बौलीवुड पर ड्रग्स मामले में रोजाना नए खुलासे हो रहे हैं. बीते दिन एनसीबी की टीम ने धर्मा प्रोडक्शन के एग्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर क्षितिज प्रसाद से पूछताछ की, जिसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया. पर इसके बाद करण जौहर की एक पार्टी पर ड्रग्स को लेकर आरोप लगाए गए हैं, जिसके बाद अब करण जौहर का रिएक्शन सामने आया है. आइए आपको बताते हैं क्या कहते हैं ड्रग्स मामले में करण जौहर…
करण जौहर ने जारी किया ऑफिशियल स्टेंटमेंट
प्रोड्यूसर करण जौहर ने ड्रग्स मामले में लगे आरोपों को खारिज करते हुए एक औफिशियल स्टेंटमेंट जारी कर कहा है कि 2019 में उनके घर पर हुई पार्टी में ड्रग्स का इस्तेमाल नहीं किया गया था. दरअसल, सुशांत सिंह राजपूत केस में ड्रग एंगल के आने के बाद से एक बार फिर इस पार्टी का वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें बौलीवुज एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण, रणबीर कपूर, शाहिद कपूर, वरुण धवन, मलाइका अरोड़ा, अर्जुन कपूर और अन्य सितारे नजर आ रहे हैं.
इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर करते हुए करण जौहर ने लिखा, ‘मैंने पिछले साल ही साफ कर दिया था कि 28 जुलाई, 2019 को मेरे घर पर जो पार्टी हुई थी, उसमें ड्रग्स का इस्तेमाल किया गया था. हालांकि मैं एक बार फिर से कहता हूं कि ये आरोप निराधार और झूठे हैं. उस पार्टी में किसी भी ड्रग्स का इस्तेमाल नहीं किया गया था.’ साथ ही उन्होंने कहा कि मैं ना ड्रग्स का सेवन करता हूं और न ही इस तरह के किसी चीज को बढ़ावा देता हूं. ऐसी खबरों से मेरे, मेरे परिवार और साथ काम करने वाले लोगों को मेंटली परेशानी हो रही है. इन सभी बातों से वह नफरत और मजाक का शिकार बन रहे हैं.
करण जौहर ने धर्मा प्रौडक्शन से जुड़े एग्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर के लिए साफ तौर पर कहा, ‘बताया जा रहा है कि क्षितिज प्रसाद और अनुभव चोपड़ा मेरे सहयोगी/करीबी सहयोगी हैं. मैं यह साफ करना चाहता हूं कि मैं इन्हें निजी तौर पर नहीं जानता हूं. साथ ही इन दोनों व्यक्तियों में से कोई भी मेरा सहायक या करीबी सहयोगी नहीं है, जिसके चलते न तो मैं और न ही धर्मा प्रोडक्शंस, इस बात के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं कि ये लोग अपनी निजी जिंदगी में क्या करते हैं.’
कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर जुड़े हैं ये लोग
‘मैं बताना चाहता हूं कि अनुभव चोपड़ा धर्मा प्रोडक्शन के कर्मचारी नहीं हैं. वह नवंबर 2011 और जनवरी 2012 के बीच दो महीने के लिए एक फिल्म के सेकेंड असिस्टेंट डायरेक्टर और फिर जनवरी 2013 में शॉर्ट फिल्म के असिस्टेंट डायरेक्टर के रूप में हमारे साथ जुड़े थे. उसके बाद वह कभी भी धर्मा प्रोडक्शंस का हिस्सा नहीं रहे. क्षितिज रवि प्रसाद ने एग्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर के तौर पर नवंबर 2019 में एक प्रोजेक्ट के लिए धर्माटिक एंटरटेनमेंट को जॉइन किया था. वह कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर जुड़े थे, लेकिन वह प्रोजेक्ट नहीं हुआ. इसी के साथ पिछले कुछ दिनों से मीडिया हम पर बेबुनियाद आरोप लगा रही है. मुझे मीडिया से उम्मीद है कि वह इस तरह की हरकतें बंद कर देंगे. वरना मेरे पास कानूनी कार्रवाई के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं बचेगा.”‘
बता दें, ड्रग्स मामले में अभी तक दीपिका पादुकोण, रकुल प्रीत सिंह और सारा अली खान जैसे सितारों का नाम सामने आ चुका है, जिसके चलते इनसे पूछताछ होने वाली है. इसी बीच कुछ टीवी सितारों का भी इस मामले में नाम सामने आ चुके हैं.
निर्माता: करण जोहर, ज़ी स्टूडियो, हीरू यश जोहार, अपूर्वा मेहता
निर्देशक: शरण शर्मा
कलाकार: जान्हवी कपूर, पंकज त्रिपाठी, अंगद बेदी, विनीत कुमार सिंह, मानव विज, आएशा रजा मिश्रा व अन्य
ओटीटी प्लेटफॉर्म: नेटफ्लिक्स
अवधि: 1 घंटा 57 मिनट
1999 कारगिल युद्ध में पहली महिला वायुसेना पायलट के रूप में शरीक होकर भारत को विजयश्री दिलाने वाली गुंजन सक्सेना के जीवन पर बनी फिल्म “गुंजन सक्सेना: द कारगिल गर्ल” महज एक बायोपिक फिल्म नहीं है, बल्कि फिल्मकार शरण शर्मा की इस फिल्म में देशभक्ति और नारी उत्थान की भी बात की गयी है. यह फिल्म फ्लाइट लेफ्टिनेंट गुंजन सक्सेन की कहानी है, जिन्होंने 24 वर्ष की उम्र में कारगिल युद्ध के दौरान अद्भुत साहस का परिचय देते हुए तमाम घायल सैनिकों को अस्पताल तक पहुंचाया था .2004 में उन्होंने स्क्वार्डन लीडर के रूप में अवकाश लिया था. यह फिल्म 12 अगस्त, बुधवार से ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर देखी जा सकती है.
फिल्म की कहानी लखनऊ में रह रहे पूर्व आर्मी ऑफिसर अनूप सक्सेना (पंकज त्रिपाठी) के घर से शुरू होती हैं. अनूप सक्सेना की बेटी गुंजन सक्सेना और गुंजू (जान्हवी कपूर) की अपने बड़े भाई (अंगद बेदी) के संग नोकझोंक चलती रहती है. गुंजू का सपना है पायलट बनकर हवाई जहाज उड़ाना .उसके इस सपने के साथ उसका भाई और मां (आयशा रजा मिश्रा) नहीं है, मगर उसके पिता का उसे पूरा समर्थन हासिल है. गुंजन तीन बार पायलट बनने के लिए दिल्ली के ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट में जाती है ,मगर हर बार शैक्षणिक योग्यता बढ़ जाती है.ग्रेजुएशन करने के बाद जब वह पहुंचती है ,तो पता चलता है कि फीस 5 लाख से बढ़कर 10 लाख हो गयी तथा पायलट बनने में 6 से 7 वर्ष लगेंगे .अब उसका परिवार इतना धन देने में असमर्थ है. गुंजन मन मसोसकर रह जाती है. लेकिन कहते हैं कि जहां चाह हो, वहां राह निकल आती है,.अचानक एक दिन अखबार में पहली बार भारतीय वायु सेना में महिलाओं की भर्ती का विज्ञापन छपता है और गुंजन के सपनों को पंख मिल जाते हैं.
