करण को मुश्किल से निकालेंगे सैफ

करण जौहर और शाहरुख खान अपनी अपकमिंग फिल्मों से जुड़ा एक बड़ा फैसला ले सकते हैं. दोनों की फिल्मों में पाकिस्तानी एक्टर्स ने काम किया है. अब खबर है कि इन्हें विरोध के चलते रिप्लेस किया जा रहा है. करण जौहर की ‘ऐ दिल है मुश्किल’ में फवाद खान की भूमिका को सैफ अली खान से रिप्लेस करने की खबर है.

पहले सैफ को ही लेना चाहते थे करण

सूत्रों के अनुसार, “पहले करण जौहर फवाद वाली भूमिका में सैफ को ही लेना चाहते थे, लेकिन ऐन वक्त पर उनका मूड बदल गया. बाद में ऐश्वर्या राय बच्चन के पूर्व पति के किरदार के लिए सैफ का नाम सामने आया, लेकिन ये भी शाहरुख के खाते में चला गया.”

गौरतलब है कि फिल्म में ऐश्वर्या राय बच्चन और अनुष्का शर्मा ने पाकिस्तानी सिटीजन का किरदार निभाया है. ऐश सबा तलियार खान नाम की कवियित्री बनी हैं. फिल्म 28 अक्टूबर को रिलीज होनी है.

इधर, शाहरुख की फिल्म ‘रईस’ में भी पाकिस्तानी एक्ट्रेस माहिरा खान के रिप्लेसमेंट की खबर हैं. सूत्रों के अनुसार, विरोध को देखते हुए प्रोड्यूसर रितेश सिधवानी और फरहान अख्तर ने किसी भारतीय एक्ट्रेस की तलाश शुरू कर दी है.

पहले उन्हें सुझाव दिया गया था कि वे माहिरा के साथ दुबई में गानों की शूटिंग कर लें. लेकिन अब माहिरा को पूरी तरह रिप्लेस किया जा रहा है. गौरतलब है कि ये फिल्म अगले साल 26 जनवरी को रिलीज होनी है.

मंदिर जहां होती है बिग बी की पूजा

आपने भगवान के मंदिर तो बहुत देखे होंगे लेकिन हम आपको अमिताभ बच्चन का मंदिर दिखाने जा रहे हैं. ये दुनिया में बिग बी का इकलौता मंदिर बताया जा रहा है. इस मंदिर में रोज 6 मिनट की फिल्मी आरती गाकर बिग बी और उनके जूतों की पूजा होती है. आरती से पहले 9 पन्ने की खास अमिताभ चालीसा भी पढ़ी जाती है. इन सबके बाद प्रसाद भी मिलता है.

जूतों और कुर्सी के साथ होती है अमिताभ की पूजा

यहां अमिताभ की तस्वीर के साथ अग्निपथ मूवी में पहने गए उनके सफेद जूते की भी पूजा होती है. इतना ही नहीं, अक्स मूवी में जिस कुर्सी पर वो बैठे दिखे थे, उसे भी यहां लाकर रखा गया है. इसी पर अमिताभ की फोटो रखकर रोज पूजा-आरती होती है. बता दें, ये मंदिर कोलकाता के श्रीधर राय रोड़ पर बना है. यहां देश-विदेश से लोग आते हैं.

खुद अमिताभ ने मंदिर के लिए भेजा था जूता और कुर्सी

2001 में ये मंदिर बिग बी के एक फैन संजय पटौदिया ने बनवाया था. उसी साल खुद अमिताभ ने अपने मंदिर के लिए ये जूते और कुर्सी 2001 में संजय की रिक्वेस्ट पर भेजे थे. तब से 2 कमरों के इस मंदिर में कुर्सी और सफेद जूते की पूजा होती है.

भगवान की तरह है ‘अमिताभ चालीसा’ और स्पेशल आरती

संजय ने बताया, ‘अमिताभ हमारे भगवान हैं. हमने पूरी श्रद्धा के साथ उनकी 9 पन्ने की अमिताभ चालीसा और आरती गीत भी बनाया है.’ 79 लाइन की इस चालीसा में दोहे और चौपाई के साथ बिग बी की उपलब्धियों और संघर्ष की बात लिखी है. संजय ने ‘अमिताभ नम:’ के नाम से संकट मिटाने वाला मंत्र भी तैयार किया है.

