पेरिस : सपनों का शहर

फ्रांस के उत्तर में सीन नदी के तट पर बसा है कल्पनाओं का शहर –पेरिस. फ्रांस की राजधानी पेरिस को ‘रोशनी का शहर’ और ‘फैशन की राजधानी’ भी कहा जाता है. 105.4 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल वाले इस शहर की जनसंख्या 22 लाख है. पूरा पेरिस 20 भागों में बंटा है, जिन्हें अरौंडिसमैंट कहते हैं. 6,100 गलियों, 1,124 बार और 1,784 बेकरियों वाले इस शहर के बनने की कहानी बड़ी रोचक है.

वर्ष 1852 तक यह आम शहर जैसा ही था. उसी वर्ष नेपोलियन बोनापार्ट का भतीजा लुई नेपोलियन तृतीय राजा बना और उस ने बड़े ही जोरशोर से शहर का नवीनीकरण करना शुरू किया. बैरन हौसमैन नामक इंजीनियर को उस ने यह जिम्मेदारी सौंपी.

हौसमैन ने न सिर्फ सौंदर्यीकरण का काम किया, बल्कि शहर को अभिजात्य वर्ग में ला खड़ा करने की भी पुरजोर कोशिश की. शहर में जितनी गरीब लोगों की बस्तियां थीं, उन्हें उजाड़ कर जनता को जबरदस्ती शहर के बाहरी हिस्सों में भेज दिया गया और फिर चौड़ी खूबसूरत सड़कों, बड़ेबड़े खुले ब्लौक्स और महंगे बाजारों तथा सुंदर घरों का निर्माण किया गया.

हरियाली की कमी न हो, इस का पूरा ध्यान रखा गया. 17 साल तक यह सारा काम चलता रहा और जनता हौसमैन को कोसती, गालियां देती रही. गरीब तो गरीब, अमीरों ने भी उस का विरोध करने में कोई कसर नहीं छोड़ी.

1870 तक जो पेरिस बन कर तैयार हुआ, उस ने सब की आंखें चौंधिया दीं. और कुछ ही समय में यह शहर पूरे यूरोप के गर्व का कारण बन गया. आज पूरे संसार में पेरिस की जो छवि है, उस का मुख्य श्रेय हौसमैन को ही जाता है.

दर्शनीय स्थल

घूमने के लिहाज से वैसे तो पूरे पेरिस शहर में कहीं भी चले जाइए, हर जगह खूबसूरती बिखरी मिलेगी, फिर भी कुछ जगहें ऐसी हैं जिन्हें देखे बिना पेरिसयात्रा अधूरी ही कहलाएगी.

एफिल टावर

फ्रांस की क्रांति की एक शताब्दी पूरी होने का जश्न मनाने के लिए 1889 में पेरिस में एक वर्ल्ड फेयर का आयोजन किया जा रहा था. इस के मुख्यद्वार के रूप में एक बड़ा और भव्य टावर बनाने का प्लान बनाया गया, जिसे बाद में तोड़ दिया जाना था. जिस कंपनी ने इस का निर्माण किया, उस के मुख्य इंजीनियर एलैक्जैंडर गुस्ताव एफिल के नाम पर इस का नाम एफिल टावर रखा गया. लोहे के जालदार काम से बनी इस संरचना की ऊंचाई 1,063 फुट है, जिस में 3 लैवल हैं और 1,665 सीढि़यां हैं.

हर लैवल पर जाने के लिए अलगअलग लिफ्ट की व्यवस्था है. पहली 2 मंजिलों पर रैस्टोरैंट आदि की भी सुविधा है. हर मंजिल से पूरे शहर का विहंगम दृश्य देखने को मिलता है. जैसा कि पहले से तय था, वर्ष 1909 में इसे नष्ट करने के बारे में सोचा गया, लेकिन तब तक यह जनता और सरकार, सब के दिलों में घर कर चुका था, इसलिए इसे एक बड़े रेडियो एंटीना की तरह प्रयोग करने का निश्चय किया गया. आज यह टावर पेरिस की पहचान और शान है.

दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान जब हिटलर पेरिस में घुसा तो लोगों ने एफिल टावर की लिफ्ट के केबल काट दिए, ताकि हिटलर उन के शहर की इस शान पर चढ़ न सके. हिटलर कुछ सीढि़यां चढ़ा, लेकिन फिर हार मान कर लौट गया.आज यहां पूरे संसार से हर साल 60-70 लाख लोग आते हैं. रात के समय जब पूरे टावर पर लगी 20 हजार लाइटें जगमगाने लगती हैं तब तो इस की शोभा देखते ही बनती है. इस से जुड़ा एक मजेदार तथ्य है कि मैटल से बना होने के कारण इस की लंबाई सूर्य की गरमी से प्रभावित होती है और मौसम के अनुसार 15 सैंटीमीटर तक घटतीबढ़ती रहती है.

डिज्नीलैंड पार्क

वाल डिज्नी के पात्रों और फिल्मों की थीम पर बना यह विशाल और भव्य पार्क शहर के मध्य भाग से 32 किलोमीटर पूर्व में स्थित है. 4,800 एकड़ में फैला यह पार्क 1992 में शुरू हुआ. वर्ष 2002 में इसी के साथ डिज्नी स्टूडियोज का निर्माण किया गया. इन दोनों पार्कों में कुल मिला कर 57 झूले, राइड्स आदि हैं. इन के अलावा यहां रंगबिरंगी परेड, लेजर शो और तरहतरह की अन्य गतिविधियां भी होती रहती हैं. पूरे डिज्नी पार्क को

5 भागों–मेन स्ट्रीट यूएसए, फैंटेसीलैंड, एडवैंचरलैंड, फ्रंटियरलैंड और डिस्कवरीलैंड में बांटा गया है. एक भाग से दूसरे तक जाने के लिए पैदल चलने के अलावा ट्रेन से जाने की भी सुविधा है. एलिस इन वंडरलैंड, पाइरेट्स, स्नोवाइट, पीटर पैन, टौय स्टोरी आदि की थीम पर बने झूले आप को एक अलग ही दुनिया में ले जाते हैं. स्लीपिंग ब्यूटी का महल तो इतना सुंदर है कि देखने वाला मानो सचमुच स्वप्नलोक में ही विचरण करने लगता है. 7 रिजौर्ट, 6 होटल, कई रैस्टोरैंट, शौपिंग सैंटर और एक गोल्फ कोर्स वाले इस थीम पार्क में हर साल एक से डेढ़ करोड़ लोग आते हैं.