ट्रेनिंग के दौरान बार-बार पुरुष अफसर उसे एक लड़की होने के नाते कमजोर होने का अहसास कराते रहते हैं .पर वह उनसे लड़ते हुए अपने आप को सशक्त बनाते हुए उधमपुर बेेस की सर्वश्रेष्ठ वायुसेना पायलट अफसर बनती है .यूनिट के प्रमुख कमांडर (मानव विज) का भी उसे साथ मिलता है. अंततः 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान गुंजन सक्सेना को भी देश की सेवा करने का अवसर मिलता है.
जहां पर उसका भाई सैन्य अधिकारी है, कारगिल युद्ध में देश को विजय दिलाने में गुंजन का भी योगदान होता है. और युद्ध भूमि पर उतरने वाली पहली भारतीय महिला वायुसेना पायलट बनती है .
लेखक व निर्देशन
एक बेहतरीन पटकथा पर बनी यह फिल्म है. जिसमें पहली वायुसेना महिला पायलट की तैयारियों व संघर्ष के साथ पुरुषों के साथ नारी की बराबरी के संघर्ष के मुद्दे को भी उठाया गया है. निर्देशक शरण शर्मा ने बड़ी खूबसूरती से इसका चित्रण किया है कि एक महिला को वहां ना पहुंचने दिया जाए कि उससे आदेश लेना पड़े, इसके लिए पुरुष क्या-क्या करता है . इसमें पुरुष की मर्दानगी पर भी कटाक्ष किया गया है, इसी के साथ देशभक्ति का जज्बा भी जगाती है.
निर्देशक शरण शर्मा की स्वतंत्र निर्देशक के रूप में यह पहली फिल्म है, पर वह एक मंजे हुए निर्देशक का परिचय देने में सफल रहे हैं. कारगिल युद्ध के दृश्य छोटे समय के लिए भले ही हो, मगर वह कैरीकेचर नहीं लगते ,बल्कि फिल्म देखते समय अहसास होता है कि 1999 कारगिल युद्ध के वक्त ऐसा ही हुआ होगा.
फिल्म के कुछ दृश्य बहुत अच्छे बन पड़े हैं. जिसमें गुंजन व उसके पिता के बीच के कुछ दृश्यों के अलावा एक दृश्य वह है, जिसमें गुंजन का भाई अपने पिता के साथ बहन की सुरक्षा की चिंता व्यक्त करता है.
तो वहीं कुछ संवाद काफी बेहतरीन बने हैं. जैसे “डर अक्सर गलती करवाता है”अथवा “जो मेहनत का साथ नहीं छोड़ते भाग्य उनका साथ नहीं छोड़ता”.
पूरी फिल्म को अनूप सक्सेना के किरदार को निभाते हुए पंकज त्रिपाठी अपने कंधे पर लेकर चलते हैं.पंकज त्रिपाठी ने काफी सधा हुआ अभिनय किया है. पंकज त्रिपाठी के साथ जान्हवी कपूर के कई दृश्य काफी अच्छे बन पड़े हैं. गुंजन सक्सेना की शीर्ष भूमिका मैं जान्हवी कपूर हैं ,यह उनके कैरियर की ‘धड़क’, ‘घोस्ट स्टोरीज’ के बाद तीसरी फिल्म है . पर अभी उन्हें काफी मेहनत करने की जरूरत है .’घोस्ट स्टोरीज’ के छोटे किरदार में उन्होंने बेहतरीन अभिनय किया था , पर यहां कुछ कमी रह गयी.कुछ भावनात्मक दृश्यों के साथ साथ कारगिल युद्ध के दौरान पायलट की सीट पर बैठे हुए जब वह एक सख्त निर्णय लेती है, उस वक्त यह भाव ठीक से उनके चेहरे पर नहीं उभरता. बहन की सुरक्षा के प्रति सचेत भाई के किरदार में अंगद बेदी ने ठीक-ठाक अभिनय किया है. विनीत कुमार सिंह, आयशा रजा मिश्रा, मानव विज ने ठीक-ठाक अभिनय किया है.
बौलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड मामले में जहां एक तरह इंडस्ट्री के लोगों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं तो वहीं सोशलमीडिया पर सुशांत के फैंस उनके लिए नेपोटिज्म को लेकर स्टार्स को ट्रोल कर रहे हैं. फिल्म इंडस्ट्री में ‘इनसाइडर’ और ‘आउटसाइडर’ की बहस के चलते फैंस में रोष बहुत ज्यादा हो गया है, जिसके शिकार करण जौहर, आलिया भट्ट, सोनम कपूर, अनन्या पांडे, सोनाक्षी सिन्हा और अर्जुन कपूर जैसी कई फिल्मी हस्तियां बन रही हैं.
सबसे ज्यादा असर कऱण जौहर पर पड़ा है. करण जौहर को लोग नेपोटिज्म फैलाने के आरोप में जमकर सोशलमीडिया पर सुना रहे हैं और मीम्स वायरल कर रहे हैं. जिसकी असर करण जौहर पर देखने को मिल रहा है. आइए आपको बताते हैं क्या है पूरा मामला…
बेहद खराब है करण जौहर की हालत
सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद से ऑनलाइन ट्रोलिंग का सामना कर रहे करण जौहर की हालत इस समय बेहद खराब है. जहां ट्रोलिंग के चलते उन्होंने ट्विटर पर हजारों लोगों को अनफॉलो कर दिया, जिन्हें वो पहले फॉलो कर रहे थे. तो वहीं, करण ने इंस्टाग्राम पर कमेंट सेक्शन को लिमिट कर दिया. वहीं अब करण जौहर के एक करीबी दोस्त ने बताया है कि वो इस वक्त बेहद बुरे दौर से गुजर रहे हैं.
करीबी सूत्र ने बताया है कि करण सोशल मीडिया ट्रोलिंग से बुरी तरह से टूट चुके हैं. लोग उनके परिवार और उनके 3 साल के बच्चों तक के लिए बुरी-बुरी बातें लिख रहे है, जिसने उन्हें अंदर तक हिलाकर रख दिया है. दोस्त ने बताया है कि उनकी तबियत भी इन दिनों बिगड़ रही है और वो अंदर से बेहद निराश है. इसके बाद जब उनसे पूछा गया कि वो कब अपनी ओर से कमेंट करेंगे तो उन्होंने कहा है कि वो अभी अच्छी हालत में नहीं है और जब वो बेहतर महसूस करेंगे तभी खुद आकर बात करेंगे.
बता दें, करण जौहर ही नहीं बौलीवुड के स्टार किड्स भी इन दिनों ट्रोलिंग का सामना कर रहे हैं. आलिया भट्ट, सोनम कपूर और अन्नया पांडे जैसे सितारों को लोग बुरा भला कह रहे हैं, जिसके कारण सितारे सोशलमीडिया से दूर होते जा रहे हैं.
बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की आत्महत्या पर पुलिस की कार्रवाई धीरे-धीरे नया मोड़ ले रही है, जहां केस से जुड़े नए पहलू सभी के सामने आ रहे हैं. हाल ही में खुलासा हुआ था कि एक्टर सुशांत बौलीवुड की क्रूरता यानी प्रोफेशनल राइवलरी और नेपोटिज्म के शिकार हुए थे, जिसके चलते वकील सुधीर कुमार ओझा ने करण जौहर, संजय लीला भंसाली, सलमान खान और एकता कपूर के खिलाफ बिहार के मुज्जफरपुर कोर्ट में केस दर्ज किया है. वहीं अब इस मामले में टीवी सीरियल निर्माता एकता कपूर (Ekta Kapoor) ने अपना गुस्सा जाहिर किया है. आइए आपको बताते हैं सुशांत को लेकर क्या कहती हैं एकता कपूर…
एकता कपूर ने शेयर किया पोस्ट
केस के दर्ज होने के बाद टीवी सीरियल निर्माता एकता कपूर (Ekta Kapoor) ने एक हार्ड हिटिंग पोस्ट लिखते हुए कहा है, ‘थैंक्यू, मुझ पर सुशी (सुशांत सिंह राजपूत) को कास्ट न करने को लेकर केस करने के लिए… जबकि मैंने ही उन्हे इंडस्ट्री में लॉन्च किया था. मैं बेहद दुखी हूं ये जानकर कि लोग कैसे अलग-अलग थ्योरी बना लेते हैं. कृप्या दोस्तों और परिवार को इस वक्त सुकून से दुख मनाने दें. एक पुलिस केस दर्ज हुआ है करीब 8 लोगों के खिलाफ जिसमें करण जौहर, संजय लीला भंसाली, एकता कपूर के अलावा एक्टर सलमान खान को सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में शामिल किया गया है. बुधवार को एक न्यूज एजेंसी ने रिपोर्ट किया है.’
इतना ही नहीं एकता कपूर ने लिखा है, ‘शिकायत में कहा गया है कि सुशांत सिंह राजपूत को करीब 7 फिल्मों से हटाया गया था और कुछ फिल्में उनकी रिलीज नहीं हुई. इस वजह से एक्टर पर इतना बड़ा कदम उठाने का दबाव आ गया था.’ ये बात वकील सुधीर कुमार ओझा ने कही है.’
जहां एक तरफ एकता कपूर गुस्से में हैं तो वहीं निर्माता करण जौहर भी अपने गुस्से को जाहिर करने के लिए अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से कई लोगों को अनफौलो कर दिया है, जिसके चलते अंदाजा लगाया जा सकता है कि सुशांत के फैंस का उन पर कितना असर हो रहा है.
बता दें, बौलीवुड में सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या का मामला इस समय काफी गर्माया हुआ है. बौलीवुड से लेकर टीवी सितारे सभी अपनी-अपनी तरह से इस मुद्दे पर रिएक्शन दे रहे हैं. वहीं अभी तक दबंग खान यानी सलमान खान का इस पर कोई रिएक्शन देखने को नही मिला है.
बौलीवुड में सब कुछ फिल्म की सफलता पर ही निर्भर करता है. एक फिल्म के असफल होते ही सारे समीकरण बदल जाते हैं. कलाकारों के हाथ से फिल्में छिन जाती हैं. फिल्म के असफल होते ही उस प्रोडक्शन हाउस की निर्माणाधीन फिल्मों पर भी ब्रेक लग जाता है. यह कटु सत्य है. लोग चाहे जितना इस बात से इंकार करते रहें, मगर बौलीवुड में सब कुछ फिल्म की सफलता के साथ ही आगे बढ़ता है. एक फिल्म के असफल होते ही दिग्गज फिल्मकार भी हिम्मत हार बैठते हैं.
‘कलंक’ की असफलता का आलिया भट्ट को दोहरा खामियाजाः
‘‘स्टूडेंट आफ द ईअर’’ से लेकर अब तक लगातार हर फिल्म से सफलता और एक बेहतरीन अदाकारा के रूप में एक अलग पहचान बनाती आ रही अभिनेत्री आलिया भट्ट के लिए ‘कलंक’ का असफल होना सबसे ज्यादा दुःखद रहा. क्योंकि ‘तख्त’और ‘इंशाअल्लाह’ पर जो सवालिया निशान लगे हैं. और इन दोनों ही फिल्मों में आलिया भट्ट अभिनय करने वाली थीं. आलिया भट्ट इन दोनों ही फिल्मों को लेकर अति उत्साहित भी थी. वह पहली बार ‘इंशाअल्लाह’ में सलमान खान के साथ अभिनय करने वाली थीं.
17 अप्रैल को करण जोहर के ‘धर्मा प्रोडक्शन’ की बड़े बजट की फिल्म ‘‘कलंक’’ ने बौक्स आफिस पर बुरी तरह से मुंह की खायी. जबकि ‘कलंक’ में माधुरी दीक्षित, सोनाक्षी सिन्हा,आलिया भट्ट, आदित्य रौय कपूर, वरूण धवन और संजय दत्त जैसे कलाकार हैं. सोनाक्षी सिन्हा की लगातार ग्यारहवीं फिल्म ने बाक्स आफिस पर दम तोड़ा है. मगर वरूण धवन व आलिया भट्ट का करियर तो लगातार व सरपट सफलता के साथ दौड़ रहा था, पर इस फिल्म ने इनके करियर पर भी ब्रेक लगा दिया.
‘कलंक’की असफलता पर करण जौहर
‘‘कलंक’’ की असफलता के बाद करण जौहर ने कहा- ‘‘फिल्म मेरी है. मैंने जिस तरह से इस फिल्म को सोचा था, उससे मैं दूर हो गया. वास्तव में निर्देशक अभिषेक वमर्न के दिमाग में एक विचार आया, जिसे वह देना चाहते थे. मैं उनकी बातें सुनते हुए इस कदर मगन हो गया कि मैं निश्पक्षता खो बैठा. मैने हर किसी को उड़ने के लिए अनावश्यक पंख दिए. जबकि मैं फिल्म को बेहतर कर सकता था.’’
इस फिल्म की असफलता के बाद ‘‘धर्मा प्रोडक्शंस’’ के करण जोहर ने अपनी निर्माणाधीन बड़े बजट की पीरियड फिल्म ‘‘तख्त’’ को ठंडे बस्ते में डाल दिया. करण जोहर ने इसे सितंबर की बजाय फरवरी 2020 में बनाने की बात कही. जबकि ‘तख्त’ को शुरू करते समय करण जोहर ने कई दावे किए थे. उस वक्त करण जोहर ने ‘‘तख्त’’ को ‘कभी खुशी कभी गम’ से भी बड़ी फिल्म की संज्ञा दी थी. ज्ञातब्य है कि ‘‘तख्त’’ का निर्देशन स्वयं करण जोहर कर रहे हैं. फिल्म‘‘तख्त’’ में रणवीर सिंह, करीना कपूर, आलिया भट्ट, विक्की कौशल, जान्हवी कपूर व भूमि पेडणेकर अभिनय कर रहे हैं. उसे बाद बौलीवुड में चर्चा गर्म हो गयी कि फिल्म ‘‘कलंक’’ की असफलता की मार करण जोहर झेल नहीं पाए और उन्हे अपनी महत्वाकांक्षी फिल्म ‘‘तख्त’’ को बंद करना पड़ा.
मगर बौलीवुड मे ‘तख्त’ को लेकर हो रही चर्चाओं से करण जौहर को अहसास हुआ कि उनका यह कदम उनके लिए और अधिक घातक हो सकता है. इसलिए अब करण जोहर ने कहा है- ‘‘बौलीवुड से जुड़े लोग जिस तरह की बातें कर रहे हैं, वह गलत है. ‘कलंक’ की असफलता के चलते मैंने ‘तख्त’ को कुछ समय के लिए बंद नहीं किया है. बल्कि इसकी दूसरी वजहें हैं. फिल्म के सभी कलाकार अपनी दूसरी फिल्मों में व्यस्त हैं. इसलिए हमने इसे सितंबर की बजाय फरवरी 2020 में शुरू करने का निर्णय लिया. देखिए ‘कलंक’ और ‘तख्त’ दोनों फिल्मों का विशय अलग है. मैं ‘तख्त’ पिछले दो साल से बना रहा हूं और अगले दो वर्ष तक बनाता रहूंगा. यह तय है कि ‘तख्त’बनेगी.’’