साल में 2 बार निकलती है अमिताभ तीर्थ यात्रा

संजय और बिग बी के फैन्स साल में 2 बार इस मंदिर से अमिताभ तीर्थ यात्रा निकालते हैं. पहली अमिताभ के बर्थडे 11 अक्टूबर को दूसरी 2 अगस्त को. ये तीर्थ यात्रा इस मंदिर से अमिताभ के मुंबई वाले घर तक जाती है.

संजय का कहना है कि बिग बी ‘कुली’ मूवी की शूटिंग के दौरान घायल होने के बाद 2 अगस्त को ठीक होकर घर वापस आए थे. इस दिन को उनके दूसरे बर्थडे के तौर पर मनाते हैं.

दीया मिर्जा भी कर चुकी हैं इस मंदिर का दर्शन

2014 में दीया एक मूवी के लिए कोलकाता आईं थीं. तब उन्होंने अमिताभ के इस मंदिर में आकर दर्शन किया था. इस दौरान उन्होंने आरती भी की थी. कुछ लाइनें चालीसा भी पढ़ी थीं.

बिग बी बोले-मुझे इंसान ही रहने दो, भगवान मत बनाओ

जब बिग बी को इस मंदिर के बारे में पता चला तो उनकी आंखों में आंसू आ गए. उन्होंने संजय पटौदिया को चिट्ठी लिखते हुए कहा, मुझे इंसान ही रहने दो, भगवान का दर्जा मत दो.

क्रेडिट कार्ड के नुकसान जो बैंक आपको नहीं बताते..

अक्सर ऐसा होता है कि हमें कोई ऐसी चीज पसंद आ जाती है जिसे तुरंत खरीदना हमारे बजट से बाहर होता है. ऐसे समय में हमारा साथ देता है क्रेडिट कार्ड जिससे हम कैश न होने पर भी मनचाही चीज खरीद लेते हैं और अगर ग्रेस पीरियड के अंदर ही भुगतान कर दें तो ब्याज का नुकसान भी नहीं होता.

इसका सबसे बड़ा फायदा यही है कि पेमेंट आपके बैंक खाते से तुरन्त नहीं कटती है जबकि डेबिट कार्ड से तुरन्त कट जाती है. लेकिन क्या आप जानते है कि अगर आप कुछ बातों का ध्यान न रखें तो आपको काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है.

1. आपने अक्सर देखा होगा कि जब कभी भी आपके अकाउंट में बैलेंस मिनिमम से नीचे आ जाता है तो मोबाइल पर मैसेज का अंबार लग जाता है. लेकिन क्रेडिट के बिल को जमा करने के लिए आपके पास कोई मैसेज नहीं आता क्योंकि कंपनी चाहती ही नहीं है कि आप पहले महीने में ही सारा पेमेंट कर दें. बल्कि कंपनियां तो ये चाहती हैं कि आप और लेट करें और बाद में लेट फीस भरें.

2. ग्राहकों से अक्सर फ्री ईएमआई क्रेडिट कार्ड पर जीरो परसेंट पर ईएमआई का वादा किया जाता है. लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि जीरो प्रतिशत ब्याज पर ईएमआई पर नियम एवं शर्तें लागू होती हैं . अगर एक भी शर्त का उल्लंघन करते हैं तो 5 या 10 नहीं बल्कि 20 प्रतिशत से भी ज्यादा ब्याज चुकाना पड़ सकता है.

3. बैंक आपको कभी भी खुद से नहीं बताता है कि आप अपने प्वाइंट्स को कैसे रीडीम कर सकते हैं. ऐसे में जानकारी न होने से लाखों प्वाइंट्स पड़े रह जाते हैं और क्रेडिट कार्ड एक्सपायर हो जाता है. इसके अलावा जब आपके प्वाइंट्स 1000 से 10,000 जैसे लैंडमार्क को क्रॉस करते हैं तब बैंक आपको ये नहीं बताता कि आपके इतने प्वाइंट हो गए हैं और आप उन्हें रीडीम कर कैशबैक लाभ ले सकते.

