालपरी को औलाद हो. आप के बरतन कौन घिसेगा इतने चाव से, वह जाने लगा.

फ्पागल मत बनो. दुनिया में कानून भी कोई चीज है या नहीं. जिस दिन हवालात पहुंच जाओगे, सारी अकड़ निकल जाएगी, समझे. लालपरी पर हाथ उठाने से पहले हजार बार सोच लेना. जाओ, दफा हो जाओ, इन के स्वर में क्रोध साफ झलक रहा था.

रामू पर घरद्वार, रसोई छोड़ कर मैं लालपरी को ले कर शहर में डाक्टर केघ्पास आ गई. डाक्टर शोभनाजी क्लीनिक में ही मिल गईं. सारी बात जाननेपूछने के बाद उन्होंने लालपरी की जांच की. कुछ टेस्ट कराए और मेरे पास आ कर बैठती हुई बोलीं, फ्सीता दीदी, आप बेफिक्र रहें. इस लड़की में कोई कमी नहीं है. टेस्ट की रिपोर्ट भी कल तक आ जाएगी. वैसे इस का पति भी टेस्ट करवा लेता तो इलाज में सुविधा होती.

फ्वह नहीं आएगा, मैं ने कहा.

शोभना ने हंस कर कहा, फ्लालपरी समझा कर, प्यार से कहेगी तो मान जाएगा, क्यों लालपरी.

शोभना के साथ हम दोनों भी हंसने लगीं. थोडी़ देर इधरउधर की बात कर के हम दोनों वापस आ गए.

कुछ दिनों तक राजदेव शांत रहा. शांत क्या, बल्कि मुंह फुलाए रहा. लालपरी रोज उस का किस्सा सुनाती और खूब खिल- खिलाती. रामू शोभना के यहां से रिपोर्ट ले आया था. लालपरी ने जब राजदेव से कहा, फ्हम में कोई खराबी नहीं है, हमतुम जिस दिन चाहेंगे बच्चा होगा पर तुम एक बार डाक्टरनी के पति से दिखा लेते तो…

फ्ऐ, कहना क्या चाहती है तू. मैं नामर्दघ्हूं, बोल, मैं नपुंसक हूं, वह चिल्लाने लगा.

फ्चिल्लाओ मत, हम में खराबी नहीं है, तुम में खराबी नहीं है तो इंतजार करो. ओझागुणी का चक्कर छोडो़, लालपरी ने कहा.

रात में राजदेव विलास को बुला लाया. लालपरी से कहा, फ्बढि़या सी कलेजी भून दे, एक लोटा ठंडा पानी, 2 खाली गिलास रख यहां और भाभीजी के यहां से बर्फ ले आ जा कर.

फ्तुम भैयाजी से झगडा़ करते रहो और हम बर्फ—, उस ने बच्चों की तरह ठुनक कर कहा.

फ्अरे, वो तो नशे में बोल गया था. उन का 20 हजार रुपया लगा है हमारी बीमारी में, कौन देता बिना सूद के इतने पैसे? तेरे तो वह सगे भाई थे पिछले जन्म के. जा, जा कर बर्फघ्ले आ.

लालपरी ने आ कर मुझ से सारा किस्सा कहा और अपनी स्वाभाविक हंसी हंसने लगी. मैं ने कहा, फ्तू बहुत प्यार करती है राजदेव से, है न.

फ्हां, भाभीजी. हम यह भी जानते हैं कि वह कभी बाप नहीं बन पाएगा. बचपन में ताड़ के पेड़ से गिर गया था न, कल उस की बडी़ बहन मीठनपुरा बाजार में मिली थी, बता कर रोने लगी. बोली, ‘डाक्टर टी.के. झा ने कहा था, राजदेव कभी बाप नहीं बनेगा.’ पर हम हर हाल में उस के साथ खुश हैं भाभीजी. बच्चा नहीं हुआ तो क्या, आप के बच्चे हैं, मेरी ननद के बच्चे हैं, उस का स्वर छलछला उठा.

फ्बर्फ के साथ थोडा़ प्याज, टमाटर, नीबू भी लेती जाना, राजदेव अकसर मंगवाता था. आज झिझक से नहीं बोला होगा, मैं ने लालपरी के कंधे पर हाथ रखते हुए कहा.

सामान ले कर लालपरी चली गई. सुबह आई तो सुस्तसुस्त सी लगी. मैं ने सोचा थकी होगी. बेचारी बरतन घिसने बैठी तो थोडी़ देर बार सिर पकड़ कर बोली, फ्रामू भैया, एक प्याली चाय पिला दो, सिर बहुत भारी है.

फ्क्या सिरदर्द है? मैं ने पूछा.

फ्न, ऐसे ही, उस के शब्द लड़खडा़ रहे थे. मुझे बडा़ अजीब लगा. लालपरी जरूर कुछ छिपा रही है. मैं ने रामू से कहा, फ्रामू, तुम बरतन धो लो और उसे चाय पीने के बाद मेरे पास भेज दो.

10 मिनट बाद लालपरी आ कर कमरे में खडी़ हुई. मैं ने कहा, फ्क्या बात है, आंखें आज फिर लाल हैं, क्या फिर मारा राजदेव ने?

फ्मारता तो दुख नहीं होता पर मुझे धोखे से नशा करवा कर जाने क्या किया- कराया है उस ने.

फ्क्या किया है? खुल कर बताओ तभी तो समझूंगी.

