4 Tips: अब न हों दो मुंहे बालों से परेशान

आजकल हम अपने काम में इतने व्यस्त हो गए हैं कि खुद का ख्याल नहीं रख पाते. अगर बालों की बात करें तो हर लड़की का सपना होता है कि उसके लम्बे बाल हो. कईं लोगो के बाल नही बढ़ते जिसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे खान-पान पर न ध्यान देना, और दो मुंहे  बाल. हर महिला बालों के दो मुंहे होने से और रूखेपन से परेशान है और कई तरह के प्रोडक्ट का इस्तेमाल करती हैं.

इन प्रोडक्ट्स से साइडइफेक्ट होने का भी डर रहता है. बालों के न बढ़ने की एक वजह दो मुंहे के बाल हो सकते है जो कि हमारे बालों को बढ़ने नही देते. समय-समय पर बालों को कटवाकर हम कुछ समय के लिए इन दो मुंहे बालों से छूटकारा पा लेते हैं लेकिन कुछ समय बाद यह फिर से उग आते हैं.

यदि आप हमेशा के लिए इन दो मुंहे बालों से छुटकारा पाना चाहते हैं तो इसके लिए कुछ घरेलू उपाय हैं जिनकी मदद से आप इनसे निजात पा सकती हैं.  जानते हैं क्या हैं यह उपाय:

1. केला और अंडा करेगा बाल सॉफ्ट

एक केला लें और इसे अच्छी तरह मैश करें. अब इसमें अंडे की सफेदी मिलाकर अच्छी तरह फेंट लें. आपका पैक तैयार है. आप सप्ताह में एक दिन इस पैक को बालो पर लगाएं . इस पैक के इस्तेमाल करने से आपके रूखे बाल साफ्ट हो जाएंगे.

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2. केला और नारियल रोके दो मुंहे बाल

एक गहरा बर्तन लें. अब इसमें एक केले को अच्छी तरह फेंट लें. फिर इसमें दो चम्मच नारियल का तेल मिला लें. ये पैक तैयार है. आप इसे स्कैल्प और बालों की पूरी लम्बाई पर लगाएं इससे आपके बाल दो मुंहे होने से बचेंगे.

3. केले और शहद का पैक

दो मुंहे होने की सबसे बड़ी वजह बालों का रूखापन होता है ऐसे में ये पैक बालों को षोषण देता है. केला फेंट लें और इसमें शहद मिलाएं अब इसका इस्तेमाल बालों पर करें. इससे आपके बालों का गिरना कम हो जाएगा.

4. केला और जैतून दें बालों को लम्बाई

केले और जैतून का ये पैक आपके बालों को षोषण देता है. एक केले को अच्छी तरह मैश कर लें और उसमें दो चम्मच जैतून का तेल मिला लें. अब इस पैक को बालों की जड़ों में लगाएं. ये उपाय आपके लिए फायदेमंद है.

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हेयर ड्रायर का इस्तेमाल पड़ सकता है महंगा

वैसे तो बालों को सुखाने के लिए धूप ही सबसे बेहतर विकल्प है, लेकिन यदि मौसम ठंडा या बारिश का हो, तो बालों को सुखाने के लिए ड्रायर का इस्तेमाल किया जा सकता है. हां, अगर आप नियमित तौर पर हेयर ड्रायर का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको इसके नुकसान और सावधानियों के बारे में जरूर जान लेता चाहिए.

बालों को नया हेयर स्टाइल देने के लिए भी हेयर ड्रायर का इस्तेमाल होता है. लेकिन इसके नुकसान भी जल्द ही दिखाई दे सकते हैं. हेयर ड्रायर का अत्यधिक इस्तेमाल बालों की प्राकृतिक सुंदरता छीन सकता है. वहीं इसके रोजाना इस्तेमाल से बालों में डैंड्रफ, क्लीडेंट, डल एंड ड्राइनेस जैसी समस्याएं बढ़ सकती है और  बाल रूखे व बेजान होकर टूटने लगते हैं. हेयर ड्रायर के नुकसान का एक  प्रमुख कारण इससे निकलने वाली हीट ही है, जो बालों की जड़ों को नुकसान पहुंचाती है और बालों को दो मुंहा भी बनाती है.

 सावधानियां

1.  हेयर ड्रायर का इस्तेमाल करते वक्त ध्यान रखें कि बालों से इसकी दूरी 6-9 इंच की जरूर हो. ऐसा न होने पर बालों में रूखापन बढ़ जाएगा और वे जल्दी टूटने भी लगेंगे.

2. हेयर ड्रायर प्रयोग करने से पहले बालों में सीरम लगा लें, ताकि ड्रायर की हीट से बालों को ज्यादा नुकसान भी न पहुंचे और बाल मुलायम हो सकें.

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3. आपके बालों के प्रकार के अनुसार ही हेयर ड्रायर का इस्तेमाल करना बेहतर होगा. जैसे कि बाल कर्ली हैं, रूखे हैं, सॉफ्ट हैं या सिल्की हैं, इसके अनुसार आपको तापमान या फिर समय की आवश्यकता होगी.

4. ड्रायर के इस्तेमाल करने से पहले बालों की कंडीशनिंग करना न भूलें. कई बार सही तरीके से इस्तेमाल न किए जाने पर बाल ड्राय होने के साथ-साथ उलझ भी जाते हैं, जो इनके टूटने का कारण बनता है.

5. रूखे बालों में जितना हो सके कम ड्रायर का इस्तेमाल करें. कोल्ड ड्रायर का इस्तेमाल करें क्योंकि इसमें आयन ज्यादा होते हैं जो पॉजिटिव होते हैं और हवा में हीट कम होती है.

6. अगर आपके लिए हेयर ड्रायर का इस्तेमाल जरूरी है तो बालों की रेगुलर ऑयलिंग करें, ताकि बालों को पर्याप्त पोषण मिल सके. ड्रायर का अधिक इस्तेमाल बालों का पोषण छीन लेता है.

7. बालों का मजबूत व पोषित रखने के लिए खाने-पीने का विशेष ध्यान रखें. आंवला, हरी सब्जी, जूस, दही आदि को अपने खाने में शामिल कर भी बालों को पोषण प्रदान किया जा सकता है.