4. बैंक अक्सर आपको ऑफर देते हैं कि आप फ्री ऑफ कॉस्ट अपने सिल्वर कार्ड को गोल्ड में और गोल्ड को प्लेटिनम में अपग्रेड करवा सकते हैं, लेकिन ये नहीं बताते कि नये क्रेडिट कार्ड के लिये आपको 500 रुपए से लेकर 700 रुपए तक का शुल्क भी देना पड़ेगा.

5. क्रेडिट कार्ड धारकों को अक्सर एक कॉल आती है कि आप के क्रेडिट कार्ड की क्रेडिट लिमिट मुफ्त में बढ़ाई जा रही है लेकिन बैंक आपको कभी ये नहीं बताता कि इसके बाद आपका वार्ष‍िक शुल्क बढ़ जायेगा.

हेल्दी एंड टेस्टी बेक्ड स्पैगेटी

सामग्री

– 500 ग्राम स्पैगेटी

– 2 कप कीमा

– 1/4 कप पाइन नट्स

– 11/2 कप टोमैटो जूस

– 1 कप टोमैटो पेस्ट

– 1 कप प्याज कटा

– 11/4 छोटे चम्मच नमक

– 1/4 छोटा चम्मच कालीमिर्च

– 1/4 छोटा चम्मच दालचीनी पाउडर

– 1 कप पानी

– 1 कप चैडर चीज कद्दूकस किया

विधि

एक पैन में पानी में नमक डाल कर उबालें. इस में स्पैगेटी डाल कर नर्म होने तक उबालें. फिर पानी निकाल कर अलग रखें. एक पैन गरम कर प्याज भूनें. कीमा डाल कर सुनहरा होने तक भूनें. इस में पाइन नट्स, नमक, कालीमिर्च पाउडर और दालचीनी पाउडर डाल कर मिलाएं. टोमैटो जूस, टोमैटो पेस्ट और जरूरतानुसार पानी डाल कर गाढ़ा होने तक पकाएं. इस में स्पैगेटी डाल कर अच्छी तरह मिलाएं. एक बेकिंग डिश में इस मिश्रण को डाल कर ऊपर से चीज बुरक कर ओवन में चीज पिघलने तक बेक करें और फिर गरमगरम सर्व करें.

व्यंजन सहयोग:

नवीद अख्तर

ऐग्जीक्यूटिव शैफ, द और्किड, मुंबई

दांतों की सड़न कहीं दिल तक न पहुंच जाए..

अगर आप दांतों के इंफेक्शन को हल्के में लेते हैं तो अब भी वक्त है संभल जाइए. रूट इंफेक्शन दिल से जुड़ी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है. आमतौर पर हम दांत से जुड़ी तकलीफों को नजरअंदाज कर देते हैं, खासतौर पर कैविटी को. ऐसे में अगर आप भी ऐसे किसी इंफेक्शन को इग्नोर कर रहे हैं तो सचेत हो जाइए.

फिनलैंड स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ हेलसिंकी के शोधार्थी जॉन लिजेस्ट्रैंड के अनुसार, अगर आपको लगता है कि आपको रूट कैनाल कराने की जरूरत है तो तुरंत ही इसे करा लें. ऐसा न हो कि इलाज में देरी की वजह से कोई दूसरी बीमारी शरीर में पनप जाए. विशेषज्ञों का कहना है कि जिन लोगों को दांतों की जड़ों से जुड़ी प्रॉब्लम होती है उनमें एक्यूट कोरेनरी सिंड्रोम का खतरा 2.7 प्रतिशत तक बढ़ जाता है.

डेंटल रूट टिप संक्रमण को एपिकल पीरियडोंटाइटिस भी कहते हैं. यह दांत की जड़ के ऊपरी भाग के चारों ओर एक तेज संक्रमण होता है. इसका एक प्रमुख कारण दांतों में सड़न होता है. इस शोध के लिए अध्ययनकर्ताओं ने फिनलैंड के 508 रोगियों का अध्ययन किया. इनकी औसत आयु 62 वर्ष थी. अध्ययन में पाया गया कि ये सभी लोग हार्ट पेशेंट थे.