फ्भाभीजी, भैयाजी का शरीर, उन के शरीर की गंध, उन के प्यार करने का तरीका सब आप को मालूम है न. आंखें बंद हों या खुली उन्हें तो आप कैसे भी पहचान ही लेंगी न? लालपरी ने सवाल के बदले सवाल किया.

फ्हां, बिलकुल, अपने पति को तो अंधी स्त्री भी पहचानती है.

फ्बस, यही हमारा दुख है भाभीजी. हमें लगता है रात में मेरे साथ वह खुद नहीं विलसवा सोया था, पर वह बोलता है यह हमारा भ्रम है, शक है, सचाई नहीं. पर हमें पूरा विश्वास है भाभीजी, रात में हमारी इज्जत, हमारी आबरू इस हरामी ने बेच दी एक किलो कलेजी और एक बोतल शराब के वास्ते. हम तो अपनी नजर में ही गिर गए हैं भाभीजी, लालपरी बिलखबिलख कर रोने लगी.

मैं ने उसे तसल्ली देते हुए कहा, फ्देख लालपरी, कत्ल भी अनजाने में, बेहोशी में या पागलपन में होता है तो कानून उसे कत्ल नहीं मानता, फांसी नहीं देता. जब तू ठीकठीक जानती ही नहीं कि क्या हुआ, कैसे हुआ तो इतना विलाप क्या उचित है? तूने तो धर्म नहीं छोडा़ न, तू तो नहीं गई किसी के पास, फिर अपने को अपराधी क्यों मानती है?

मैं ने समझाबुझा कर उसे सामान्य बनाने की पूरी कोशिश की और वह जाते समय तक सामान्य दिखने भी लगी थी.

2 दिन यों ही बीत गए. इस घटना की चर्चा मैं ने लालपरी का वहम समझ कर किसी से नहीं की. पता नहीं क्यों, मेरा मन इसे सत्य मानने को तैयार नहीं था, राजदेव इतना पतित नहीं हो सकता. यह बेचारी जाए तो कहां जाए. बाप 2 साल पहले ही मर चुका है. एक भाई है जो 7-8 साल से बाहर है. कौन जाने जीवित भी है या नहीं. मां जो भागी तो आज तक पता नहीं चला वह पृथ्वी के किस कोने में समा गई. सोहना का भी ठिकाना नहीं.

सुबहसुबह रामू ने कहा, फ्रात दुसाध टोले से लालपरी के चीखनेचिल्लाने की आवाज आ रही थी, जरा जा कर देख आता हूं.

आया तो कुछ उदास, परेशान सा था. बोला, फ्लालपरी थोडी़ देर बाद खुद आएगी पर उस के घर का हाल बेहाल था. कल राजदेव का सिर फोड़ दिया है लालपरी ने. लालपरी के घुटने एवं गरदन में बहुत चोट है.

लालपरी दोपहर में आई और उस ने बिना किसी भूमिका के कहा, हमारा शक सही था भाभीजी. कल रात भूत झाड़ने का बहाना कर उस ने विलास को बुलवाया. मुझे जो ‘दवा’ दी उसे मैं ने नजरें बचा कर नीचे गिरा दिया. 2 दिन मैं इस पापी की ‘दवा’ के शक में जी चुकी थी. मैं ने सोचा तीसरी बार बेहोशी में इज्जत नहीं लुटाऊंगी. जो होगा जान लूं, समझ लूं. इस ने विलास से कहा, ‘हम पर लगा कलंक धो दे यार. बस, 1 बच्चा पैदा कर दे ताकि मैं भी मरद बन कर जी सकूं.’ मुझे गुस्सा आया, मैं ने उस के सिर पर बेलन दे मारा. उस ने भी मुझे खूब मारा होता मगर विलास ने कहा,  ‘औरत को मार कर मरद नहीं बना जाता,’ बस, हम ने भी ठान ली और कहा, ‘विलास, तुझ में हिम्मत है तो आ, मुझे ले कर कहीं भाग चल, गृहस्थी बसा कर लौटेंगे,’ फिर वह बिना बोले चला गया.

मुझे लगा, लालपरी गुस्से  में बोल रही है, पर वह सही थी. दूसरे दिन राजदेव रोता हुआ आ कर इन के पैरों में गिर गया, फ्मालिक, लालपरी को हम ने ही गलत रास्ता दिखा दिया. वह विलसवा के साथ भाग गई, जेवर कपडा़ ले कर. मैं तो पछता रहा हूं.

इन्होंने ठंडी सांस ले कर कहा, फ्पछतावे का भी एक समय होता है अब क्या लाभ?

फैमिली के लिए बनाएं वैजी सोयाबीन

अगर आप स्नैक्स में हैल्दी रेसिपी ट्राय करना चाहती हैं तो बनाएं वैजी सोयाबीन. ये रेसिपी आपकी फैमिली के परफेक्ट औप्शन साबित होगा.

सामग्री

– 1/2 कप सोयाबीन की बडि़यां

– 1 शिमलामिर्च – 1 प्याज

– 1 छोटा चम्मच अदरकलहसुन व हरीमिर्च का पेस्ट

– 1/2 पैकेट चिली पनीर मसाला

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– 1 टमाटर

– 1 बड़ा चम्मच तेल

– 1/2 कप दूध

– नमक स्वादानुसार.