आर्क औफ ट्रायम्फ

फ्रांस की क्रांति और अन्य युद्धों में मारे गए शहीदों की याद में आर्क औफ ट्रायम्फ नामक गेट बनाया गया है. रोमन वास्तुकला पर आधारित इस गेट को 1806 में जीन कैलग्रिन ने डिजाइन किया था. कुछ युद्धों और शहीदों के नाम इस की दीवारों पर खुदे हुए हैं. नीचे एक चैंबर बना है, जिस में ‘अनजाने सैनिक का मकबरा’ है, जो पहले विश्वयुद्ध में मारे गए सैनिकों को समर्पित है.

नौत्रे डेम कैथेड्रल

यह एक रोमन कैथोलिक चर्च है, जो फ्रैंच गोथिक शैली में बना है. पूरी दुनिया के कुछ अत्यंत मशहूर चर्चों में से यह एक है. यहां जीसस क्राइस्ट के क्रौस का एक छोटा हिस्सा क्राउन औफ थौर्न तथा उन के कुछ अन्य स्मृतिचिह्न भी रखे गए हैं. नेपोलियन बोनापार्ट के राज्याभिषेक के अलावा अन्य कई बड़ी ऐतिहासिक घटनाओं का यह चर्च गवाह रहा है. यहां कुल 10 बड़ेबड़े घंटे हैं, जिन में से सब से बड़ा 13 टन से भी ज्यादा भारी है और उस का नाम इमैन्युअल है.

लुव्र म्यूजियम

यह संसार के सब से बड़े म्यूजियमों में से एक है. शहर के पश्चिमी भाग में सीन नदी के दाहिने तट पर स्थित यह इमारत लगभग 60,600 वर्ग मीटर में फैली है. 12वीं शताब्दी में फिलिप द्वितीय ने इस का निर्माण एक किले के रूप में करवाया था. कई राजाओं ने इसे अपना निवास बनाया. अनेक स्वरूप और नाम बदलते हुए 10 अगस्त, 1793 को पहली बार 537 पेंटिंग्स और 184 कलाकृतियों के साथ इसे म्यूजियम का रूप दिया गया. आज इस का इतना विस्तार हो चुका है कि अगर आप यहां की हरेक कलाकृति को सिर्फ 4 सैकंड देख कर ही आगे बढ़ जाएं तो आप को पूरा म्यूजियम देखने के लिए 3 महीने का समय चाहिए.

मोनालिसा, वर्जिन औफ द रौक्स तथा हम्मूरावी की आचारसंहिता जैसी अनेक विश्वप्रसिद्ध कृतियां यहां प्रदर्शित हैं, जिन्हें देखने के लिए विश्व के कोनेकोने से यहां लोग आते हैं. इस के सामने कांच का एक विशाल पिरामिड बना है जो इस की सुंदरता में चारचांद लगा देता है.

सैंट चैपल चर्च

पेरिस में स्थित सैंट चैपल चर्च एक मध्ययुगीन चर्च है, जो 13वीं शताब्दी में बना. गोथिक शैली में बना यह चर्च अपनी स्टेन ग्लास पेंटिंग के काम के लिए प्रसिद्ध है.

लैस इनवैलिड्स

कुछ म्यूजियमों और दूसरी इमारतों का एक समूह है लैस इनवैलिड्स. यह फ्रांस के सैनिक इतिहास को दर्शाता है. इसे 17वीं सदी में लुई चौदहवें ने युद्ध में घायल सैनिकों के इलाज और बूढ़े व अपाहिज सैनिकों व उन के परिवारों को आश्रय देने के लिए बनवाया था. यहां उन का खानापीना, इलाज और रहने का इंतजाम मुफ्त में किया जाता था. नेपोलियन ने भी इस परंपरा को आगे बढ़ाया. नेपोलियन तथा उस के परिवार के अनेक सदस्यों तथा फौज के कई मार्शलों की कब्रें भी यहीं पर हैं.

कौनकौर्ड स्क्वायर

फ्रांस की क्रांति जब हुई, उस वक्त वहां लुई सोलहवें का शासन था. उस की पत्नी मैरी एंटोनियट से जनता घृणा करती थी क्योंकि एक तो वह आस्ट्रिया के राजपरिवार की बेटी थी, दूसरे, अत्यंत फुजूलखर्ची, घमंडी और कुछ हद तक बेवकूफ थी. जनता के पास रोटी बनाने के लिए आटा भी नहीं था और वह करोड़ों रुपए अपनी विलासिता पर खर्च करती रहती थी.

जब उसे यह बताया गया कि उस के राज्य में लोगों के पास खाने के लिए रोटी नहीं है और वे भूखों मर रहे हैं, तो उस का जवाब था, ‘‘उन्हें मरने की क्या जरूरत है? अगर उन के पास रोटी नहीं है, तो वे केक क्यों नहीं खा लेते?’’ पहले से ही गुस्साई जनता और भड़क गई और लुई, मैरी व उस के पूरे परिवार को पकड़ कर मार दिया गया. जिस स्थान पर उन के सिर काटे गए वह कौनकौर्ड स्क्वायर के नाम से प्रसिद्ध है. पेरिस आने वाला हर पर्यटक इस स्थान को देखने के लिए जरूर आता है.

बारिश में रखें बालों का खास ख्याल

बारिश में भींगना, झूमना और मस्ती करना किसे अच्छा नहीं लगता. लेकिन कई बार बारिश का लुत्फ उठाने के चक्कर में हमारे बाल खराब हो जाते हैं और स्किन को भी नुकसान पहुंचता है. मॉनसून का सीजन शुरू हो चुका है. जानें ऐसे में अपने बालों ख्याल रखने के लिए आपको क्या-क्या करना चाहिए.

हेयर प्रॉडक्टस का कम इस्तेमाल करें

बारिश के मौसम में हेयर प्रॉडक्टस का कम से कम इस्तेमाल करें. बालों पर केमिकल युक्त उत्पादों का प्रयोग न करें यानी बालों को स्ट्रेट बनाने, हाईलाइट करने और हेयर स्प्रे का इस्तेमाल करने से खासकर बचें. सौम्य शैम्पू और कंडिशनर यूज करें.

बाल धोने के बाद कंडिशनर लगाएं

बालों को रोज धोएं और साफ रखें. साथ ही हर बार बाल धोने के बाद कंडिशनर का इस्तेमाल करें. लेकिन इसे स्कैल्प और जड़ों में लगाने की बजाय सिर्फ बालों के सिरों पर लगाएं.

प्रोटीन से भरपूर आहार लें

बालों की खूबसूरती बनाए रखने के लिए प्रोटीन से समृद्ध आहार का सेवन करें. ज्यादा से ज्यादा फल और सब्जियां खाएं और खूब पानी पीएं.