‘मलाल’ की असफलता का असरः
‘‘कलंक’’की असफलता के असर की चर्चाएं खत्म होने से पहले ही 5 जुलाई को प्रदर्शित संजय लीला भंसाली निर्मित फिल्म ‘‘मलाल’’ की असफलता के असर का प्रभाव सामने आ गया. इस असर का धमाका रविवार की शाम सलमान खान के ट्वीट से हुआ है. जी हां! रवीवार की शाम सलमान खान ने ट्वीट करते हुए लिखा- ‘‘संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘इंषाअल्लाह’ आगे बढ़ गयी है. मगर हम ईद 2020 में जरुर मिलेंगे. ’’लेकिन अभी तक सलमान खान ने इस रहस्य पर से परदा नही उठाया कि वह ईद 2020 में किस फिल्म के साथ आएंगे. चर्चाएं शुरू हो गयी हैं कि क्या वह ‘‘किक 2’’ करने वाले हैं. क्योंकि उनकी फिल्म‘‘दबंग 3’’ तो 20 दिसंबर 2019 को ही प्रदर्शित हो जाएगी. सलमान खान के ट्वीट से बौलीवुड में चर्चाएं गर्म हो गयीं कि संजय लीला भंसाली ने भी ‘इंषाअल्लाह’ को ठंडे बस्ते में डाल दिया है.
The film with Sanjay Leela Bhansali is pushed but I will still see you all on Eid, 2020. Insha-Allah!!
वैसे भी ‘इंशाअल्लाह’ को लेकर किसी नई तारीख की भी घोषणा नहीं की गयी है. ज्ञातब्य है कि सितंबर माह के अंतिम सप्ताह से ‘इंशाअल्लाह’ का फिल्मांकन मुंबई मे शुरू होने वाला था. फिर इसे वाराणसी और फ्लोरिडा में फिल्माया जाना था. पर अब सलमान खान के ट्वीट से यह जग जाहिर हो गया कि फिलहाल ‘इंषा अल्लाह’ की शूटिंग कब शुरू होगी, कोई नहीं जानता. फिल्म‘‘इंशाअल्लाह’’के साथ ही संजय लीला भंसाली के साथ सलमान खान की बीस साल बाद वापसी होने वाली थी, जो कि फिलहाल टल गयी है.
कुछ दिनों पहले करण जौहर और इशान खट्टर के बीच अनबन हो गयी थी. वास्तव में उस वक्त ईशान खट्टर, करण जौहर की नई फिल्म में अभिनय कर रहे थे. सूत्रों के अनुसार इसी फिल्म को लेकर बातचीत के दौरान ईशान खट्टर अपने गुस्सैल स्वभाव के चलते गुस्से में कुछ बोल दिया था. करण जौहर ने ईशान खट्टर के गुस्से के सामने चुप रहने की बजाय उन्हें अपनी कंपनी ‘‘धर्मा प्रोडक्शन’’ की फिल्म से बाहर कर देने का निर्णय लेते हुए ईशान खट्टर को उसी वक्त अपने औफिस से बाहर का रास्ता दिखा दिया था. उसके बाद ईशान खट्टर ने फिल्मकार अली अब्बास जफर की फिल्म अनुबंधित कर ली.
जान्हवी-ईशान दोबारा साथ स्क्रीन पर नजर आने की है अफवाहें
कुछ दिन बाद से बौलीवुड में चर्चाएं गर्म हो गयीं कि करण जौहर ने तेलगू फिल्म ‘डिअर कामरेड’ की हिंदी रीमेक में अभिनय करने के लिए ईशान खट्टर के साथ जान्हवी कपूर को भी अनुबंधित किया है.
मगर यह महज अफवाह है.खुद करण जौहर ने अपने ट्वीटर हैंडल पर जाकर लिखा है कि अब तक उन्होने इस फिल्म के लिए किसी भी कलाकार से संपर्क नहीं किया है. इस प्यारी व बेहतरीन फिल्म पर अभी काम शुरू ही किया है.
तेलगू फिल्म है ‘डिअर कामरेड’
वास्तव में 26 जुलाई को प्रदर्शित तेलगू फिल्म‘‘डिअर कामरेड’’ को लगभग एक माह पहले तेलगू फिल्म‘ ‘अर्जुन रेड्डी’’फेम दक्षिण भारतीय सुपर स्टार विजय देवेरकोंडा ने मुंबई आकर करण जौहर को अपनी नई फिल्म ‘‘डिअर कामरेड’’ दिखायी थी.
फिल्म देखकर करण जौहर काफी प्रभावित हुए और उसी वक्त उन्होने इस फिल्म का हिंदी रीमेक बनाने की घोषणा की थी. उसके बाद करण जौहर ने फिल्म के निर्माता से मुलाकात की और इस फिल्म को हिंदी में बनाने के अधिकार छह करोड़ रूपए एवज में हासिल किए. इसी के चलते फिल्म‘‘डिअर कामरेड’’ के सिनेमाघरों में प्रदर्शित होने से एक दिन पहले 25 जुलाई को ही करण जौहर ने फिल्म की सफलता के लिए शुभकामनाएं दी है.
बता दें, इससे पहले करण जौहर ने दक्षिण के मशहूर निर्देशक एसएस राजामौली की फिल्म‘‘बाहबुली’का वितरण किया था. अब सवाल है कि जब करण जौहर ने फिल्म‘‘डिअर कामरेड’’की हिंदी रीमेक के लिए किसी भी कलाकार से संपर्क नहीं किया,तो फिर इस फिल्म में ईशान खट्टर व जान्हवी कपूर के होने की खबरें किसने और क्यों फैलाई? क्या ईशान खट्टर ने स्वयं करण जौहर के संग संबंध सुधारने के लिए इस तरह की अफवाह फैलायी थी..या..?
करण जौहर की सुर्खियों में चल रही फिल्म ‘स्टूडेंट औफ द ईयर 2’ आज यानी शुक्रवार को रीलिज हो गई है. जिसे फर्स्ट शो देखने के बाद सोशल मीडिया पर मजेदार रिएक्शन देखने को मिल रहे हैं. हर कोई बस फिल्म के स्टार्स यानी टाइगर श्रौफ, अनन्या पांडे और तारा सुतारिया की एक्टिंग की बात कर रहे हैं. आइए आपको बताते है फैंस के रिएक्शन…
‘स्टूडेंट औफ द ईयर 2’ पर ट्विटर पर आए रिएक्शन्स की बात करें तो कईं फैन्स का कहना है कि ‘चंकी पांडे की तरह उनकी बेटी अनन्या भी एक्टिंग के मामले में कमाल है. अनन्या के लिए यह फिल्म जरूर देखें. अनन्या एक बौर्न स्टार है.’
‘फिल्म देखने जाएं तो दिमाग घर छोड़कर जाएं‘
Believe in Destiny. #ChunkyPandey became an actor so #AnanyaPandey could become a superstar. #SOTY2 watch it for Ananya. Loved her performance. A ⭐️ is born!!
वहीं दूसरे फैन्स का फिल्म के बारे में कहना है कि टाइगर, तारा और अनन्या ने कमाल का काम किया है लेकिन म्यूजिक और स्क्रिप्ट वाला हिस्सा थोड़ा कमजोर है. हालांकि देखने में मजा आया, लेकिन सलाह है स्टूडेंट औफ द ईयर 2 को देखने जाने से पहले अपना दिमाग घर छोड़कर जाएं.’