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हेयर केयर से जुड़े 7 Myths जरूरी है जानना

सभी के लिए उनके हेयर केयर प्रोडक्ट और हेयर केयर रूटीन अलग होती हैं. कुछ लोग प्रोडक्ट्स और तकनीकों के साथ एक्सपेरिमेंट करना पसंद करते हैं. सभी को लंबे और घने बाल पाना पसंद है. इसके लिए कुछ महिलाएं तो अपने पुराने हेयर केयर रूटीन से ही चिपकी रहती हैं तो कुछ महिलाएं दूसरों की देखा देखी करके अपने प्रोडक्ट्स को बदल लेती हैं. हेयर केयर से कुछ ऐसी अफवाहें भी जुड़ी हैं जिनका विश्वास करना आपको महंगा पड़ सकता है. आइए जानते हैं इन अफवाहों के बारे में.

1. बालों को स्टाइल करना उन्हें डेमेज कर सकता है :

अगर आप फ्लैट आयरन, कर्लिंग वांड, हेयर क्रिंपर और ड्रायर का प्रयोग करती हैं तो उनसे मिलने वाली हीट बालों को ड्राई कर सकती हैं. हालांकि अगर इनका प्रयोग कभी कभार करती हैं और हाई तापमान में न करके नॉर्मल टेंपरेचर की सेटिंग करती हैं तो बालों को ज्यादा नुकसान नहीं होता है. साथ ही हीट प्रोटेक्टेंट प्रोडक्ट्स का भी प्रयोग जरूर करें.

2. जितनी बार बाल कटवाएंगी, वह उतने जल्दी बढ़ेंगे :

आपके बाल जड़ों से बढ़ते हैं. बालों की लंबाई कटवाने और उनके तेजी से बढ़ने के बीच कोई संबंध नहीं हैं. आपके बालों के बढ़ने को कई फैक्टर्स जैसे जेनेटिक और आपकी हेयर केयर रुटीन प्रभावित कर सकते हैं. स्प्लिट एंड और डेमेज बालों से बचने के लिए नियमित रूप से बालों को कटवाना बढ़िया रहता है.

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3. बालों को साफ रखने के लिए उन्हें हर दिन धोना जरूरी होता है :

रोजाना बालों को धोना जरूरी नहीं होता है क्योंकि ऐसा करने से बाल ड्राई हो सकते हैं. अगर आपके ऑयली बाल हैं तो स्कैल्प में सिबम इकठ्ठा होने से बचने के लिए हफ्ते में दो से तीन बार सिर धो सकती हैं. अधिक तेल के कारण बालों में खुजली होना, इंफेक्शन जैसे साइड इफेक्ट्स देखने को मिल सकते हैं. अगर नॉर्मल बाल हैं तो हफ्ते में एक बार धोना भी काफी होता है.

4. अगर आप बालों में कलर करती हैं तो इससे बाल समय से पहले सफेद हो जाते हैं :

बहुत सी महिलाओं का मानना होता है कि हेयर कलर जैसे प्रोडक्ट्स बालों को नुकसान पहुंचा सकते हैं. इससे स्प्लिट एंड, बालों का सफेद होना आदि समस्या देखने को मिल सकती हैं. इस समस्या से बचने का एक ही तरीका है केमिकल ट्रीमेंट ज्यादा जल्दी जल्दी न करवाना और हेयर केयर रूटीन काफी सख्त रखना.

5. उन्हीं प्रोडक्ट्स का प्रयोग करते रहें जो सारा साल आपने प्रयोग किए हैं :

स्किन की तरह ही बालों की भी अलग अलग मौसम में अलग अलग जरूरत होती हैं. सर्दियों के दौरान आपको मॉइश्चराइजिंग हेयर केयर प्रोडक्ट्स की जरूरत होती है. ऐसे ही अलग अलग मौसम में अपनी हेयर केयर जरूरतों के हिसाब से प्रोडक्ट्स को बदलते रहें.

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6. बार बार कंघी करने से बालों की गुणवत्ता अच्छा रहती है :

कंघी करने से बालों की गुणवत्ता प्रभावित नहीं होती है. कंघी करने से आपके सिर का प्राकृतिक ऑयल पूरे बालों में फेल जाता है जिससे बालों में एक शाइन एड हो जाती है. अगर आप बालों को कंघी करते समय खींचती हैं या जोर से कंघी करती हैं तो ऐसा करने से बाल टूट सकते हैं.

7. डेंड्रफ संक्रामक होता है :

बहुत सी महिलाएं उन लड़कियों या महिलाओं के प्रोडक्ट्स या कंघी आदि का प्रयोग नहीं करती हैं जिनको डेंड्रफ की समस्या होती है क्योंकि उन्हें लगता है कि ऐसा करने से उन्हें भी डेंड्रफ हो जा येगा. ऐसा गलत है क्योंकि डेंड्रफ के कारण जेनेटिक्स, हाइजीन और प्रदूषण आदि हो सकते हैं.

तो यह थी बालों की केयर से जुड़े मिथ. इन पर आंख बंद करके भरोसा न करें बल्कि सही फैक्ट्स के बारे में जरूर जाने.

आपके बालों को नुकसान पहुंचाती है हीट, जानें कैसे

अगर बालों की सेहत काफी खराब है तो इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं और सबसे मुख्य कारण है ब्लीच, केमिकल्स और हीट का प्रयोग करना. अगर हेयर स्टाइलिंग प्रोडक्ट का काफी ज्यादा प्रयोग करती हैं तो इसका अर्थ है आपके बालों को काफी हीट मिल रही है और उन्हें इससे बहुत नुकसान पहुंच रहा है. ब्लो ड्रायर, स्ट्रेटनर, कर्लर का प्रयोग करना बालों के लिए बहुत ज्यादा नुकसान दायक कब हो सकता है बता रही हैं काव्या कृष्णन नायर डिजाइन इंजीनियर. आइए जानते हैं .

