पीरियड्स के दिन किसी भी महिला के लिए आसान नहीं होते हैं. कामकाजी महिलाओं के लिए तो ये और भी मुश्किल होते हैं क्योंकि उन्हें पूरा दिन औफिस और घर का काम करना होता है. ऐसे में वे पीरियड के दर्द को भूल कर किस तरह काम कर सकती हैं, आइए जानते हैं:

  1. कौटन अंडरवियर

इस में कौटन अंडरविअर बैस्ट चौइस होती है. यह कंफर्ट के साथसाथ स्किन इरिटेशन को दूर रखने में में भी मदद करती है. फिटिंग और कवरेज एरिया भी अच्छा होता है, जो पैड को सही जगह पर रखने में हैल्प करता है. इसके दिनों शरीर में सूजन आ सकती है. इसलिए इन दिनों कौटन बेस्ड और नौनवायर्ड ब्रा ही पहनें.

2. ढीले और कंफर्टेबल कपड़े

पीरियड्स के दिनों में महिलाएं ढीले और कंफर्टेबल कपड़े पहनें. इन दिनों डार्क कलर के ही कपड़े पहनें और टाइट कपड़ों को अवौइड करें.

3. हाइजीन है मस्ट

पीरियड्स के दिनों में हाइजीन का खास खयाल रखें. वाशरूम का इस्तेमाल करने या पैड बदलने के बाद हाथों को हैंडवाश से जरूर धोएं. प्राइवेट पार्ट को साफ करते वक्त ध्यान रखें कि उसे आगे से पीछे की ओर ही धोएं. मैंस्ट्रुएशन के दौरान अगर साफसफाई का ध्यान न रखा जाए तो महिलाओं को कई बीमारियां हो सकती हैं. इन में से एक है रीप्रोडक्टिव ट्रैक्ट इन्फैक्शन. इस की वजह से कई बार महिलाएं मां नहीं बन पाती हैं.

4. पीरियड्स प्रोडक्ट

पीरियड्स के दिनों में महिलाएं सैनिटरी पैड (जैविक, कौटन), टैंपोन, मैंस्ट्रुअल कप और पीरियड पैंटी का इस्तेमाल करती हैं.

पीरियड्स के प्रोडक्ट आप के पीरियड्स को आरामदायक बना सकते हैं. आप का पीरियड प्रोडक्ट आप के ब्लड फ्लो के हिसाब से होना चाहिए. जब ब्लड फ्लो ज्यादा हो तो ओवरनाइट पीरियड सैनिटरी पैड या पीरियड पैंटी का इस्तेमाल करें. जब ब्लड फ्लो कम हो या पीरियड का आखिरी दिन हो तो पैंटी लाइनर्स का इस्तेमाल किया जा सकता है.

5. पीरियड पेन रिलीफ प्रोडक्ट

ऐसे बहुत से तरीके हैं जिन से पीरियड क्रैंप्स में रिलीफ पाया जा सकता है. आजकल मार्केट में पेन रिलीफ पैचिस छाए हुए हैं.

पीरियड पैचिस नैचुरली तरीके से दर्द से राहत दिलाने में हैल्प करते हैं. इन में मैंथोल और नीलगिरी का तेल शामिल होता है, जो दर्द और पीरियड्स में होने वाली परेशानियों को कम करने में सहायक होता है.

इस के अलावा आप हिटिंग पैड का भी यूज कर सकती हैं. पानी की बोतल में गरम पानी भर कर भी अपने पेट और उस के आसपास की सिंकाई की जा सकती है. इस के अलावा पीरियड पेन रिलीफ रोलऔन का भी इस्तेमाल किया जा सकता है.

6. बौडी स्ट्रैचिंग

अगर आप वर्किंग वूमन हैं और पीरियड्स में हैं तो अपनेआप को ऐक्टिव रखने के लिए बीचबीच में बौडी स्ट्रैच कर सकती हैं. इसे करने से बौडी रिलैक्स होती है. पीरियड्स के दौरान किसी भी तरह का वर्कआउट करने से ऐंडोर्फिन नाम का हारमोन रिलीज होता है, जो दर्द से राहत दिलाता है.