कहानी में वो दम नहीं है जो इसे सुपरहिट का तमगा दिला सके
ज्यादातर औडियंस इसे एवरेज फिल्म के तौर पर बौलीवुड फिल्म करार दे रहे हैं. वहीं कुछ फैन्स के अनुसार, ‘स्टूडेंट औफ द ईयर 2’ में अनन्या पांडे ने जबरदस्त काम किया है और तारा सुतारिया, टाइगर श्रौफ भी दर्शकों का मनोरंजन करने में कामयाब रहे हैं, लेकिन कहानी में वो दम नहीं है जो इसे सुपरहिट का तमगा दिला सके, अगर मेकर्स ने स्टोरी पर ज्यादा काम किया होता तो यह फिल्म और भी अच्छी हो सकती थी।
#SOTY2 movie reviews have started to pour in looks like it has crossed the benchmark of “thrash” cinema.
Watch it on your own risk.#SOTY2review
बता दें, टाइगर श्रौफ, तारा सुतारिया और अनन्या पांडे की फिल्म ‘स्टूडेंट फ द ईयर 2’ साल 2012 में रिलीज हुई ‘स्टूडेंट औफ द ईयर’ का सीक्वल है, जिसे खुद करण जौहर ने डायरेक्ट किया था. जिसमें वरुण धवन, आलिया भट्ट और सिद्धार्थ मल्होत्रा ने बौलीवुड में डेब्यू किया था.
वहीं इस बार पुनीत मल्होत्रा ने इस फिल्म को डायरेक्ट किया है, जबकि फिल्म में अनन्या पांडे और तारा सुतारिया ने डेब्यू किया है, अब देखना होगा कि ये दोनों एक्ट्रेस बौलीवुड में अपनी जगह बना पाती हैं या…
ऐसा बहुत कम ही देखने को मिलता है कि किसी नौन फिल्मी बैकग्राउंड की लड़की को बौलीवुड में धमाकेदार एंट्री करने के साथ ही दो बड़ी फिल्मों के औफर मिल जाएं, और अगर वह पारसी परिवार की है तो हैरानी होना लाजिमी है. एक्ट्रेस तारा सुतारिया के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ, जब बौलीवुड के दिग्गज फिल्मकार करण जौहर ने स्वयं बुलाकर अपनी फिल्म ‘‘स्टूडेंट आफ द ईअर 2’’ में टाइगर श्राफ और अनन्या पांडे के साथ हीरोईन बना दिया. पेश हैं उनसे हुई एक्सक्लूसिव बातचीत की कुछ खास बातें..
अपनी अब तक की जर्नी पर रोशनी डालेंगी?
अब तक मैं डांस और सिंगिग व म्यूजिक के शो करती आयी हूं. पहले मेरी तमन्ना म्यूजिक व सिंगिंग के क्षेत्र में ही करियर बनाना था, पर तकदीर ने मुझे अभिनेत्री बना दिया. सच कह रही हूं. मैंने अपनी जुड़वा बहन पिया सुतारिया के साथ पांच साल की उम्र से डांस व सिंगिग की शिक्षा लेनी शुरू की थी. मैंने बैले डांस, मौडर्न डांस और लैटिन अमरिकन डांस की ट्रेनिंग भारत के अलावा लंदन में भी ली है. मैं टीन एज उम्र से ही भारत के अलावा विदेशों की यात्राएं और म्यूजिक कंसर्ट व डांस परफार्मेंस के शो करती आयी हूं. मेरे शो कई देशो में हो चुके हैं. सिंगिंग व म्यूजिक मेरा पहला प्यार है.
-काश! मैं ऐसा कर पाती. मैंने बहुत कोशिश की,पर गीत लिख नहीं पायी. मैं सिर्फ डांस करती हूं और गाती हूं.
आपने डांस सीखा होगा?
-डांस बैलेट स्कूल भारत व इंग्लैड दोनों जगह हैं. हम दोनों बहनें गर्मियों की छुट्टी में इंग्लैड जाकर बैले डांस सीखते थे. बाकी समय मुंबई में सीखते थे. हमारी परीक्षाएं मुंबई में हो जाया करती थी. यह सिलसिला 13 वर्ष की उम्र से चला आ रहा है. मुंबई में हमने ‘स्कूल औफ क्लासिकल बैलेट एंड वेस्टर्न डांस’ से डांस सीखा. जबकि इंग्लैड में हमने ‘द रौयल अकादमी औफ डांस, यूके’ से डांस की ट्रेनिंग ली.
म्यूजिक की ट्रेनिंग कहां से ली?
-मेरी म्यूजिक की प्रारंभिक शिक्षा मुझे मेरी मां ने दी. वह बहुत अच्छी गायिका हैं. मेरी मां घर पर दूसरे बच्चों को भी म्यूजिक व गायन सिखाती हैं. पर मेरी जो म्यूजिक की गुरू हैं, वह अमेरिका में रहती हैं. हमने उनसे औनलाइन म्यूजिक की शिक्षा ली है.
आपने अपने म्यूजिक के शो@म्यूजिक कंसर्ट कहां कहां किए हैं?
-आप जानते होंगे कि दक्षिण मुंबई में रौयल औपेरा हाउस और एनसीपीए है. इन दोनों जगह मेरे कई म्यूजिकल कंसर्ट हो चुके हैं. मैंने कई सोलो परफारमेंस दी है. हकीकत में मैं छह साल की उम्र से संगीत व डांस की सोलो परफार्मेंस एनसीपीए में देती आ रही हूं. इसके अलावा मैंने जापान के टोक्यो शहर में भी कई म्यूजिक कंसर्ट किए हैं. दुबई व इंग्लैंड में किए हैं. अब 2020 में अमेरिका में म्यूजिक कंसर्ट करने जा रही हूं.
जब आपका म्यूजिक का करियर अच्छा जा रहा था और आपको म्यूजिक व डांस के क्षेत्र में ही करियर बनाना था, तो फिर म्यूजिक को अलविदा कह अभिनय की तरफ मुड़ने के लिए क्यों विवश हुईं?
करण जौहर से मेरी मुलाकात ने मेरा करियर बदल दिया. अन्यथा मेरा मकसद सिंगर बनना ही था. इसीलिए तो मैं म्यूजिक की काफी ट्रेनिंग लेती थी. काफी म्यूजिकल कंसर्ट किया करती थी, लेकिन मेरी डांस और म्यूजिक की परफार्मेस देखकर पिछले तीन वर्षो से मेरी मां के पास तमाम फोन आ रहे थे कि क्या तारा उनकी फिल्म में अभिनय करना चाहेंगी? मां उन्हें मना करती रही. पर एक दिन मेरी मां ने मुझसे कहा, ‘म्यूजिक के अलावा अभिनय भी आपका एक करियर औप्शन हो सकता है.’ उस दिन से यह बात मेरे दिमाग के किसी कोने में कुल बुलाने लगा था. फिर एक दिन करण जौहर से मुलाकात हो गयी. उन्होने मुझे फिल्म ‘स्टूडेंट औफ द ईअर 2’ का औफर दिया, उस वक्त मैं ग्रेज्युएशन की पढ़ाई कर रही थी. मेरी पढ़ाई पूरी होने तक वह रूकने को तैयार थे. पढ़ाई पूरी करते ही मैने ‘स्टूडेंट औफ द ईअर 2’ की शूटिंग पूरी की. इस फिल्म की शूटिंग पूरी होते ही मुझे ‘मरजावां’ मिल गयी. ‘मरजावां’ की शूटिंग पूरी होते ही ‘साजिद नाड़ियादवाला की दक्षिण भारत की फिल्म ‘आर एक्स 100’ की अनाम हिंदी रीमेक फिल्म भी मिल गयी, जिसकी शूटिंग 15 मई के बाद करने वाली हूं.