अध्ययनकर्ताओं का कहना है कि अगर आप दिल से जुड़ी बीमारियों से बचना चाहते हैं तो बेहतर होगा कि आप अपने दांतों की जांच करा लें. अगर आपको रूट कैनाल कराने के लिए कहा जाए तो बेहतर होगा कि आप उसे कराने में देरी न करें. शोध के निष्कर्ष बताते हैं कि मुंह का संक्रमण शरीर के अन्य हिस्सों को भी प्रभावित करता है.

जब दिखना हो खास…

पार्टी में जाना हो, कॉलेज का फंक्‍शन हो या फिर ऑफिस जाना हो. मेकअप करने के बाद हेयरस्‍टाइल को लेकर हर लड़की दुविधा में रहती है. पर आप चाहें तो बालों को नेचुरल लुक के साथ भी खूबसूरत दिखा सकती हैं और सबसे अच्छी बात ये है कि इसके लिए आपको पार्लर जाने की जरूरत भी नहीं है. 

घर पर ही इन टिप्‍स की मदद से आप सुंदर और टिकाऊ हेयरस्‍टाइल बना सकती हैं.

– पार्टी में जाना है और पॉर्लर जाने का टाइम नहीं है तो घबराने की जरूरत नहीं है. अपनी हथेलियों में थोड़ा सा लीव-इन कंडिशनर और हेयर जेल मिलाकर हल्के गीले बालों पर लगाएं. अब डिफ्यूजर से बालों को हल्का सुखाएं. इस तरह आधे सूखे और आधे गीले बाल बेहद नेचुरल लुक देंगे. बस साइड पार्टिंग करें और आप पार्टी के लिए तैयार हैं.

– दोस्‍तों के साथ घूमने का प्‍लान बना लिया है लेकिन बिखरे-बेजान बाल आपको परेशान कर रहे हैं तो इन्‍हें छिपाने के लिए आप हैट लगा सकती हैं. हैट लगाने से पहले बालों में शाइन सीरम लगाएं. अब आपके बालों की चमक देखकर आपके दोस्‍त भी जल उठेंगे.

– ट्रेंडी और कैजुअल लुक के लिए वॉल्यूमाइजिंग से बाल धोएं. फिर हल्के गीले बालों के अंतिम सिरों पर थोड़ा सा सीरम लगाएं और हथेलियों की सहायता से नीचे से ऊपर की ओर कुछ देर प्रेस करें. फिर उन्हें नैचुरली सेट होने दें. ऑफिस की कॉरपोरेट पार्टी अटेंड करने के लिए आप तैयार हैं.

– कुछ नया करने के लिए बालों की जड़ों में वॉल्यूमाइजिंग हेयर स्प्रे लगाएं और माथे के ठीक ऊपर के बालों को बैककोंब करके मनचाही ऊंचाई देकर बॉबी पिंस से सेट करें. पूल पार्टी के लिए ये हेयरस्‍टाइल बुरा नहीं है.

अब ब्यूटी ट्रीटमेंट की जरूरत नहीं

आजकल की तनावपूर्ण जिंदगी और प्रदूषण के कारण लोगों के चेहरे का निखार खोता जा रहा है. लोगों के पास इतना समय भी नहीं है कि वो ब्यूटी ट्रीटमेंट ले पाएं. लेकिन क्या आप जानते हैं आप घर बैठे नीम और दही से अपने चेहरे का निखार वापस ला सकते हैं और तो और नीम और दही का फेस पैक कई बीमारियों को दूर करने में भी मदद करता है.

यह पैक बनाना काफी आसान भी है. कुछ नाम के पत्तों को लेकर उसे ब्लेंडर में डाल दें. इसमें 2 टेबलस्पून दही डालें, फिर उसे अच्छी तरह मिक्स कर लें. आपका फेस पैक तैयार है. यह पेस्ट अपने स्किन पर लगाएं और 15 मिनट के बाद धो लें.

अब जानिए इस फेस पैक के क्या फायदे हैं:

1. चेहरे को निखारने में मददगारः यह फेस पैक विटामिन्स और पोशक तत्वों से भरपूर रहता है, जो हमारे स्किन सेल्स को हेल्दी रखता है और इससे हमारे चेहरे पर चमक आती है.

