नशा- भाग 3: क्या नेहा के लिए खुद को बदल पाया सुमित

क्यों नहीं कोई मेरा अपना मुझे बेइज्जत होने से बचाने आया? मम्मीपापा कहां थे? तुम कहां थीं? वे सब जो लोग मुझ से दोस्ताना अंदाज में हंसतेबोलते हैं, उन्होंने मेरा साथ क्यों नहीं दिया?’’

‘‘तुम ने अरुण भैया को हमें फोन करने से क्यों रोका था, सुमित? हमें सूचना मिल जाती तो, तुम्हारे बंद होने की नौबत ही न आती,’’ मेरा स्वर भी रोंआसा हो उठा था.

‘‘अरुण भैया झूठ बोल रहे हैं. मैं ने बारबार उन्हें बुलाया, पर वे मुझ से मिलने से कतराते रहे… मैं बहुत गुस्सा हूं उन से.’’

‘‘अब न गुस्सा होओ और न ही दुखी. आज की रात को एक खराब सपने की तरह भूल जाओ, सुमित,’’ मैं ने कोमलस्वर मेंउसे समझाया.

‘‘इस रात को मैं कभी नहीं भूल सकूंगा,  अनु… इतनी बेइज्जती… मेरा तो आत्महत्या करने का मन कर रहा है. कैसे मिलाऊंगा मैं लोगों से नजरें?’’ उस ने पीडि़त स्वर में कहा.

‘‘बेकार की बात मुंह से न निकालो सुमित,’’ मैं गुस्सा हो उठी, ‘‘तुम ने शराब न पी रखी होती तो जो हुआ है, वह कभी न घटता.’’

‘‘जिसे अपनों का प्यार नहीं मिलता, शराब ही तो उसे जीने का सहारा देती है, अनु.’’

‘‘वाह, क्या डायलाग बोला है,’’ मैं व्यंग्यात्मक लहजे में बोली, ‘‘गालियां देने व मारपीट करने के बाद नेहा से प्यार पाने की उम्मीद तुम कर कैसे सकते हो?’’

‘‘क्या नेहा… क्या पापा… क्या मम्मी… मैं किसी के लिए भी महत्त्वपूर्ण नहीं हूं, अनु. इन सब के गलत व्यवहार ने ही मुझे ज्यादा पीने की आदत डलवाई है,’’ वह गुस्सा हो उठा.

‘‘और पीने का नतीजा आज रात तुम ने देख लिया है. अब तो शराब पीने से तोबा कर लो, सुमित.’’

उस ने कोई जवाब न दे कर खामोशी अख्तियार कर ली, तो मैं ने भावुक लहजे में कहा, ‘‘यह शराब तुम्हारे हर रिश्ते में जहर घोल कर हंसीखुशी और प्रेम को नष्ट कर रही है, सुमित. तुम्हें पीना छोड़ना ही होगा.’’

‘‘इस वक्त शराब और अपने लिए सिर्फ नफरत ही नफरत है मेरे मन में अनु, लेकिन पीना छोड़ना आसान नहीं. पहले भी मैं ने कई बार कोशिश की है, पर मेरे दोस्त जोर डाल कर मुझे कमजोर बना देते हैं… शराब छोड़ने का मेरा वादा झूठा ही साबित होगा… मैं फिर हार जाऊंगा अनु.’’ वह और ज्यादा निराश नजर आने लगा.

‘‘इस बार नहीं हारने दूंगी मैं तुम्हें,’’ मैं ने मजबूत स्वर में उस का धैर्य बंधाया, ‘‘तुम आज शाम को ही मेरे साथ सोलन चलो. अपने दोस्तों से दूर वहां के स्वस्थ, शांत वातावरण में कुछ दिन गुजारने के बाद तुम अपने भीतर नया जोश, नया उत्साह, नई इच्छाशक्ति पैदा कर सकोगे. तुम एक ऐसा भिन्न इनसान बन कर लौटोगे जिसे जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए शराब की जरूरत ही नहीं पड़ेगी. जिसे शराब का नशा जीने के नशे के सामने बेहद फीका लगने लगेगा. बस, अब तुम मेरे साथ चलने से इनकार मत करना, प्लीज.’’

कुछ पल मेरे चेहरे पर नजरें जमाए रखने के बाद उस ने कोमल अंदाज में मेरी आंखों से बह आए आंसुओं को पोंछा और फिर मुसकराने का प्रयास करते हुए बोला, ‘‘मेरी प्यारी दोस्त… मेरी प्यारी बहन, मैं चलूंगा तेरे साथ.’’

‘‘इस के लिए मैं अपने पति को फोन कर देती हूं. वे खुश होंगे तुम्हें मेरे साथ आया देख कर, सुमित. थैंक यू…थैंक यू वैरी मच. अब सब ठीक हो जाएगा, देखना,’’ मारे खुशी के मैं उस की छाती से लग कर रोने लगी.

करीब आधे घंटे के बाद हम जब अपने घर लौट रहे थे, तब अरुण भैया ने मेरे मन में कुलबुलाहट मचा रहे मेरे सवाल का जवाब मुझे दिया.

‘‘हां अनु, मैं ने जानबूझ कर सुमित के लौकअप में बंद होने की सूचना नहीं दी थी,’’ भैया गंभीर लहजे में बोले, ‘‘थाने में मुझे मेरे साथ पढ़ा इंस्पेक्टर नरेश मिला. नशे का शिकार सुमित उस के साथ भी बदतमीजी से पेश आया था. उसे सही नसीहत देने के लिए कुछ घंटों के लिए सुमित को लौकअप में उस बदतमीज, दबंग स्कूटर चालक के साथ बंद कर दिया जाए, यह आइडिया मेरे दोस्त इंस्पेक्टर का ही था.

‘‘मैं चाहता तो वह सुमित को जल्दी जाने देता, लेकिन उस की बात मेरी समझ में आई. सुमित लौकअप में गुजारे ये चंद घंटे कभी नहीं भुला सकेगा.’’

मैं ने कुछ देर खामोशी के साथ उन के कहे पर सोचविचार किया तो यह बात समझ में आई कि उन की तरकीब कठोर तो थी पर अपना प्रभाव सुमित के दिलोदिमाग पर छोड़ने में सफल रही. कुछ घंटों के आराम के बाद मैं अपना सामान बांधने में जुट गई.

