स्किन के लिए क्या अच्छा है और क्या नहीं, मैं क्या करुं?

सवाल-

मेरा उम्र 25 साल है और मैं जानना चाहती हूं कि फेशियल किस उम्र से शुरू करना चाहिए?

जवाब-

हर किसी के लिए त्वचा के अनुसार फेशियल कराने की उम्र अलगअलग हो सकती है. जैसे ही आप को अपने फेस पर पहला रिंकल दिखाई देना शुरू करे आप को फेशियल करवाना शुरू कर देना चाहिए. ऐसा 20 साल में भी हो सकता है, 25 में भी और 30 साल में भी.

वैसे यंग ऐज में कहीं बाहर जाते वक्त या शादीब्याह में कभीकभार स्किन को शाइनिंग देने के लिए वैजिटेबल पील या फू्रट पील करना अच्छा रहता है. शादी के समय गोल्ड फेशियल स्किन को गोल्ड जैसी चमक देता है इसलिए गोल्ड फेशियल करवाना चाहिए. लेकिन जैसेजैसे उम्र बढ़ती जाती है फेशियल आप की स्किन के ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है जिस से आप का खाना त्वचा तक पहुंचता है और रिलैक्सेशन के साथसाथ इन को शाइन भी देता है. इस से स्किन अपलिफ्ट भी होती है और कोलोजन बनना शुरू हो जाता है जिस से रिंकल्स कम पड़ती हैं.

सवाल-

आजकल कैमिकल पील के बारे में काफी सुना जा रहा है. क्या यह स्किन के लिए अच्छी होती है?

जवाब-

आजकल कई तरह की कैमिकल पील अवेलेबल हैं. किसी भी कैमिकल पील में से स्किन की एक लेयर एक ही बार में निकल जाती है. लाइट पील से एक लेयर को निकलने में 1 हफ्ता लग जाता है. मगर स्ट्रौंग पील से 2 दिन में ही त्वचा की एक लेयर ऐक्सफौलिएट हो जाती है जिस से अंदर से खूबसूरत त्वचा निकल के बाहर आ जाती है. मगर कैमिकल पील कराते समय बहुत ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होती है कि करने वाला ऐक्सपर्ट हो ताकि आप की स्किन को कोई नुकसान न पहुंचे. कैमिकल पील के लिए किसी ऐसे क्लीनिक में जाएं जहां लेजर की सुविधा उपलब्ध हो क्योंकि बारबार कैमिकल पील करने से स्किन पतली होनी शुरू हो जाती है. अगर कैमिकल पील के साथसाथ लेजर ट्रीटमैंट लेती रहें तो स्किन पतली नहीं होती और कोई साइड इफैक्ट भी नहीं होता.

अगर आपकी भी ऐसी ही कोई समस्या है तो हमें इस ईमेल आईडी पर भेजें- submit.rachna@delhipress.biz   सब्जेक्ट में लिखे…  गृहशोभा-व्यक्तिगत समस्याएं/ Personal Problem

Skincare Tips: फेशियल लेने के बाद, कभी न करें ये 4 चीजें

फेशियल एक ऐसा स्कीन केयर ट्रीटमेंट है जिसकी मदद से त्वाचा चमकदार और मुहांसो का उपचार किया जा सकता है. फेशियल में स्टीम, एक्सफोलिएशन, एक्सट्रेक्शन, क्रीम, लॉशन, फेशियल मस्क और मसाज के स्टेप्स होते है. फेशियल की मदद से त्वाचा की सफाई, एक्सफोलिएशन और त्वाचा को पोषण प्राप्त होने के साथ-साथ मुहांसो और आँखो के नीचे काले-घेरों को दूर करता है.

फेशियल लेने के बाद कई सारी सावधानियां बरतने पड़ती है.

स्कीन एक्सपर्ट अक्सर सलाह देते है फेशियल कराने के बाद, धूप में नहीं जाना चाहिए. आइए आपको बताते है फेशियल लेने के बाद, कभी न करें ये 4 चीजें.