विधि

न्यूट्रिला को कुछ देर गरम पानी में भिगोए रखने के बाद अच्छी तरह निचोड़ कर रख लें. एक पैन में तेल गरम कर अदरक पेस्ट डाल कर भूनें. प्याज के मोटे टुकड़े काट कर पैन में डालें. कुछ नर्म होने तक भूनें. टमाटर के मोटे टुकड़े काट कर मिलाएं. जरा सा गलने तक पकाएं. सोया चंक मिला कर कुछ देर भूनें. चिली पनीर मसाला को 1 बड़े चम्मच पानी में मिला कर लगातार चलाते हुए सब्जी में डाल दें. इस में नमक मिलाएं. दूध डाल कर सब्जी को कुछ देर ढक कर पकाएं.

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Cousin की शादी में Shivangi Joshi ने जीता फैंस का दिल, देखें फोटोज

सीरियल ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ (Yeh Rishta Kya Kehlata Hai) की नायरा यानी एक्ट्रेस शिवांगी जोशी (Shivangi Joshi) इन दिनों ‘बालिका वधू 2’ में आनंदी के रोल से फैंस का दिल जीत रही हैं. वहीं मोहसिन खान संग उनके हाल ही में रिलीज होने वाला है, जिससे पहले शिवांगी जोशी का ब्राइडल लुक फैंस के बीच छा गया है. आइए आपको दिखाते हैं शिवांगी जोशी के का नया पोस्ट…

बहन की शादी में कुछ यूं सजीं शिवांगी

हाल ही में शिवांगी जोशी (Shivangi Joshi) ने वेलेंटाइन डे के मौके पर अपनी कजन की शादी से जुड़ी कुछ फोटोज शेयर की हैं. दरअसल, अपनी बहन की शादी में शिवांगी जोशी पिंक लहंगा पहनें नजर आईं. वहीं इस लुक के साथ हैवी ज्वैलरी पहनकर शिवांगी बेहद खूबसूरत लग रही थीं. इसके साथ शिवांगी जोशी अपनी फोटोज खिंचवाते हुए शर्माती नजर आईं.

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मोहसिन संग गाने में दिखा सिमरन का अंदाज

 

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शिवांगी जोशी (Shivangi Joshi) और मोहसिन खान (Mohsin Khan) का गाना ‘तेरी अदा सॉन्ग’ 17 फरवरी को रिलीज होने वाला है, लेकिन इससे पहले गाने का टीजर फैंस के बीच वायरल हो रहा है. गाने के टीजर में शिवांगी जोशी का अंदाज दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे की सिमरन वाला अंदाज देखने को मिल रहा है. इस लुक में शिवांगी जोशी बेहद खूबसूरत लग रही हैं. पिंक हो या सफेद हर सूट हर लुक में शिवांगी जोशी बेहद खूबसरूत लग रही हैं.

 

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नायरा हो या आनंदी हर लुक में लगती हैं खूबसूरत

 

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ये रिश्ता क्या कहलाता है में नायरा का लुक हो या बालिका वधू 2 की नायरा. हर रोल में शिवांगी जोशी का इंडियन लुक बेहद खूबसूरत लगता है. फैंस को शिवांगी का ये अंदाज बेहद पसंद आथा है.

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जानें शादी से जुड़ी जिज्ञासाओं का जवाब

शादी तय होते ही हर लड़की के मन में जहां एक तरफ अनकही खुशी होती है वहीं दूसरी ओर मन में डर भी रहता है कि न जाने नया घर, वहां के रीतिरिवाज, घर के लोग कैसे होंगे? क्या मैं उस माहौल में सहज महसूस कर पाऊंगी? ऐसे तमाम सवालों के साथसाथ एक अहम पहलू यानी सैक्स जीवन को ले कर भी मन में अनगिनत जिज्ञासाएं होती हैं, जिन के बारे में वह हर बात को शेयर करने वाली मां से भी नहीं पूछ पाती है और न ही भाभी अथवा बहन से.

सैक्स संबंधी जिज्ञासाएं एक विवाहयोग्य लड़की के मन में होना आम बात है. इसी विषय पर बात करते हुए 2 महीने पूर्व विवाह के बंधन में बंधी रीमा कहती है कि विवाह तय होते ही मैं ने मां से पूछा कि मां पहली रात के बारे में सोच कर घबराहट हो रही है, क्या होगा जरा बताइए? तब मां ने झुंझलाते हुए जवाब दिया कि घबराओ नहीं, सब ठीक होगा. जब विवाहित सहेली से पूछा तो उस ने कहा कि संबंध बनाते समय बड़ा दर्द होता है. पर अब अपने अनुभव से कह सकती हूं कि यदि आप मानसिक और शारीरिक रूप से सहज हैं, साथ ही पति का स्नेहपूर्ण स्पर्श है, तो कोई समस्या नहीं आती.

