इन 5 Rules को फॉलो कर गर्मी में रखें स्किन का ख्याल

गर्मियों में स्किन को ऐक्स्ट्रा केयर की जरूरत होती है. लेकिन अपनी भागदौड़ वाली जिंदगी में हम अपनी स्किन की तरफ ध्यान ही नहीं दे पाते हैं, जिस का नतीजा यह होता है कि हमारी स्किन डल, बेजान सी दिखने लगती है. ऐसे में अगर रोज अपनी स्किन की कुछ मिनट ही सही से केयर कर लेंगे तो आप की स्किन गरमियों में भी दमक उठेगी.

जानते हैं, उन जरूरी चीजों के बारे में, जिन पर गौर कर आप इस समर में फ्रैश स्किन पा सकती हैं:

1. फ्रैश स्टार्ट:

अगर आप की स्किन सुबह फ्रैश फील देती है तो आप को खुद तो तरोताजा महसूस होता ही है, साथ ही आप का कौन्फिडैंस भी बढ़ता है. आप ज्यादा ऐनर्जेटिक हो कर काम कर पाती हैं. इस के लिए आप अपने मौर्निंग स्किन केयर रूटीन में अयूर का बौडी वाश शामिल जरूर करें. इस से स्किन पर जो धूलमिट्टी के कारण गंदगी जमा हो जाती है, वह रिमूव हो कर आप की स्किन सौफ्ट फील देने लगेगी, साथ ही यह स्किन के नैचुरल औयल को भी मैंटेन रखने का काम करेगा. इस से स्किन पर नैचुरल मौइस्चर भी बैलेंस में रहेगा.

2. मौइस्चराइज जरूर करें:

कई महिलाओं को यह समस्या होती है कि नहाने के बाद उन की स्किन ड्राई होने लगती है. इस का कारण है कि वे स्किन को मौइस्चर करना जरूरी नहीं सम झतीं, जिस से स्किन खिंचीखिंची व ड्राई सी लगने लगती है, जो उन्हें पूरे दिन असहज महसूस करवाने का काम करती है. इस के लिए जरूरी है कि आप नहाने के बाद अपनी स्किन को अच्छी तरह मौइस्चराइज जरूर करें. इस बात का भी खास ध्यान रखें कि जिस भी मौइस्चराइजर का चयन करें  वह नैचुरल इन्ग्रीडिएंट्स से बना हो, क्योंकि इस से स्किन को काफी फायदा मिलता है. कोशिश करें कि आप के मौइस्चराइजर में गुलाब, ऐलोवेरा, खीरे जैसे तत्त्व हों, जो गरमियों में स्किन को कूलिंग इफैक्ट देने के साथसाथ स्किन को टैनिंग व डलनैस से भी बचाने का काम करते हैं, जबकि कैमिकल्स वाले प्रोडक्ट्स का स्किन पर ज्यादा इस्तेमाल करने से स्किन के डैमेज होने का डर बना रहता है.

3. सन प्रोटैक्शन जरूरी:

मौइस्चराइजर के बाद स्किन को सन प्रोटैक्शन देना बहुत जरूरी होता है वरना सूर्य की हानिकारक किरणें धीरेधीरे स्किन को पिगमैंट करने के साथसाथ स्किन की नैचुरल ब्यूटी को चुरा लेती हैं. इसलिए अपनी स्किन के टाइप के हिसाब से सन प्रोटैक्शन का इस्तेमाल करें. इस बात का भी ध्यान रखें कि आप बाहर के संपर्क में कितनी देर रहती हैं, इसे ध्यान में रख कर एसपीएफ का चयन करें ताकि आप को सनस्क्रीन का सही फायदा मिल सके. इस के लिए आप अयूर हर्बल ऐंटी सन टैन का इस्तेमाल कर सकती हैं. इस से आप की स्किन में ग्लो भी नजर आएगा.