फिल्म ‘‘स्टूडेंट औफ द ईअर 2’’को लेकर क्या कहेंगी?
यह 2012 की सफल फिल्म ‘स्टूडेंट आफ द ईअर’ की सिक्वअल फिल्म है. जिसमें पहली फिल्म की झलक जरूर नजर आएगी. यह फिल्म प्यार और दोस्ती के बारे में है. कौलेज की जिंदगी के बारे में है. युवाओं को लेकर यह फिल्म बहुत कुछ बात करती है. पर हमारी नयी फिल्म में अलग यह है कि हम इसमें कबड्डी का खेल भी लेकर आ रहे हैं. इस फिल्म में बहुत ही अलग तरह का डांस है. अलग तरह का एक्शन है. एक्शन में भी मार्शल आर्ट का टच है. यह सब पहली वाली फिल्म में नहीं था. इसलिए यह फिल्म पूरी तरह से पहली वाली फिल्म से अलग है. मैं तो यही चाहती हूं कि हमारी फिल्म की तुलना पहली फिल्म से ना की जाए. पहली फिल्म ने आलिया भट्ट, वरूण धवन और सिद्धार्थ मल्होत्रा को स्टार कलाकार बना दिया. यह तीनों कलाकार मेरे लिए बहुत खास हैं. हम चाहते हैं कि हमारी फिल्म भी हमें इसी तरह की पहचान दिलाए.
करण जौहर ने फिल्म का औफर दिया और आपने आंख मूंदकर यह फिल्म कर ली?
इस फिल्म को करने की मुख्य वजह यह रही कि मुझे इसकी स्क्रिप्ट बहुत पसंद आयी. मुझे सिर्फ अपना किरदार ही नहीं,बल्कि फिल्म में टाइगर श्रौफ का रोहण का जो किरदार है,उसने मुझे प्रेरणा दी. मुझे पूरा यकीन है कि फिल्म की रिलीज के बाद रोहन का किरदार हर युवा को प्रेरणा देगा. सच कह रही हूं, इस फिल्म में टाइगर श्रौफ का रोहन का जो किरदार है, वह काफी दिलेर है. काफी इज्जत वाला है. एक युवा होते हुए भी इस तरह का किरदार निभाना बहुत आसान नही कहा जा सकता. रोहन दिलदार भी है. टाइगर की तरह मीठा बोलता भी है.
फिल्म के अपने किरदार पर रोशनी डालेंगी?
हम सभी सेंट टेरीसा कौलेज के स्टूडेंट है. मैनें इसमें मृदूला का किरदार निभाया है, जो कि सेंट टेरीसा कौलेज में एडमिशन अपना नाम बदलकर ‘मिया’ कूल कर लेती है. मिया आज कल की लड़कियों की तरह है. इंडीपेंडेंट और अपनी सोच रखने वाली बहादुर लड़की है. किसी की सुनती नहीं. अपने करियर को लेकर फोकस है, कंपटेटिव है. वह स्टूडेंट औफ द ईअर की ट्रौफी अपने नाम करना चाहती है. मिया फिल्म के अंदर कुछ गलतियां भी करती है, पर वह अपनी गलतियों को पहचान कर उन्हें सुधारती भी है.
तो यह फिल्म कहती है कि हर इंसान को अपनी गलती स्वीकार करनी चाहिए?
-जी हां! निजी जिंदगी में मेरा मानना है कि हर इंसान को गलती करने के बाद उस गलती को स्वीकार करने का साहस दिखाना चाहिए. फिर खुद आगे बढ़कर उस गलती को सुधारने की कोशिश करनी चाहिए. निजी जिंदगी में तो मैं यही करती हूं. फिल्म के अंदर मिया भी ऐसा ही करती है. मिया अपनी गलती को सुधारते हुए अपने अंदर बदलाव लाती हैं.
अब जबकि आपकी फिल्म रिलीज होने जा रही है, क्या कहना चाहेंगी?
-मेरे लिए 2018 का साल बहुत बेहतरीन और यादगार रहा. यह वर्ष मेरी जिंदगी में नई नई उपलब्धियां लेकर आया. फिल्म ‘स्टूडेंट आफ द ईअर 2’ करने के बाद अनन्या पांडे, टाइगर श्रौफ, करण जौहर और निर्देशक पुनीत मल्होत्रा के साथ हमारा जो संबंध बना है, वह कभी न बदले,यही मेरी इच्छा है. मैं ईश्वर की शुक्र गुजार हूं कि ‘स्टूडेंट औफ द ईअर 2’ मेरे करियर की पहली फिल्म है.
इस वर्ष अनन्या पांडे सहित कई फिल्मी संताने भी आ रही हैं. इनके बीच खुद को कहां पाती हैं?
-हम सभी की अपनी अलग जगह है. हम सभी की अपनी अपनी तकदीर है. हम सभी के अभिनय की अपनी अलग स्टाइल है. ऐसे में हमें एक दूसरे से कोई प्रौब्लम नहीं है. दूसरी बात हम गैर फिल्मी परिवार से हों या फिल्मी परिवार से, अंततः हमारी अपनी प्रतिभा ही हमें आगे बढ़ाती है. यह भी हो सकता है कि मैं और सारा अली खान या जान्हवी कपूर या अनन्या पांडे एक ही फिल्म में एक साथ अभिनय करते हुए नजर आएं.
सोशल मीडिया से आप कितना जुड़ी रहती हैं?
-सच कहूं, तो मुझे सोशल मीडिया कभी समझ नहीं आता था. ट्विटर क्या बला है, यह मुझे कभी समझ नहीं आया. पर अब फिल्म के प्रमोशन के लिए मैं सोशल मीडिया पर बहुत व्यस्त हो गयी हूं. ट्विटर पर कम, लेकिन इंस्टग्राम पर मैं अपनी फोटो बहुत डालती रहती हूं. इंस्टाग्राम पर मुझे लोगों के संदेश भी मिल रहे हैं. हां! जब कुछ लोग इंस्टाग्राम पर मेरे बारे में अच्छा नहीं लिखते हैं,तो दुःख होता है. इमोशनल हो जाती हूं. बुरा भी लगता है, लेकिन कुछ पाने के लिए कुछ तो सहन करना पड़ता है. वैसे ‘स्टूडेंट औफ द ईअर’ एक मशहूर फ्रेंचाइजी है. इसलिए हमें शुरू से पता था कि सोशल मीडिया पर कुछ तो ट्रोलिंग होगी. अब जो भी कमेंट आ रहे हैं, हम उन्हें अच्छे ढंग से स्वीकार कर रहे हैं. कभी कभी कुछ लोगों के बहुत घटिया और बुरे कमेंट पढ़कर हमें हंसी भी आ जाती है.
क्या कलाकार के तौर पर आगे बढ़ने में सोशल मीडिया मदद करता है?
-मुझे लग रहा है कि अब हमारा भविष्य सोशल मीडिया ही है. पर मैं पुराने ख्यालों की हूं, इसलिए मुझे सोशल मीडिया समझ नहीं आता, लेकिन अब समझ में आ रहा है कि सोशल मीडिया से भी जुडे़ रहना चाहिए.
पर क्या इससे बौक्स आफिस पर दर्शक मिलेंगे?