भले आज कितनी ही प्रीमैरिटल काउंसलिंग संस्थाएं खुल गई हों पर जरूरी नहीं कि हर लड़की का परिवार एक बड़ी फीस दे कर अपनी बेटी को वहां भेज सके. मगर सवाल उठता है कि भावी दुलहन अगर मन की जिज्ञासाओं को अपनी मां से नहीं पूछ सकती, भाभी, बहन और सहेली भी उसे ठीक से नहीं बताएंगी और बताएंगी भी तो वे उन के निजी अनुभव होंगे और जरूरी नहीं कि भावी दुलहन के साथ भी वैसा ही हो, ऐसे में वह क्या करे? हम ने विवाहयोग्य लड़कियों व जिन के विवाह होने वाले हैं, ऐसी कई लड़कियों से उन के मन की जिज्ञासाओं को जाना कि वे मोटेतौर पर मन में किस प्रकार की जिज्ञासाएं रखती हैं. प्रस्तुत हैं, उन की जिज्ञासाएं…

जिज्ञासाएं कैसी कैसी

हर लड़की के मन में जिज्ञासा उपजती है कि क्या प्रथम मिलन के दौरान रक्तस्राव होना जरूरी है? क्या यही कौमार्य की पहचान है? क्या प्रथम मिलन पर बहुत दर्द होता है? इन के अलावा यदि विवाहपूर्व किसी और से शारीरिक संबंध रहा है तो क्या पति को उस का पता चल जाएगा? क्या माहवारी के दौरान सैक्स किया जा सकता है? क्या रात में 1 से अधिक बार शारीरिक संबंध स्थापित करने पर शरीर में कमजोरी आ जाती है? कौन सा गर्भनिरोधक उपाय अपनाएं ताकि तुरंत गर्भवती न हो, आदि.

इन सभी प्रश्नों के उत्तर देते हुए मदर ऐंड चाइल्ड हैल्थ स्पैशलिस्ट व फैमिली प्लानिंग काउंसलर डा. अनीता सब्बरवाल ने बताया कि प्रथम समागम के समय खून आने का कौमार्य से कोई संबंध नहीं होता. दरअसल, बढ़ती उम्र में खेलकूद या व्यायाम आदि के दौरान भी हाइमन नाम की पतली झिल्ली फट जाती है और लड़कियों को इस का पता भी नहीं चलता. इस के अलावा जो लड़कियां हस्तमैथुन करती हैं उन की झिल्ली भी फट सकती है. अत: विवाहयोग्य लड़कियों को मन से यह बात निकाल देनी चाहिए कि खून न आने से कौमार्य पर प्रश्नचिह्न लग सकता है.

इसी तरह प्रथम मिलन पर दर्द होना भी जरूरी नहीं है. अकसर शर्म और झिझक के कारण लड़कियां सैक्स के दौरान सहज नहीं हो पातीं, जिस के कारण योनि में गीलापन नहीं आ पाता और शुष्कता के कारण दर्द होता है. इसलिए संबंध बनाते समय पति का साथ दें. विवाहपूर्व बने शारीरिक संबंधों के बारे में पति को तब तक पता नहीं चल सकता जब तक पत्नी स्वयं न बताए.

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ऐसे ही माहवारी के दौरान सैक्स करने से कोई हानि नहीं होती. फिर भी सैक्स न किया जाए तो अच्छा है, क्योंकि एक तो पत्नी वैसे ही रक्तस्राव, पीएमएस जैसी तकलीफों से गुजर रही होती है, उस पर कई पति ओरल सैक्स पर जोर डालते हैं, जो सही नहीं है. अधिकांश लड़कियों के मन में यह जिज्ञासा भी बहुत रहती है कि सैक्स अधिक बार करने से कमजोरी आती है. दरअसल, ऐसा नहीं है, पत्नियां पतियों की सैक्स आवश्यकता से अनजान होती हैं. इस कारण उन्हें लगता है कि अधिक बार सैक्स करना हानिकारक होगा, जबकि ऐसा कुछ नहीं है. हां, फैमिली प्लानिंग उपाय के लिए अच्छा होगा कि पत्नी किसी स्त्रीरोग विशेषज्ञा से मिले ताकि वह शादी के बाद तुरंत गर्भवती न हो कर वैवाहिक जीवन का पूर्ण आनंद उठा सके.

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ध्यान देने योग्य बातें

सैक्स संबंधी जानकारी इंटरनैट पर आधीअधूरी मिलती है. अत: उस पर ध्यान न दें.

फैंटेसी में न जिएं और ध्यान रखें कि हर चीज हर किसी को नहीं मिलती.

यदि कोई बीमारी है जैसे डायबिटीज, अस्थमा आदि तो उस की जानकारी विवाहपूर्व ही भावी पति को होनी चाहिए. इसी तरह पति को भी कोई बीमारी हो तो उस का पता पत्नी को होना चाहिए.

मन की यह जिज्ञासा कि ससुराल वाले कैसे होंगे तो ध्यान रखें, हर घर के तौरतरीके अलग होते हैं. जरूरी यह है कि बड़ेबुजुर्गों को सम्मान दें, घर के तौरतरीकों को अपनाने की कोशिश करें तथा अपनी मुसकराहट व काम से सब का दिल जीतें. मन में जितनी भी सैक्स संबंधी जिज्ञासाएं हैं उन्हें किसी अच्छी पत्रिका के सैक्स कालम के अंतर्गत प्रकाशित होने वाले लेखों को पढ़ कर शांत करें.

यदि किसी समस्या का समाधान लेखों में न मिले तो उसे किसी पत्रिका के ‘सैक्स कालम’ में लिख कर भेजें. ऐसे कालमों की समस्याओं के समाधान योग्य डाक्टरों से पूछ कर ही प्रकाशित किए जाते हैं.

