सवाल

मेरी उम्र 36 वर्ष है. मैं  सरकारी कार्यालय में क्लर्क हूं. पिछले 2-3 वर्षों से मुझे कब्ज की शिकायत है. बताएं क्या करूं?

जवाब-

लगातार लंबे समय तक बैठे रहने से उदर गुहा दब जाती है, जिस से पाचन क्रिया धीमी पड़ जाता है और कब्ज का कारण बन जाती है. जो लोग रोज घंटों बैठे रहते हैं उन में आंतों की मूवमैंट भी नहीं होती है, जिस से आंतें अपनी पूरी क्षमता के साथ काम नहीं कर पाती हैं. आंतों में पचे हुए भोजन की गति सामान्य न होना कब्ज का कारण बन जाता है. आप अपनी जौब तो बदल नहीं सकते, लेकिन अपनी आदतों में बदलाव जरूर ला सकते हैं. जंक

फू ड के बजाय संतुलित, पोषक और हलके भोजन का सेवन करें. 7-8 घंटे की नींद लें. खाने और सोने का समय निर्धारित कर लें, क्योंकि आप क्या खाते हैं और कितना सोते हैं, उस के साथ यह भी महत्त्वपूर्ण है कि आप कब खाते और सोते हैं. सप्ताह में कम से कम 150 मिनट अपना मनपसंद वर्कआउट करें. अनावश्यक तनाव न पालें.

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कब्ज, गैस और अपच गंभीर बीमारियां है. आजकल लोगों में ये बेहद आम हैं पर कई बार इनका परिणाम बेहद गंभीर होता है, इसलिए जरूरी है कि इसे नजरअंदाज ना किया जाए. कब्ज, पाचन तंत्र की उस स्थिति को कहते हैं जिसमें व्यक्ति को मलत्याग में बहुत मुश्किल होती है.

आज जिस तरह की लोगों की लाइफस्टाइल हो गई है, इस तरह की परेशानी बेहद आम है. ऐसे में लोगों को अपने खानपान पर खासा ध्यान देने की जरूरत है. जानकारों की माने तो आज 100 में से हर 90 इंसान को कब्ज की परेशानी है. इसमें सबसे बड़ी परेशानी होती है कि ये बीमारी अकेले नहीं आती, बल्कि अपने साथ बहुत सी बीमारियां लाती है.

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