बॉलीवुड ऐसी जगह है जहां अभिनेताओं की बहुत सी पीढ़ियां यहां काम कर लेती हैं. बॉलीवुड में ऐसे बहुत से स्टार्स हैं, जिनके फैमिली मेंबर्स भी फिल्मों में एक्टिंग करते थे.
रोहित शेट्टी और एमबी शेट्टी
बॉलीवुड के मशहूर डायरेक्टर हैं रोहित शेट्टी के पिता भी फिल्मों में एक्टिंग कर चुके हैं. उनके पिता का नाम एमबी शेट्टी है, जिन्होंने गुजरे जमाने की फिल्मों में विलेन का किरदार निभाया है. एमबी शेट्टी ने ‘यादों की बारात’ (1973), ‘डॉन’ (1978), ‘त्रिशूल’ (1978), ‘फकीरा’ (1976), ‘कालीचरण'(1976), ‘शंकर दादा'(1976) सहित अन्य फिल्मों में अभिनय किया है.
हालांकि, एमबी शेट्टी अब दुनिया में नहीं है. उनका निधन 23 जनवरी, 1982 को हुआ था. बता दें कि रोहित ‘गोलमाल’ सीरिज की फिल्म ‘गोलमाल अगेन’ लेकर आ रहे हैं. ये फिल्म इसी साल अक्टूबर में रिलीज होगी.
किरण कुमार और जीवन
किरण कुमार के पिता जीवन भी फेमस विलेन थे. जीवन ने ‘सुहाग’ (1979), ‘नसीब’ (1981), ‘चाचा भतीजा’ (1977), ‘जॉनी मेरा नाम’ (1970) और ‘धरम-वीर’ (1977) सहित कई फिल्मों में काम किया है. वहीं, किरण कुमार ने भी फिल्मों में अलग-अलग किरदार अदा किए हैं.
किरण कुमार ने ‘लव इन शिमला’ (1960), ‘आजाद मोहब्बत’ (1974), ‘पंडित और पठान’ (1977), ‘कालिया’ (1997), ‘औजार’ (1997), ‘प्यार किया तो डरना क्या’ (1998), ‘बेनाम’ (1999), ‘बॉबी जासूस’ (2014), ‘ब्रदर्स’ (2015) सहित कई फिल्मों में काम किया है. जीवन अब इस दुनिया में नहीं है. जीवन का निधन 10 जून 1987 को हुआ था.
रेखा और जैमिनी गणेशन
रेखा के पिता जैमिनी गणेशन जहां साउथ की फिल्मों के सुपरस्टार थे, वहीं उन्होंने बॉलीवुड की कुछ फिल्मों में भी अभिनय किया है. उन्होंने 1957 में फिल्म ‘मिस मैरी’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया था. इस फिल्म में उनके साथ मीना कुमारी थी और ये फिल्म सुपरहिट रही थी. इसके अलावा उन्होंने ‘देवता’ (1956), ‘राज तिलक’ (1958), ‘नजराना’ (1961) में काम किया.
वहीं, रेखा ने ‘सावन भादो’ (1970), ‘खूबसूरत’ (1980), ‘खून भरी मांग’ (1988), ‘खिलाड़ियों का खिलाड़ी’ (1996), ‘उमराव जान’ (1981) सहित कई फिल्मों में काम किया है. जैमिनी गणेशन अब इस दुनिया में नहीं है. उनका निधन 22 मार्च, 2005 को हुआ था.
अमजद खान और जयंत
बॉलीवुड के ‘गब्बर सिंह’ यानी अमजद खान के पिता जयंत (जकारिया खान) भी फिल्मों में काम कर चुके हैं. जयंत गुजरे जमाने की ज्यादातर फिल्मों में विलेन का रोल निभाते थे. उन्होंने ‘मेरा गांव मेरा देश’ (1971), ‘रेशमा और शेरा’ (1971), ‘हिमालय की गोद में'(1965), ‘सपनों का सौदागर'(1968), ‘अनमोल मोती’ (1969) सहित अन्य फिल्मों में काम किया है.