अगर हीट निकलने वाले प्रोडक्ट्स जैसे स्ट्रेटनर, ब्लो ड्रायर और कर्ल आयरन का ज्यादा प्रयोग कर रही हैं तो बालों की दशा काफी खराब होती नजर आ रही होगी. ऐसे कुछ उपकरणों में तो तापमान नियंत्रित करने का भी विकल्प नहीं होता है. कुछ टूल्स में 400 डिग्री फारेनहाइट से भी ज्यादा तापमान पहुंच जाता है. आपको यह लग रहा होगा कि तापमान जितना ज्यादा होगा उतना ही अधिक अच्छी स्टाइलिंग भी होगी. हाई हीट से आपके बालों के केराटिन स्ट्रैंड की शेप में बदलाव देखने को मिलता है. 300 डिग्री f से अधिक तापमान ए केराटिन बालों को बी केराटिन में बदल देते है. इससे बाल कमजोर हो जाते हैं और डेमेज होने का रिस्क भी काफी बढ़ जाता है. जब बालों का केराटिन पूरी तरह से पिघल जाता है तो मॉलिक्युलर लेवल की शेप बदल जाती है और इसे दुबारा ठीक नहीं किया जा सकता है.

डेमेज बालों में मॉइश्चर की होती है कमी

हीट मिलने से बालों में मॉइश्चर की कमी उत्पन्न होती है. आपके बाल अलग अलग बॉन्ड्स से बने होते हैं जिसमे 4% फैट, ऑयल, पिगमेंट्स और 17% पानी, 79% केराटिन प्रोटीन होते हैं. आपके बालों के अंदरूनी भाग को कॉर्टेक्स कहा जाता है. इसमें वॉटर मॉलिक्यूल्स होते हैं और यह केराटिन बाउंड से बंधे हुए होते हैं.

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जैसे ही बालों को हीट मिलती है तो उनमें मौजूद प्राकृतिक ऑयल उनसे निकल जाते हैं और वॉटर मॉलिक्यूल एवापोरेट हो जाते हैं. इससे बालों का प्रोटीन स्ट्रक्चर बदल जाता है. अधिक तापमान के कारण पानी जल्दी से सूख जाता है जिससे हर बाल का स्ट्रक्चर प्रभावित होता है. इससे बालों के क्यूटिकल्स क्रैक होने लगते हैं. इससे बालों की बाहरी परत और अधिक नुकसान झेलने के रिस्क से घिर जाती है.

जैसे ही बाल डेमेज होते हैं तो बालों की शिंगल्स खुल जाती हैं, इससे स्प्लिट एंड्स और उलझे हुए बाल अधिक देखने को मिल सकते हैं.

हीट से डेमेज हुए बालों को किस तरह मैनेज करें?

अगर एक बार आपके बालों का स्ट्रक्चर हीट द्वारा बदल जाता है तो ऐसा फिर हमेशा के लिए हो जाता है. इस स्थिति को मैनेज करने के बहुत कम ही ऑप्शन उपलब्ध होते हैं. आप अपने बालों को काटने से डेमेज को कम कर सकती हैं. अगर बाल अधिक ऊंचाई तक डेमेज हो गए हैं तो काफी ज्यादा कटवाने की जरूरत पड़ सकती है. अगर आप छोटे बाल नहीं करवाना चाहती हैं तो हर बार बालों के एंड को काट दें और अगली बार बाल बढ़ने का इंतजार करें.

अगर बाल पोरस हो गए हैं तो उनमें लीव इन कंडीशनर लगा सकती हैं. इससे बालों में मॉइश्चर सील होने में मदद मिलेगी जिससे बालों को सॉफ्ट महसूस होगा. ऐसे प्रोडक्ट्स का ज्यादा प्रयोग करें जिनमें केराटिन, सिल्क और व्हीट प्रोटीन जैसे इंग्रेडिएंट्स मिले हुए हों.

निष्कर्ष

बालों को डेमेज होने से बचाने के लिए हीट प्रोडक्ट्स का काफी कम प्रयोग करें और अगर करना चाह भी रही हैं तो उनका तापमान 200 या 300 डिग्री एफ से अधिक न रखे. इसके साथ ही हीट प्रोटेक्टेंट स्प्रे का प्रयोग जरूर करें.

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Holi 2023: होली खेलने जा रही हैं तो ये 7 काम करना ना भूलें

होली के रंग में सराबोर होने से पहले आपको अपनी त्वचा और बालों की सुरक्षा के संबंध में कुछ बातों का जरूर ध्यान रखना चाहिए. इससे आपको किसी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा.

कुछ लोग होली खेलने के पहले यह सोचकर बाल नहीं धोते हैं कि रंग खेलने के बाद बाल गंदे होंगे ही. लेकिन पहले से गंदे बाल में रंग लगने से आपके बालों को और नुकसान पहुंच सकता है और बाल रूखे हो सकते हैं. इसलिए बाल धोकर, सुखाने के बाद बालों में अच्छी तरह से तेल लगाकर ही होली खेलें.

1. होली खेलने निकलने से पहले सनस्क्रीन क्रीम लगाना ना भूलें. तेज धूप में आपकी त्वचा झुलस सकती है और रंग काला पड़ सकता है.

2. बाजार में उपलब्ध सिंथेटिक रंगों में हानिकारक केमिकल हो सकते हैं जिससे आपकी त्वचा और आंखों को नुकसान पहुंच सकता है. इसलिए त्वचा और बालों पर अच्छे से तेल लगाएं और हो सके तो प्राकृतिक रंगों या घर पर बने टेसू के फूल वाले रंग से होली खेलें. कानों के पीछे, उंगिलयों के बीच में भी तेल अच्छे से लगाएं और नाखूनों पर नेल पॉलिश लगाना ना भूलें.

3. बालों में नारियल तेल डालकर अच्छे से मसाज करें, इससे आपके बाल रूखे नहीं होंगे.

4. शरीर के अधिकांश हिस्सों को रंगों से बचाने के लिए पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें. कोशिश करें कि सूती कपड़े पहनें क्योंकि भींगने पर सिंथेटिक कपड़े शरीर से चिपक जाते हैं और आपको उलझन महसूस हो सकती है.