तेल का इस्तेमाल किए बिना खाने को पैन में चिपकने से ऐसे बचाएं

लेखिका- दीप्ति गुप्ता

खाना पकाते वक्त अक्सर तेल या घी का इस्तेमाल करने से पैन में खाना चिपक जाता है. इससे एक तरफ तो डिश खराब हो जाती  है, वहीं इन्हें साफ करने में भी मुश्किल होती है. ऐसे में लोग नॉन-स्टिक का इस्तेमाल करना बेहतर मानते हैं. जरूर नॉनस्टिक कड़ाही या पैन खाना पकाने के लिए बहुत अच्छे होते हैं, इनमें खाना पकाते वक्त चिपकता भी नहीं है. लेकिन कई लोगों को नॉन स्टिक को मेंटेन करने का तरीका भी पता नहीं होता. जानकारी के अभाव में लोग इसे गलत तरीके से साफ करते हैं, जिस कारण इन पर लगी कोटिंग या तो हट जाती  है  या फिर इस पर स्क्रैच पड़ जाते हैं, जिससे खाना चिपकने की संभावना एक बार फिर बढ़ जाती  है. लेकिन अगर एक बार आप ये जान जाएं, कि भोजन क्यों चिपक जाता है , तो फिर आप किसी भी बर्तन का इस्तेमाल करें, दिक्कत नहीं आएगी. दरअसल, आपका भोजन पैन के साथ केमिकल बॉन्ड बनाता है, जिससे गर्मी चिपकने की संभावना बढ़ जाती है. इस केमिकल बॉन्ड को रोकने के लिए ही पैन में तेल या घी डाला जाता है.  लेकिन आप तेल या घी का इस्तेमाल किए बगैर भी भोजन को पैन में चिपकने से बचा सकते हैं. इसके लिए बस आपको यहां दिए गए कुछ टिप्स अपनाने होंगे.

पैन गर्म करें-

,खाना पकाने से पहले कड़ाही या पैन को गर्म करना भोजन को चिपकने से बचाने का सबसे अच्छा तरीका है. क्योंकि थोड़ा गर्म पैन भाप की एक परत बनाता है. ऐसे में बिना तेल डालें पकवान बनाने में आसानी होती है. लेकिन ध्यान रखें कि गर्म करने से पहले पैन को चिकना कर लें.

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पानी में पकाएं-

आप पैन में थोड़ा पानी डालकर इसमें इंग्रीडिएंट्स मिला सकते हैं. तरल की उपस्थिति के गर्म होने और भाप बनने में ेसमय नहीं लगता. और यह भोजन को अंदर से भी ठीक से पका देती है.

भोजन सॉस में पकाएं-

जब आप पैन में पहले लिक्विड बेस डालते हैं, तो यह पैन को डिश पकाने के लिए पर्याप्त नमी देता है. वास्तव में अगर आप सॉसी सब्जी या करी बना रहे हैं, तो ध्यान रखें कि पहले सॉस या प्यूरी डालें और फिर बाकी सामग्री डालें. इस तरह आप भोजन के जलने और चिपकने की संभावना को कम कर सकते हैं.

चिकनाई लगाएं-

स्वस्थ भोजन बनाने के लिए आप एक चम्मच तेल डालकर भी ऐसा कर सकते हैं. भोजन को पैन में चिपकने से रोकने के लिए बस सतह पर थोड़ा सा तेल लगाएं और ब्रेश से फैला लें. आप चाहें, तो एक कॉटन बॉल को तेल में डुबोकर पैन की खाना पकाने की सतह को पोंछ सकते हैं. यह भोजन को चिपकने से रोकने के लिए पर्याप्त है. लेकिन ध्यान  रखें कि एक कोट बनाने के लिए इसे दो से तीन बार दोहराएं.

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कम तेल में खाना बनाना सेहत के लिए फायदेमंद होने के साथ मुश्किल भी है. ऐसा इसलिए क्योंकि खाना कभी भी पैन के तेल में चिपककर पूरी डिश को खराब कर सकता है. बिना तेल या कम तेल के खाना पकाने के लिए नॉन-स्टिक पैन एक आसान विकल्प है, लेकिन ज्यादा हीट और स्क्रैच के कारण भी पैन में भोजन चिपकने की संभावना बढ़ जाती है. आपकी मदद के लिए हमने भोजन को पैन के नीचे चिपकने से बचाने के लिए कुछ शानदार हैक बताए हैं, वो भी बिना तेल, घी या मक्खन डालें, तो इन्हें जरूर ट्राय करें.

7 विंटर स्किन केयर टिप्स

सर्दियों की मार उम्र के साथ और भी खतरनाक हो जाती है. जैसेजैसे हम बड़े होते हैं हमारी स्किन पतली होती जाती है खासकर उन लोगों की जो धूप के संपर्क में रहते हैं. साथ ही उम्र ढलने के साथ हमारा शरीर औयल प्रोड्यूस करना भी बंद कर देता है. ऐसे में सर्दियों में इन स्किनकेयर स्टैप्स का पालन करना चाहिए:

क्लींजर का प्रयोग

वास्तव में हमें हर दिन अपने शरीर को ऊपर से नीचे तक साबुन से साफ करने की कोई आवश्यकता नहीं होती है. मौइस्चर का उन जगहों पर रहना जरूरी है जहां उस की आवश्यकता है जैसेकि अंडरआर्म्स, पैर और चेहरा. साबुन का प्रयोग तेल को हटाने के लिए किया जाता है. लेकिन साबुन का प्रयोग हमारी स्किन को शुष्क बना देता है. इसलिए जरूरी है कि हमारे शरीर का मौइस्चर ज्यादातर शरीर पर मौजूद रहे और उसे साबुन से न हटाया जाए.