नेहा के अलावा मैं ने सुमित के कुछ अन्य करीबी दोस्तों को भी फोन पर उस के मेरे साथ सोलन जाने की सूचना दे दी थी. इन सभी की दिली इच्छा थी कि सुमित किसी भी तरह शराब के नशे से मुक्त हो जाए.

हमें रात की बस पकड़नी थी. बसअड्डे तक जाने के लिए टैक्सी का इंतजाम अरुण भैया ने कर दिया. सुमित उसी टैक्सी में अपने मातापिता के साथ बैठ कर हमारे घर 7 बजे के करीब आ गया.

हमारे ड्राइंगरूम में कदम रखते ही वह चौंक पड़ा. उसे विदा करने के लिए उस के 2 अच्छे दोस्त, उस के चाचा का पूरा परिवार और हमारी एक पुरानी स्कूल टीचर अलका मैडम उपस्थित थीं, जिन का सुमित कभी सब से प्यारा शिष्य हुआ करता था.

सभी ने सुमित को प्यार से गले लगाया और आशीर्वाद देने के साथसाथ हौसला बढ़ाने वाले शब्द भी कहे.

‘‘बड़ों का स्नेह व छोटों से मानसम्मान पाने के लिए खुद को बदल डालो, सुमित.’’ अलका मैडम ने जब सुमित का माथा चूमा, तब उन की आंखों में आंसू झिलमिला रहे थे.

‘‘तुम अपना खयाल रखना, सुमित. मैं कोशिश करूंगा कि शराब से हमारे परिवार के हर सदस्य का नाता टूट जाए,’’ खुद शराब न पीने वाले सुमित के चाचाजी का इशारा अपने बड़े भैयाभाभी की तरफ था.

‘‘मेरे बेटे, मैं समझ गया हूं कि नुकसानदायक चीज कम मात्रा में भी नुकसान पहुंचाती है. हम कम मात्रा को छोड़ दें तो कोई भी सीमा तोड़ कर ज्यादा मात्रा का शिकार कैसे बनेगा? तुम जल्दी से स्वस्थ हो कर आओ… मेरा वादा है कि तुम्हें अपने घर में… हम दोनों के हाथों में कभी शराब नजर नहीं आएगी,’’ अपने बीमार नजर आते युवा बेटे को गले लगाते हुए सुरेंद्र अंकल और सीमा आंटी दोनों आंसू बहा रहे थे.

‘‘हमारे होते हुए तू यहां की फिक्र न करना, यार. हम अंकल के साथ तेरे बिजनैस की देखभाल करेंगे. बस, तू जल्दी से हंसतामुसकराता लौट आ यारों के बीच,’’ अपने दोस्तों की हौसला बढ़ाने वाली बातें सुन कर सुमित पहली बार हौले से मुसकरा पड़ा था.

टैक्सी वाले ने हौर्न बजा कर सब का ध्यान आकर्षित न किया होता, तो ये विदाई की घडि़यां बड़ी लंबी खिंचतीं. जल्दी से सामान रखवाने के बाद हम दोनों टैक्सी में बैठ गए.

शुभकामनाओं के साथ सब ने हाथ हिला कर हमें विदा किया. इस वक्त वहां ऐसा कोई नहीं था जिस की पलकें नम न हों.

कुछ देर खामोश रहने के बाद सुमित ने भरे गले से कहा, ‘‘मैं इन सब लोगों को अब और दुखी नहीं करूंगा… इन्हें निराश नहीं करूंगा. अपने को बदल डालूंगा मैं, अनु.’’

‘‘गुड,’’ मैं मुसकराई, ‘‘तुम्हारा जोश बढ़ाने के लिए एक और चीज है मेरे पास. यह लो,’’ और मैं ने एक कार्ड उसे पकड़ाया, जो नेहा मुझे 2 घंटे पहले आ कर दे गई थी.

‘जल्दी स्वस्थ होने के लिए मेरी ढेर सारी शुभकामनाएं. मैं तुम्हारा इंतजार कर रही हूं… जल्दी लौटना,’ कार्ड में नेहा द्वारा लिखे गए इन शब्दों को पढ़ सुमित का चेहरा खिल उठा.

मैं ने सुमित का हाथ प्यार से पकड़ा और मुसकराती हुई बोली, ‘‘जिंदगी की चुनौतियों का सामना करने के लिए हमें किसी भी तरह के नशे की जरूरत नहीं होती है, सुमित. जीवन को कर्म के स्तर पर गहराई से जीने का अपना मजा है… अपना नशा है, मेरे दोस्त.’’

‘‘मुझे उस असली नशे के काबिल तुम ही बनाना. सोलन में बंदा तुम्हारा ही हुक्म बजाएगा, मैडम अनु.’’ उस के इस जवाब पर हम दोनों का सम्मिलित ठहाका टैक्सी में गूंजा और सुमित के भावी बदलाव को ले कर मेरा मन आशा और विश्वास से भर उठा.

GHKKPM: विराट की औफस्क्रीन वाइफ पर भड़के ट्रोलर्स, पाखी को कही ये बात

स्टार प्लस का सीरियल ‘गुम है किसी के प्यार में’ (Ghum Hai Kisikey Pyaar Meiin) आए दिन ट्रोलिंग का शिकार होता रहता है. वहीं इसका असर शो के लीड एक्टर्स की पर्सनल लाइफ पर भी पड़ता हुआ नजर आता है. विराट यानी एक्टर नील भट्ट (Neil Bhatt) और उनकी औफस्क्रीन वाइफ ऐश्वर्या शर्मा (Aishwarya Sharma) अपनी औनस्क्रीन जोड़ी के कारण कई बार ट्रोल हो चुके हैं, जिसका असर अब उनकी पर्सनल लाइफ पर भी पड़ने लगा है. हालांकि औनस्क्रीन रोमांस करने की बजाय कपल औफस्क्रीन फैंस के सामने अपना प्यार जाहिर करता हुआ दिख रहा है. आइए आपको बताते हैं पूरी खबर…

सेट से रील किया शेयर

 

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विराट-पाखी यानी एक्टर नील भट्ट और ऐश्वर्या शर्मा ने हाल ही में ‘गुम है किसी के प्यार में’ के सेट से एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह फिल्म अनीता का एक पॉपुलर सीन रीक्रिएट करते दिख रहे हैं. दरअसल, वीडियो में  मनोज कुमार और साधना की फिल्म अनीता के ‘हाउ मच पागल…वेरी वेरी मच पागल’ वाले डायलॉग को कपल अपने में रीक्रिएट करता हुआ दिख रहा है. वीडियो देखने के बाद फैंस दोनों की जोड़ी को काफी पसंद कर रहे हैं. हालांकि कुछ लोगों को वीडियो बिल्कुल पसंद नहीं आ रहा है.