अमजद खान ने ‘शोले’ (1975), ‘कसम खून की’ (1977), ‘परवरिश’ (1977), ‘इंकार’ (1978), ‘कसमे वादे’ (1978), ‘कालिया’ (1980), ‘नसीब’ (1981), ‘याराना’ (1981), ‘सत्ते पे सत्ता’ (1981) सहित कई फिल्मों में काम किया है. हालांकि, अमजद खान और उनके पिता जयंत दोनों ही अब इस दुनिया में नहीं है. अमजद खान का निधन 22 जुलाई, 1992 को और जयंत का निधन 2 जून 1975 को हुआ था.
तेज सप्रू और सप्रू
गुजरे जमाने की फिल्मों में अलग-अलग किरदार निभाने वाले सप्रू (दया किशन सप्रू) के बेटे हैं तेज सप्रू. फिल्मों में सप्रू के नाम से फेमस दया किशन सप्रू ने बहुत सी फिल्मों में काम किया है. उन्होंने ‘शहीद’ (1965), ‘मुझे जीने दो’ (1963), ‘प्रेम पुजारी’ (1970), ‘इम्तिहान’ (1974), ‘कसौटी’ (1974), ‘पैसे की गुड़िया’ (1974), ‘चरस’ (1976), ‘दीवार’ (1975) सहित कई फिल्मों में काम किया है.
वहीं, उनके बेटे तेज सप्रू भी बॉलीवुड में फेमस हैं. उन्होंने ‘सुरक्षा’ (1979), ‘राजपूत’ (1982), ‘युद्ध’ (1985), ‘इंसाफ मैं करूंगा’ (1985), ‘त्रिदेव’ (1989), ‘अजूबा’ (1991), ‘मोहरा’ (1994), ‘आग’ (2006) सहित कई फिल्मों में काम किया है. सप्रू अब इस दुनिया में नहीं है. उनका निधन 1979 में हुआ था.
अनीता राज और जगदीश राज
एक्ट्रेस अनीता राज के पिता जगदीश राज ने भी कई फिल्मों में अलग-अलग भूमिकाएं अदा की हैं. जगदीश राज ने ‘पाप का अंत’ (1989), ‘डॉन’ (1978), ‘आग ही आग’ (1988), ‘बॉक्सर’ 91984), ‘मजबूर’ (1983), ‘दीवार’ (1975), ‘ड्रीमगर्ल’ (1977) सहित कई फिल्मों में काम किया है.
अनिता राज ने भी ‘कर्मयुद्ध’ (1985), ‘जान की बाजी’ (1985), ‘गुलामी’ (1985), ‘असली नकली’ (1986), ‘विरोधी’ (1992), ‘चार दिन की चांदनी’ (2012) सहित बहुत सी फिल्मों में काम किया है. बता दें कि जगदीश राज अब इस दुनिया में नहीं है. उनका निधन 28 जुलाई, 2013 को हुआ था.
फरहान अख्तर और हनी ईरानी
फिल्मों का निर्देशन करने के अलावा एक्टिंग में जौहर दिखा रहे फरहान अख्तर की मां हनी ईरानी भी फिल्मों में एक्टिंग कर चुकी हैं. हनी ने ‘सीता और गीता’ (1972), ‘अमर प्रेम’ (1971), ‘कटी पतंग’ (1970), ‘चांदी की दीवार’ (1964) ‘चिराग कहां रोशनी कहां’ (1959) सहित अन्य फिल्मों में काम किया है.
फरहान अख्तर ने ‘रॉक ऑन’ (2008), ‘जिंदगी ना मिलेंगी दोबारा’ (2011), ‘भाग मिलखा भाग’ (2013), ‘वजीर’ (2016), ‘दिल धड़कने दो’ (2015) फिल्मों में काम किया है.