जहां जरूरत हो, एक मुलायम बिना खुशबू वाले क्लींजर कौपी का उपयोग करें. ऐसे प्रोडक्ट की तलाश करें जिस के अंदर मौइस्चराइजर या तेल हो. इस तरह आप उन जगहों को साफ करने के साथसाथ मौइस्चराइज भी कर सकती हैं जहां मौइस्चर की जरूरत हाती है.

ठंडे पानी का शावर लें

सर्दियों के सब से ठंडे दिनों में आप का गरम पानी से नहाने का मन करता है. लेकिन ज्यादा गरम पानी आप की बौडी के नैचुरल बैरियर को खराब कर सकता है जो शरीर में मौइस्चर को रोकने के लिए बनाया गया होता है.

टैंपरेचर कंफर्ट होने के लिए पानी पर्याप्त गरम होना चाहिए. ध्यान रखें कि अगर टैंपरेचर 5 साल के बच्चे के लिए ज्यादा है तो यह आप के लिए भी बहुत ज्यादा है. यदि आप कर सकती हैं तो अपनी स्किन को हर दिन पानी के संपर्क में लाना जरूरी है. अपनी स्किन की सब से बाहरी परत को नमी के संपर्क में लाने के लिए 10-15 मिनट गरम पानी के नीचे बैठें.

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नहाने से पहले

शावर के ठीक पहले लोशन या क्रीम लगाएं अन्यथा आप पानी के मौइस्चराइजिंग का लाभ नहीं ले पाएंगी. जब आप शावर से बाहर निकलती हैं तो आप की स्किन अच्छी तरह से हाइड्रेटेड होती है. लेकिन आप पानी की कमी को पूरा करने के लिए उस के ऊपर एक कोई तेल या लोशन नहीं लगाती हैं, तो आप की स्किन वास्तव में शुष्क हो जाएगी.

बहुत सी महिलाएं बौडी मौइस्चराइज करने के लिए खुशबूदार लोशन या तेल का प्रयोग करती हैं, जो बौडी को इरिटेट कर सकता है. इसलिए इस में स्मैललैस फौर्मूले वाले लोशन या तेल का प्रयोग करें.

स्किन को तेल से दूर न रखें

भले ही आप की स्किन तैलीय या मुंहासों वाली हो लेकिन आप को अपने शरीर की तरह ही अपना चेहरा धोने के बाद भी बिना खुशबू वाला मौइस्चराइजर लगाना जरूरी है. आप की औयली स्किन हो सकती है, लेकिन फिर भी आप के चेहरे के नीचे की सतह रूखी ही रहती है. चीजों को सामान्य रखने के लिए एक हलके, तेलमुक्त मौइस्चराइजर का प्रयोग करें खासकर यदि आप मुंहासों से लड़ने वाले प्रोडक्ट का प्रयोग कर रही हैं. प्रिस्क्रिप्शन या ओवर द काउंटर वाले प्रोडक्ट मुंहासों को सुखाने और परेशान करने वाले होते हैं, इसलिए आप को इन्हें सहन करने के लिए सक्षम होना पड़ेगा.

सनस्क्रीन के साथ स्टिक करें

हमें सर्दियों में भले ही धूप नहीं लग रही हो लेकिन हानिकारक किरणें इस में मौजूद रहती हैं. ये किरणें चेहरे के अंदर तक जाती हैं जो परेशानी का कारण बनती हैं. यदि आप अपने दिन के ज्यादातर समय अंदर रह रही हैं, तो एसपीएफ 30 के साथ रोजाना एक मौइस्चराइजर लगाना पर्याप्त है. लेकिन यदि आप बाहर समय बिता रही हैं और यदि आप पहाड़ी क्षेत्र में रहते हैं या जहां अकसर बर्फबारी होती है तो आप को दिन में कई बार मौइस्चराइजर लगाने की आवश्यकता है.

अपने रहने का तरीका सुधारें

आप बाहर के खराब मौसम को नहीं बदल सकतीं, लेकिन अपने घर के अंदर की स्थिति को नियंत्रित कर सकती हैं. सब से अच्छी चीजों में से एक जो आप कर सकती हैं वह है अपने बैडरूम या अपने औफिस में एक ह्यूमिडिफायर लगा सकती हैं.

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सेहत पर ध्यान

हर मौसम के हिसाब से अपनी स्किन की देखभाल करना बहुत जरूरी है खासकर तब जब आप ऐसी दिक्कतों से परेशान हैं जो अकसर सर्दियों में होती हैं जैसेकि ऐक्जिमा आदि. किसी चीज को रोकने की तुलना में किसी चीज को ठीक करने में ज्यादा समस्या होती है. समस्या होने से पहले अपने सर्दियों के मौसम वाले स्किनकेयर रूटीन को शुरू कर देना अच्छा रहता है.