 

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पाखी-विराट की जोड़ी पर बरसे फैंस

 

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सीरियल में पाखी और विराट के लेटेस्ट ट्रैक से परेशान सई के चाहने वाले फैंस कपल की वीडियो पर अपनी भड़ास निकालते नजर आ रहे हैं. जहां नील भट्ट और ऐश्वर्या शर्मा की जोड़ी का बकवास बताया है तो वहीं दूसरे यूजर ने दोनों को पागल कहते हुए लिखा, ‘तुम लोगों को बताने की कोई जरूरत नहीं है..दोनों पागल हो और हमें पता है.’

सीरियल में आएगा नया ट्विस्ट

सीरियल ‘गुम है किसी के प्यार में’ के अपकमिंग ट्रैक की बात करें एक के बाद एक नए ट्विस्ट शो में आने वाले हैं. दरअसल, सई, विराट को सवि का सच बताने की कोशिश करेगी. लेकिन विराट को पाखी के करीब और उसकी बदली सोच देखकर वह सवि को उसकी बेटी होने का सच नहीं बताएगी. लेकिन खबरों की मानें तो विराट के सामने सवि के उसकी बेटी होने का सच सामने आ जाएगा, जिसके चलते सई और विराट के बीच दोबारा बहस होती दिखेगी.

Royal Wedding की लिस्ट में जुड़ा इस एक्ट्रेस का नाम! जानें नाम

एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में इन दिनों रॉयल वेडिंग ट्रैंड कर रही हैं. जहां एक्ट्रेस कटरीना कैफ की रॉयल वेडिंग ने लोगों का ध्यान खींचा था तो वहीं अब एक और एक्ट्रेस रॉयल वेडिंग रचाती हुई नजर आने वाली हैं. दरअसल, जल्द ही एक्ट्रेस हंसिका मोटवानी अपने बिजनेसमैन बॉयफ्रेंड संग शादी करने वाली है, जिसके लिए खास जगह का चुनाव हो गया है. आइए आपको बताते हैं Hansika Motwani Royal Wedding की पूरी खबर….

शादी के लिए चुना किला

 

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खबरों की मानें तो एक्ट्रेस हंसिका मोटवानी की शादी की तैयारियां शुरु हो गई हैं. जहां एक्ट्रेस की शादी की डेट सामने आ गई है तो वहीं वेडिंग वेन्यू का भी चुनाव हो चुका है. दरअसल, खबरें हैं कि एक्ट्रेस हंसिका मोटवानी ने अपनी शादी के लिए जयपुर का 450 साल पुराना किला मुंडोता फोर्ट चुना है, जिसमें उनकी शादी के पूरे फंक्शन सेलिब्रेट होंगे. इस शादी में गेस्ट की बात करें तो एक्ट्रेस के खास दोस्त और फैमिली शादी का हिस्सा बनते दिखेंगे.

इस महीने में होगी शादी

 

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वेडिंग की बात करें तो खबरें हैं कि एक्ट्रेस दिसंबर में सात फेरे लेने वाली हैं, जिसके चलते जयपुर के मुण्डोता फोर्ट में शादी की तैयारियां शुरु हो गई हैं. हालांकि शादी को लेकर अभी कोई ऑफिशियल जानकारी नहीं मिली है. लेकिन एक्ट्रेस हंसिका मोटवानी की शादी काफी रॉयल होने वाली हैं. वहीं खबरों को सच मानें तो रॉयल वेडिंग करने वालों में एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा और कटरीना कैफ जैसी हसीनाओं के बाद एक्ट्रेस हंसिका मोटवानी का नाम रॉयल वेडिंग की इस लिस्ट में शामिल होने वाला है.

 

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बता दें, एक्ट्रेस हंसिका मोटवानी ने अपने करियर की शुरुआत बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट टीवी से की थी. दरअसल, वह पौपुलर टीवी सीरियल शाका लाका बूम बूम, क्योंकि सास भी कभी बहू थी, सोन परी जैसे शोज में नजर आई थीं और बेहद सुर्खियां बटोरीं थी. वहीं बौलीवुड की फिल्मों में भी वह काम कर चुकी हैं. हालांकि वह साउथ की फिल्मों में ज्यादा नजर आई हैं.

प्रसव के बाद मेरे जोड़ों में काफी दर्द रहने लगा है?

 सवाल-

मैं 32 वर्षीय घरेलू महिला हूं. प्रसव के बाद मेरे जोड़ों में काफी दर्द रहने लगा है. बताएं मु झे क्या करना चाहिए?

जवाब-

गर्भावस्था और प्रसव के दौरान शरीर में कई रासायनिक और हारमोनल बदलाव होते हैं, जिस का प्रभाव जोड़ों पर भी पड़ता है. गर्भावस्था में वजन बढ़ने से भी कमर, कूल्हों और घुटनों के जोड़ों पर दबाव पड़ता है और उन में टूटफूट की प्रक्रिया तेज हो जाती है. कई महिलाएं गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान अपने खानपान का ध्यान नहीं रखतीं जबकि इस दौरान उन के शरीर को पोषक तत्त्वों की काफी अधिक मात्रा में आवश्यकता होती है. अपने खानपान का ध्यान रखें, बढ़े वजन को कम करें और शारीरिक रूप से सक्रिय रहें.

ये भी पढ़ें-

मां बनना एक खुशी का पल होता है, जिसे हर मां अपनी तरह से जीना चाहती है. मां बनने से पहले तो हर कोई अपनी हेल्थ का ध्यान रखता है, लेकिन प्रैग्नेंसी के बाद कईं महिलाएं अपना ख्याल नहीं रखती, जिससे वह कईं बिमारियों का शिकार हो जाती हैं. वहीं बौलीवुड एक्ट्रेस की बात की जाए तो वह मां बनने के बाद भी स्लिम एंड फिट नजर आती हैं, लेकिन कुछ महिलाएं मां बनने के बाद खुद को रिटायर समझने लगती हैं और सोचने लगती हैं कि अब उन की फिगर पहले जैसा आकार नहीं ले सकती. इसलिए वे अपनी फिटनेस को लेकर लापरवाह हो जाती हैं, जिससे उनकी बौडी थुलथुली हो जाती है व स्किन डल हो जाती है. पर बच्चा पैदा होने के बाद अगर थोड़ा ध्यान खुद पर दिया जाए तो किसी भी महिला की हेल्थ नही बिगड़ेगी. इसीलिए आज हम आपको डिलीवरी के बाद भी अपने को फिट और खूबसूरत कैसे रखें इसके बारे में बताएंगे…