5. फलों और सब्जियों के छिलकों को सुखाकर उसमें टेल्कम पाउडर और संतरे के सूखे छिलकों के पाउडर को मिलाकर होली खेलना एक अच्छा विकल्प है. लेकिन इन पाउडर को जोर से त्वचा पर मले नहीं, क्योंकि इससे लालिमा, खरोंच या दाने पड़ सकते हैं और त्वचा में जलन हो सकती है.

6. होली खेलने के बाद सॉफ्ट फेसवॉश या साबुन का ही इस्तेमाल करें. हार्श साबुन से त्वचा रूखी हो सकती है. नहाने के बाद मॉइश्चराइजर और बॉडी लोशन जरूर लगाएं.

7. बालों को हर्बल शैम्पू से अच्छी तरह से धोएं ताकि अभ्रक युक्त और केमिकल वाले रंग बालों से अच्छी तरह से निकल जाएं. शैम्पू के बाद बालों का रूखापन दूर करने के लिए एक मग पानी में एक नींबू का रस मिलाकर धोएं या फिर बीयर से भी बाल धो सकते हैं. इससे आपके बाल मुलायम रहेंगे.

जानें कब और कैसे लगाएं Hair Oil

सालों से बालों में तेल लगाने की परंपरा रही है. तेल लगाने से बालों की जड़ें मजबूत होती हैं. मस्तिष्क शांत रहता है. ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है, जिस से बालों का ?ाड़ना और सफेद होना दोनों में कमी आती है. यह सोचना कि आम काम करने वाली लड़कियों को अमीर घरों की लड़कियों की तरह तेल न लगा कर हीरोइनों द्वारा लगाए जाने वाले प्रोडक्ट लगाने चाहिए गलत है.

आज की भागमभाग वाली जीवनशैली में बालों का ?ाड़ना और जल्दी सफेद होना आम है. ऐसे में नियमित तेल लगाने से आप मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ हो सकती हैं.

औयलिंग कब और कैसे करें, इस बारे में जानकारी आवश्यक है- अगर मसाज सिर, कानों के पीछे और सभी प्रैशर पौइंट को ध्यान में रख कर की जाए तो इस का लाभ तुरंत मिलता है. मसाज से केवल बाल ही नहीं चमकते वरन चेहरे पर भी ग्लो आता है.

ऐसे बनाएं स्ट्रौंग हेयर

बालों की सप्ताह में 2 दिन औयलिंग आवश्यक है. इस से बाल मुलायम और चमकदार रहते हैं, डैमेज बालों की लगातार रिपेयरिंग होती रहती है, साथ ही प्रदूषण से भी बाल डैमेज नहीं होते क्योंकि तेल बालों के प्रौटीन को बनाए रखता है, जिस से बाल हैल्दी और स्ट्रौंग रहते हैं. हर मौसम में औयलिंग अच्छी रहती है.

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वैसे तो बालों में तेल हरकोई अपनी सुविधानुसार लगाता है, पर पेश हैं कुछ तरीके जो प्रभावशाली होने के साथसाथ हेयर फौल को भी रोकते हैं:

– औयल को लगाने से पहले थोड़ा गरम करें.

– हेयर को विभागों में बांट लें और हर भाग में अच्छी तरह औयल लगाएं.

– एकसाथ अधिक तेल न लगाएं, हर भाग में थोड़ा औयल ले कर पोरों से मसाज करें.

– मसाज 10 से 15 मिनट तक करें ताकि तेल बालों की जड़ों में पहुंचे और आप ताजगी महसूस करें.

– मसाज के तुरंत बाद बालों को न धोएं. कम से कम 1 घंटे के बाद धोएं. वैसे पूरी रात तेल के लगे रहने से फायदा अधिक होता है.

– हमेशा अपने पिलो कवर को साफ रखें. चुन्नी को भी नियमित धोएं क्योंकि तेल लगाने की वजह से बैक्टीरिया जल्दी मल्टीप्लाई करता है.

– हमेशा अच्छे शैंपू और कंडीशनर का ही प्रयोग करें. बालों को प्राकृतिक वातावरण में सूखने दें. ब्लोअर या ड्रायर का इस्तेमाल कम करें क्योंकि इस के ज्यादा इस्तेमाल से बाल रूखे और बेजान हो सकते हैं.

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Valentine’s Special: इस वेलेंटाइन ट्राय करें यह 4 Hair Style

अगर आप अपने वेलेटाइंस डे को और भी ज्यादा खास बनाना चाहती हैं तो आपको केवल अपने मेकअप और ड्रेस की ही नहीं बल्कि हेयर स्टाइल की भी चिंता करनी चाहिए, क्योंकि आपके बाल भी आपके व्यक्तित्व का एक हिस्सा होते हैं. अगर आपके बाल अच्छे से स्टाइल्ड होंगे तो आपकी लुक और अधिक एन्हांस हो सकती है. अगर आप नए और थोड़े आसन हेयर स्टाइल के बारे में जानना चाहती हैं तो आज का आर्टिकल जरूर पढ़ें क्योंकि हम आपके लिए डायसन के स्टाइलिंग एक्सपर्ट द्वारा बताए गए कुछ हेयर स्टाइल.  जिनसे आप घर में रह कर भी सैलून जैसा लुक पा सकती हैं.

1. क्लासिक बीच नोट :

इस हेयर स्टाइल में आपको थोड़ी हल्की हल्दी बीची वेव्स मिलेंगी.  अच्छी बात तो यह है की इस स्टाइल से आपके बालों को थोड़ी वॉल्यूम मिलेगी और इसे क्रिएट करना भी काफी आसान है.  क्राउन से कुछ बाल लें और उन्हें पीछे की ओर बीच में एक क्लिप से सिक्योर कर लें.  बाकी के बालों को खुला ही रहने दें.  अब एक कर्लर लें और उसकी मदद से खुले हुए बालों को थोड़ा थोड़ा कर्ल कर लें ताकि बालों के सॉफ्ट कर्ल बन सकें.  अधिक हीट का प्रयोग न करें क्योंकि इससे बाल अधिक घुंघराले हो सकते है.