2. दाग-धब्बों को कम करता हैः यह पैक डेमेज टिशू को रिपेयर करता है. इसे रोजाना लगाने से चेहरे के दाग-धब्बे कम हो जाते हैं.

3. धूप से चेहरे की रक्षा करता हैः नीम और दही का मिश्रण सनस्क्रीन की तरह काम करता है. यह हमारे स्किन को खतरनाक UV किरणों से बचाता है.

4. मुंहासे कम करने में मददगारः नीम में एंटी-बैक्टीरिया होने के वजह से यह मुंहासे वाले बैक्टीरिया को मार देता है.

5. स्किन टोन को व्हाईट करता हैः ये ब्लीचिंग एजेंट की तरह काम करता है. इससे आपका स्किन टोन व्हाईट होता है.

6. स्किन की बिमारियों को दूर करता हैः दही और नीम का पेस्ट छोटे-मोटे कट्स, रैशेज को ठीक करने में मदद करता है.

7. स्किन को सोफ्ट बनाता हैः दही आपके स्किन पर मॉइस्चराइजर की तरह काम करता है और स्किन को मुलायम बनाता है.

8. डार्क सर्कल कम करने में मददगारः नीम और दही के पेस्ट से आंखों के नीचे के काले घेरे और ब्लैकहेड्स कम हो जाते हैं.

इमरान को सिर्फ अपनी फिल्म के गाने हैं पसंद

क्या आप जातने हैं कि हाल ही में फिल्म ‘राज रीबूट’ में नजर आए अभिनेता इमरान हाशमी सिर्फ अपनी फिल्म के गाने सुनना पसंद है? जी हां, चॉकलेटी बॉय के बाद सीरियल किसर का निकनेम पाने वाले इस अभिनेता का कहना है कि जब बात हिंदी गानों की आती है तो वह अपनी ही फिल्म के गाने सुनना ज्यादा पसंद करते हैं.

वेस्टर्न म्यूजिक के बारे में अपनी च्वॉइस बताते हुए इमरान ने बताया- इलैक्ट्रॉनिक म्यूजिक मेरा फेवरेट है. मुझे एमस्टरडैम और गोवा के इलैक्ट्रॉनिक म्यूजिक फेस्टिवल में जाना पसंद है. वहां का म्यूजिक और माहौल मुझे पसंद है, और यही वह चीज है जिससे मैं इंस्पायर होता हूं. जहां तक हिंदी फिल्मों में उनके पसंदीदा गानों की बात है तो उन्हें मर्डर 2 और द डर्टी पिक्चर फिल्म के गाने बहुत पसंद हैं.

गौरतलब है कि जूम टीवी चैनल पर 1 से 11 अक्टूबर पर रावण रीलोडेड नाम का शो प्रसारित किया जाएगा जिसमें बॉलीवुड के टॉप विलेन्स को दिखाया जाएगा. इसमें अभिनेता इमरान हाशमी भी नजर आएंगे.

इस शो में सलमान खान स्टारर मूवी किक के विलेन नवाजुद्दीन सिद्दीकी भी नजर आएंगे. उनके अलावा राणा डगुपति और रोनित रॉय भी इस शो में नजर आएंगे. इस शो का शेड्यूल दशहरे के दरमयां रखा गया है.

गौरतलब है कि सीरियल किसर के नाम से मशहूर इमरान ने हाल ही में बयान दिया था कि वह सीरियल किसर की अपनी भूमिका से बाहर नहीं आना चाहते हैं. उनका मानना है कि लोग उन्हें इस इमेज से जोड़ कर देखते हैं, जिसमें कुछ भी गलत नहीं है.

आपने खाया अरेबियन संबोसिक?

सामग्री

– तलने के लिए पर्याप्त तेल

– 1 छोटा चम्मच नमक

– 11/4 कप मैदा

– 1/2 कप मक्खन

– 1/2 कप ठंडा पानी.

सामग्री भरावन की

– 11/2 कप कीमा

– 1/2 कप प्याज कटा

– 1/4 कप पाइन नट्स

– 1/4 छोटा चम्मच कालीमिर्च पाउडर

– 1 छोटा चम्मच नमक

– 1/4 कप मक्खन.