1. डिलीवरी के बाद कब शुरू करें एक्सरसाइज

प्रौफेशनल का कहना है अगर डिलीवरी नौर्मल हुई हो तो डिलीवरी के 6 हफ्तों के बाद कोई भी महिला एक्सरसाइज शुरू कर सकती है और अगर डिलीवरी सिजेरियन हुई हो तो 3 महीनों के बाद महिला एक्सरसाइज शुरू कर सकती है. डिलीवरी के समय वेट गेन होना यानी वजन का बढ़ना नौर्मल है. हर महिला 9 किलोग्राम से 11 किलोग्राम तक वेट गेन करती है. चूंकि इस समय फिजिकल एक्टिविटीज नहीं होती और घी, ड्राई फू्रट्स आदि हाईकैलोरी वाली चीजों का सेवन ज्यादा किया जाता है, तो वजन बढ़ ही जाता है. अगर रोज एक्सरसाइज और खानपान का ध्यान रखा जाए तो बढ़ते वजन को घटाया जा सकता है.

पूरी खबर पढ़ने के लिए- 6 टिप्स: डिलीवरी के बाद ऐसे रखें खुद को फिट

अगर आपकी भी ऐसी ही कोई समस्या है तो हमें इस ईमेल आईडी पर भेजें- submit.rachna@delhipress.biz   सब्जेक्ट में लिखे…  गृहशोभा-व्यक्तिगत समस्याएं/ Personal Problem

अनमोल उपहार: सरस्वती के साथ क्या हुआ

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एओर्टिक स्टेनोसिस : समय पर इलाज जरूरी

डायबिटीज रोगी 77 साल के बिपिन चंद्रा की जिंदगी अब थोड़ी सुकूनभरी है लेकिन साल 2014 में उन की स्थिति काफी तकलीफदेह हो गई थी. किडनी की बीमारी से जूझ रहे बिपिन चंद्रा की बाईपास सर्जरी हो चुकी थी. उम्र के इस पड़ाव में उन का चलनाफिरना या काम करना मुश्किल हो गया था. थोड़ा चलने पर ही वे हांफने लगते. उन की बढ़ती समस्या को देखते हुए डाक्टर से परामर्श लिया गया.

डाक्टर ने उन के कुछ टैस्ट किए जिन में एमएससीटी (इस तकनीक में हृदय और वैसल्स की 3डी इमेज बनाने के लिए एक्सरे बीम तथा लिक्विड डाई का इस्तेमाल किया जाता है) भी शामिल है. टैस्ट के बाद खुलासा हुआ कि वे गंभीररूप से एओर्टिक स्टेनोसिस से पीडि़त थे. बिपिन चंद्रा की सर्जरी हुए 2 साल हो गए हैं और अब वे बेहतरीन जिंदगी जी रहे हैं.

एओर्टिक स्टेनोसिस क्या है?

जब हृदय पंप करता है तो दिल के वौल्व खुल जाते हैं जिस से रक्त आगे जाता है और हृदय की धड़कनों के बीच तुरंत ही वे बंद हो जाते हैं ताकि रक्त पीछे की तरफ वापस न आ सके. एओर्टिक वौल्व रक्त को बाएं लोअर चैंबर (बायां वैंट्रिकल) से एओर्टिक में जाने के निर्देश देते हैं.

एओर्टिक मुख्य रक्तवाहिका है जो बाएं लोअर चैंबर से निकल कर शरीर के बाकी हिस्सों में जाती है. अगर सामान्य प्रवाह में व्यवधान पड़ जाए तो हृदय प्रभावी तरीके से पंप नहीं कर पाता. गंभीर एओर्टिक स्टेनोसिस यानी एएस में एओर्टिक वौल्व ठीक से खुल नहीं पाते.

मेदांता अस्पताल के कार्डियोलौजिस्ट डा. प्रवीण चंद्रा कहते हैं कि गंभीर एओर्टिक स्टेनोसिस की स्थिति में आप के हृदय को शरीर में रक्त पहुंचाने में अधिक मेहनत करनी पड़ती है. समय के साथ इस वजह से दिल कमजोर हो जाता है. यह पूरे शरीर को प्रभावित करता है और इस वजह से सामान्य गतिविधियां करने में दिक्कत होती है. जटिल एएस बहुत गंभीर समस्या है. अगर इस का इलाज न किया जाए तो इस से जिंदगी को खतरा हो सकता है. यह हार्ट फेल्योर व अचानक कार्डिएक मृत्यु का कारण बन सकता है.

लक्षण पहचानें

एओर्टिक स्टेनोसिस के कई मामलों में लक्षण तब तक नजर नहीं आते जब तक रक्त का प्रवाह तेजी से गिरने नहीं लगता. इसलिए यह बीमारी काफी खतरनाक है. हालांकि यह बेहतर रहता है कि बुजुर्गों में सामने आने वाले विशिष्ट लक्षणों पर खासतौर से नजर रखनी चाहिए. ये लक्षण छाती में दर्द, दबाव या जकड़न, सांस लेने में तकलीफ, बेहोशी, कार्य करने में स्तर गिरना, घबराहट या भारीपन महसूस होना और तेज या धीमी दिल की धड़कन होना हैं.

बुजुर्ग लोगों को एओर्टिक स्टेनोसिस का बहुत रिस्क रहता है क्योंकि इस का काफी समय तक शुरुआती लक्षण नहीं दिखता. जब तक लक्षण, जैसे कि छाती में दर्द या तकलीफ, बेहोशी या सांस लेने में तकलीफ, विकसित होने लगते हैं तब तक मरीज की जीने की उम्र सीमित हो जाती है. ऐसी स्थिति में इस का इलाज सिर्फ वौल्व का रिप्लेसमैंट करना ही बचता है. हाल ही में विकसित ट्रांसकैथेटर एओर्टिक वौल्व रिप्लेसमैंट (टीएवीआर) तकनीक की मदद से गंभीर एओर्टिक स्टेनोसिस रोगियों का इलाज प्रभावी तरीके से किया जा सकता है जिन की सर्जरी करने में बहुत ज्यादा जोखिम होता है.

