यह सच है कि महिलाओं में संवेदनशीलता, धीरज, बहुमुखी प्रतिभा और एक आंतरिक शक्ति होती है, जो उन की प्रगति में मददगार साबित होती है. ये सभी गुण उन्हें कौरपोरेट जगत की ऊंची सीढि़यां चढ़ने के काबिल बनाते हैं. ‘नाइन’ की सीईओ भी अपने इन्हीं गुणों के कारण जानी जाती हैं. उन से हुई बातचीत के कुछ अंश इस तरह हैं:

आप की सफलता का क्या राज है?

एक मजबूत विश्वास कि मैं इस काम को 100 प्रतिशत प्रतिबद्धता और समर्पण के साथ कर सकती हूं. यह विश्वास ही मेरी सफलता का राज है, साथ ही मेरी मां, जिन्होंने हर कदम पर मेरा साथ दिया और मुझे बच्चों की तरफ से चिंतामुक्त रखा.

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कामकाजी महिलाओं को किस तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है?

जब महिलाओं के काम की बात आती है, तो ऐसा सुनने को मिलता है कि मैरिड वूमन अपनी नौकरी के प्रति प्रतिबद्ध नहीं होती है या बच्चों के साथ औफिस में अच्छी परफौर्मैंस नहीं दे पाती है, जबकि ऐसा कुछ नहीं है, बल्कि वह अपना 100 प्रतिशत देने के लिए अधिक परिश्रम करती है और यह साबित करती है कि वह भी उतनी ही सक्षम है जितने कि औफिस के बाकी लोग. सामाजिक तौर पर भी महिला के साथ पक्षपात होता है. महिला के कैरियर को इतना महत्त्वपूर्ण नहीं समझा जाता है. एक महिला से घर व समाज की अपेक्षाएं कहीं अधिक होती हैं, इसलिए उस के लिए संतुलन बना कर चलना बहुत जरूरी है. चाहे घर हो या औफिस कोशिश करें कि आप अपने लिए भी समय निकाल सकें.

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