2. स्ट्रेट हेयर :

अगर आपको स्ट्रेट बाल पसंद हैं तो यह हेयर स्टाइल आपके लिए ही है.  इसमें आपका लुक काफी सुलझा हुआ और बॉस गर्ल टाइप का लगने वाला है.  इसमें आपको कोई मुश्किल काम करने की भी जरूरत नहीं है.  इसमें आपको अपने बालों को पूरी तरह स्ट्रेट करना होगा.  इसके लिए किसी भी स्ट्रेटनर का प्रयोग कर सकती हैं.  यह हेयर स्टाइल हर तरह के कपड़ों के साथ सूट करता है और आप इसमें बीच की या साइड की कोई भी पार्टीशन कर सकती हैं.

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3. ब्लो ड्राई करें :

अगर आपके बाल थोड़ा कम हैं और आप उन्हें थोड़ा वॉल्यूम वाला फूला हुआ लुक देना चाहती हैं तो यह हेयर स्टाइल आपके लिए बेस्ट रहने वाला है क्योंकि यह आपको सैलून जैसे ही ब्लो ड्राई हेयर देने वाला है.  एयर रैप स्टाइलर का प्रयोग करके इस लुक को पा सकती हैं.  इससे बालों को अधिक नुकसान भी नहीं पहुंचेगा और बालों को वह वॉल्यूम भी मिल जायेगी जो आप चाहती हैं.  इस वेलेंटाइन अगर सेक्सी लुक पाना चाहती हैं तो यह स्टाइल जरूर ट्राई करें और घंटों की जाने वाली मेहनत से बचें.

4. कर्ली हेयर :

अगर आप अपनी हॉट वेस्टर्न ड्रेस के साथ के साथ किया जाने वाला कोई हेयर स्टाइल ढूंढ रही हैं तो यह हेयर स्टाइल जरूर ट्राई करें.  कर्ली हेयर आप को और अधिक खूबसूरत बना सकते हैं.  आप बालों की फ्रंट पार्टीशन कर लें और पीछे की ओर ले जा कर दोनों ओर ब्रेड बांध लें.  इन दोनों ब्रेड को एक दूसरे से एक क्लिप की मदद से सिक्योर कर ले.  यह ब्रेड बांधने के बाद बाकी बालों को खुला छोड़ दें.  इन खुले हुए बालों को कर्ल कर लें.  इस हेयर स्टाइल को बनाने में भी आप को अधिक से अधिक आधा घंटा लग सकता है.  इसलिए कम समय में भी एक प्यारा लुक पाना चाहती हैं तो यह हेयर स्टाइल आप के लिए ही बना है.

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वेलेंटाइन डे पर हर लड़की यह चाहती है कि उसका ऊपर से लेकर नीचे तक का सारा लुक एकदम टिप टॉप हो.  बहुत सी लड़कियों बालों को संभाल पाने में मात खा जाती हैं क्योंकि सभी को वह मुश्किल मुश्किल हेयर स्टाइल बनाने नहीं आते हैं.  आज के बताए गए हेयर स्टाइल बनाने में काफी आसान हैं और इन्हें बनाने में समय भी काफी कम लगता है.

Valentine’s Special: हेयर एक्सटेंशन को मेंटेन करने के 5 टिप्स

लेखिका- दीप्ति गुप्ता

बालों को लंबा करना हो , इनका स्टाइल बदलना हो,  या फिर हल्के बालों का घना दिखाना हो, हेयर एक्सटेंशन एक बढ़िया विकल्प है. हेयर एक्सटेंशन एक ऐसी एसेसरी है, जिसे अपनाने से आपका लुक बिना किसी विग या बिना किसी नुकसान के खूबसूरत बनाया जा सकता है. बालों को बिना किसी हार्म के अच्छा लुके देना चाहते हैं तो हेयर एक्यटेंशन कमाल का तरीका है. लेकिन इसे अपनाने के बाद आपका काम यहीं खत्म नहीं होता, बल्कि इसे मेंटेन करने की  जिम्मेदारी भी आपकी है. अपने एक्सटेंशन को अच्छी स्थिति में रखने का तरीका है कि आप इनका ख्याल वैसे ही रखें, जैसे अपने बालों का रखते हैं. आप उन्हीं प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें, जिनका इस्तेमाल आप अपने कुदरती बालों पर करते हैं. इन पर बहुत हार्ड केमिकल का यूज करने से बचना चाहिए. हेयर एक्सटेंशन काफी सुंदर दिखता है लेकिन इसकी खूबसूरती बरकरार रखना इस बात पर निर्भर करता है कि आप घर पर इनकी देखभाल कैसे करते हैं. आपका एक्सटेंशन लंबे समय तक चले, इसके लिए आपको यहां बताए गए टिप्स को फॉलो करना होगा.

1. एक्सटेंशन को ठीक से धोएं-

एक्सरटेंशन को धोते समय ऑयल को खत्म करने के लिए अपने शैंपू को जड़ो पर लगाएं. जड़ों के पास कंडीशनर का उपयोग करने से एक्सटेंशन आपके बालों के नीचे खिसक सकते हैं, इससे ये ज्यादा समय तक नहीं चल पाएंगे. इसके अलावा  बालों को धोने के लिए बहुत गर्म पानी के बजाय गुनगुने पानी का उपयोग करें. क्येंाकि बहुत ज्यादा गर्म पानी स्कैल्प से तेल को खत्म कर देगा.

2. गीले एक्सटेंशन के साथ कभी ना सोएं-

अगर आप सोने जा रहे हैं, तो गीले एक्सटेंशन के साथ सोने की गलती ना करें. बेहतर है कि सोने जाने से पहले बालों को सुखा लें. जब बात एक्सटेंशन की केयर करने की हो, तो अच्छा नियम यह  है कि कभी गीले बालों के साथ ना सोएं. ऐसा इसलिए क्योंकि आपके बाल गीले होने पर सबसे कमजोर होते हैं और सोते वक्त बाल उलझ सकते हैं . ज ब आप उलझे हुए बालों को ब्रश  करेंगे , तो स्कैल्प पर जोर पड़ेगा , जो आपके एक्सटेंशन को ढीला कर देगा.

