Relationship Advice: अलका और धीरेन 2 साल से एकदूसरे को जानते थे. साथ काम करते हुए दोनों में प्यार हो गया तो शादी करने का फैसला कर लिया. दोनों के परिवारों की मरजी से उन की सगाई हो गई और 2 महीने बाद शादी फिक्स हो गई. लेकिन अचानक एक दिन दोनों के रिश्ते में दरार आ गई.

बात दरअसल यह हुई कि धीरेन ने अलका का व्हाट्सऐप मैसेज पढ़ लिया जो उस ने अपने ऐक्स बौयफ्रैंड को भेजा था. बात कुछ खास नहीं लिखी थी. बस ऐसे ही हालचाल पूछा था. लेकिन धीरेन को लगा कि अभी भी दोनों टच में हैं. अलका ने बहुत समझाया कि ऐसा कुछ भी नहीं है जैसा वह समझ रहा है. लेकिन धीरेन कहां कुछ सुनने वाला था. उसे तो यही लग रहा था कि अलका उस से झठ बोल रही है, धोखा दे रही है और ऐसी धोखेबाज लड़की से अब शादी नहीं करनी. इधर अलका को इस बात का पछतावा होने लगा कि उस ने धीरेन से अपना पासवर्ड शेयर ही क्यों किया? क्यों उस पर विश्वास किया जो उस ने कहा था कि अब हम दोनों एक होने जा रहे हैं तो उन के बीच कोई दुरावछिपाव जैसी बात नहीं रहनी चाहिए.

ऐसा ही एक और मामला जहां एक जरूरी काल के लिए पत्नी ने अपने पति से उस का फोन मांगा तो पति ने फोन अनलौक कर पत्नी को थमा दिया. पत्नी फोन पर बात कर ही रही थी कि उसी समय 2-3 मैसेज आ गए. उन मैसेज से साफ जाहिर था कि उस के पति का किसी दूसरी महिला से अफेयर चल रहा है और यही बात झगड़े की वजह बनी और बात तलाक तक पहुंच गई. कुछ समय पहले न्यूयौर्क टाइम्स में एक खबर छपी थी जिस में पति ने अपनी पत्नी का व्हाट्सऐप चैट पढ़ लिया.

चैट में पत्नी ने अपने दफ्तर के सहकर्मियों के बीच पति का मजाक बनाते हुए उस की कमियों को शेयर किया था. पति यह सब पढ़ कर दुखी तो हुआ ही, गुस्सा भी बहुत आया और फिर यह गुस्सा तलाक पर ही खत्म हुआ. 2016 में ‘कौफी विद करण’ के शो में रणवीर सिंह और रणबीर कपूर से एक सवाल पूछा गया कि क्या वे अपने पार्टनर का फोन चैक करते हैं? इस पर रणवीर सिंह ने कहा था हां जबकि रणबीर कपूर ने कहा था कि उन्हें ऐसा करना पसंद नहीं है. यह मोबाइल और प्राइवेसी के खिलाफ है.

कपल्स को एकदूसरे का फोन चैक करने की आदत होती है. वे अपने पार्टनर की काल रिकौर्ड या व्हाट्सऐप चैक करते हैं. लेकिन यह गुड मैनर्स नहीं है. अगर कपल चाहते हैं कि उन का रिश्ता मधुर बना रहे और उन के बीच मिठास बनी रहे तो एकदूसरे का फोन या ईमेल चैक नहीं करना चाहिए. अगर ऐसा करना ही है तो पहले अपने पार्टनर से पूछ लें. रिलेशनशिप कोच दामिनी ग्रोवर का कहना है कि जिन कपल्स में इनसिक्युरिटी होती है वहां वे एकदूसरे के फोन पर घात लगाए होते हैं. इनसिक्युरिटी रिश्ते में विश्वास की कमी बताती है और यही पासवर्ड की वजह बनती है.

पति की शिकायत

एक पति की शिकायत है कि उस की पत्नी अपने मोबाइल का पासवर्ड गुप्त रखती है और पत्नी का कहना है कि उस का पति उस पर शक करता है इसलिए वह अपना पासवर्ड उसे नहीं बताती. लेकिन पति का कहना है कि जब उस का मन साफ है तो पासवर्ड बताने में क्या हरज है? पतिपत्नी दोनों अपनीअपनी बात पर अडिग हैं. पति को शक है कि उस के बाहर जाते ही उस की पत्नी मोबाइल फोन पर किसी से चैट करती है और जब वह उस का फोन खोलने का प्रयास करता है तो पासवर्ड आड़े आ जाता है.