गुनगुने पानी से नहाएं

बारिश के मौसम में अगर भींग जाएं तो गुनगुने पानी से नहाएं और अच्छी तरह से शरीर पोंछकर कपड़े पहनें.

गुनगुने तेल से बालों में मसाज करें

मॉनसून के दौरान चाहें तो हेयरकट कराकर बाल थोड़े छोटे रखें. साथ ही गुनगुने तेल से बालों में मसाज करें क्योंकि यह बालों को पोषण प्रदान करता है.

हेयर ड्रायर के इस्तेमाल से बचें

बारिश के मौसम में हेयर ड्रायर का इस्तेमाल करने से बचें और अगर इस्तेमाल करना जरूरी हो तो बालों को पहले अच्छी तरह से सुखा लें और फिर स्कैल्प से ड्रायर को कम से कम 6 इंच दूर रखकर ही इस्तेमाल करें.

इस बारिश बॉलीवुड के इन गानों में भीग जाइए

बरसात को अगर रोमांस का मौसम भी कहा जाते तो गलत नहीं होगा. बारिश का मौसम आते ही माहौल आशिकाना हो जाता है. रिम-झिम बरसते बादलों से फिजा खिलखिला उठती है.

रोमांस का ये मौसम बॉलीवुड को भी खूब पसंद आता है. दौर चाहे जो भी हो बारिश का खुमार हिंदी सिनेमा में कभी कम नहीं हुआ. बारिश में भीगती हीरोइन को देख हीरो का मचलता दिल कई फिल्मों को बॉक्स ऑफिस पर हिट करा चुका है. राजकपूर से लेकर अर्जुन कपूर तक लगभग हर नए पुराने एक्टर ने बारिश के गाने पर रोमांस किया है.

एक बार फिर बारिश का मौसम आ चुका है ऐसे में देखते हैं बॉलीवुड के वो गानें जिसे देखने के बाद किसी के भी दिल को आशिक बनते देर नहीं लगती.

प्यार हुआ इकरार हुआ (श्री 420)

शो मैन राज कपूर और नरगिस दत्त की फिल्म ‘श्री 420’ का गाना ‘प्यार हुआ इकरार हुआ’ आज भी बॉलीवुड के सदाबहार गानों में से एक है. मुंबई की सड़कों पर एक छाते के नीचे राज कपूर और नरगिस का भींगना आज भी लोगों को अक्सर बारिश के मौसम में याद आ जाता है. इस गाने की खास बात थी इसकी बोल और म्यूजिक. लता मंगेशकर और मुकेश ने इस गाने को आवाज दी है.

एक लड़की भीगी भागी सी (चलती का नाम गाड़ी)

बॉलीवुड के रोमांटिक गानों में शुमार गाना, ‘एक लड़की भीगी भागी सी’ किशोर कुमार और मधुबाला पर फिल्माया गया था. इसे खुद किशोर कुमार ने अपनी फिल्म (चलती का नाम गाड़ी) के लिए गाया था.

भीगी-भीगी रातों में (अजनबी)

‘अजनबी’ फिल्म का गाना ‘भीगी भीगी रातों में’ बॉलीवुड स्टार राजेश खन्ना और जीनत अमान पर फिल्माया गया है. इस गाने को सुन आप भी बारिश में झुमने लगेंगी. किशोर कुमार और लता मंगेशकर ने गाने को आवाज दी है.

आज रपट जाएं (नमक हलाल)

फिल्म नमक हलाल का यह सिजलिंग हॉट गाना आज भी बारिश में भीगते जोड़ों के जुबान पर आ ही जाता है. अमिताभ बच्चन और स्मिता पाटिल पर फिल्माया यह गाना बारिश के मौसम में भी प्रेमी युगल के दिल में आग लगा जाता है.

हाय-हाय ये मजबूरी (रोटी कपड़ और मकान)

फिल्म ‘रोटी कपड़ और मकान’ का ये गाना बारिश के भीगते तरानों में से एक है. आज भी बारिश के मौसम में एक-दूसरे से दूर रह रहे प्रेमी प्रेमिका एक दूसरे को यह गाना जरूर सुनाते हैं. जीनत अमान और मनोज कुमार पर फिल्माए इस गाने को लता मंगेशकर ने गाया है.

टिप-टिप बरसा पानी (मोहरा)

‘मोहरा’ फिल्म का गाना ‘टिप टिप बरसा पानी’ बॉलीवुड के मोस्ट रोमांटिक गानों में से एक है. सच में अक्षय कुमार और रवीना टंडन की केमिस्ट्री ने इस गाने में आग लगा दी थी. यह बॉलीवुड का ऑल टाइम हिट गाना है. उदित नारायण और अलका यागनिक ने इस गाने को आवाज दी है.

बरसो रे मेघा-मेघा (गुरु)

बारिश में भीगते हुए डांस कर ऐश्वर्या राय ने इस गाने में जान डाल दी. बारिश का मौसम हो और आप अकेले भींग रहीं हो तो सबसे पहले आपके जुबान पर यही गाना आएगा. श्रेया घोशाल की आवाज इस गाने को और भी मधुर बनाती है.

इधर चला मैं उधर चला (कोई मिल गया)

रिमझिम बारिश के बीच रितिक रोशन और प्रीति जिंटा पर फिल्माया गया यह गाना (इधर चला मैं उधर चला) बच्चों और बड़ो दोनों को खूब पसंद आया. दोनों ने इस गाने में बच्चों जैसा डांस किया था. इस गाने को उदित नारायण ने गाया था.

तुम ही हो (आशिकी 2)

आदित्य रॉय कपूर और श्रद्धा कपूर की सुपरहिट फिल्म ‘आशिकी 2’ के गानें ही इसकी खूबी थे. आशिकी 2 का यह गाना अपने आप में बहुत बड़ा हिट साबित हुआ था. फिल्म में दोनों की केमिस्ट्री देखने लायक थी. रोमांटिक गाना गाने के बेताज बादशाह अरिजीत सिंह ने ये गाना गाया था.

आंखों से तुने ये क्या कह दिया (गुलाम)

बारिश में भीगी रानी मुखर्जी ने आमिर खान को अपना दीवाना बना दिया. रानी और आमिर पर फिल्माया गाना (आंखों से तुने ये क्या कह दिया) आज भी बारिश के मौसम में लोगों की जुबान पर आ जाता है. इस गाने में दोनों के बीच शानदार केमिस्ट्री देखने को मिली थी. इस गाने को अलका यागनिक और कुमार सानु ने अपनी आवाज दी थी.