-पूजा नागदेव

कौस्मैटोलौजिस्ट, फाउंडर औफ इनाचर

Anupama: रियल वाइफ को Kiss करते हुए पूल में डूबा ‘अनुज’, वीडियो वायरल

स्टार प्लस के सीरियल अनुपमा की कहानी में वेलेंटाइन सेलिब्रेशन देखने को मिलने वाला है. जहां एक तरफ अनुपमा, अनुज से अपने प्यार का इजहार करेगी तो वहीं परितोष के अफेयर के चलते शाह परिवार में हंगामा होगा. लेकिन इन सबसे दूर अनुज यानी गौरव खन्ना अपनी रियल वाइफ संग वेलेंटाइन सेलिब्रेट करते नजर आ रहे हैं. आइए आपको दिखाते हैं गौरव खन्ना का वाइफ संग रोमांटिक वीडियो…

लिप किस करते हुए शेयर किया वीडियो

 

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दरअसल, अनुपमा एक्टर गौरव खन्ना (Gaurav Khanna) और उनकी वाइफ एक्ट्रेस आकांक्षा सोशलमीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं. जहां वह अपने इंस्टाग्राम पर #reels शेयर करते रहते हैं तो वहीं वैलेंटाइन डे के मौके पर दोनों ने फैंस के लिए रोमांटिक वीडियो शेयर की है. वीडियो में अनुज यानी गौरव खन्ना वाइफ अकांक्षा को किस करते हुए पूल में डुबकी लगाते हुए नजर आ रहे हैं.  वहीं वीडियो देखकर जहां लोग कपल की तारीफ कर रहे हैं तो वहीं ट्रोलर्स दोनों के इस वीडियो को चीप बता रहे हैं.

 

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रोमांटिक वीडियो शेयर करके जीतते हैं फैंस का दिल

 

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ट्रोलिंग के बावजूद एक्टर गौरव खन्ना वाइफ संग फनी और रोमांटिक वीडियो शेयर करते रहते हैं. हाल ही में य़े कपल वेलेंटाइन डे के वेकेशन पर पहुंचा है. जहां से दोनों अपने फैंस के लिए लगातार वीडियो और फोटोज शेयर करते नजर आ रहे हैं.

सीरियल में आएगा नया ट्विस्ट

 

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सीरियल की बात करें तो जल्द ही शो में नया हंगामा होता हुआ नजर आने वाला है. दरअसल, जहां अनुपमा के प्यार के इजहार से अनुज खुश होता नजर आएगा तो वहीं बा को दोनों की नजदीकियां परेशान करते हुए नजर आएगी. वहीं परितोष के अफेयर से किंजल को बड़ा झटका लगता हुआ दिखेगा.

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Shamita संग राकेश बापट ने शेयर की रोमांटिक वीडियो, एक्स वाइफ ने दिया ये रिएक्शन

बीते दिन कई सेलेब्स वेलेंटाइन सेलिब्रेट करते नजर आएं. वहीं इस लिस्ट में ‘बिग बॉस 15 ओटीटी’ के कपल शमिता शेट्टी (Shamita Shetty) और राकेश बापट (Raqesh Bapat) का नाम भी शामिल हैं. बीते दिन अपने वेलेंटाइन को सेलिब्रेशन के एक पोस्ट के चलते ये कपल सुर्खियां बटोर रहा है. आइए आपको बताते है पूरी खबर…

वेलेंटाइंस पर शेयर की वीडियो

 

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दरअसल, वैलंटाइंस डे को स्पेशल बनाने के लिए शमिता शेट्टी (Shamita Shetty) और राकेश बापट (Raqesh Bapat) भीड़ से दूर अलीबाग के समंदर के बीचोंबीच नजर आएं. जहां दोनों ने फैंस के साथ एक वीडियो शेयर किया, जिसमें वह एक दूसरे को निहारते दिखे. वहीं इस वीडियो पर दोनों ने फैंस से प्यार मांगा.

 

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एक्स वाइफ ने दिया रिएक्शन

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शमिता शेट्टी (Shamita Shetty) और राकेश बापट (Raqesh Bapat)  की इस वीडियो पर जहां फैंस ने प्यार बरसाया तो वहीं राकेश बापट की एक्स वाइफ रिद्धि डोगरा (Ridhi Dogra) ने सबसे पहला कॉमेंट करते हुए लिखा- आप दोनों पर आशीर्वाद बना रहे. वहीं फैंस ने लिखा- दोनों को किसी की नजर न लगे.

 

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बता दें, जहां शमिता शेट्टी (Shamita Shetty) से राकेश बापट (Raqesh Bapat)  की मुलाकात ‘बिग बॉस ओटीटी’ (Bigg Boss OTT) में हुई थीं. तो वहीं साल 2011 में एक्ट्रेस रिद्धी डोगरा (Ridhi Dogra Marriage) से शादी करने के बाद साल 2019 में दोनों ने तलाक लेने का फैसला किया था. हालांकि दोनों की दोस्ती तलाक के बाद भी नजर आई थी. जहां बिग बॉस ओटीटी में रिद्धी, राकेश बापट को सपोर्ट करती दिखीं थी.

 

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होम क्लीनिंग के लिए जानें टूथपेस्ट के ये 10 फायदे

घर में सुबह और शाम दोनों टाइम टूथपेस्ट का इस्तेमाल का दांतों को साफ करने और मुंह की बदबू को दूर करने के लिए किया जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि घर से जुड़ी कुछ प्रौब्लम्स को दूर करने के लिए टूथपेस्ट के कुछ ऐसे ट्रिक्स हैं, जिसे अपनाकर आप होमकेयर प्रौब्लमस से छुटकारा पा सकते हैं. आइए आपको बताते हैं क्या है टूथपेस्ट ट्रिक्स…

1. जिद्दी दाग

सफाई किसे पसंद नहीं होती ? पर घर पर अगर बच्चें हों तो साफ-सफाई रखना और भी मुश्किल हो जाता है. कभी कभी आप खुद ही अपनी महंगी सफेद ड्रेस पर स्याही या सौस उड़ेल लेती हैं. इन सब से छुटकारा दिलाएगा सिर्फ जरा सा टूथपेस्ट. जिद्दी दाग पर जरा सा टूथपेस्ट लगाएं. थोड़ी देर के लिए छोड़ दें और ठंडे पानी से धो लें. अगर एक बार में दाग न जाए तो इस प्रोसेस को दोहराएं.

