मंगलम गु्रप की डाइरैक्टर अमृता गुप्ता को हमेशा से आधुनिक, सस्टेनेबल रियल ऐस्टेट डिजाइन बनाने का शौक रहा है. एससीएडी, अटलांटा से सस्टेनेबल डिजाइन प्रोजेक्ट्स में मास्टर्स की डिगरी लेने के बाद उन्होंने रियल ऐस्टेट इंटीरियर में व्यापक अनुभव हासिल किया और फिर ‘अमृता गुप्ता डिजाइंस’ की स्थापना की. मंगलम ग्रुप को उन्होंने कई रैजिडैंशियल और प्रोजैक्ट्स को लीड किया है, एक इनहाउस डिजाइन टीम की स्थापना की है और 150 यूनिट्स की डिलिवरी की है. इस के अलावा उन्होंने ग्रुप के लिए विभिन्न परियोजनाओं का नेतृत्व करने के लिए मंगलम ग्रुप में हौस्पिटैलिटी ङ्क्षवग की स्थापना की है.

अमृता गुप्ता लैंगिक समानता की भी प्रबल समर्थक हैं. उन के प्रयासों को पहचानते हुए क्रेडाई ने उन्हें इंडस्ट्री में महिलाओं की मौजूदगी को बढ़ावा देने के लिए 2019 में राजस्थान में महिला ङ्क्षवग का संस्थापक अध्यक्ष बनने के लिए आमंत्रित किया.

नंद किशोर गुप्ता द्वारा 1996 में स्थापित मंगलम समूह एक अग्रणी भारतीय समूह है. यह रियल एस्टेट शाखा, मंगलम बिल्डडैवलपर्स अपनी उत्कृष्टता के लिए जाना जाता है.

आप का सपना हमारा प्रयास

अमृता गुप्ता कहती हैं, ‘‘हम ‘आप का सपना हमारा प्रयास’ और सभी के लिए आवास के लिए प्रतिबद्ध हैं और हैल्थ केयर, हौस्पिटैलिटी एवं मनोरंजन में हमारे पास एक विविध पोर्टफोलियो है. मंगलम प्लस मैडिसिटी हौस्पिटल और फन ङ्क्षकगडम मनोरंजन पार्क व्यापक स्वास्थ्य देखभाल और मनोरंजन के प्रति हमारे समर्पण को दर्शाते हैं.

‘‘मैपलवुड और ङ्क्षपक वौक मौल जैसे प्रोजैक्ट्स के मानक स्थापित करने के साथ समूह ने 100 प्रोजैक्ट पूरे कर लिए हैं और हमारे अभी 30 प्रोजैक्ट चल रहे हैं. वर्तमान में हमारे पास 220 कर्मचारी हैं जिन में 80 महिला कर्मचारी हैं.’’

अपने इंस्पिरेशन के बारे में अमृता बताती हैं, ‘‘मेरी प्रेरणा प्रकृति से और उस की सुंदरता को देख कर उपजी है. एससीएडी, अटलांटा से सस्टेनेबल डिजाइन प्रोजैक्ट्स में मास्टर डिगरी हासिल करने से मेरा जनून और बढ़ गया. मैं ने एक ऐसे भविष्य की कल्पना की जहां रियल ऐस्टेट प्रकृति के साथ सहजता से जुड़ा हो. ‘हील माई अर्थ’ पहल का जन्म भी इसी नजरिए से हुआ था जिस का लक्ष्य पारंपरिक स्थानों को ग्रीन सैंक्चुअरीज में बदलना था.’’

अमृता गुप्ता कहती हैं, ‘‘रियल ऐस्टेट को आमतौर पर पुरुषप्रधान उद्योग के रूप में देखा जाता है, जबकि महिलाएं डिजाइन और उद्योग के कई अन्य अहम पहलुओं में एक नया नजरिया ले कर आती हैं.

‘‘महिलाएं निर्णय लेने की प्रक्रियाओं में सक्रिय रूप से भाग ले कर, पारंपरिक मान्यताओं को चुनौती दे कर और समान अवसरों की वकालत कर के आगे बढ़ सकती हैं.’’

सफल बिजनैस वूमन कैसे बनें

एक बिजनैस वूमन होने के लिए महिला में क्या खासियत होनी चाहिए, इस पर वे कहती हैं, ‘‘एक सफल महिला व्यवसायी बनने के लिए महिलाओं में सहानुभूति, लचीलापन, नेतृत्व कौशल और दृढ़ता जैसे गुण होने चाहिए. उन में सामाजिक संरचनाओं को बदलने और नए विचारों को अपनाने की क्षमता होनी चाहिए. हर समय चुनौतियों का सामना करने की क्षमता प्रदॢशत करना भी आवश्यक है.’’

महिलाएं रियल स्टेट में किस तरह इनवैस्टमैंट कर सकती हैं, पूछने पर उन्होंने बताया कि एक हालिया सर्वेक्षण के मुताबिक 66त्न भारतीय महिलाएं निवेश विकल्प के रूप में सावधि जमा और सोने की तुलना में रियल ऐस्टेट को प्राथमिकता देती हैं. यह स्पष्ट रूप से संकेत करता है कि महिलाओं में रियल स्टेट के बारे में जागरूकता बढ़ रही है और हम उम्मीद कर सकते हैं कि आने वाले वर्षों में और सुधार होगा.

आर्थिक रूप से सशक्त बनें

ज्यादातर महिलाएं इनवेस्टमैंट या फाइनैंस में रुचि नहीं रखती हैं, भले वह घर के खर्चों की बात हो या फिर निवेश करने की बात वे बड़े फैसले पुरुषों पर छोड़ देती हैं, इस बारे में वे क्या कहती  हैं, ‘‘यह सच है कि कई महिलाएं निवेश या वित्तीय निर्णयों में सक्रिय रूप से शामिल नहीं हो पाती हैं और अकसर पुरुषों पर बात टाल देती हैं.  इस प्रवृत्ति की जड़ में कहीं न कहीं हमारे सोशल नौम्र्स और फाइनैंशियल ऐजुकेशन की कमी है. फाइनैंशियल एजुकेशन दे कर महिलाओं को जागरूक बनाया जा सकता है. घर में निवेश के बारे में खुली चर्चा को प्रोत्साहित करना भी जरूरी है. ऐसा वातावरण तैयार करना होगा जिस से महिलाएं आत्मविश्वास से भरपूर महसूस करें ताकि उन की वित्तीय स्वतंत्रता और सुरक्षा सुनिश्चित हो सके.’’

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