काटे नहीं कटते दिन ये रात (मिस्टर इंडिया)

बेशक अनिल कपूर और श्रीदेवी के फिल्म ‘मिस्टर इंडिया’ का गाना ‘काटे नहीं कटता दिन ये रात’ बॉलीवुड के सबसे हॉट और रोमांटिक गानों में से एक है. अलीशा चिनॉय और किशोर कुमार द्वारा गाया गया यह गीत आज भी युवा दिलों में आग लगा जाती है. इस गानें में दोनों, अनिल और श्रीदेवी के बीच गजब की केमिस्ट्री देखने को मिली थी.

गले लग जा (दे दना दन)

फिल्म ‘दे दना दन’ का गाना ‘गले लग जा’ बॉलीवुड के रोमांटिक गानों के लिस्ट में टॉप पर है. बारिश में अक्षय कुमार और कटरीना कैफ का सिजलिंग हॉट सेक्सी डांस आपको झूमने को मजबूर कर देगा.

मौका भी है, दस्तूर भी है और रिमझिम-रिमझिम बारिश का मौसम भी है तो इंतजार किस बात का. अपने स्पीकर पर ये बारिश के रोमांटिक गानें लगाइए और बारिश के मौसम का लुत्फ उठाइए.

वाकई इनके साथ लिव इन में रहते थें राजेश खन्ना?

राजेश खन्ना को गुजरे पूरे 5 सालों का समय हो चुका हैं. 18 जुलाई, साल 2012 को राजेश ने इस दुनिया को अलविदा कहा था. यूं तो राजेश खन्ना की वाइफ डिपंल कपाड़िया रही हैं, लेकिन डिपंल के अलावा भी उनकी लाइफ में अन्य महिलाओं का दखल रहता था.

इनमें से एक टीना मुनीम और दूसरी अनीता आडवाणी रही हैं. जब डिंपल और टीना ने उनका साथ छोड़ा दिया था, तो उनके अंतिम समय में उनका साथ दिया था अनीता ने. अनीता ने राजेश के जाने के बाद उनकी संपत्ति पर अपना हक भी जताया था, लेकिन उन्हें कुछ भी हासिल नहीं हुआ था. आज हम पुरानी कुछ खबरों और अनीता द्वारा दिए गए कुछ इंटरव्यूज की यादें आपके लिए लेकर आए हैं.

‘बिग बॉस 7’ कंटेस्टेंट रही है अनीता

रियलिटी शो बिग बॉस की कंटेस्टेंट अनीता आडवाणी ने एक इंटरव्यू में बताया था कि मैं बचपन से ही उनकी फैन थी. मैं जयपुर में अपनी स्कूलिंग कर रही थी और छुट्टियां बिताने मुंबई आई हुई थी. एक फैमिली फ्रेंड के साथ मैं महबूब स्टूडियो गई. हम जैसे ही वहां पहुंचे उनकी कार बस वहां से निकल ही रही थी और इसीलिए हमने भी उनके घर तक उनकी कार का पीछा किया. क्योंकि मेरे फैमिली फ्रेंड उनको जानते थे इसलिए हमें उनके घर में जाने की इजाजत मिल गई. हमें चाय दी गई. राजेश खन्ना ने खुद बैठकर हमसे बात की. उन्होंने मुझसे मेरा नंबर मांगा और कहा कि वह मुझसे संपर्क में रहेंगे. उन्होंने मुझे आकर फिल्म की शूटिंग देखने को कहा. मैं बहुत खुश थी.

इसके अलावा अनीता ने एक इंटरव्यू में ये भी बताया था कि ‘मुझे उनसे प्यार हो गया था. वे मुझे बहुत ज्यादा अटेंशन देते थे. जिस तरह वे मुझसे बोलते थे, मैं तो बस उनपर फिदा हो जाती थी.

डिप्रेशन में अनीता

अनीता ने एक बार मीडिया से बात करते हुए बताया था कि जयपुर वापस लौटने के बाद वे उनसे नहीं मिल पाईं. उन्होंने उन्हें कभी कॉल नहीं किया. कोई लड़ाई नहीं चल रही थी लेकिन कुछ ऐसा हुआ था जिससे वे काफी अपसेट थीं. वे दोंनो बस अलग हो गए. उनके वापस लौट आने के बाद राजेश ने कभी उनसे संपर्क नहीं किया. वो उनके लिए काफी डिप्रेशन भरा दौर था. वे काफी शांत और अकेली रहने लगी थी. उनके पेरेंट्स भी नहीं जानते थे कि उनकी लाइफ में क्या चल रहा था. केवल उनकी बड़ी बहन कादंबरी को ही, उनके औऱ राजेश की रिलेशनशिप की जानकरी थी. उन्होंने कभी शादी नहीं की. वो उनके लिए काफी बुरा वक्त था’.

राजा थे राजेश खन्ना

अनीता ने बताया, ‘अपनी जिंदगी में वे एकदम एक राजा की तरह रहा करते थे, बस वैसे ही चले भी गए. उनकी मुस्कान, लोगों के साथ बात करने का तरीका बहुत ही अलग हुआ करता था, जिनको वे चाहते थे एकदम से उनके काफी क्लोज हो जाते थे और वे नहीं चाहते थे कि उनके करीबी लोग दूर जाए. जिनको वे दूर रखते थे उनसे वे गेप बनाकर चलते थे’.

संपत्ति पर हक

राजेश खन्ना की पुण्यतिथि पर अना खास तरह की पूजा करवाती हैं और जरूरतमंदों को खाना खिलाती हैं. राजेश खन्ना के निधन के बाद उनकी संपत्ति में हिस्सा पाने के लिए लिव-इन पार्टनर रही अनीता आडवाणी ने कोई कसर नहीं छोड़ी थी. इसके लिए उन्होंने कोई भी हथकंडा अपनाने से गुरेज नहीं किया था. इसी क्रम में अनीता ने राजेश खन्ना और अपने संबंधों के बारे में भी कई खुलासे किए थे. अनीता ने कोर्ट में एक याचिका दायर कर राजेश खन्ना के बंगले ‘आशीर्वाद’ पर अपना हक जताया था और दस लाख रुपए मासिक गुजारा भत्ता की मांग की थी. उस वक्त अनीता ने दावा किया है कि ‘काका’ की कुल संपत्ति 500 करोड़ रुपए की है.

हम आपको बता देना चाहते है कि अनीता 33 सालों से राजेश खन्ना के साथ लिव-इन रिलेशन में थीं. राजेश खन्ना की इच्छा थी कि वो भी ‘आशीर्वाद’ में रहें जो कि उनका घर है. इतना ही नहीं साल 2001 में हुई एक पार्टी में राजेश खन्ना ने उनको सभी के सामने किस किया था.