-यह कहना मुश्किल है, लेकिन हम जो नए कलाकार हैं, मैं हूं या अनन्या है, जिनसे लोग परिचित नहीं है, उनसे लोग सोशल मीडिया के कारण जल्द परिचित हो रहे हैं. सोशल मीडिया हमें लोगों तक पहुंचाने में मदद करता है. पर स्टारडम हमें हमारे काम से मिलेगा, सोशल मीडिया से नहीं. यह बात हर कलाकार को समझ लेनी चाहिए. यदि दर्शकों ने मेरी फिल्म को पसंद किया, मेरे अभिनय की तारीफ की, तो ही हमें स्टारडम मिलेगा.
पसंदीदा कलाकार ?
-अनुष्का शर्मा, कंगना रानौट, रितिक रोशन और रणबीर कपूर.
अभिनय में सफल होते ही संगीत को बाय बाय कर देंगी?
-सवाल ही नहीं उठता. मैंने पहले ही कहा कि संगीत मेरा पहला प्यार है. अब मैं फिल्मो में भी गाना करने वाली हूं. मैं तो ‘स्टूडेंट आफ द ईअर 2’ में गाना चाहती थी, पर नही गा सकी लेकिन मैं अपने करियर की तीसरी फिल्म में गाना गाने वाली हूं. इसके अलावा समय निकालकर मैं अपने म्यूजिक के कंसर्ट भी करते रहना चाहती हूं. 2020 में मैं अमरिका में अपने म्यूजिक कंसर्ट को करने के लिए जाने वाली हूं.
करण जौहर , निखिल अडवाणी, अमोल पालेकर के साथ बतौर सहायक निर्देशक काम करने के बाद फिल्म ‘आई हेट लव स्टोरी’’ से अकेले निर्देशन के क्षेत्र में कदम रखने वाले पुनीत मल्होत्रा ने 2013 में फिल्म ‘गोरी तेरे प्यार में’ निर्देशित की थी, जिसे बौक्स आफिस पर कोई सफलता नहीं मिली थी. और अब पुनीत मल्होत्रा ने फिल्म ‘‘स्टूडेंट आफ द ईअर’ का निर्देशन किया है. पुनीत मल्होत्रा 2012 से ही करण जौहर के साथ जुड़े हुए हैं. तो स्वाभाविक तौर पर उन पर करण जौहर की एक छाप भी है. पेश है उनसे हुई एक्सक्लूसिव बातचीत के अंश..
आपके निर्देशन में करण जौहर की छाप है. अमूमन जिसकी छाप होती है,उससे कुछ अलग कर पाना बहुत मुश्किल होता है, लेकिन सिनेमा में अपनी पहचान के लिए निर्देशक को कुछ नया भी करना होता है. आपने क्या कोशिश की ?
आपका सवाल बहुत महत्वपूर्ण और बहुत ही अलग है. देखिए, आपका सवाल और बात बहुत मायने रखती है. क्योंकि सिनेमा में जिसकी छाप है, उसको बरकरार रखते हुए अपनी पहचान का सिनेमा देना बहुत जरूरी होता है. आप जानते हैं कि 2012 में जो फिल्म ‘स्टूडेंट औफ द ईअर’ बनी थी, उसे करण जौहर ने निर्देशित किया था. अब जब उसका सिक्वअल ‘स्टूडेंट आफ द ईअर 2’ बनी है, तो निर्देशन की जिम्मेदारी उन्होंने मुझ पर डाली. अब मेरे सामने चुनौती थी कि मैं इसे किस तरह से अपने अंदाज में पेश करता हूं. मैंने वही कोशिश इस फिल्म को बनाते समय की है. आपने जो सवाल किया वह इस फिल्म के साथ बहुत सटीक बैठता है. क्योंकि मुझ पर करण जौहर की छाप है. और यह फिल्म भी करण जौहर की है. पर मैंने इसको अपने नजरिए से परदे पर उतारा है.
‘स्टूडेंट औफ द ईअर’से सिक्वअल फिल्म ‘स्टूडेंट औफ द ईअर 2’कितनी अलग है?
-पहली फिल्म सेंट टेरीसा कौलेज पर आधारित थी. हम लोगों ने उस फिल्म के लिए सेंट टेरीसा कौलेज की दुनिया में प्रेम कहानी के साथ फैंटसी जड़ी थी. अब सिक्वअल में हमने सेंट टेरीसा कौलेज की उस दुनिया को तो रखा है, पर इसमे हमने एक दूसरी दुनिया भी गढ़ी है. इंटरवल तक तो सेंट टेरीसा कौलेज की दुनिया है, पर इंटरवल के बाद पूरी कहानी दूसरी दुनिया में पहुंच जाती है.
फिल्म में जो दूसरी दुनिया है, उस पर रोशनी डालना चाहेंगे?
-फिल्म में इंटरवल के बाद कबड्डी के खेल की दुनिया है. प्रो कबड्डी की जो दुनिया है, वह दर्शकों को बांध कर रखने वाली है.
पहली फिल्म से दूसरी फिल्म में जो अंतर आया है,वह समय के अंतराल की वजह से है या समाज में आए बदलाव के चलते आया है?
देखिए, सात वर्ष के समय का अंतराल भी है. इन सात वर्षों मे सिनेमा व समाज भी बदला है. आपको इस बात का अहसास होगा कि इन सात वर्षों में हमारे देश में स्पोर्ट्स में भी काफी बदलाव आया है. पहले हमारे देश में क्रिकेट ही सर्वाधिक लोकप्रिय खेल हुआ करता था. पर धीरे-धीरे दूसरे खेल भी लोकप्रिय हुए हैं. यह बदलाव भी हमारी फिल्म का हिस्सा है. दूसरी बात जब हम सिक्वअल बना रहे थे, तो हमारे उपर दायित्व था कि हम पहले से कुछ अच्छा और बेहतर पेश करें. हमारी तरफ से यह सारी कोशिश आपको इस फिल्म में नजर आएगी.
आपने बिलकुल सही कहा एक सफल फिल्म के सिक्वअल को बनाते समय उसका स्तर पहले से उंचा रखना जरूरी होता है. यह आपके लिए कितनी बड़ी चुनौती रही?
देखिए, 2012 में जब इस फिल्म को करण जौहर ने निर्देशित किया था, तब भी मैं उनके साथ जुड़ा हुआ था. अब उसी फिल्म के सिक्वअल के वह निर्माता हैं और मैं फिल्म का निर्देशक हूं. उनके साथ मेरे जुड़ाव ने उनके सिनेमा की समझ, उनके अंदर जो कुछ था, उसने मुझे आज इस फिल्म को बनाने में मदद की. इस फिल्म को करते समय हमने सोचा कि पहली फिल्म में हम यह कर चुके हैं, तो अब नई फिल्म में हमें यह करना चाहिए. इसी के चलते हमने इस फिल्म में टाइगर श्राफ को रखा है. इससे फिल्म का स्तर पहले वाली फिल्म से अपने आप उपर हो गया.
यानी कि टाइगर श्रौफ को फिल्म से जोड़ने के बाद फिल्म की कहानी में दूसरी दुनिया के रूप में कबड्डी के खेल को शामिल किया गया?
-ऐसा नहीं है. हकीकत यह है कि फिल्म की कहानी तय थी, पर उस वक्त फिल्म में कबड्डी की बजाय कोई दूसरा स्पोर्ट्स रखा हुआ था. फिल्म के साथ टाइगर श्रौफ के जुड़ने के बाद भी वही स्पोर्ट्स था. पर कुछ समय बाद जब कहानी थोड़ी बदली, तो हमें लगा कि यदि हम कबड्डी के खेल को रखें, तो ज्यादा अच्छा होगा. कबड्डी को रखने के पीछे हमारी सोच यह रही कि परदे पर अब तक कबड्डी को इस तरह से रखा नहीं गया है. इस बात का निर्णय लेने के बाद हमने अपनी फिल्म के साथ प्रो कबड्डी के राव साहब को जोड़ते हुए उनसे राय ली.फिल्म में इंटरवल के बाद कबड्डी की जो दुनिया है, वह राव साहब ने ही डिजाइन की है.