एओर्टिक वौल्व रिप्लेसमैंट

टीएवीआर से उन एओर्टिक स्टेनोसिस रोगियों को बहुत लाभ मिलेगा जिन्हें ओपन हार्ट सर्जरी करने के लिए अनफिट माना गया है. इस उपचार की सलाह उन मरीजों को दी जाती है जिन का औपरेशन रिस्कभरा होता है. इस से उन के जीने और कार्यक्षमता में बहुत सुधार होता है.

गंभीर एओर्टिक स्टेनोसिस में जान जाने का खतरा रहता है और अधिकतर मामलों में सर्जरी की ही जरूरत पड़ती है. कुछ सालों तक इस बीमारी का इलाज ओपन हार्ट सर्जरी ही थी. लेकिन टीएवीआर के आने से अब काफी बदलाव हो रहे हैं. टीएवीआर मिनिमल इंवेसिव सर्जिकल रिप्लेसमैंट प्रक्रिया है जो गंभीर रूप से पीडि़त एओर्टिक स्टेनोसिस रोगियों और ओपन हार्ट सर्जरी के लिए रिस्की माने जाने वाले रोगियों के लिए उपलब्ध है. इस के अलावा जो रोगी कई तरह की बीमारियों से घिरे हुए हैं, उन के लिए भी यह काफी प्रभावी और सुरक्षित प्रक्रिया है.

टीएवीआर ने दी नई जिंदगी

देहरादून के 53 साल के संजीव कुमार का वजन 140 किलो था और वे हाइपरटैंशन व डायबिटीज से पीडि़त थे. इस के साथ उन्हें अनस्टेबल एंजाइना की समस्या थी जिस में रोगी को अचानक छाती में दर्द होता है और अकसर यह दर्द आराम करते समय महसूस होता है. संजीव को कई और बीमारियां जैसे कि नौन क्रीटिकल क्रोनोरी आर्टरी बीमारी (सीएडी), औबस्ट्रैक्टिव स्लीप अपनिया (सोते समय सांस लेने में तकलीफ), उच्च रक्तचाप, क्रोनिक वीनस इनसफिशिएंसी (बाएं पैर), ग्रेड 2 फैटी लीवर (कमजोर लीवर), हर्निया और गंभीर एलवी डायफंक्शन के साथ खराब इंजैक्शन फ्रैक्शन 25 फीसदी (हृदय के पंपिग करने की कार्यक्षमता) थीं.

संजीव की स्थिति दिनबदिन गंभीर होती जा रही थी और उन का पल्स रेट 98 प्रति मिनट (सामान्य से काफी ज्यादा) था. सीटी स्कैन और अन्य परीक्षणों के बाद खुलासा हुआ कि वे गंभीर एओर्टिक स्टेनोसिस से भी पीडि़त थे. इतनी बीमारियों के कारण डाक्टर ने मोेटापे से ग्रस्त संजीव का इलाज ट्रांसकैथेटर एओर्टिक वौल्व रिप्लेसमैंट (टीएवीआर) से किया. हालांकि जब फरवरी 2016 में उन पर यह प्रक्रिया अपनाई गई, तब तक वे 25-30 किलो वजन कम कर चुके थे और जिंदगी को ले कर उन का नजरिया काफी सकारात्मक हो गया था.

समय पर चैकअप जरूरी

गौरतलब है कि एएस की बीमारी आमतौर पर जब तक गंभीर रूप नहीं ले लेती तब तक इस बीमारी के लक्षणों का पता नहीं चलता. इसलिए नियमित चैकअप कराने की सलाह दी जाती है. उम्र बढ़ने के साथ एएस के मामले भी बढ़ते जाते हैं. इसलिए बुजुर्ग रोगियों को वौल्व फंक्शन टैस्ट के बारे में डाक्टर से पूछना चाहिए और गंभीर एओर्टिक स्टेनोसिस के इलाज की आधुनिक तकनीकों की जानकारी भी लेते रहना चाहिए.

Top 10 Diwali Tips In Hindi: इस दीवाली ट्राय करें ये टॉप 10 लाइफस्टाइल टिप्स

Diwali Tips In Hindi: Diwali का त्योहार आ गया है. कोरोना के कहर के बाद अब हर कोई सेफ्टी के साथ फैमिली गैदरिंग और पार्टी का लुत्फ उठा रहा है. वहीं इस खास मौके पर फैशन से लेकर घर को सजाने के लिए शॉपिंग करता दिख रहा है. इसीलिए आज हम आपके लिए लेकर आए हैं फैशन, ब्यूटी, मेकअप और होम डेकोरेशन से जुड़ी टॉप 10 टिप्स, जिसे अपना कर आप Diwali Celebration 2022 को और खास बना सकते हैं.

1. दीवाली ट्राय करें ये 9 रंगोली

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बाजार में मिलने वाली पाउडरनुमा रंगोली से आप ने कई बार रंगोली बनाई होगी, लेकिन इस बार कुछ नया ट्राई करें ताकि घर आए मेहमानों की नजर आप की रंगोली पर ठहर जाए. आइए, जानें तरह-तरह की रंगोली बनाना:

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2. Diwali Special: दीवाली मैनेजमेंट के 10 टिप्स

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दीवाली मिठाइयों, घर की सजावट और सजने धजने का पर्व है. आम तौर पर देखा जाता है कि दीवाली के दिन तक महिलाएं घर के कार्यों में खुद को इस कदर व्यस्त कर लेतीं हैं कि उन्हें अपने लिए समय नहीं मिलता और दीवाली के दिन शाम को किसी तरह तैयार होकर वे पर्व को सेलिब्रेट तो करतीं हैं परन्तु तब तक वे इस कदर थक जातीं हैं कि पर्व को भी अच्छी तरह इंजॉय नहीं कर पातीं परन्तु यदि दीवाली की तैयारियां पहले से मैनेज करके की जाएं तो आप पर्व को एंजॉय भी कर सकेंगीं और आपको तनाव भी नहीं होगा.आज हम आपको ऐसे ही कुछ टिप्स बता रहे हैं जिन्हें ध्यान में रखकर आप अपनी दीवाली को अच्छे से मना सकेंगी-

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3. शादी के बाद पहली दीवाली ऐसे बनाएं यादगार

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शादी के बाद सृष्टि की पहली दीवाली थी. उस के सासससुर और जेठजेठानी पास ही दूसरे फ्लैट में रहते थे. सृष्टि के पति मनीष को कंपनी की तरफ से अलग मकान दिया गया था जिस में दोनों पतिपत्नी अकेले रहते थे. सृष्टि भी जौब करती थी इसलिए घर में दिन भर ताला लगा रहता था. औफिस में दीवाली की छुट्टी एक दिन की ही थी पर सृष्टि ने 2 दिनों की छुट्टी ले ली. वह अपनी पहली दीवाली यादगार बनाना चाहती थी. दीवाली वाले दिन मनीष को जरूरी मीटिंग के लिए बाहर जाना पड़ा. मीटिंग लंबी खिंच गई. लौटतेलौटते शाम हो गई. मनीष ने सृष्टि को फोन किया तो उस ने उठाया नहीं. घर लौटते वक्त मनीष यह सोचसोच कर परेशान था कि जरूर आज सृष्टि उस की खिंचाई करेगी या नाराज बैठी होगी.