ये हैं बॉलीवुड सितारों के सीक्रेट अफेयर्स

हिंदी सिनेमा में ऐसे कई सितारे हैं, जो अपनी लव स्टोरी को लेकर चर्चा में रहते हैं. कई स्टार्स तो ऐसे हैं जो शादीशुदा होते हुए भी, किसी और से भी गुपचुप शादी कर ली थी. हम आपको ये भी बता देना चाहते है कि इन गुपचुप शादियों का आजतक किसी को पता भी नहीं चला है, हालांकि अब धीरे धीरे सबको इन सारी बातों की जानकारी होने लगी है, पर फिर भी बहुत से सितारों की प्रेम कहानी ऐसी है जो आज तक आपको मालूम नहीं है.

आज हम यहां, ऐसे ही कुछ सितारों के बारे में बता रहे हैं, जो अपने सीक्रेट अफेयर्स को लेकर मीडिया में खूब सुर्खियां बटोर चुके हैं और आज भी उनकी ये कहानियां मनोरंजन का विषय बनी हुई हैं.

1. करीना कपूर और ऋतिक रोशन

‘कहो न प्यार है’ ऋतिक रोशन की डेब्यू फिल्म थी. इस फिल्म में अमीषा पटेल से पहले करीना कपूर काम कर रही थीं. करीना ने एक इंटरव्यू में बताया था कि फिल्म में एक जगह उनके शॉट को ज्यों का त्यों रखा गया है. कहा जाता है कि फिल्म के सेट पर ऋतिक और करीना की नजदीकियां बढ़ने लगी थीं. कहा यह भी जाता है कि मां बबिता के कहने पर करीना ने यह फिल्म छोड़ दी थी.

2. मिथुन चक्रवर्ती और श्रीदेवी

मिथुन और श्रीदेवी भी कभी एक दूसरे को प्यार करते थे, लेकिन यह बात किसी को नहीं पता चली. फिल्म ‘जाग उठा इंसान’ के सेट पैर दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं थीं. उस वक़्त मिथुन योगिता बाली से शादी कर चुके थे. मिथुन और श्रीदेवी ने गुपचुप शादी कर ली थी लेकिन मिथुन अपने प्यार को सबके सामने स्वीकार करने से डरते रहे. ये सच जानकर जब मिथुन की पत्नी योगिता ने आत्महत्या की कोशिश की तो वो सब कुछ छोड़ के अपनी पत्नी के पास वापस आ गए. इसके कुछ समय बाद ही श्रीदेवी ने बोनी कपूर से शादी कर ली.

3. अक्षय कुमार और रवीना टंडन

इन दोनों के अफेयर के बारे में शायद ही कोई नहीं जानता होगा. 90 के दशक में रवीना टंडन बॉलीवुड इंडस्ट्री की टॉप एक्ट्रेस थीं. इसी दौरान वो खिलाड़ी अक्षय कुमार को दिल दे बैठीं. फिल्म मोहरा के वक़्त दोनों काफी करीब आ गए थे. रवीना तो इस रिश्ते के लिए सीरियस थीं, लेकिन अक्षय की छवि दिल फेंक आशिक की थी. अक्षय को हर दूसरी लड़की से प्यार हो जाता था. उस वक़्त उनका नाम रेखा से भी जुड़ा था. अक्षय की इस आदत की वजह से रवीना ने इस रिश्ते को ख़त्म करना ही बेहतर समझा.

4. शत्रुघ्न सिन्हा और रीना रॉय

बॉलीवुड में जिस समय रीना राय का करियर सातवे आसमान पर था, उस वक्त उनका अफेयर शत्रुघ्न सिन्हा के साथ चल रहा था. किसी काम के सिलसिले में जब रीना लंदन गई हुई थीं, तो शत्रुघ्न ने पूर्व मिस यंग इंडिया रही पूनम चंडीरामणि से शादी कर सबको चौंका दिया था. जब रीना को शादी की खबर लगी तो वो भड़क गईं और तुरंत वापस आकर उन्होंने शत्रुघ्न सिन्हा से इसका जवाब मांगा. शादी के कई सालों बाद तक भी वो रीना राय से मिलते रहे. एक इंटरव्यू में शत्रुघ्न ने कहा था कि रीना से उनका रिश्ता 7 सालों तक चला. इस अफेयर के बारे में शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी पूनम को भी पता था.

5. सुरैया और देव आनंद

फिल्म इंडस्ट्री में सुरैया उस समय अपने करियर के चरम पर थीं और देव आनंद फिल्म इंडस्ट्री में उस समय नए थे. इस लव स्टोरी की विलेन बनीं सुरैया की नानी, जिन्हें ये रिश्ता अलग-अलग धर्म के कारण कबूल नहीं था. सुरैया के लिए देव आनंद सब कुछ छोड़ने को तैयार थे, लेकिन अपने घरवालों के कारण सुरैया इस रिश्ते से पीछे हट गईं. रिश्ता टूटने के बाद देव आनंद ने उन्हें कायर तक कह दिया था.

उम्र के साथ बदलें अपनी फाइनैंशल प्लानिंग

आप में से बहुत से लोग हैं जो साल 1991 के बाद के दौर की पीढ़ी से जुड़े हैं, फाइनैंशल तौर पर अच्छी हालत में हैं, लेकिन फिर भी आप फाइनैंशल प्लानिंग को लेकर वे सुनिश्चित नहीं हैं. बहुत से लोगों ने समय के साथ संपत्ति बनाई है और अपनी क्षमताओं के मुताबिक इन्वेस्टिंग की दुनिया में आगे भी बढ़ी हैं. इसके लिए उन्हें दोस्तों और रिश्तेदारों से भी मदद मिली है. आपको आपके करियर के आगे बढ़ते हुए इस फेज में पर्सनल फाइनेंस के बारे में क्या जानना चाहिए?

1. मिडल ऐज वाली प्रोफेशनल्स को यह जानना चाहिए कि ह्यूमन ऐसेट पर रिटर्न के साथ जोखिम भी जुड़े होते हैं, जो उम्र के साथ बढ़ सकते हैं. रिटायरमेंट इस तरह का एक बड़ा जोखिम है, लेकिन इकनॉमिक साइकल्स के साथ नौकरी जाना, छंटनी और कम इंक्रिमेंट जैसे मुद्दे भी सामने आ सकते हैं. खिलाड़ी, फिल्म स्टार और मीडिया प्रोफेशनल्स के सामने ऐसी स्थिति आ सकती है कि युवा लोग उनकी जगह ले लें और उनकी वैल्यू कम हो जाए.