7. योग है दर्दनिवारक

योग से पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द से राहत मिलती है. योग से एकाग्रता बनी रहती है और मन भी शांत रहता है. इस से काम करने में आसानी होती है.

8. वाक का लें सहारा

पीरियड्स में दर्द से छुटकारा पाने के लिए बीचबीच में वोक कर सकती हैं. इस से आप का मूड ठीक रहेगा और आप अपने काम पर फोकस कर पाएंगी.

9. ढेर सारा पानी पीएं

पानी पीना हैल्थ के लिए बहुत ही लाभदायक है. लेकिन पीरियड्स में यह और भी ज्यादा हैल्थफुल हो जाता है. वर्किंग वूमन अपनी पानी की बोतल को टेबल पर भर कर रखें और थोड़ीथोड़ी देर में पानी पीती रहें. पूरे दिन में कम से कम 2 लिटर पानी जरूर पीएं. पानी पीने से आप खुद को डिहाइड्रेट होने से बचा सकती हैं.

10. डार्क चौकलेट ही खाएं

चौकलेट हर किसी की पहली पसंद होती है, लेकिन पीरियड्स के दौरान लड़कियों को चौकलेट खाना बहुत भाता है. अगर आप को भी पीरियड्स के दौरान चौकलेट खाने की क्रेविंग होती है तो आप डार्क चौकलेट ही खाएं. यह आप के पीरियड के दर्द को कम करने में हैल्प करेगी.

11. कैफीन युक्त ड्रिंक्स को कहें बायबाय

पीरियड्स के दौरान कौफी या कैफीन युक्त ड्रिंक्स पीने पर पेट फूलने की दिक्क्त हो सकती है, जिस से आप की प्रौब्लम बढ़ेगी.

कैफीन के अलावा कोल्ड ड्रिंक्स या सोडा वाली ड्रिंक्स का सेवन भी न करें. इस दौरान वे चीजें खाएं जिन में पानी की मात्रा ज्यादा होती है जैसे तरबूज, खीरा. क्रैंप्स को कम करने के लिए बिना कैफीन वाली चाय या ग्रीन टी पी जा सकती है.

12. पीरियड्स एप्स का करें इस्तेमाल

पीरियड ऐप्स से महिलाओं को पीरियड डेट याद रखने का झंझट नहीं लेना पड़ता. बिजी लाइफस्टाइल में कई बार महिलाएं अपनी पीरियड डेट भूल जाती हैं. इस का खमियाजा उन्हें अनसेफ सैक्स और अनवांटेड प्रैगनैंसी जैसी प्रौब्लम्स के रूप में भुगतना पड़ता है. लेकिन अब मार्केंट में ढेरों ऐसे ऐप्स मौजूद हैं जो उन की पीरियड प्रौब्लम को सौल्व कर सकते हैं जैसे पीरियड ट्रैकर, फ्लो, ग्लो, क्लू और पिंक पैड. ये ऐप्स महिलाओं के लिए काफी हैल्पफुल हैं.

13. मैंटल हैल्थ का रखें ध्यान

पीरियड्स के दिनों में महिलाओं का मूड स्विंग होता रहता है. इस में उदास होना, बिना बात के गुस्सा होना, चिड़चिड़ापन आम बात है. ऐसा हारमोनल बदलाव की वजह से होता है. अपने बदलते मूड को कंट्रोल करने की कोशिश करें ताकि इस से आप के काम पर कोई साइड इफैक्ट न पड़े और आप अपना काम बिना किसी मैंटल स्ट्रैस के कर पाएं. मैंटल हैल्थ को मैनेज करने के लिए आप सौफ्ट सौंग भी सुन सकती हैं.

इन तरीकों के अलावा कुछ बातों का ध्यान रख कर आप पीरियड के दिनों में अपने काम को आसानी से कर सकती हैं जैसे नैगेटिव लोगों से दूरी, क्रैंप्स से ध्यान हटा कर काम पर ध्यान लगाना, पीरियड के दौरान खुश रहना.

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