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3. सावधानी से बालों को ब्रश करें-

एक्सटेंशन को सावधानी के साथ ब्रश करना चाहिए. इसके लिए अच्छी क्ैवालिटी वाला ब्रश या कंघी यूज करें. अपने बालों को सिरे से ऊपर तक , नीचे से श्ुारू करके और ऊपर की ओर बढा़ते हुए ब्रश करना चहिए. यह प्रक्रिया आपको बालों एक्सटेंशन  और स्कैल्प पर कम दबाव डालेगी. जिससे ये लेंब समय तक अच्छी स्थिति में रहेंगे.

4. बहुत अधिक हीट का प्रयोग न करें-

जब आप अपने बालों के एक्सटेंशन पर बहुत अधिक गर्मी का उपयोग करेंगे, तो ऑरीजनल बालों की तरह यह भी डैमेज हो जाएंगे. चूंकि एक्सटेंशन मानव के बालों से ही निर्मित हैं, इसलिए ये खराब हो सकते हैं. एक बार एक्सटेंशन डैमेज हो जाने के बाद आपके पास इसे बदलने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचेगा. फिर आप चाहें कितने भी कंडीशनिंग ट्रीटमेंट क्यों न ले लें.

5. कंडीशनिंग ट्रीटमेंट लें-

चूंकि आपके एक्सटेंशन वाले बाल पूरी तरह से जड़ से जुड़े हुए हैं, इसलिए इन्हें नेचुरल ऑयल नहीं मिलेगा. ऐसे में इन्हें नमी युक्त और चमकदर बनाए रखने के लिए आपको वीकली कंडीशनिंग ट्रीटमेंट बुक कराना पड़ सकता है.

एक्सटेंशन को लंबे वक्त तक बनाए रखने के लिए यहां बताए गए टिप्स जरूर फॉलो करें .  इससे आपका एक्सटेंशन लंबे समय तक टिका रहेगा .

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कैराटिन ट्रीटमेंट से चमकाएं बाल

हेयर रीबौंडिंग, हेयर स्ट्रेटनिंग, हेयर स्मूदनिंग ये तीनों ही ट्रीटमेंट भारतीय महिलाओं के लिए नए नहीं हैं. देश की करीब 70% महिलाओं को इन में से किसी एक ट्रीटमेंट का अनुभव जरूर हुआ होगा. खासतौर पर जब युवावर्ग की महिलाओं की बात की जाए, तो रीबौंडिंग, स्ट्रैटनिंग व स्मूदनिंग के बिना तो उन का गुजारा ही नहीं है. मगर अब इन तीनों के साथ हेयर ट्रीटमेंट भी जुड़ चुका है. हेयर कैराटिन ट्रीटमेंट के नाम से कौस्मैटिक इंडस्ट्री में प्रसिद्ध यह ट्रीटमेंट बालों में कैराटिन की मात्रा को बढ़ाने के लिए किया जाता है.

क्या है कैराटिन ट्रीटमेंट

गृहशोभा की फेब मीटिंग में ब्यूटीशियनों को कैराटिन ट्रीटमेंट पर विस्तृत जानकारी देने आए ऐक्सपर्ट सैम इस ट्रीटमेंट के बारे में बताते हैं, ‘‘महिलाओं में बढ़ती उम्र के साथ होने वाले हारमोनल बदलाव के कारण बालों और नाखूनों पर सब से अधिक प्रभाव पड़ता है. जहां नाखूनों में क्यूटिकल्स के खराब होने की समस्या हो जाती है, वहीं बालों को प्रोटीन लौस की दिक्कत से जूझना पड़ता है. चूंकि बाल कैराटिन नामक प्रोटीन से बने होते हैं, इसलिए इस के लौस होने से बाल पतले और फ्रीजी हो जाते हैं. ऐसे बालों पर रीबौंडिंग और स्ट्रेटनिंग का भी कुछ खास असर नहीं पड़ता है, बल्कि कमजोर बालों में हेयर फौल की समस्या और बढ़ जाती है. ऐसे बालों के लिए कैराटिन ट्रीटमेंट वरदान है. इस ट्रीटमेंट में बालों पर प्रोटीन की परत चढ़ाई जाती है और प्रैसिंग के द्वारा प्रोटीन लेयर को लौक कर दिया जाता है.’’

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कैराटिन ट्रीटमेंट की प्रक्रिया

इस ट्रीटमेंट के लिए बालों से चिकनाहट को पूरी तरह से दूर करने के लिए 2 बार शैंपू किया जाता है. इस के बाद बालों को 100% ब्लो ड्राई किया जाता है. ऐसा इसलिए ताकि बालों में बिलकुल मौइश्चराइजर न बचे और कैराटिन प्रोडक्ट को अच्छी तरह बालों में पैनिट्रेट किया जा सके. ब्लो ड्राई के बाद बालों को 4 भागों में बांट कर गरदन वाले हिस्से से प्रोडक्ट लगाना शुरू किया जाता है. प्रोडक्ट लगाने के बाद बालों को फौइल पेपर से 25 से 30 मिनट के लिए कवर कर दिया जाता है. इस के बाद बालों को फिर से ब्लो ड्राई किया जाता है और 130 से 200 डिग्री तापमान के बीच बालों की प्रैसिंग की जाती है, ताकि प्रोडक्ट अच्छी तरह बालों में पैनिट्रेट हो जाए.

इस प्रक्रिया के 24 घंटे बाद बालों को पानी से साफ कर के 180 डिग्री तापमान पर उन की फिर से प्रैसिंग की जाती है. प्रैसिंग के बाद बालों को कैराटिन युक्त शैंपू से साफ किया जाता है और कैराटिन कंडीशनर लगा कर 6-7 मिनट के लिए छोड़ दिया जाता है. फिर बालों को साफ कर के ब्लो ड्राई किया जाता है और इसी के साथ कैराटिन ट्रीटमेंट की प्रक्रिया पूरी हो जाती है.