पति को अपनी पत्नी का पासवर्ड चाहिए ही और पत्नी है कि पासवर्ड देने को हरगिज तैयार नहीं है और इसी बात पर दोनों के बीच रोज झगड़ा होता है. जब पार्टनर पासवर्ड पूछता है और सामने से उसे मना कर दिया जाता है तो कई दिलचस्प रिएक्शन देखने को मिलते हैं. कई लोगों को पार्टनर की ‘न’ सुनने की आदत नहीं होती है और वे गुस्से से आगबबूला हो उठते हैं. वहीं कई लोग इस बात को ले कर इमोशनल अत्याचार शुरू कर देते हैं. कहा जाता है कि तुम्हें अपने प्यार पर भरोसा नहीं है और ऐसा क्या है जो हमारे बीच छिपा है? इस से मजबूर हो कर सामने वाला अपना पासवर्ड शेयर कर देता है जैसे अलका ने किया.

कई बार ऐसा होता है कि एकदूसरे का पासवर्ड जान लेने के बाद रोजाना अपने पार्टनर का मीडिया अकाउंट खंगाला जाने लगता है और यहीं से उन के रिश्ते में अविश्वास पैदा होने लगता है. प्यारभरे रिश्तों में दरारें आने लगती हैं और बात तलाक तक पहुंच जाती है.

पत्नी की शिकायत

एक पत्नी का कहना है कि उस का पासवर्ड उस के पति के पास है लेकिन पति का पासवर्ड उसे नहीं पता क्योंकि वे अपना पासवर्ड उसे नहीं देते हैं. पति का कहना है कि यह उस की निजी संपत्ति है और पत्नी के पास ऐसा कुछ भी नहीं है जिसे उसे पति से छिपाने की जरूरत पड़े.

यानी पति के कहने का मतलब है कि पत्नी अपना पासवर्ड शेयर कर सकती है, इस में कोई हरज नहीं है. लेकिन पति नहीं करेंगे क्योंकि उन की मरजी नहीं है. पत्नी का कहना है कि पति की बातों ने मुझे उन पर विश्वास न करने को मजबूर कर दिया है और मैं कभी भी खुद को भावनात्मक रूप से उन के करीब महसूस नहीं कर पाती. पतिपत्नी के झगड़े को ले कर कोर्ट में कई ऐसे मामले आए जहां वजह पासवर्ड भी था. वैसे कई कपल्स खर्चा बांटने के लिए पासवर्ड शेयर करते हैं.

ऐक्प्रैस वीपीएन नाम की कंपनी ने एक सर्वे किया. इस में कई कपल्स से पासवर्ड को ले कर उन की राय जानी गई. 44% कपल्स ने कहा कि वे अपने पार्टनर से ओटीटी सर्विस, फूड या ग्रोसरी सर्विस जैसे ऐप का पासवर्ड शेयर करते हैं ताकि दोनों के बीच खर्चा बंटे और पैसे बचें. रिश्ते में पारदर्शिता जरूरी सर्वे में कई कपल्स एकदूसरे के साथ सोशल मीडिया पर पासवर्ड शेयर करने में असहज दिखे. जो कपल पासवर्ड शेयर करने में सहज थे उन का मानना था कि रिश्ते में पारदर्शिता, भरोसा और वफादारी हमेशा बनी रही है. रिश्ते में पारदर्शिता बेहद जरूरी है. लेकिन इंसान की अपनी भी तो एक पर्सनल लाइफ होनी चाहिए.

अगर एक पार्टनर अपना पासवर्ड शेयर न करना चाहे तो उस पर दबाव नहीं बनाना चाहिए. याद रखें कुछ फैसले आप के जरूरी होने चाहिए. अपने पार्टनर को इतना भी हक देना ठीक नहीं है कि आप का हर फैसला वह लेने लगे. पासवर्ड शेयर करने से आप की पर्सनल स्पेस खत्म हो जाती है. बाद में आप महसूस करने लगेंगे कि आप की हर ऐक्टिविटी पर नजर रखी जा रही है. इस के अलावा ब्रेकअप होने जैसी स्थिति में आप के पासवर्ड का गलत इस्तेमाल भी हो सकता है.