1.चेहरे को बिल्कुल न छुए

फेशियल लेने के बाद अपने फेस को छुए नहीं, ऐसा करने से त्वाचा में बैक्टेरिया उत्पन्न हो जाते है. जिसकी वजह से मुहांसे निकालने लगेंग. फेशियल कराने के बाद फेस को छुने से कई सारे पींपल, पोर्स, ब्रकेआउट और ऐलर्जी उत्पन्न हो जाती है.

2.मेकअप नजरअंदाज करें

फेशियल लेने के बाद त्वाचा बहुत ही सेंसिटिव हो जाती है. मेकअप करने से ब्रकेआउट, रेडनेस और पींपल्स होने लगते है. मेकअप प्रोडक्टस में केमिकल होते है जिसके कारण कई सारी स्कीन प्रॉबल होने लगते है.

3.धूप में न निकले

फेशियल के बाद, त्वचा संवेदनशील और नाजुक हो जाती है। जिसकी वजह से हानिकारक यूवी किरणें त्वचा में गहराई तक प्रवेश कर सकती हैं,जिससे चेहरे की लालिमा और एलर्जी हो सकती है।  सुई का उपयोग फेशियल कराने से पहले सुई का इस्तेमाल करना बाद में करने से बेहतर है। जब आप फेशियल करवाती हैं, तो त्वचा कुछ दिनों के लिए संवेदनशील और नाजुक हो जाती है। संवेदनशील त्वचा पर केमिकल और सुइयों का उपयोग करने से त्वचा को नुकसान हो सकता है.

4. सुई का उपयोग

फेशियल कराने से पहले सुई का इस्तेमाल करना बाद में करने से बेहतर है। जब आप फेशियल करवाती हैं, तो त्वचा कुछ दिनों के लिए संवेदनशील और नाजुक हो जाती है। संवेदनशील त्वचा पर केमिकल और सुइयों का उपयोग करने से त्वचा को नुकसान हो सकता है.

जानें कैसा हो आपका फेशियल

फेशियल चेहरे की खोई रौनक फिर से लौटा देता है. 30 वर्ष की आयु के बाद माह में एक बार फेशियल कराया जा सकता है. इस से त्वचा की ऐक्सरसाइज होती है और त्वचा बनी रहती है जवां.

वाइटनिंग फेशियल

चेहरे से धूलमिट्टी व पहले का मेकअप हटाने के लिए वाइटनिंग क्लींजर से चेहरे को अच्छी तरह साफ करें. स्क्रब में कुछ बूंदें टोनर की इस्तेमाल करें. 10 मिनट तक स्क्रबिंग करने के बाद मसाज क्रीम से 15 मिनट तक मसाज करें. फिर गाढ़ा पैक लगा कर 15 मिनट के बाद चेहरा धो दें.

खास बातें

  1. फेशियल में आए ग्लो को बरकरार रखने के लिए अपने चेहरे की नियमित देखभाल करनी भी आवश्यक है. रोजाना मौइश्चराइजर वाइटनिंग क्लींजर से चेहरा साफ करें व बौडी लोशन का प्रयोग करें.
  2. स्क्रबिंग करते समय फेशियल स्टैप्स न करें केवल सरकुलेशन मोशन में (जैसे कि साबुन लगाते हैं) चेहरे को रब करें. फेशियल में प्रोडक्ट को पैनिट्रेट करना होता है, इसीलिए मसाज की जाती है. लेकिन स्क्रब में केवल मृत त्वचा हटाई जाती है.
  3. स्क्रब में पानी मिलाने के बजाय विटामिन ई युक्त टोनर इस्तेमाल करें. ध्यान रहे, वाटर सैंसेशन वाले टोनर का ही प्रयोग करें ताकि यह त्वचा पर चुभे नहीं.
  4. यह गलत धारणा है कि ज्यादा मसाज करने से फेशियल अच्छा होता है. अत्यधिक मसाज स्किन के लिए उचित नहीं.
  5. औयली स्किन पर 10-12 मिनट की मसाज करनी चाहिए. मसाज से तैलीय त्वचा का औयल कंट्रोल होता है.

