ऐसा लगता है कि हमारा लालच हमें बार-बार बर्बाद करता है मगर हम हैं कि सुधरने को तैयार नहीं है छोटी से लालच में आकर के हम अपने कीमती रुपये पैसे गंवा बैठते हैं और सबसे दुखद पहलू गया है कि हमारे आसपास होती हुई इन घटनाओं को देखने के बावजूद हम अपने आप में सुधार नहीं लाते और एक बार फिर ठगी का शिकार हो जाते हैं.

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर पुलिस ने मुंबई के दो शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है. ये ठग वारदात को अंजाम देने के लिए फ्लाइट से रायपुर आते थे और वारदात करने के बाद वापस मुंबई भाग जाते थे. ठगों ने रायपुर की अलग-अलग ज्वेलरी दुकानों में नकली सोना गिरवी रखवा कर लाखों रुपये उधार लिए. जब दुकान मालिकों को यह बात पता चली, तो उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई.

पहली शिकायत विधानसभा थाने में महेश कुमार थवाईत ने लिखवाई. उन्होंने पुलिस को बताया – दोंदेकला में उनकी ज्वेलरी दुकान है. 19 मार्च को विशाल कुमार सोनी नाम का व्यक्ति गिरवी रखवाने के लिए सोने का ब्रेसलेट लेकर आया उसने अपना आधार कार्ड और गोल्ड ब्रेसलेट का बिल भी दिया था.
जब दुकानदार महेश ने उसे सोना गिरवी रखने का कारण पूछा तो ठग ने जमीन खरीदने का बहाना बना दिया। साथ ही कहा की उसे पैसे की तत्काल जरूरत है.ब्रेसलेट में होलमार्क भी छपा हुआ था. लिहाजा, महेश ने उसे 61 ग्राम सोना गिरवी रखने की एवज में 2 लाख 50 हजार रुपये उधार दे दिए.

आरोपियों ने इसी पैटर्न पर आरंग थाना क्षेत्र के समृद्धि ज्वेलर्स में नकली सोने का ब्रेसलेट गिरवी रखवा कर 2 लाख 10 हजार रुपए उधार लिए. साथ ही पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र के भी एक ज्वेलरी दुकान में भी इसी तरह नकली सोने के बदले रुपए ऐंठ लिए.

इन तीनों ही ज्वेलरी दुकान के मालिकों ने जब ब्रेसलेट को दोबारा बारीकी से चेक किया, तो वह नकली निकला. इसके बाद अलग-अलग दिनों में विधानसभा थाना, आरंग और पुरानी बस्ती थाने में शिकायतें पहुंचीं. इस एक ही पैटर्न में सिलसिलेवार ढंग से हुई ठगी के बाद पुलिस की नींद उड़ गई.इसके बाद आरोपियों की खोजबीन शुरू की गई.

घटना के सामने आने के बाद रायपुर पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने अधीनस्थों को इस मामले में फौरन जांच के निर्देश दिए. इसके बाद एंटी क्राइम यूनिट विधानसभा थाना पुलिस के साथ मिलकर आरोपियों की खोजबीन में जुट गई.

इस मामले में पुलिस को पहला क्लू इस बात से मिला कि आरोपियों ने ज्वेलरी दुकान में जो आधार कार्ड दिया था, वह दूसरे राज्य का था.जिसके बाद पुलिस ने अपनी जांच का दायरा बढ़ाकर दूसरे राज्यों तक किया। इस दौरान वहां भी इसी पैटर्न पर हुई ठगी का पता लगा। पुलिस ने कई फुटेज भी खंगाले.

पुलिस ने इन आरोपियों को शनिवार को रायपुर से ही गिरफ्तार कर लिया.महाराष्ट्र के रहने वाले इन आरोपियों के नाम साहेब बनर्जी और अक्षय सोनी हैं.आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह एक बार फिर ठगी करने के लिए रायपुर पहुंचे थे. उन्होंने गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, ओडिशा और झारखंड में भी इसी तरीके से वारदात को अंजाम दिया है। वह आने-जाने के लिए फ्लाइट का इस्तेमाल करते थे। पुलिस को आरोपियों के पास से 50 हजार रुपए कैश भी मिले हैं.

इस संपूर्ण घटनाक्रम को अगर हम ध्यान से देखें तो पाते हैं कि ठगी के नए-नए तरीके निकाल करके लोगों को ठगा जा रहा है और लोग भी छोटी सी लालच या फिर लापरवाही के कारण लोगों के शिकार हो जाते हैं.

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