पासवर्ड शेयर करना क्या है

आजकल की रिलेशनशिप केवल दिल से ही नहीं जुड़ी है बल्कि डिजिटल दुनिया से भी जुड़ी है. आज के युवा पार्टनर एकदूसरे के सोशल मीडिया अकाउंट्स के पासवर्ड शेयर को रिश्ते में ट्रस्ट और ट्रांसपेरैंसी मानते हैं. लेकिन यह तभी सही है जब दोनों लोगों की सहमति हो. कई पार्टनर शक और इनसिक्युरिटी की वजह से पासवर्ड जानना चाहते हैं. निगरानी रखना चाहते हैं. लेकिन यही निगरानी कभीकभी रिश्ते को खराब करने का काम करने लगती है.

इसलिए अगर आप सोशल मीडिया पासवर्ड शेयर करने की सोच रही हैं तो इन बातों का ध्यान रखना जरूरी है:

जल्दीबाजी न करें

अगर आप एकदूसरे को सोशल मीडिया पर पोस्ट नहीं करते हैं तो हो सकता है आप एकदूसरे के साथ पासवर्ड शेयर करने में जल्दी कर रहे हैं. शुरुआत में अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स के पासवर्ड साझ करने के बजाय आप स्ट्रीमिंग साइट्स जैसे हौटस्टार, नैटफिलक्स, अमेजन या फिर एचबीओ के पासवर्ड शेयर कर सकते हैं.

समय के साथसाथ

अगर आप को सही लगे तो अपनी लोकेशन वगैरह एकदूसरे के साथ शेयर कर सकते हैं. लेकिन अपने बैंक अकाउंट का पासवर्ड या सोशल मीडिया प्रोफाइल का पासवर्ड किसी को तभी शेयर करें, जब आप को लगे कि आप का रिश्ता गहरा और गंभीर है और आप का पार्टनर आप को समझता है.

पार्टनर को परखें

आप का पार्टनर अपने खर्चे कैसे संभालता है, रिजैक्शन को कैसे हैंडल करता है और अगर रिलेशनशिप खत्म हो जाए तो उस का क्या रिएक्शन होगा, यह सब सोचनेसमझने के बाद ही अपना पासवर्ड शेयर करना चाहिए. अपना पासवर्ड तभी शेयर करें जब आप कंफर्टेबल हों, जोरजबरदस्ती या भावना में बह कर नहीं.

कदम बढ़ा कर पीछे खींचना मुश्किल

प्यार के रिश्ते जब बहुत गहरे हो जाते हैं तो एकदूसरे से पासवर्ड शेयर करने जैसी बातें बहुत छोटी लगती हैं कि अरे, पासवर्ड ही तो मांगा है. हरज ही क्या है देने में यह सोच कर हम पार्टनर को अपना पासवर्ड शेयर कर देते हैं. लेकिन जैसेजैसे रिलेशनशिप में समय आगे बढ़ता जाता है तो यह फैक्ट है कि आप का पार्टनर आप के हर मैसेज या सोशल मीडिया ऐक्टिविटी को देखने का इच्छुक हो उठता है और न चाहते हुए भी वह आप के सारे मैसेज देखता है. लेकिन जब आप ने अपना पासवर्ड शेयर कर ही दिया है तो फिर पीछे नहीं हट सकते हैं. इसलिए अपना पासवर्ड बहुत ही सोचसमझ कर शेयर करें.

आईडैंटिटी प्रोटैक्ट करना जरूरी

सोशल मीडिया से हट कर गूगल या आइक्लाउड के पासवर्ड पार्टनर से शेयर न करने में ही समझदारी है. ऐसा इसलिए क्योंकि ये पासवर्ड आप के और कई अकाउंट्स के पासवर्ड लिए होते हैं और इन पासवर्ड को ऐक्सैस कर कोई आप के किसी भी अकाउंट को लौगइन कर सकता है. ऐसे में अपनी आईडैंटिटी को प्रोटैक्ट करना जरूरी है. वहीं अगर कभी रिश्ता खत्म होता है तो पासवर्ड बड़े रिस्क फैक्टर्स साबित हो सकते हैं.

सोचसमझ कर करें विश्वास

आजकल यूथ सोशल मीडिया पर ज्यादा ऐक्टिव रहते हैं. यहां वे नएनए दोस्त बनाते हैं. कुछ से इन की अच्छी बौडिंग हो जाती है. सोशल मीडिया के साथ ही जिंदगी में आजकल कई पासवर्ड हो गए हैं जैसे ईमेल, एटीएम, सिस्टम, लैपटौप, मोबाइल आदि. आप की मरजी के बिना कोई आप का डिवाइस यूज न कर सके, इस के लिए ही पासवर्ड सैट किया जाता है.  Relationship Advice

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