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4. Diwali Special: फैस्टिव सीजन में ट्राय करें आमना शरीफ का ज्वैलरी क्लेक्शन

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सीरियल कहीं तो होगा से अपने करियर की शुरूआत करने वाली एक्ट्रेस आमना शरीफ बीते दिनों कोमोलिका के रोल में फैंस को काफी पसंद आई थीं. वहीं उनका लुक और ज्वैलरी भी फैंस को काफी पसंद आया था. लेकिन क्या आप जानते हैं आमना कपड़ों के अलावा इंडियन ज्वैलरी की काफी शौकीन हैं. झुमके से लेकर बालियों का कलेक्शन आमाना के पास मौजूद हैं, जिसको वह सोशलमीडिया के जरिए फैंस के साथ शेयर करती रहती हैं.

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5. Diwali Special: इस दीवाली ट्राय करें ‘धक-धक गर्ल’ माधुरी के ये ट्रेडिशनल लुक

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बौलीवुड में डांसिंग क्वीन के रूप में फेमस 52 साल की उम्र में भी एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित जितना अपने डांस और एक्टिंग के लिए फेमस है उतना ही अपने फिटनेस और इंडियन फैशन के लिए भी जानी जाती हैं. माधुरी दो बच्चों की मां हैं फिर भी वह अपने फैशन और फिटनेस का ख्याल रखती हैं. माधुरी का इंडियन फैशन लड़कियां और महिलाएं ट्राय कर सकती हैं. ये आपको अलग लुक के साथ फैशनेबल भी बनाएगा. इसीलिए आज हम आपको माधुरी के कुछ इंडियन फैशन के बारे में बताएंगे, जिसे आप चाहें किसी पार्टी या शादी में ट्राय कर सकती हैं.

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6. Diwali Special: इस फैस्टिव सीजन ट्राय करें काजल अग्रवाल के 5 लुक्स

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बीते दिनों साउथ की फिल्मों से बौलीवुड की फिल्मों में धूम मचाने वाली सिंघम एक्ट्रेस काजल अग्रवाल ने व्यापारी गौतम किचलू संग शादी की थी, जिसकी फोटोज सोशलमीडिया पर काफी वायरल हुई थीं. जहां शादी के लहंगे को लेकर काजल ने सुर्खियां बटोरीं थीं. तो वहीं उनके वेडिंग फंक्शन के हर लुक को फैंस ने काफी पसंद किया था. इसीलिए आज हम काजल अग्रवाल के कुछ लुक्स बताने जा रहे हैं, जिसे नई दुल्हनें फेस्टिव हो या वेडिंग सीजन, हर ओकेशन पर ट्राय कर सकती हैं.

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7. Diwali Special: वैक्‍सिंग से नहीं होगा दर्द

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जब आप पहली बार वैक्सिंग कराती हैं तो आपको ज्यादा दर्द होता है और आपको वैक्सिंग शब्द से डर लगने लगता है. वैक्सिंग के दौरान जब बाल स्किन से अलग होता है तो काफी दर्द होता है. फिर आपको लगता है कि क्या इस दर्द को कम किया जा सकता है? तो इसका जबाब है हाँ, हो सकती है. इन उपायों की मदद से आप अपनी वैक्सिंग दर्द रहित बना सकते हैं.

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8. Diwali Special: पाएं फूलों जैसा सुंदर चेहरा

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हर लड़की का ख्‍वाब चमकदार और स्‍पॉट लेस चेहरा पाना होता है. अगर स्‍किन स्‍वस्‍थ है तो खुद के अंदर आत्‍मविश्‍वास आता है और मूड भी बढ़िया रहता है. ऐसा चेहरा पाने के लिये आपको किसी पार्लर जाने की जरुरत नहीं है क्‍योंकि आज हम आपको फूलों जैसा सुंदर चेहरा पाने के लिये कुछ फेस पैक बनाने की वधि बताएंगे जिसे आप घर पर ही तैयार कर सकती हैं.

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9. Diwali Special: फैस्टिव सीजन में बनाएं रसमलाई

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फेस्टिव सीजन में अगर आप दुकानों वाली रसमलाई का स्वाद चखना चाहते हैं तो ये रेसिपी आपके काम की है, जिसे आप आसानी से परोस सकते हैं.

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10. दीप दीवाली के- जब बहू ने दिखाएं अपने रंग-ढंग

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सुनयना बड़े अरमान से रितु को अपने घर की बहू बना कर लाई थी, लेकिन जिद्दी, अहंकारी और मां की उलटी सीख पा कर रितु ने सुनयना को वे रंगढंग दिखाए कि बेटे की शादी के सारे अरमान धरे के धरे रह गए.

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Diwali Special: हैप्पी दीवाली के सुझाव

दीवाली यानी धूमधड़ाका, हुड़दंग और ढेर सारी मौजमस्ती. बच्चे और युवा ब्रिगेड पूरे जोश में होती है. उसे काबू में करना काफी मुश्किल हो जाता है. मगर घर की परिस्थितियों और समय की नजाकत को देखते हुए युवा ब्रिगेड को भलाबुरा समझाना बड़ों का फर्ज बनता है. यदि आप अपने परिवार के साथ हैप्पी दीवाली मनाना चाहती हैं तो ये 9 भूलें न करें, जिन्हें हम अकसर कर बैठते हैं-

द्य दीवाली पर सब से ज्याद दुर्घटनाएं आतिशबाजी छोड़ते समय होती हैं. बच्चे जब अनार, फुलझडि़यां चलाते हैं तो बड़ों का उन के साथ होना बहुत जरूरी होता है ताकि उन्हें चलाने का सही तरीका बताया जा सके. फिर भी कुछ गलत घट जाए तो संभालने में सहूलियत रहती है. यदि कोई पटाखा या बम नहीं चल रहा है तो उसे पास जा कर न देखें और न ही उस में दोबारा आग लगाने की गलती करें. घर के अंदर, तंग गलियों आदि में आतिशबाजी न करें. आतिशबाजी करते समय देख लें कि पास में आग को पकड़ने वाली चीजें न हों. जैसे वाहन, सूखी लकड़ी, गैस आदि. आतिशबाजी छोड़ते समय रेशमी और ढीलेढाले कपड़े जैसे लहंगाचुन्नी आदि पहनने की गलती भी न करें.