2. गौगल्स

काला चश्मा तो सभी पर जचदा है. पर चश्मे को डस्ट फ्री रखना भी जरूरी है. चश्मे पर गंदगी बैठ जाती है, और पूरी तरह से साफ करने में दिक्कत होती है. जरा से टूथपेस्ट से आपके गौगल्स नए जैसे हो जाएंगे.

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3. डायमंड ज्वेलरी

डायमंड ज्वेलरी की चमक बरकरार रखना भी आसान नहीं है. हीरे के गहने आपकी सुंदरता तो बढ़ाते हैं. पर इन्हें चमकदार बनाए रखने में परेशानी होती है. डायमंड ज्वेलरी को आप टूथपेस्ट की सहायता से आसानी से साफ कर सकती हैं. ब्रश और टूथपेस्ट से साफ करें डायमंड ज्वेलरी और अपने गहनों को सालो साल बनाए रखें नए जैसा.

4. हाथों का ड्योड्रेंट

प्याज और लहसुन छिलने और काटने से इनकी खुशबू हाथों में ही रह जाती है. हाथों पर जरा सा टूथपेस्ट लगाएं और हाथों को धो लें. प्याज, लहसुन की महक चली जाएगी. वैसे तो आप हैंडवॉश का यूज करती ही होंगी, पर टूथपेस्ट भी इस काम के लिए कारगर है.

5. बालों से हटाएं च्युइंग गम

बच्चे शरारती होते हैं. खेल-खेल में वे कई शैतानियां करते हैं. कई बार च्युइंग गम चबाने के अलावा बालों में भी लगा लेते हैं. च्युइंग गम बालों से आसानी से नहीं निकलता. पर टूथपेस्ट से यह आसानी से निकल जाएगा. बालों में लगे च्युइंग गम पर टूथपेस्ट लगाएं, इससे च्युइंग गम आसानी से निकल जाएगा.

6. कार्पेट स्टेन्स

कार्पेट पर स्टेन्स तो लग ही जाते हैं. चाहे आप कितनी भी सावधानी क्यों न बरतें. पर ये दाग छुड़ाने में शामत आपकी आती है. पर टूथपेस्ट से ये काम आसान हो जाएगा. दाग पर टूथपेस्ट लगाएं, और गीले टूथब्रश से रगड़ें. अगर दाग एक बार में न निकले, तो यह प्रोसेस दोहराएं.

7. दीवारों पर क्रेयौन

बच्चे अपनी करामात दीवारों पर भी दिखाते हैं. इन नन्हे-मुन्ने चित्रकारों को डांटने के बजाय अपने ख्यालों को आकार देने दीजिए. गंदी दीवारों की सफाई का जिम्मा टूथपेस्ट पर छोड़ दीजिए. दीवारों पर टूथपेस्ट लगाएं. गिले कपड़े से साफ कर लें. दीवारों पर बने क्रेयॉन के दाग साफ हो जाएंगे.

8. कौफी टेबल पर बने पानी के दाग

कौफी टेबल पर बने पानी के दाग आपके खूबसूरत से कॉफी टेबल की रंगत बिगाड़ देते हैं. कौफी टेबल पर बने इन दागों को भी आप आसानी से टूथपेस्ट से साफ कर सकती हैं. दाग पर टूथपेस्ट लगाएं और भीगे कपड़े से पोछें करें. दाग साफ हो जाएंगे.

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9. हेडलाइट्स

स्कूटी या कार से घूमना जितना मजेदार होता है, इसके रख-रखाव पर उतना ही ध्यान देना पड़ता है. हेडलाइट पर पड़े स्क्रैच और गंदे लगते हैं. पर जरा से टूथपेस्ट से आप अपने गाड़ी की हेडलाइट भी चमका सकती हैं. टूथपेस्ट को हल्के से पानी के साथ मिलाकर हेडलाइट पर लगाएं. जरा सा रगड़कर कपड़े से पोंछ लें. हेडलाइट साफ करने की यह टिप आजमाइए और फर्क खुद ही देख लीजिए.

10. सफेद जूते

सफेद जूते आजकल फैशन का नया ट्रेन्ड हैं. पर इनको भी चमकदार बनाए रखना आसान नहीं है. पर टूथपेस्ट से आपका यह काम भी आसान हो जाएगा. गंदे जूतों पर टूथपेस्ट लगाएं, और ब्रश से साफ करें. जूते नए जैसे चमकेंगे.

टूथपेस्ट आपके कई काम आसान हो जाएंगे. वैसे भी साफ-सफाई में आपका बहुत सारा वक्त लग जाता है. पर ध्यान रखें की आप सफेद टूथपेस्ट जैसे कोल्गेट, बबूल आदि का ही इस्तमाल करें, न की जेल-बेस्ड टूथपेस्ट का.

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