भविष्य की आमदनी के खराब अनुमान की वजह से गुजरे जमाने के कई फिल्म स्टार बुढ़ापे में पाई-पाई को तरस जाते हैं. कुछ प्रोफेशन समय बढ़ने के साथ अपनी साख के मुताबिक आपको आमदनी भी ज्यादा देते हैं, लेकिन कुछ अन्य उम्र बढ़ने पर आपके लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं. अगर आप 40 साल की हैं, तो भविष्य के 50 वर्षों के लिए अपनी आमदनी का हकीकत के करीब रहते हुए अनुमान लगाएं. हर किसी को आसानी से ऑल्टरनेट प्रोफेशन नहीं मिलता.

2. लंबे समय में महंगाई कितना नुकसान पहुंचा सकती है, इसे देखें. यह याद रखना चाहिए कि सुरक्षित माना जाने वाला बैंक डिपॉजिट आपको फिक्स्ड और फ्लैट इंटरेस्ट इनकम देता है, जबकि खर्च महंगाई की दर के साथ बढ़ते रहते हैं. इसके लिए इस तरह समझा जा सकता है कि अगर अनुमानित इनफ्लेशन रेट 7-8 फीसदी है, तो आपके खर्चे 9-10 वर्षों में दोगुने हो जाएंगे. इसका मतलब है कि नुकसान से बचने के लिए आपका कॉर्प्स हर 10 साल में दोगुना हो जाना चाहिए. इस समस्या से निपटने के केवल दो ही रास्ते हैं.

– जिन वर्षों में आपकी आमदनी खर्चों से ज्यादा है, तो जितना अधिक हो सके, बचत करें.

– बचत को ऐसी जगह इन्वेस्ट करें, जहां आपको कम से कम इनफ्लेशन रेट जितना रिटर्न मिले.

50 साल का होने पर जब आपके पास घर और कार मौजूद है और आप अपने करियर के पीक पर पहुंच गए हैं, तो आपको अपनी इनकम का 50 फीसदी बचाना चाहिए. अगर इनकम गिरती है और खर्च बढ़ जाते हैं, तो आप बाद में स्थिति ठीक होने पर ऐसा कर सकती हैं.

3. अपने ऐसेट्स को देखें और उन्हें भविष्य के इस्तेमाल के लिए ऐलोकेट करें. अगर आपके पास एक घर है, जिसमें आप रहती हैं और कुछ डिपॉजिट, शेयर्स और म्यूचुअल फंड्स हैं, तो इन्हें अपनी जरूरतों के मुताबिक मैप करें. घर से आपका भविष्य में किराए पर खर्च बचेगा. अन्य ऐसेट्स आपके बच्चे की हायर एजुकेशन और शादी, आपके इंटरनैशनल ट्रैवल प्लान, रेग्युलर इनकम कम होने पर इन्वेस्टमेंट इनकम की जरूरत और अपने बच्चों के लिए ऐसेट्स छोड़ने के काम आएंगे.

अगर आप अपने परिवार के लिए एक बड़ा घर छोड़कर जाती हैं और कोई इनकम नहीं है तो आपने उन्हें सही सहारा नहीं दिया, भले ही आपने ऐसा करने की काफी कोशिश की हो. यह लिखें कि आपके पास कौन से ऐसेट्स हैं और उनका इस्तेमाल करने की आपकी क्या योजना है.

4. अपने इन्वेस्टमेंट को तीन हिस्सों में बांटें. कोर पोर्टफोलियो की जरूरत आपको अपनी जीवन के दौरान होगी और इसका एकमात्र मकसद आपकी जरूरतें पूरी करने का है. अगर इस पोर्टफोलियो में नुकसान होता है तो आपकी नींद उड़ जानी चाहिए. इनफ्लेशन के साथ अजस्टेड अपने खर्चों का अनुमान लगाने के बाद यह पक्का करें कि इस खर्च को पूरा करने वाले फंड इसी पोर्टफोलियो में रखे जाएं. आपका घर, गोल्ड, पीपीएफ, पीएफ, बैंक डिपॉजिट, सेविंग सर्टिफिकेट्स और प्रत्येक अन्य सुरक्षित ऐसेट इसमें होना चाहिए. अगर आपको ऐसी इनकम की जरूरत है, जो इनफ्लेशन के साथ बढ़े, तो यह कंपोनेंट हर 10 साल में दोगुना हो जाना चाहिए. यह सुरक्षित और इनकम जेनरेट करने वाला होने की वजह से वैल्यू में नहीं बढ़ेगा.

आपको अपने जीवन के दौरान इसमें इन्वेस्ट करना होगा. इसी वजह से आपको वेल्थ पोर्टफोलियो की जरूरत होती है. यह आपका रिस्की पोर्टफोलियो होता है. इसे उन ऐसेट्स में इन्वेस्ट करें, जिनकी वैल्यू समय के साथ बढ़े, लेकिन शॉर्ट टर्म में यह वोलेटाइल हो सकता है. शेयर्स, म्यूचुअल फंड्स और सेकंड प्रॉपर्टी इसमें शामिल हो सकती है. इस पोर्टफोलियो के बिना आपका कोर पोर्टफोलियो इनफ्लेशन से लड़ने में संघर्ष करता नजर आएगा.

अगर आपको पीपीएफ में 8 फीसदी रिटर्न 15 वर्ष के अवधि में मिल रहा है, तो इक्विटी कंपोनेंट से आपको अपना पैसा ज्यादा समय तक बरकरार रखने और केवल पीपीएफ पर निर्भर रहने की स्थिति से कम बचत करने में मदद मिलेगी. तीसरा आपका फैंसी पोर्टफोलियो है. इसमें कुछ ऐसी चीजें हो सकती हैं, जिनमें रिस्क ज्यादा है, जैसे इक्विटी, डेरिवेटिव और कमोडिटी ट्रेडिंग, प्राइवेट इक्विटी और आर्ट. इनमें लगाई जाने वाली रकम इस बात पर निर्भर करेगी कि आप अन्य दो कंपोनेंट के लिए कितनी रकम निकालते हैं.