– बीमार, बुजुर्गों, शिशुओं, पालतू जानवरों के आसपास पटाखे न छोड़ें. तेज आवाज और रोशनी से उन्हें परेशानी हो सकती है. जानवर बेकाबू हो कर किसी दुर्घटना का कारण बन सकते हैं.

– मुसीबत कभी दरवाजा खटखटा कर नहीं आती, बल्कि बिन बुलाए मेहमान की तरह हमारे सामने आ खड़ी होती है. तब किसी न किसी तरह हमें उस से निबटना पड़ता है. दीवाली पर दुर्घटना की संभावना का प्रतिशत काफी बढ जाता है. इन आपदाओं से निबटने के लिए प्राथमिक उपचार हेतु आप के घर में पर्याप्त दवा, भरी पानी की टंकी, फ्रिज में बर्फ आदि अवश्य होनी चाहिए. बुजुर्गों और बच्चों वाले घर में तो प्राथमिक उपचार की व्यवस्था बेहद जरूरी है.

– दीवाली की खुशियों को सब से ज्यादा प्रभावित करता है तलाभुना खाना और बाहर की मिठाई. अत: स्वादस्वाद में इन्हें ज्यादा खाने की गलती न करें. खासतौर पर यदि आप के घर में कोई बुजुर्ग, परहेजी खाना खाने वाला, डायबिटीज, अस्थमा आदि बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति हो तो उस का स्वास्थ्य बिगड़ सकता है. फिर अस्पताल के चक्कर में आप की सारी दीवाली का रंग फीका हो सकता है. साथ ही बजट भी बिगड़ सकता है.

– अकसर दीवाली की व्यस्तता में शौपिंग हम बाद में करने की गलती करते हैं. ऐन वक्त पर जरूरत का सामान हर हालत में खरीदने की मजबूरी होती है, जिस से महंगाई के इस दौर में बजट काफी बढ़ जाता है. यदि कुछ समय पहले ही उपहार, घर का सामान आदि की खरीदारी कर ली जाए तो काफी बचत हो सकती है. बाजार में भीड़भाड़ और भागदौड़ से होने वाली थकान से भी बचा जा सकता है और आप दीवाली पर तरोताजा महसूस कर सकती हैं.

– दीवाली पर बाजार में सेल और सस्ती चीजों की जैसे बाढ़ सी आ जाती है. 1 के साथ 1 फ्री के औफर से खुद को बचाना काफी मुश्किल होता है. ग्राहकों को ललचाने के लिए बाजार में बहुत कुछ होता है. दीवाली की बंपर सेल की भीड़भाड़ में तसल्ली से कुछ भी देखनासमझना मुश्किल होता है और अकसर हम लुट कर ही घर आते हैं. फिर त्योहार पर वैसे भी काफी अतिरिक्त खर्च हो जाता है. अत: बजट से बाहर खर्च करने की गलती न करें वरना महीनों हाथ तंग रह सकता है.

 दीयों को जला कर परदों, ज्लवलनशील चीजों आदि से दूर रखें.

– दीवाली पर शराब, जूआ आदि खेलने को धर्म से जोड़ कर न देखें. किसी भी धर्म में ऐसे बेकार के घर फूंकने, मनमुटाव पैदा करने वाले खेलों को कोई बढ़ावा नहीं दिया गया है. अत: अपनी मेहनत की कमाई को जूआ, शराब में बरबाद न कर के किसी योजना में लगाएं ताकि भविष्य में आय में बढ़ोतरी हो सके.

– आज इंसान ऊपरी चमकदमक में ज्यादा विश्वास करने लगा है. न चाहते हुए भी वही सब करता है, जो पड़ोसी कर रहा हो. कोई भी किसी से अपने को कम नहीं मानता. फिर चाहे इस के लिए जेब पर कितना ही दबाव क्यों न पड़े. अत: उपहारों के आदानप्रदान और सजावट, आतिशबाजी की खरीदारी वगैरह में अपने बजट से बाहर जाने की गलती न करें. वक्त का तकाजा यही है कि सादगी से परिजनों, पड़ोसियों, मित्रों के साथ मिलजुल कर ज्योतिपर्व मनाया जाए.

GHKKPM: विराट-पाखी की नजदीकियां देख फूटा फैंस का गुस्सा, कही ये बात

सीरियल ‘गुम है किसी के प्यार में’ (Ghum Hai Kisikey Pyaar Meiin) के मेकर्स आए दिन किसी न किसी वजह से ट्रोलिंग का शिकार होते रहते हैं. जहां सीरियल के ट्रैक को लेकर फैंस नाराज नजर आते हैं तो वहीं ट्रोलर्स एक्टर्स की एक्टिंग पर सवाल उठाते दिखते हैं. वहीं अब एक बार फिर फैंस ने Ghum Hai Kisikey Pyaar Meiin सीरियल को बॉयकॉट करने की बात कही है. आइए आपको बताते हैं पूरी खबर…

फैंस को आया गुस्सा

सीरियल में अब तक आपने देखा कि विनायक को अनाथ होने की बात पता चलने के बाद विराट और पाखी अपने बेटे पर जमकर प्यार बरसाते हैं. इस दौरान पाखी और विराट के बीच नजरदीकियां बढ़ती हुई दिखती है. वहीं विराट और पाखी का ये सीन देखकर सई के फैंस का गुस्सा बढ़ गया है और वह लगातार सोशल मीडिया पर शो के मेकर्स को ट्रोल और बॉयकॉट करने की मांग करते दिख रहे हैं.

सीरियल में आएगा नया ट्विस्ट

बॉयकॉट की मांग के बीच सीरियल के मेकर्स नया ट्विस्ट लाने वाले हैं. दरअसल, हाल ही में एक प्रोमो रिलीज हुआ है, जिसमें विनायक के पैर ठीक होने के बाद सई, विराट को सवि के पिता होने का सच बताती दिखेगी. हालांकि विराट, पाखी को एक अच्छी मां का दर्जा देता हुआ दिखेगा, जिसके चलते विराट और सई के बीच फिर दूरियां आ जाएंगी.