कैराटिन ट्रीटमेंट नहीं है रीबौंडिंग

बहुत सी महिलाएं कैराटिन ट्रीटमेंट को रीबौंडिंग समझने की भूल कर बैठती हैं और बाद में ट्रीटमेंट में खामियां ढूंढ़ने लगती हैं. सैम बताते हैं, ‘‘कैराटिन ट्रीटमेंट बालों की फ्रीजीनैस दूर कर उन्हें शाइनी और स्मूद बनाता है. मगर यह बालों को स्ट्रेट नहीं करता. हां, जिन महिलाओं के बाल पहले से स्टे्रट हों उन के बालों में कुछ समय के लिए स्ट्रैटनिंग वाला इफैक्ट जरूर आ जाता है. मगर जिन के बाल कर्ली हैं उन के बाल शैंपू वाश के बाद पहले की तरह ही हो जाते हैं, बस स्मूदनैस और शाइनिंग रह जाती है. साथ ही बाल पहले से ज्यादा हैल्दी भी लगने लगते हैं.’’

महिलाओं को यह भी भ्रम है कि कैराटिन ट्रीटमेंट परमानैंट होता है जबकि ऐसा नहीं है. सैम के अनुसार, कैराटिन ट्रीटमेंट में बहुत ही माइल्ड प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल होता है जबकि स्मूदनिंग और रीबौंडिंग में हार्ड कैमिकल्स का प्रयोग किया जाता है. कैराटिन ट्रीटमेंट का असर बालों पर 4-5 महीने रहता है. इस के बाद फिर से यह ट्रीटमेंट देना होता है.

इन बातों का रखें ध्यान

1. इस ट्रीटमेंट की प्रक्रिया के दौरान हीट इक्विपमैंट्स का प्रयोग किया जाता है, जिस से बालों को काफी नुकसान पहुंचता है. भले ही यह नुकसान ट्रीटमेंट के प्रभाव के कारण न दिखे, मगर 4-5 महीने बाद जब ट्रीटमेंट का असर खत्म हो जाता है तब बालों में डैमेजेस दिखने लगते हैं. ऐसा न हो इस के लिए बालों को अतिरिक्त देखभाल की जरूरत होती है. मसलन, कैराटिन युक्त हेयरस्पा इस में काफी मददगार साबित होते हैं.

2. ट्रीटमेंट के बाद बालों को कम से कम फोल्ड करें. दरअसल, यह स्ट्रेटनिंग ट्रीटमेंट नहीं है, मगर इस में स्ट्रेटनिंग वाला इफैक्ट आ जाता है. बालों को फोल्ड करने पर यह इफैक्ट खत्म हो जाता है.

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3. अन्य ट्रीटमैंट्स की तरह कैराटिन ट्रीटमेंट भी एक कैमिकल ट्रीटमेंट है. इस के प्रयोग के बाद बालों का रंग 1 लैवल फेड हो जाता है. अत: इस बदलाव के लिए पहले से ही खुद को तैयार कर लें.

4. ट्रीटमेंट के बाद बालों में केवल सल्फेट फ्री शैंपू और सल्फेट फ्री कंडीशनर ही लगाएं. ट्रीटमेंट से पहले प्रोडक्ट के इनग्रीडिऐंट्स जरूर देखें. ग्लाइकोलिक ऐसिड वाले प्रोडक्ट के इस्तेमाल से बचें, क्योंकि इस से भी बालों का प्राकृतिक रंग खराब होता है.

5. यह ट्रीटमेंट खासतौर पर उन महिलाओं के लिए अच्छा साबित हो सकता है जिन के बाल पहले करवाए गए कैमिकल ट्रीटमेंट से डैमेज हो चुके हैं.

6. यह ट्रीटमेंट किसी अनुभवी प्रोफैशनल से ही कराएं और फौर्मल्डेहाइड फ्री कैराटिन ट्रीटमेंट करने के लिए कहें. दरअसल, कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि कैराटिन ट्रीटमेंट में फौर्मल्डेहाइड फ्री कैराटिन ट्रीटमेंट भी उपलब्ध है, इसलिए वही सैलून चुनें जहां फौर्मल्डेहाइड फ्री कैराटिन ट्रीटमेंट दिया जाता है.

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Winter Special: सर्दियों के लिए बालों को करें तैयार

आप की त्वचा की तरह आप के बाल भी मौसम की मार झेलते हैं. चिलचिलाती गरमी बालों को बेहद रूखा बना देती है तो मौनसून की नमी उन की सतह पर फंगल इन्फैक्शन के खतरे को बढ़ा देती है. इस के बाद ठंड आने पर बाल काफी कमजोर और डल से हो जाते हैं. ऐसे में आप अगर सर्दी का मौसम आने से पहले अपने बालों की केयर के लिए निम्न खास तरीके अपनाएंगी तो आप अपने बालों को स्वस्थ और खूबसूरत रख सकती हैं:

हैल्दी डाइट और सप्लिमैंट

अगर आप अंदर से स्ट्रौंग हैं, तो इस का असर आप के बालों पर साफ नजर आता है. अगर आप अपनी डाइट में हैल्दी न्यूट्रिशन लेती हैं, तो इस से आप का शरीर स्वस्थ रहेगा और त्वचा पर भी चमक नजर आएगी. इस का असर बालों पर भी दिखेगा. इस के लिए आप ज्यादा से ज्यादा प्रोटीन युक्त डाइट लें, जिस में अंडे, चिकन, ओमेगा-3 फैटी ऐसिड, आयरन, काजू व बादाम आदि शामिल हों. इस के अलावा आयरन व फोलिक ऐसिड के सप्लिमैंट भी ले सकती हैं. ये आप के बालों को हैल्दी रखते हैं.

अगर आप की डाइट में न्यूट्रिशन की भरपूर मात्रा न हो तो सप्लिमैंट की जरूरत होती है. अत: अपने बालों को सर्दी की मार से बचाने के लिए आप विटामिन बी कौंप्लैक्स, प्रोटीन और कैल्सियम के सप्लिमैंट ले सकती हैं. अगर आप बहुत ज्यादा हेयरफौल से परेशान हैं तो डर्मेटोलौजिस्ट की सलाह लें.

