फेस्टिवल कोई भी हो हेयर स्टाइल और मेकअप सबसे अधिक महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि सही हेयर स्टाइल से व्यक्ति का व्यक्तित्व बदल जाता है और वह उस पार्टी की सबसे आकर्षक बन जाता है. केशों की सुंदरता में सिल्की और शाइनी होना बहुत जरुरी है. इस समय अधिकतर महिलाएं घर से काम कर रही है और वे अपने केशों और मेकअप पर ध्यान नहीं दे पा रही है, लेकिन अपने चेहरे और केशों का ध्यान हमेशा रखने की जरुरत होती है.

मुसीबत में है ब्यूटी इंडस्ट्री 

कोरोना की वजह से ब्यूटी इंडस्ट्री काफी मुसीबतों का सामना कररही है, क्योंकि अभी आधे से अधिक लोग घर से काम कर रहे है बाहर निकलने पर मास्क लगाना पड़ता है. मेकअप केवल आँखों का ही किया जाना संभव होता है. इस बारें में कोस्मोप्रूफ़ और वेलनेस एक्सपर्ट समीर श्रीवास्तव कहते है कि ये समय निश्चित रूप से अच्छा नहीं है.पिछले 2 साल में इम्पैक्ट बहुत अधिक था, पर अभी कुछ हद तक ठीक हो गया है. कई राज्यों में तो पूरी तरह से अब ब्यूटी सैलून खुल चुके है. महाराष्ट्र में अभी भी कुछ सावधानियां है. मेरे हिसाब से ब्यूटी एक हायजिन से जुड़ा शब्द है, इसमें हेयर कट से शुरू कर पूरा मेकओवर होता है. अच्छा हेयर कट, ब्लो ड्रायर और अच्छा कलर मिल गया, तो व्यक्ति अंदर से खुशियों को पा लेता है. किसी ने अगर आपके चेहरे और केशो की तारीफ़ की है, तो व्यक्ति मानसिक रूप से बहुत अधिक खुश हो जाते है.ब्यूटी इंडस्ट्री में उतार-चढ़ाव हमेशा रहेगी, ये कम नहीं हो सकती.

पुरुष भी करते है मेकअप

समीर आगे कहते है किमैं करीब 20 साल से इस क्षेत्र में हूँ. ब्यूटी की खपत धीरे-धीरे बढती ही जा रही है और केवल महिलाएं ही नहीं, आज पुरुष भी अपनी ब्यूटी, मेकअप के द्वारा बढाते है. इस क्षेत्र में कोई भी पैसे खर्च करने में कंजूसी नहीं करते, इसलिए दिनोदिन ये व्यवसाय बढती ही जा रही है.

आयुर्वेद को ब्यूटी में जोड़ना

इसके अलावा इंडिया में ब्यूटी के क्षेत्र में उत्पादों की भरमार हो चुकी है, जिसमें आजकल आयुर्वेदिक प्रोडक्ट, वेगन प्रोडक्ट और न जाने क्या- क्या है. आयुर्वेद को सभी कंपनी महत्व दे रही है, जिसमें हल्दी, एलोवेरा, नीम, तुलसी और न जाने क्या-क्या प्रयोग करते है. इससे ये पता लग रहा है कि पूरानी रूट्स मॉडर्न फॉर्म में बाहर निकल रही है. इसके अलावा जिन कंपनियों ने ब्यूटी प्रोडक्ट को छोड़ दिया था, वे वापस आ रहे है.

खुद करें मेकअप

खुद मेकअप करने की चाहत केवल यहाँ नहीं, विश्व में हर जगह पर है. इसके लिए सुविदाएं भी खूब है, कोई इन्टरनेट पर तो कोई यूट्यूब पर देखकर खुद का मेकअप करते है. लेकिन इसमें देखना ये जरुरी है कि मेकअप सीखाने वाला कोई एक्सपर्ट हो.कई अच्छे-अच्छे मेक अप आर्टिस्ट आजकल सोशल मीडिया पर सिखाते है.

असली मेकअप के लिए हेयर कट और चेहरे की आकृति अधिक मायने रखती है. सही मेकअप लगाने के लिए उसकी सही जानकारी होना बहुत जरुरी है. कुछ बातें ध्यान देने योग्य निम्न है,

  • मेकअप का स्किन से मैच करना,
  • फेस कट मसलन ओवल, पतला, छोटा आदि को देखना,
  • हेयर कट जैसे केशों का रंग, हाईलाईट कलर, लम्बे केश, छोटे केश, कर्ली हेयर आदि के आधार पर मेकअप लगाने से किसी की भी पर्सोनालिटी खिलती है.

ट्रेंड में न्यूड मेकअप है, जिसमें अलग तरीके की लिपस्टिक्स, नेलपॉलिश और मेकअप होती है. इसे मेकअप करने पर किसी को पता नहीं लग पाता और व्यक्ति सुंदर दिखता है. ये   हल्का मेकअप होने वजह से हर उम्र की महिलाए इसे लगा सकती है. मास्क की वजह से लिपस्टिक्स का प्रयोग पूरे विश्व में महिलाएं कम कर रही है, जबकि लिपस्टिक मूड को बदल सकती है. किसी की पर्सोनालिटी को अच्छा बनाये रखना आज बहुत जरुरी है, इससे कॉन्फिडेंस आता है. आज छोटे शहरों में काफी लोग अपनी ब्यूटी को लेकर जागरूक हो चुके है.

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