5. अपने जीवन के प्रत्येक 10 वर्षों के लिए योजना बनाएं. 40 वर्ष का होने पर ऊपर बताई गई बातों पर ध्यान दें और यह समीक्षा करें कि आपके पास क्या है. 50 वर्ष का होने तक अपनी इनकम को मैप करें. यह देखें कि आप क्या बचा रहे हैं और ज्यादा बचत करें. अपने उधार को कम करें या खत्म कर दें. ऐसे ऐसेट्स बनाएं, जो कम से कम आपके मौजूदा खर्च को आपके 50 वर्ष का होने तक कवर करें. जो भी अतिरिक्त हो, उसे वेल्थ पोर्टफोलियो में इन्वेस्ट करें. अगर आप 40 की उम्र में अच्छा कर रहे हैं तो आप पाएंगे कि आपके कोर ऐसेट्स नौकरी जाने की स्थिति में आपकी सुरक्षा करेंगे और आपके वेल्थ ऐसेट्स के पास वैल्यू में ग्रोथ के लिए काफी समय होगा.

जब आप 50 वर्ष के हो जाएं तो वेल्थ पोर्टफोलियो को और बढ़ाएं. 60 वर्ष के बाद से अपना लाइफस्टाइल बरकरार रखने के लिए वेल्थ से कोर पोर्टफोलियो में ट्रांसफर करते रहें. अगर इसके बाद भी अतिरिक्त पैसा बचता है, तो आप उससे मजे कर सकते हैं. 70 वर्ष का होने पर अपने वेल्थ पोर्टफोलियो का आकलन करें और जिसकी आपको जरूरत नहीं है, उसे किसी को दिया जा सकता है. 80 वर्ष तक आपके कोर एक्सपेंस घट जाएंगे और आप अपनी सभी वेल्थ को अपने कोर पोर्टफोलियो में ट्रांसफर कर अच्छा जीवन जीने में सक्षम होंगी.

करें ऐसा मेकअप जो कहे ‘डिफाइन योर आइज’

आपकी आंखे बहुत ही अनमोल है, इन्हें किसी भी तरह का नुकसान नहीं होना चाहिए. इसलिए इसके मेकअप से पहले इससे जुड़ी बातों का खास खयाल रखना बहुत जरूरी होता है. आंखों के मेकअप के लिए हर मौसम में बेज, गोल्डन और लाइलैक शेड्स बेस्ट होते हैं. इनके साथ टरक्वॉयज और फूशिया कलर आंखों को खास आकर्षण देता है. आइए जानें आंखों के मेकअप से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातों के बारे में…

1. न्यूट्रल शैडो को आइलिड की क्रीज पर यानी आइरिस के ऊपर लगाएं. अगर कलर ऐड करना चाहती हैं तो वनीला या लाइट कलर से एक स्ट्रोक दें. अच्छी तरह ब्लेंड करें.

2. दोबारा लिड पर लाइट कलर से स्ट्रोक दें. फिर थोडा डार्क कलर क्रीज लाइन पर लगाएं. अपर और लोअर लैश लाइन पर भी डार्क कलर से कवर दें.

3. ब्राउन आइलाइनर आंखों के भीतरी कोने से थोडी दूर से शुरू करते हुए बाहरी कोनों से थोडा बाहर तक लगाएं. ताकि आंखें बडी नजर आएं.

4. डिफाइनिंग मस्कारा लगाना न भूलें. इसका डबल कोट लगाएं. मस्कारा लगाने से पहले लैश को कर्ल जरूर कर लें.

5. आइ पेंसिल शार्पन करने से पहले फ्रीज कर लें ताकि वह टूटे नहीं.

6. फैट क्रेयॉन पेंसिल का इस्तेमाल करें, जो क्रीमी पाउडर्ड टेक्सचर वाली हो. ताकि फैलाने में आसान हो.

7. आंखों के चारों और लाइनर लगा लेने से यानी पूरी आंख पर लाइनर का इस्तेमाल करने से वे छोटी नजर आती हैं न कि बडी. तो लगाते समय इस बात का ध्यान रखें.

पिंक प्रिटी मेकअप

पिंक प्रिटी आई मेकअप करने के लिए आंखों में ब्लैक आई पेंसिल से आंखों को अच्छी तरह से हाईलाइट कर लें, फिर आईलिड पर शिमर वाला पिंक शेड लगाएं और पर्ल कलर को मिला के आईलिड के ऊपर वाले हिस्से में लगाएं. ऊपर और नीचे दोनों पलकों में गाढा मस्कारा लगाएं, साथ में शिमर वाली लिपस्टिक लगाएं.

पिकॉक टच आई मेकअप

आंखों को पिकॉक टच का लुक देने के लिए आप सबसे पहले मोटा और डार्क काजल और ब्लैक या ब्लू आईलाइनर लगाएं. फिर उसके बाद पर्ल और ग्रीन कलर के आईशैडो को आपस में मिलाकर आईलिड पर लगाएं. शैडो को लगाने की शुरूआत कान की तरफ वाले आंखों के कोने से करें और फिर उसे ब्लैंड करते हुए उसे दूसरे कोने तक ले जाएं. आईशैडो को आंखों के चारों तरफ लगाएं यानि काजल के नीचे भी हल्का सा लगाएं. अब इसके बाद ऊपर और नीचे की पलकों में ब्लैक और ग्रीन शेड का मस्कारा एक-एक करके लगाएं इस तरह के आई मेकअप के साथ ब्राउन कलर की लाइट शेड की लिपस्टिक ज्यादा अच्छी लगेगी.

स्मोकी आई लुक मेकअप

स्मोकी आईलुक देने के लिए आंखों में पहले ब्लैक कलर का काजल और आईलाइनर लगाकर आंखों को थोडा बढा आकार दें. फिर उसके बाद ब्लैक और ब्राउन आईशैडो को एक साथ मिलाकर आईलिड पर लगाएं. अब इसके बाद व्हाइट गोल्ड या कॉपर कलर से हाईलाइटिंग करें और ऊपर-नीचे की पलकों पर मस्कारा लगाएं. इसके साथ ऑरेंज शेड की लाइट लिपस्टिक का यूज करें.

क्या वजन कम करने का कमर पर कोई असर नहीं?

बढ़ते वजन से परेशान लोग इस पर काबू पाने के लिये जिम, एक्सरसाइज और विशेष प्रकार की डाइट को भी अपनाते हैं. इनमें से ज्यादातर तरीके कारगर साबित हो भी जाते हैं, लेकिन शायद आपको ये नहीं मालूम होगा कि कुछ खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल कर आसानी से फैट यानी चर्बी को कम कर सकती हैं.

अगर आप चाहती हैं कि आप भी फैशन के दौड़ में रहे तो ऐसे फलों का सेवन करें. जिससे आपको छरछरी काया पा सकती है. आपके साथ होता होगा कि आप अपनी चर्बी तो कम कर लेती है, लेकिन कमर जैसे कि तैसे ही बनी रहती है. जिसके कारण आपको कभी-कभी असंजस महसूस होता है.