ब्लोड्रायर का इस्तेमाल

पतझड़ के मौसम में नमी काफी कम होती है. ऐसे में ड्रायर और हौट आयरन का इस्तेमाल बालों पर कम करें. ऐसा करने पर आप के बाल सर्दी के मौसम में ब्लोड्रायर्स के इस्तेमाल के लिए तैयार रहेंगे. बालों पर ड्रायर का ज्यादा इस्तेमाल करने से सिर की परत के रोमछिद्र खुल जाते हैं. जिस से गंदगी रोमछिद्रों से अंदर प्रवेश कर जाती है. इस से बालों की जड़ें बेहद कमजोर हो जाती हैं. अत: बालों को ड्रायर करने से पहले अगर सिर की सतह पर बालों को सौफ्ट करने वाली क्रीम लगा ली जाए तो ड्रायर से होने वाला नुकसान काफी कम हो जाएगा.

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रोजाना सिर की मसाज

बालों व सिर की सतह की मसाज के लिए हलका जैतून या नारियल का तेल इस्तेमाल करें. इस से बालों में नमी बनी रहती है. लेकिन इस का मतलब यह नहीं कि आप बहुत ज्यादा औयलिंग शुरू कर दें. बहुत ज्यादा औयल को साफ करने के लिए आप को ज्यादा शैंपू का इस्तेमाल करना होगा जोकि बालों को नुकसान पहुंचा सकता है. आमतौर पर बालों में हफ्ते में 2 बार औयलिंग और मसाज करने से बाल स्वस्थ रहते हैं. लेकिन ठंड से पहले व ठंड के मौसम में रोजाना औयलिंग व मसाज करनी चाहिए.

मौइश्चराइजिंग शैंपू व कंडीशनर

सर्दी के मौसम में बालों का रूखा हो जाना आम बात है. ऐसे में अभी से मौइश्चराइजिंग शैंपू व कंडीशनर का इस्तेमाल शुरू कर दें. दही, अंडे व हिना के इस्तेमाल से बालों की नमी को बनाए रखा जा सकता है. अगर बालों में डैंड्रफ है तो नीबू का इस्तेमाल करें.

सिर की सतह रखें स्वस्थ

सिर की सतह को स्वस्थ रखने के लिए कुछ किस्म के ट्रीटमैंट भी ले सकती हैं. ये ट्रीटमैंट मैडिकल थेरैपी के रूप में उपलब्ध हैं जैसे, लेजर लाइट थेरैपी, ओजोन थेरैपी, स्टेम सैल थेरैपी और एलईडी थेरैपी. इन सभी थेरैपियों के जरीए बालों की सतह को स्वस्थ रखा जा सकता है. इन से डैंड्रफ के साथसाथ बालों की अन्य समस्याओं से भी छुटकारा मिल जाता है.

लेजर लाइट थेरैपी

हेयरफौल और स्कैल्प इन्फैक्शन के लिए: जब आप के सिर की सतह पर रक्त का प्रवाह सही न हो रहा हो या फिर हारमोन डैफिसिएंसी हो जिस में कि डीहाइड्रोटेस्टोस्टेरोन प्रमुख है, इन दोनों ही परेशानियों में सिर की सतह को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचता है. ऐसे में लेजर फोटोथेरैपी के जरीए सिर की सतह को इन परेशानियों से दूर किया जा सकता है.

इस थेरैपी में बालों की सतह को जैंटल व नरिशिंग लाइट से नहलाया जाता है. इस तरीके से बालों की सतह पर फिर से ऊर्जा का संचार होने लगता है और बालों की फिर से ग्रोथ होने लगती है. इस के अलावा लेजर थेरैपी से बालों की सतह के रुक चुके रक्तप्रवाह को भी सही किया जा सकता है.

ओजोन थेरैपी

यह बालों की ग्रोथ और रिपेयर के लिए है. शरीर के किसी भी हिस्से में औक्सीजन के प्रवाह को ओजोन थेरैपी के नाम से जाना जाता है. औक्सीजन के ये फ्रीरैडिकल्स शरीर में मौजूद हानिकारक तत्त्वों को शरीर से बाहर करने में सहायक होते हैं. ऐसे ही तत्त्व हमारे सिर की सतह पर भी होते हैं जोकि ओजोन थेरैपी के जरीए सतह से बाहर निकल जाते हैं. इस थेरैपी के असर से बालों का गिरना पूरी तरह बंद हो जाता है और नए बाल भी उगने शुरू हो जाते हैं.

स्टेम सैल थेरैपी

इस ट्रीटमैंट में हम विटामिन, अमीनोऐसिड्स व पैप्टाइड्स के मिक्सचर को दूसरे ऐक्टिव इनग्रीडिएंट्स के साथ मिला कर सिर की सतह के स्टेम सैल्स को ऐक्टिव करते हैं. इस से बालों की ग्रोथ तेज हो जाती है. यह ट्रीटमैंट कई सैशन में पूरा होता है. तेज रिकवरी के लिए हेयर लेजर एलईडी थेरैपी का इस्तेमाल भी किया जा सकता है.

एलईडी थेरैपी

एलईडी यानी लाइट इमिटिंग डायोड थेरैपी के जरीए अलगअलग कम ऐनर्जी की लेजर लाइट को मिला कर ट्रीटमैंट किया जाता है. कई किस्म की लेजर्स को मिला कर ट्रीटमैंट करने से यह हेयरलौस और हेयरग्रोथ ट्रीटमैंट में काफी प्रभावी होती है.

प्लेटलेट रिच प्लाज्मा

इस ट्रीटमैंट में मरीज के खून में मौजूद सीरम को अलग किया जाता है. इस से ऐक्टिव प्लेटलेट्स अलग किए जाते हैं. इस के बाद इसे सिर की सतह पर इस्तेमाल किया जाता है ताकि बालों की ग्रोथ और भी तेजी से हो सके.

– डाक्टर चिरंजीव छाबड़ा
लीडिंग डर्मेटोलौजिस्ट, स्किन अलाइव क्लीनिक, दिल्ली

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