खेल को लेकर आपकी अपनी सोच क्या रही?
मेरी राय में हर इंसान के लिए स्पोर्ट्स बहुत जरूरी चीज है. अफसोस की बात है कि हम सब लोग क्रिकेट पर ही ध्यान देते हैं. जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए.यदि मेरा वश चले, तो मैं बड़ी बड़ी इमारतों को गिरा का स्पोर्ट्स ग्राउंड बना देता. क्योंकि हर बच्चे को घर से बाहर निकलकर खंल के मैदान पर खेलना चाहिए. आज का बच्चा घर से बाहर निकलता ही नहीं. मोबाइल या आइपैड पर ही गेम खेलता रहता है,यह उनके सर्वांगीण विकास को अवरूद्ध कर रहा है. हमें अपने बच्चों को घर से बाहर निकलकर खेल के मैदान में खेलने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए. शिक्षा के साथ साथ स्पोर्ट्स को भी अहमियत दी जानी चाहिए. स्पोर्ट्स हमें ‘लूजिंग स्प्रिट’, ‘विनिंग स्प्रिट’ और टीम भावना सिखाता है.
टाइगर श्राफ ने रोहण का किरदार निभाया है, जो कि ‘अंडर डौग’ है, पर वह फिल्म का हीरो है. उसे चोट लगती है. पर वह किस तरह से पुनः उभर कर आता है. रोहण के किरदार में आमीर खान की फिल्म‘जो जीता वही सिकंदर’का टच है. अनन्या पांडे का श्रेया का किरदार एकदम फन है. श्रेया उन लड़कियों में से है, जिससे लोग नफरत करते हैं. तारा ने मिया का किरदार निभाया है. मिया ऐसी लड़की है, जिस पर कौलेज के सभी लड़के फिदा हो जाएंगे. इन तीनों के बीच बहुत ही जटिल रिश्ते हैं. प्रेम त्रिकोण है. आज की तारीख में युवा पीढ़ी में जिस तरह से ट्विस्टेड रिलेशनशिप’ नजर आती है, वही हमारी फिल्म में भी नजर आएगी.
समाज में जो बदलाव है,वह आपकी फिल्म का हिस्सा कैसे है?
-मैंने पहले ही कहा कि पिछले सात वर्ष के अंतराल में सिनेमा व समाज काफी बदला है. पिछले कुछ वर्षो से ग्रास रूट@जमीन से जुड़ी कहानी वाली फिल्में बननें लगी हैं. यह वह फिल्में हैं, जिनमें रियालिटी होती है. अब मेट्रो पौलीटन सिटी के साथ साथ छोटे शहरों व गांवों को भी फिल्मों के साथ जोड़ा जाने लगा है. हमारी इस फिल्म में भी आपको दोनों दुनिया नजर आएगी. इसमें ग्रास रूट से जुड़ी कहानी भी है.
ग्रास रूट से जुड़ी एक फिल्म असफल हो चुकी थी. ऐसे में ‘स्टूडेंट औफ द ईअर 2’में ग्रास रूट की कहानी जोड़ते समय आपको रिस्क नहीं लगा?
मैं एक ही बात कहूंगा कि ‘गोरी तेरे प्यार में’ और ‘स्टूडेंट औफ द इअर 2’ का एक दूसरे से कोई संबंध नहीं है. मेरे दिल में जो कहानी आयी, वह मैंने बतायी. यह कहानी एक ऐसे कौलेज में पढ़ने वाले लड़के की हैं, जो अपनी जिंदगी में तमाम मुसीबतों के बाद भी अपने सपने पूरे कर लेता है.
आप डिपरेशन से कैसे उबरे थे?
-देखिए, एक न एक दिन तो निराशा व हताशा से खुद को उबार कर नए सिरे से काम तो करना ही था. आगे बढ़ने के लिए यह बहुत जरुरी होता है. डिपरेशन के वक्त, मेरी निराशा के वक्त आगे बढ़ने में करण जौहर ने मेरी बहुत मदद की. मुझे डिपे्रशन से उबारने में उनका बहुत योगदान रहा. मुझे अच्छी तरह से याद है कि वीकेंड पर मैं रो रहा था,तो करण जौहर ने कहा था कि, ‘तू रो क्यों रहा है, हम इससे बड़ी फिल्म बनाएंगे.’
आमतौर पर बौलीवुड में नए प्रतिभाशाली कलाकार को ब्रेक किसी की सिफारिश या संघर्ष करते हुए कई बार औडीशन देने के बाद ही मिलता है. मगर करण जौहर की नई फिल्म ‘‘स्टूडेंट आफ द ईअर 2’’ में ‘मिया’ का किरदार निभाने वाली एक्ट्रेस तारा सुतारिया के सेलेक्शन की कहानी बिल्कुल ही अलग और हटकर है.
एक्टिंग में नहीं आना चाहती थीं तारा…
हकीकत यह कि पिछले 13 सालों से देश और विदेश में डांस और सिंगिंग के स्टेज शो करती आ रहीं तारा सुतारिया ने एक्टिंग के बारे में सोचा ही नहीं था. मगर एक म्यूजिक कंसर्ट के दौरान तारा और करण जौहर की मुलाकात हुई और दोनों इस कदर जुड़े कि करण ने उसी वक्त तारा को अपनी फिल्म ‘‘स्टूडेंट आफ द ईअर 2’’ की स्टूडेंट बना लिया था. यह कोई अफसाना नही बल्कि हकीकत है.
हाल ही में फिल्म ‘‘स्टूडेंट आफ द ईअर 2’’ के प्रमोशन के दौरान जब तारा सुतारिया से हमारी एक्सक्लूसिव बातचीत हुई, तो तारा सुतारिया ने इस बारे में खुलकर बताया…
एक गाने की वजह से बनीं करण की हीरोइन…
‘‘मैं क्लियर कर दूं कि अब तक मैं डांस और सिंगिंग के शो ही करती आई हूं. पहले मेरी तमन्ना डांस और सिंगिंग के क्षेत्र में ही कैरियर बनाने की थी, पर तकदीर ने मुझे एक्ट्रेस बना दिया. दरअसल, हुआ यूं कि जब एक शो में मैं पहली बार करण जौहर से मिली, तो हम फौरन एक दूसरे के साथ जुड़ गए थे. उसकी वजह यह थी कि उस दिन मैंने ‘आ गले लग जा’ सौन्ग गाया था. यह मेरा फेवरेट गाना है. करण जौहर का भी यह फेवरेट सौंग है. इसी वजह से हम दोनों एक दूसरे के सथ जुड़ गए थे.
इसके बाद करण ने मुझे ‘स्टूडेंट आफ द ईअर 2’ का आफर दिया था. लेकिन तब मैं पढ़ाई कर रही थी. तो मैंने कह दिया कि मैं तो अभी पढ़ाई कर रही हूं. तब उन्होंने कहा, ‘आप ग्रेज्युएशन पूरा कर लीजिए. तब तक हमारी फिल्म की स्क्रिप्ट तैयार हो जाएगी.’ ग्रेज्युएशन के एग्जाम देने के बाद मैंने ‘स्टूडेंट आफ द ईअर 2’ के लिए आडिशन दिए और मिया के किरदार के लिए मेरा चयन हो गया.’’