विधि

एक पैन में मक्खन गरम कर प्याज भूनें. इस में कीमा, नमक, कालीमिर्च पाउडर और नट्स डाल कर सुनहरा होने तक भून कर भरावन तैयार करें.

एक बाउल में मैदा छान कर मक्खन, नमक और कालीमिर्च पाउडर मिला कर ठंडे पानी से आटा गूंधें. छोटेछोटे पेडे़ बना कर पतली पूरियां बेलें. उन में थोड़ी सी भरावन भर कर बीच से फोल्ड कर किनारे बंद करें. एक फ्राइंग पैन में तेल गरम कर ब्राउन होने तक तल कर गरमगरम सर्व करें.

व्यंजन सहयोग:

नवीद अख्तर

ऐग्जीक्यूटिव शैफ, द और्किड, मुंबई

छोटे बच्चों के लिए संपूर्ण आहार

6 माह तक बच्चे के संपूर्ण विकास के लिए मां का दूध ही सर्वोत्तम होता है, परंतु 6 माह पूरे करने पर उस के बौद्धिक व शारीरिक विकास के लिए संपूर्ण आहार की जरूरत होती है.

हम ने जब लखनऊ के बाल रोग विशेषज्ञ डा. आशीष माथुर से यह पूछा कि 6 माह बाद बच्चे को कौन सा आहार देना उत्तम होगा? तो उन का कहना था, ‘‘जब बच्चा अन्न ग्रहण करना शुरू करे, तो उसे पैक्ड फूड के बजाय मौसमी फल, दाल का पानी, सब्जियों का सूप, दलिया आदि पौष्टिक आहार दें. धीरे-धीरे इन की मात्रा में वृद्धि करती रहें.’’

मगर जानकारी और समय के अभाव में महिलाएं यह नहीं समझ पातीं कि ये सब बच्चों को कैसे दिया जाए. पर उन्हें यह जान लेना चाहिए कि शुरुआत में ही बच्चे सब कुछ नहीं खाने लगेंगे. उन्हें हर नए स्वाद का ज्ञान होने में कुछ समय लगता है, इसलिए उन्हें धैर्य रखना पड़ेगा. एक बार स्वाद का ज्ञान हो जाने पर बच्चा उसे खेलखेल में खुशी से खा लेगा. आगे चल कर अभिभावकों को यह शिकायत भी नहीं रहेगी कि हमारा बच्चा तो कुछ खाता ही नहीं.

कैसे खिलाएं फल

डा. आशीष माथुर कहते हैं कि बच्चे को सभी मौसमी फल दें. शुरू में बच्चे को कुछ ऐसे फल दिए जा सकते हैं, जो सरलता से मैश हो जाएं जैसे केला, पपीता, आम, खरबूजा आदि. इन्हें मिक्सी में ब्लैंड कर के या कद्दूकस कर सकती हैं. जब इन फलों को बच्चा आसानी से खाने लगे तो सेब, अमरूद व नाशपाती जैसे फलों को भी घिस कर दिया जा सकता है. चीकू, लीची, अंजीर या आलूबुखारे का छिलका उतार कर उन्हें हाथ से मैश कर के अथवा घिस कर दें. संतरा, अनार, तरबूज, अंगूर जैसे फलों का जूस हाथ से या मिक्सी से निकाल कर दें. ध्यान रखें कि सिट्रिक ऐसिड वाले फल जैसे संतरा, मौसंबी, आलूबुखारा, सेब, अनार आदि फलों को दूध पीने के घंटे भर बाद ही दें. एक बार में 2-3 फल मिला कर भी दे सकती हैं. कोशिश करें कि फल दोपहर 12 बजे से पहले खिला दें.