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क्यों कराएं वाइटनिंग फेशियल

यह फेशियल तकनीक रंग को निखारती है, यूवी रेज, पिगमैंटेशन व टैनिंग की समस्या से बचाती है. प्रदूषण से हमारी त्वचा बेजान हो जाती है. ऐसे में वाइटनिंग फेशियल से उसे फिर से तरोताजा बनाया जा सकता है.

ऐंटीऐजिंग फेशियल

चेहरे को क्लींजर से साफ करने के बाद ऐंटीऐजिंग स्क्रब करें, फिर 15 मिनट तक मसाज करें. इस के बाद पैक लगाएं और 15 मिनट बाद धो दें.

खास बातें

  1. पौष्टिक व संतुलित आहार से त्वचा स्वस्थ व कांतिमय बनी रहती है और लटकती नहीं  है. इसलिए पौष्टिक व संतुलित आहार ही लें.
  2. स्किन पर मसाज के बाद व पैक लगाने से पहले ऐंटीइन्फलेमेशन सिरम इस्तेमाल करना चाहिए. यह त्वचा लाल होने और जलन से बचाता है.

टीऐजिंग फेशियल के लाभ

यह फेशियल 35 से 40 वर्ष की आयु के पश्चात कराना अधिक उचित रहता है. यह चेहरे को झुर्रियों से बचाता है व स्किन को स्वस्थ बनाता है. झुर्रियों वाली लटकी व  बेजान त्वचा को युवा लुक देने के लिए ऐंटीऐजिंग फेशियल कराना फायदेमंद रहता है.

आई फेशियल

टरमरिक क्लींजर से आंखों को क्लीन करें. फिर 6-7 मिनट तक ही स्क्रबिंग करें, क्योंकि  यहां की स्किन अधिक संवेदनशील होती है. फिर हलके हाथों से कुछ मिनट मसाज करें. इस के बाद पैक लगाएं और कुछ देर बाद धो दें.

ध्यान रहे

  1. अति संवेदनशील त्वचा वाले चेहरे पर आई फेशियल कराएं, चूंकि यह बहुत माइल्ड होता है, इसलिए इसे झुर्रियों वाले चेहरे पर भी प्रयोग में लाया जा सकता है. जबकि साधारण फेशियल अति संवेदनशील त्वचा के  लिए ठीक नहीं रहता.
  2. कई बार अच्छे से अच्छा प्रोडक्ट इस्तेमाल करने, फेशियल तकनीक अपनाने व नियमित देखभाल करने पर भी चेहरे की समस्याएं ज्यों की त्यों बनी रहती हैं व त्वचा स्वस्थ नहीं रहती. इस का कारण त्वचा से नहीं बल्कि शरीर से जुड़ा होता है. अत: इस स्थिति में डाक्टर से संपर्क करें.
  3. लगभग 6 सिटिंग्स लेने से काले घेरों की समस्या काफी हद तक कम हो जाएगी.
  4. आंखों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए टीवी या कंप्यूटर के सामने ज्यादा न बैठें, भरपूर नींद व पौष्टिक आहार लें.

आई फेशियल की जरूरत : आई फेशियल ऐजिंग साइंस को रोकता है, आंखों में आई फुलावट व काले घेरों को कम कर के थकी दिखने वाली आंखों को आकर्षक व फ्रैश लुक देता है.

ट्रैंडी हेयरस्टाइल : अच्छी तरह तैयार होने में हेयरस्टाइल बहुत माने रखता है. एक अच्छा हेयरस्टाइल वही होता है, जो लुक में तो ट्रैंडी हो ही, बनाने में भी ज्यादा समय न ले.

ट्विस्टेड रोल जूड़ा

अवधि 7 से 10 मिनट, लंबे केशों के लिए उपयुक्त.