बता दें, विराट और पाखी के रोल में नजर आने वाले एक्टर नील भट्ट और ऐश्वर्या शर्मा (Neil Bhatt And Aishwarya Sharma) रियल लाइफ में पति पत्नी हैं. हालांकि शो में देवर-भाभी के रोल के कारण वह अक्सर ट्रोलिंग का शिकार होते हैं. हालांकि दोनों इस ट्रोलिंग को लेकर कोई रिएक्शन नहीं देते बल्कि सोशलमीडिया पर अपनी सेट पर की गई मस्ती की अपडेट फैंस के साथ शेयर करते नजर आते हैं.

Diwali Special: सरप्राइज विजिट से ऐसे बनाएं फेस्टिवल यादगार

वक्त की कमी ने रिश्ते निभाने का अंदाज बदल दिया है. व्यस्तता के चलते आजकल लोग मोबाइल, इंटरनैट आदि के इस्तेमाल से एकदूसरे के संपर्क में रहते हैं. लेकिन जरा सोचिए कि क्या दोस्तों से मिल कर बातचीत करने और उन के घर जा कर ऐंजौय करने की कमी को इंटरनैट या फोन पूरा कर सकता है? नहीं न? तो क्यों न अब वह किया जाए जो बहुत दिनों से नहीं किया. अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के घर सरप्राइज विजिट की जाए. अधिकतर लोगों की यही परेशानी होती है कि बहुत दिनों से अपने किसी रिश्तेदार के यहां जाने का मन तो है पर समय न मिलने के कारण जा नहीं सके. लेकिन अब अगर सोच लिया है कि एक बार सरप्राइज विजिट करनी ही है तो कर डालिए. लेकिन ऐसा करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है, क्योंकि आप वहां ऐंजौय करने जा रहे हैं उन्हें परेशान करने नहीं. आइए, जानें कैसे करें सरप्राइज विजिट कि वह यादगार बन जाए:

उन की सुविधा का भी खयाल रखें

दोस्तों और रिश्तेदारों के यहां अचानक जाना अच्छी बात है, लेकिन ऐसा करते समय थोड़ा इस बात का भी ध्यान रखें कि किसी के भी घर जाएं तो वीकेंड पर ही जाएं ताकि उन्हें परेशानी न हो और वे आप को पूरा समय दे सकें. ट्रिक से लें इन्फौर्मेशन: इस बात का पता भी लगा लें कि जिन के घर आप जाना चाहते हैं, वे अपने घर पर हैं भी या नहीं? कहीं उन का उस दिन का कोई और प्रोग्राम तो नहीं है? उन के घर कोई और मेहमान तो आने वाला नहीं है? इसलिए पहले उन से फोन  पर इधरउधर की बातें करें फिर वे आज क्या कर रहे हैं, इस के बारे में जानकारी लें और फिर उसी के अनुसार जाने का प्रोग्राम बनाएं. खातिरदारी ही न करवाते रहें: आप उन के घर अचानक जा रहे हैं, तो इस बात का भी खयाल रखें कि उन्हें काम में ही न लगाए रखें, बल्कि आप कुछ देर के लिए वहां गए हैं तो हंसीमजाक और बातें भी करें. खानेपीने में ही न लगे रहें. अच्छा यह रहेगा कि मिठाई के साथ बैठ कर खाने का सामान भी ले जाएं.

पुरानी बातें याद करें

बहुत दिनों के बाद मिले हैं, तो क्या हुआ. यही वह समय है जब आप अपनी पुरानी अच्छी यादों को ताजा कर सकते हैं. अपने दोस्तों से अपने दिल की, स्कूलकालेज की हर तरह की बातें करें. उन्हें वे सब बातें याद दिलाएं जो आप को उन की और उन्हें आप की पसंद थीं. कुछ फेवर जो आप ने एकदूसरे के लिए किए थे, वे भी याद करें.

ज्यादा समय न लगाएं

सरप्राइज विजिट हमेशा छोटी रहे. 25-30 मिनट से हरगिज ज्यादा नहीं और उसी दौरान सभी हंसीमजाक कर लें.

गिलेशिकवे भी करें दूर

अगर आप लोग काफी समय के बाद मिल रहे हैं और पहले कुछ बातों को ले कर आप लोगों के बीच कोई मसला रहा है जिस का प्रभाव आप के रिश्तों पर पड़ा हो तो उसे अब क्लियर कर लें. अपने मन की हर बात उन से शेयर करें और उन की सुनें. यकीन मानिए आप के रिश्ते जरूर सुधरेंगे.

गिफ्ट भी हो कुछ खास

अपने रिलेटिव के यहां जा रहे हैं तो गिफ्ट या खानेपीने की चीजें यानी जो भी ले जा रहे हैं वह उन की पसंद का होना चाहिए या फिर वह यूजफुल हो. जैसेकि आप उन के लिए मिठाई की जगह डाईफ्रूट ले जाएं. वे उसे कई दिनों तक खाएंगे और आप को याद करेंगे. अगर गिफ्ट देने का मन है तो और्गैनिक गिफ्ट भी दे सकते हैं जैसेकि और्गैनिक चाय, कौफी, सोप, क्रीम, हेयर ऐंड स्किन केयर रेंज या प्लांट्स आदि. गिफ्ट कोई भी हो, लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि वह बाद तक रखने वाला हो ताकि वे एक अरसे तक आप को याद रखें कि फलानी चीज आप लाए थे. अचानक बनाया प्रोग्राम अच्छा होता है: कई बार हम प्लान कर के जब कोई प्रोग्राम बनाते हैं तो बहुत से लोगों की रजामंदी लेने के चक्कर में प्रोग्राम बन ही नहीं पाता या फिर मन की बात पूरी न होने के कारण कोई न कोई व्यक्ति असंतुष्ट रह जाता है. लेकिन जब हम अचानक कोई प्रोग्राम बनाते हैं तो ज्यादा सोचने और प्लानिंग करने का समय नहीं होता. ऐसे में थोड़े से समय में ही जिस से जो हो पाता है वह द बैस्ट करता है. फिर चाहे वह मेजबान के घर जा कर खानेपीने की बात हो या फिर ऐंजौय करने की.

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