खाना कैसे खिलाएं

शुरू में बच्चे को दाल या चावल का पानी दे सकती हैं. लौकी, पालक व टमाटर आदि का सूप बना कर दे सकती हैं. इन में ऊपर थोड़ा घी या मक्खन डालें. जब बच्चा इन सब को खाने का आदी हो जाए. तो उसे पतली खिचड़ी या दाल में रोटी या पूरी की ऊपर की पतली परत को हाथ से मैश कर के दें. खिचड़ी में आलू तथा 2-3 प्रकार की मौसमी सब्जियां भी मिला सकती हैं. कुकर में 5-6 सीटियां लगा कर इन्हें अच्छी तरह गला लें. फिर हाथ से अच्छी तरह मैश कर लें. बच्चों को इस समय कैल्सियम के साथसाथ प्रोटीन व आयरन की भी सब से ज्यादा जरूरत होती है. इसे ध्यान में रख कर ही यह तय करें कि बच्चे को क्याक्या दिया जाना चाहिए. सोयाबीन व मशरूम प्रोटीन के सब से अच्छे स्रोत हैं. इन्हें मिक्सी में पीस कर खिचड़ी में मिला कर पकाया जा सकता है. सोयाबीन के चूर्ण का पैकेट किराने की दुकान में भी मिलता है. दलिए को भून कर पीस लें, फिर उसे दाल के साथ नमकीन या दूध के साथ मीठा बना कर दे सकती हैं.

ड्राईफ्रूट्स भी प्रोटीन व आयरन के अच्छे स्रोत हैं. सूखे मेवे को कड़ाही में भून लें, फिर मिक्सी में पीस लें. ठंडा कर के डब्बे में रख लें. मीठे दलिए में या हलवे में 2 छोटे चम्मच यह मिश्रण डाल सकती हैं. गरमी के मौसम में कस्टर्ड या पुडिंग जैसे मीठे व्यंजन भी बना सकती हैं.

ध्यान रखें पहले साल बच्चे के भोजन में नमक या चीनी का प्रयोग कम मात्रा में ही करें. जब बच्चा 1 साल का हो जाए, तो दूध या मीठे दलिए में शहद भी डाल सकती हैं. 1 साल तक बच्चे को शहद से इनफैक्शन होने का खतरा रहता है. खाने में दूध के अतिरिक्त अन्य कैल्सियम के स्रोत जैसे दही व पनीर आदि भी समयसमय पर दिए जाने चाहिए. घर में जमा दही देना उत्तम होगा.

कौन से पेयपदार्थ दें

जब बच्चा अन्न ग्रहण करना शुरू करता है, तो धीरेधीरे उसे पानी भी देना चाहिए. जैसेजैसे खाने की मात्रा बढ़ाएं वैसे-वैसे पानी की मात्रा भी बढ़ाती रहें. प्रतिदिन पानी उबाल कर उसे ठंडा कर के रख लें. बीचबीच में चम्मच से तथा थोड़ा बड़ा होने पर गिलास से पिलाती रहें. ताजे फलों के रस के अतिरिक्त बच्चे को गरमी के मौसम में नीबू पानी या नारियल पानी भी दे सकती हैं. सप्ताह में 1-2 बार नारियल पानी देने से बच्चे को पेट से संबंधित समस्याएं नहीं होंगी और साथ ही उस की इम्यूनिटी भी बढ़ेगी. सत्तू बढ़ती उम्र के बच्चों के लिए अत्यधिक पोषक है. जौ तथा चने के सत्तू को 2 छोटे चम्मच पानी में मिला कर उस में थोड़ा गुड़ डाल कर अच्छी तरह घोल लें. फिर बच्चे को पिलाएं.

अपनी नन्ही जान के संपूर्ण विकास के लिए दूध के साथसाथ उस के भोजन में प्रत्येक अनाज, विभिन्न दालें, ताजा मौसमी फल, सब्जियां व डेरी प्रोडक्ट्स शामिल करें. यदि मांसाहारी हैं, तो थोड़ाथोड़ा अंडा, मछली व चिकन आदि भी सम्मिलित करना सर्वश्रेष्ठ होगा. प्रतिदिन बच्चे के खानपान में यथासंभव परिवर्तन करती रहें.

ध्यान रखें कि बच्चे को दिन भर में ऊपर बताए गए 4-5 आहारों में से कोई न कोई आहार दें. कोशिश करें कि बच्चे के नाश्ते या खाने का समय लगभग वही रखें, जो आप के परिवार का हो. शुरू से ही ऐसा करने से धीरेधीरे बच्चा खुद भी परिवार के टाइमटेबल को अपना लेगा. 

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