सब से पहले केशों क ो कंघी से अच्छी तरह सुलझा लें. फ्रंट से केश अलग कर के पीछे के सारे केशों की थोड़ी ऊंची पोनी बनाएं और पोनी के ऊपर (क्राउन एरिया में) स्टफिंग लगाएं. स्टफिंग को फ्रंट के छोंड़े गए केशों से कवर करें और बाकी केशों का साइड पार्टीशन कर लें. साइड की फ्लिक्स को कानों के पीछे पिन लगा कर सैट करें. वे लंबे हों तो पोनी के आसपास ही फोल्ड कर लें. बनाई गई पोनीटेल को 2 भागों में बांट लें, फिर हेयर स्प्रे करें. अलग किए गए एक भाग को फिर 2 भागों में बांट कर चोटी गूंथ लें और चोटी की नौट बना कर बन बनाएं. फिर ऊपर की ओर टक करें. दूसरे भाग के केशों को फिर 2 भागों में बांट कर चोटी गूंथें और इस गूंथी गई चोटी में भी नौट लगा कर बन बनाएं और ऊपर की ओर टक करें. नीचे के बचे छोटेछोटे केशों को हेयर स्प्रे कर के मैनेजेबल बनाएं, फिर पिन से ऊपर की ओर सैट करें.

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खास बातें

  1. चोटी को ज्यादा कस कर न गूंथें.
  2. हेयर स्पे्र जरूर करें. इस से हेयरस्टाइल ज्यादा समय तक टिकता है व छोटेछोटे केश बैठ जाते हैं तो हेयरस्टाइल सफाई से बनता है .
  3. हेयरस्टाइल के बीच में स्प्रे करने से केशों को ज्यादा मैनेजेबल बनाया जाता है. इस से वे कहीं भी आसानी से मुड़ जाते हैं.
  4. हेयरस्टाइल को सुंदर ऐक्सैसरीज व प्राकृतिक फूलों से सजाएं.

रोजबन जूड़ा

अवधि 12 से 15 मिनट, छोटे केशों के लिए उपयुक्त.

सारे केशों को कंघी से अच्छी तरह सुलझाएं. फ्रंट से मोटी साइड फ्लिक निकाल कर पीछे के सारे केशों की कंघी करें और ऊंची पोनी बनाएं. पोनी के ऊपर पफ स्टफिंग लगाएं, फिर पोनी के केशों से स्टफिंग क ो चारों तरफ से कवर कर के पिनों से सैट करें. इस के बाद हेयर स्प्रे करें. स्टफिंग से जूड़े का बेस तैयार करने के बाद इस के साथ स्विच (केशों क ा 4 भागों में विभाजित) क्लच करें. स्विच वाले केशों के एक भाग को ले कर इस की पतली लट लें और उसे ट्विस्ट करें, फिर उस लट के रोजबन (गोलाकार रोल) बनाएं और स्टफिंग के पास टक कर दें. इस तरह से चारों भागों के कई रोजबन बना कर स्टफिंग के चारों ओर टक कर दें. आगे के केशों की साइड लट को ट्विस्ट कर के कानों के पीछे पिन लगा कर सैट कर दें.

खास बातें

  1. रोजबन बनाने से पहले प्रत्येक लट पर हेयर स्प्रे करें, फिर रोजबन बनाएं.
  2. जूड़े में ज्यादा पिनों का इस्तेमाल करने की आवश्यकता हो तो इनविजिबल पिनों का प्रयोग करें. चूंकि ये नजर नहीं आतीं इसलिए हेयरस्टाइल ज्यादा सफाई से बनता है.

स्किन विशेषज्ञा और हेयर डिजाइनर सुनीता आहूजा के डेमो और बातचीत के आधार पर एम. दुआ का लेख.

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वाइन Facial: खूबसूरत बनाएं और बढ़ती उम्र पर लगाम लगाएं

बढ़ती उम्र पर लगाम लगाने की चाह हर महिला की होती है और इस चाह को पूरा करने के लिए वह ब्यूटी ट्रीटमैंट के तौर पर फ्रूट फेशियल, चौकलेट फेशियल व औक्सी फेशियल की तकनीक अपनाती है. लेकिन क्या आप जानती हैं कि वाइन भी आप की बढ़ती उम्र पर लगाम लगाने के साथसाथ आप के सौंदर्य को बढ़ाने में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है? आप हैरान हो रही होंगी कि भला वाइन खूबसूरती निखारने व बढ़ती उम्र पर लगाम लगाने में कैसे मददगार हो सकती है?