रास्पबेरी

रास्पबेरी जो विटामिन सी से भरपूर होती है. इसका सेवन करने से कमर की चर्बी गायब हो जाएगी. इसमें अधिक मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है जो कि शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर देता है.

काले और सफेद सेम

इन सेम मे कम कैलोरी और अधिक मात्रा में प्रोटीन होता है साथ ही इसमें वसा कम मात्रा में उपस्थित होता है. इसका सेवन करने से कमर की चर्बी आसानी से गायब हो जाएगी.

बिना मलाई का दूध

दूध में अधिक मात्रा में विटामिन होता है. जिसका सेवन करने से कई बीमारियों से बचा जा सकता है. अगर आप चाहती हैं कि कमर पतली हो तो मलाई निकाले हुए दूध का सेवन करें. इस दूध का सेवन कुल वजन कम करने के लिए मदद करता है.

एस्परैगस

विटामिन सी और फोलेट से भरपूर होता है. अगर आप आकर्षक कमर पाना चाहती हैं तो इसका सेवन करें. इसमें शर्करा का स्तर बहुत ही कम होता है. जिससे आपकी कमर की चर्बी गायब हो जाएगी.

ये हैं बॉलीवुड की कुछ बेमेल जोड़ियां

किसी भी बॉलीवुड फिल्म में लीड एक्टर और एक्ट्रेस को कास्ट करने से पहले मेकर्स खूब सोच-विचार करते हैं, लेकिन बावजूद इसके कई बार ऐसा होता है कि फिल्म में कास्ट की जाने वाली लीड जोड़ी बहुत अजीब लगती हैं. तो आज हम आपको बताते हैं ऐसी ही कुछ फिल्मी जोड़ियों के बारे में जिनका नाम उनके बेमेल होने के चलते खूब चर्चा में रहा.

करीना कपूर-इमरान खान

बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट यानि आमिर खान के भांजे इरफान खान ने फिल्म “गोरी तेरे प्यार में” और “एक मैं और एक तू” में करीना कपूर के साथ काम किया था. इन दोनों की जोड़ी को बॉलीवुड की सबसे अजीब जोड़ियों में गिना जाता है क्योंकि करीना कपूर न सिर्फ इमरान से उम्र में काफी बड़ी हैं बल्कि वह लुक के मामले में भी इमरान से ज्यादा मैच्योर दिखती हैं.

नवाजुद्दीन सिद्दीकी-बिपाशा बसु

2013 में आई फिल्म आत्मा में नवाजुद्दीन सिद्दीकी नजर आए हॉट एंड सेक्सी बिपाशा बसु के साथ. अब बिपाशा जहां अपने लुक्स के लिए मशहूर हैं वहीं नवाज अपने लुक्स से ज्यादा अपनी एक्टिंग के लिए जाने जाते हैं. ये जोड़ी भी फैन्स को कुछ खास जमी नहीं.

राम कपूर-सनी लियोन

एक्टर राम कपूर छोटे पर्दे पर दर्शकों की पसंद हैं, लेकिन जब वह फिल्म कुछ कुछ लोचा है में सनी लियोन के अपोजिट नजर आए तो इसने दर्शकों को कन्फ्यूज कर दिया. सनी लियोन जहां इतनी फिट और ग्लैमरस हैं वहीं उनके अपोजिट बेहद मोटे और अनफिट एक्टर को कास्ट करना दर्शकों की समझ से बाहर रहा.

आमिर खान-साक्षी तंवर

दंगल में इन दोनों की जोड़ी नजर आई. फिल्म में आमिर ने एक हरियाणवी पहलवान की भूमिका निभाई थी और साक्षी उनकी पत्नी के किरदार में थीं. हालांकि साक्षी का रोल फिल्म में सीमित था लेकिन फिर भी ज्यादातर लोग साक्षी को आमिर के साथ पचा नहीं पाए.

तो इसलिए बन रहा है सुशांत सिंह राजपूत का मजाक

आईफा अवॉर्ड्स 2017 में अभिनेता शाहिद कपूर और क्यूट आलिया भट्ट के जलवे खबरों में चल रहे हैं. इन दोनों को ही फिल्म ‘उड़ता पंजाब’ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता और सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार प्राप्त हुआ है. यूं देखा जाए तो आईफा के रंग में पूरा बॉलीवुड रंगा हुआ था, पर इसी बीच सुशांत सिंह राजपूत ने एक ऐसा ट्वीट कर दिया जिससे वे ट्रोल का शिकार हो गए.

उन्होंने आईफा को लेकर ‘हाहाहा’ लिख कर अपने ट्वीटर अकाउंट पर ट्वीट किया है और सच मानें को ऐसा करके उन्होंने एक तरह से तंज कसा है. इतना करते ही, बस फिर आगे क्या था, देखते ही देखते लोगों ने उनका मजाक उड़ाना शुरु कर दिया.

बात तो यहां तक पहुंच गई थी कि किसी एक प्रशंसक ने तो अक्षय कुमार की एक फोटो तक समेंट में शेयर कर दी, जिस पर लिखा हुआ था कि ‘जली ना, तेरी जली ना?’.

इसके अलावा भी कई प्रशंसकों ने अजीब अजीब ट्वीट कर सुशांत का मजाक बनाया. इस सबके बीच कुछ लोग ऐशे भी थे जो सुशांत का साथ भी दे रहे थे और कई लोगों ने उन्हें आगे फिर और कोशिशें करते रहने की सलाह भी दी.

गौरतलब है कि इस 18वें इंटरनेशनल इंडियन फिल्म अकादमी (आईफा) अवार्ड में शाहिद कपूर और आलिया भट्ट के अलावा फिल्म ‘नीरजा’ को सर्वश्रेष्ठ फिल्म, अनिरूद्ध रॉय चौधरी को उनकी फिल्म ‘पिंक’ के लिये सर्वश्रेष्ठ निर्देशक, संगीतकार ए.आर. रहमान को बॉलीवुड में 25 साल पूरे होने पर, अनुपम खेर और शबाना आजमी को क्रमश: ‘एम एस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी’ और ‘नीरजा’ के लिये सर्वश्रेष्ठ सह-अभिनेता और सर्वश्रेष्ठ सह-अभिनेत्री का पुरस्कार दिया गया. इसके अलावा वरूण धवन को फिल्म ‘ढिशूम’ के लिए सर्वश्रेष्ठ हास्य भूमिका का पुरस्कार तथा जिम सर्भ को फिल्म ‘नीरजा’ में नकारात्मक भूमिका के लिये सर्वश्रेष्ठ विलेन का पुरस्कार दिया गया.

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