आप जैसी अनेक महिलाओं की वाइन फेशियल से जुड़ी इस जिज्ञासा को दूर करने का प्रयास किया दिल्ली प्रैस भवन में आयोजित गृहशोभा की फेब मीटिंग में ब्यूटी ऐक्सपर्ट मीनू अरोड़ा ने. मीनू अरोड़ा ने वाइन फेशियल के फायदे बताते हुए इसे करने का तरीका भी बताया.

वाइन फेशियल प्रक्रिया:

 वाइन फेशियल में इस्तेमाल किए जाने वाले काले अंगूरों में मुख्यरूप से विटामिन ई, ऐंटोसिनो साइड्स, पौलीफेनोल, प्रोसिया निडोल्स और ऐंटीऔक्सीडैंट्स जैसे तत्त्व पाए जाते हैं. वाइन के ऐंटीसैप्टिक होने के कारण वह त्वचा में आने वाली सूजन व झुर्रियों को भी कम करती है. इतना ही नहीं, त्वचा की डैड स्किन निकालने में भी मदद करती है.

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क्लींजिंग व स्क्रबिंग:

अन्य फेशियलों की तरह वाइन फेशियल की शुरुआत भी क्लींजिंग, स्क्रबिंग व टोनिंग से की जाती है. त्वचा की क्लींजिंग के लिए थोड़े से कच्चे दूध में 2 छोटे चम्मच ऐप्पल वाइन, 2 बूंदें रैड वाइन और गुलाब की पत्तियों की पीस कर मिलाएं और अच्छी तरह मिक्स करें. फिर कौटन बौल की सहायता से इस से त्वचा की क्लींजिंग करें. इस से त्वचा को मिनरल्स मिलते हैं. इस के बाद 200 एमएल गरम पानी में 1 छोटा चम्मच बोरिक ऐसिड मिला कर घोल बनाएं. उस घोल में कौटन भिगो कर चेहरे को हौट कंप्रैशन दें. इस से त्वचा के ब्लैकहैड्स व व्हाइटहैड्स निकलने में मदद मिलेगी. इस के बाद रोजवाटर का टोनर लगाएं ताकि ओपन पोर्स बंद हो जाएं. अब एकदम ठंडे नारियल पानी में कौटन डुबो कर चेहरे पर कोल्ड कंप्रैशन दें.

मसाज:

ऐलोवेरा जैल में रैड वाइन मिक्स कर के 3 मिनट तक गैलवेमिक नैगेटिव व 3 मिनट तक गैलवेनिक पौजिटिव मसाज दें. आप चाहें तो मसाज मिक्सचर में विटामिन ई औयल भी डाल सकती हैं. गैलवेनिक मसाज देते समय ग्रेप्स जूस भी चेहरे पर डालती रहें.

पैक:

अंत में गौज को रैड वाइन में डुबो कर चेहरे पर रखें व ऊपर से काले अंगूरों का पल्प लगाएं. 10 मिनट बाद पैक को उतार दें. इस पैक से त्वचा के उत्तक तो रिपेयर होते ही हैं, साथ ही त्वचा को टाइटनिंग इफैक्ट भी मिलता है. अंत में चेहरे पर सनब्लौक क्रीम या सनस्क्रीन लगाएं. सनस्क्रीन लगाने से सनबर्न व टैनिंग होने की संभावना कम हो जाती है. 

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त्वचा के अनुसार करें वाइन का चुनाव:

अलगअलग प्रकार की त्वचा के लिए अलगअलग तरह की वाइन का प्रयोग किया जाता है. जहां तैलीय त्वचा के लिए रैड वाइन बेहतर रहती है और वह ऐलोवेरा मिला कर प्रयोग की जाती है, वहीं सूखी त्वचा के लिए व्हाइट वाइन में मौजूद अल्फा हाइड्रौक्सी ऐसिड्स त्वचा के लिए असरदार साबित होते हैं. इस से त्वचा मुलायम होती है. अगर त्वचा सैंसिटिव हो तो व्हाइट वाइन में गुलाबजल और बादाम का पेस्ट भी मिलाया जाता है. रैड वाइन में मौजूद ऐंटीऐजिंग तत्त्व त्वचा को रिजुवनेट और डिहाइड्रेट करते हैं. यही नहीं ये पिगमैंटेशन को रोकते हुए ऐजिंग प्रोसैस पर भी लगाम लगाते हैं.

स्किन है सेंसिटिव और कराने जा रही हैं फेशियल तो हो जाएं सावधान

जिनकी त्‍वचा संवेदनशील होती है उनको हमेशा इस बात की चिंता सताती है कि चेहरे पर क्‍या लगाएं और क्‍या ना लगाएं. इसी तरह जब भी आप पार्लर जाती होंगी तो वहां पर लगी लिस्‍ट में सोंचती होंगी कि आपके चेहरे के लिये कौन सा फेशियल उपयुक्‍त रहेगा, जिससे स्‍किन खराब ना हो. अगर आपकी त्‍वचा संवेदनशील है, तो आपको जानना होगा कि चेहरे पर कौन सा फेशियल करवाएं और कौन सा ना करवाएं.

यह फेशियल ना करवाएं

– चेहरे पर क्‍लीन अप या भाप दा्रा ब्‍लैकहेड जाने पर स्‍किन पर लालिमा और घाव पड़ सकते हैं. इसलिये फेशियल करवाने से पहले अपनी ब्‍यूटीशियन से थोड़ा ध्‍यान रखने को कहें.

– पर्ल फेशियन ना करवाएं. ऐसा इसलिये क्‍योंकि पर्ल पाउडर चेहरे पर एलर्जी फैलाते हैं.

– डायमंड फेशियल में पाउडर डायमंड चेहरे पर लगाया जाता है. इसलिये सबसे पहले यह भरोसा कर लें कि आपको इससे कोई एलर्जी नहीं होगी तभी इसे लगाएं.

– गोल्‍ड फेशियल में भी मैटल होता है. अगर आपको गोल्‍डन ज्‍वैलरी पहनने पर किसी प्रकार की एलर्जी नहीं होती, तो आप आराम से यह फेशियल करवा सकती हैं.

– पैराफिन फेशियल में गरम वैक्‍स का प्रयोग किया जाता है. हालाकि यह आपकी त्‍वचा को बिल्‍कुल नहीं छुएगी, लेकिन थोड़ा सावधान रहें.

लगाएं यह फेशियल

– अल्‍ट्रा सेन्‍सिटिव स्‍किन के लिये चौकलेट फेशियल बहुत अच्‍छा माना जाता है. चौकलेट फेशियल उनके लिये बहुत अच्‍छा होता है, जिनकी त्‍वचा पर एलर्जी होने के चांस ज्‍यादा रहते हैं. कोको, एंटी इनफ्लेमिट्री तत्‍वों से भरा होता है.

– फ्रूट फेशियल त्‍वचा के लिये बहुत अच्‍छे होते हैं क्‍योंकि वह प्रकृतिक होते हैं. फेस पैक लगवाने से पहले यह देख लें कि कहीं आपको किसी फल से एलर्जी तो नहीं हैं.

– सैंडलवुड फेशियल उन लोगो के लिये एक सेफ तरह का फेशियल है, जिन लोगो के चेहरे पर रैश पड जाते हैं. यह फेशियल घाव तथा एक्‍ने को कम करता है क्‍योंकि इसमें एंटी एलर्जिक तत्‍व पाए जाते हैं. लेकिन यह देख ले कि आप पूरी तरह से हर्बल सैंडलवुड प्रोडक्‍ट का प्रयोग कर रही हों.

– अकाई बैरी के कई स्‍वास्‍थ्‍य लाभ है. यह एंटी औक्‍सीडेंट में बहुत ज्‍यादा होते हैं इसलिये यह एंटी एजिंग एजेंट का कार्य अच्‍छे से करते हैं. यह स्‍ट्रेस को हटाते हैं और चेहरे पर बहुत अच्‍छा ग्‍लो देते हैं.

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