4. सीटीएम रूटीन करे स्किन रिलैक्स:

सीटीएम यानी स्किन की क्लींजिंग, टोनिंग व मौइस्चराइजिंग से स्किन को रिलैक्स करना. गरमी, धूलमिट्टी व प्रदूषण के कारण हमारी स्किन का अट्रैक्शन धीरेधीरे कम होने लगता है, जिस के लिए सीटीएम रूटीन का पालन करना बहुत जरूरी होता है. यह स्किन की डीप मसाज कर के उसे क्लीन करने का काम करता है. इस से स्किन फिर से खिल उठती है और आप को अपने मुर झाए चेहरे से छुटकारा मिल जाता है. इस के लिए आप ऐसे इन्ग्रीडिएंट्स वाले प्रोडक्ट्स खरीद सकती हैं, जिन में नीम, चारकोल और पपाया जैसे तत्त्व शामिल हों, क्योंकि ये स्किन पर बहुत थोड़े समय में ही बेहतर रिजल्ट देने का काम करते हैं.

5. पोर्स को करे टाइट:

अकसर क्लींजिंग के बाद स्किन का तो अट्रैक्शन बढ़ जाता है, लेकिन इस के चक्कर में स्किन के पोर्स खुल जाते हैं, जो न तो दिखने में अच्छे लगते हैं और न ही स्किन के लिए अच्छे माने जाते हैं. इस के लिए क्लींजिंग के बाद आप को स्किन पर टोनर जरूर अप्लाई करना चाहिए, क्योंकि यह स्किन पर गुलाबी ग्लो लाने के साथसाथ पोर्स को भी छोटा करने का काम करता है. इस से स्किन लचीली  भी बनी रहती है.  इस के बाद स्किन पर हर्बल मौइस्चराइजर अप्लाई करना न भूलें. यकीनन कुछ ही दिनों में आप की स्किन फिर से यंग व फ्रैश दिखने लगेगी.

Summer Special: गर्मियों में जरुरी है स्किन की केयर

गर्मियों में तापमान के बढ़ने से स्किन मे जलन और चिपचिपाहट शुरू हो जाती है. स्किन अधिक सेंसेटिव होने की वजह से तपती गर्मी को सहन नहीं कर पाती, जिससे हमारी शुष्क स्किन रूखी और बेजान दिखाई देने लगती है, अगर स्किन तैलीय है, तो वह और भी तैलीय हो जाती है. सूरज की तेज किरणों की वजह से मेलेनिन पिगमेंटेशन को बढ़ाकर टैनिंग का कारण बनती है,क्योंकि मेलेनिन पिगमेंटेशन स्किन के रंग को निर्धारित करता है और स्किन को विटामिन डी प्राप्त करने में मदद करता है. इस बारें में एड्रोइट बायोमेड लिमिटेड के एक्सपर्ट सुशांत रावराने कहते है कि सूर्य के संपर्क में आने से मेलेनिन का अत्यधिक उत्पादन होता है, जिससे स्किन पर काले धब्बे और पैच होने का डर रहता है. इसके अलावा तापमान के बढ़ने से स्किन के पोर्स खुल जाते है और उसमें गंदगी और तेल भरने से चेहरे पर मुंहासे और झाइयां जैसी स्किन की समस्याएं पैदा होने लगती है. इसे चमकदार बनाने के कुछ उपाय निम्न है,

रखें हाइड्रेटेड स्किन को हमेशा

गर्मियों में स्किन को हाइड्रेशन की आवश्यकता अधिक होती है, ऐसे में सही हाइड्रेटिंग सीरम का चुनाव करना ज़रूरी है, जो स्किन को हाइड्रेट कर चमकदार बनाने में कारगर होगी. इसके लिए सल्फर मुक्त उत्पाद का प्रयोग करना अच्छा रहता है. सेरामोसाइड्स या ओरल मॉइस्चराइज़र प्राकृतिक पौधा गेहूँ से उत्पन्न न्यूट्रास्युटिकल्स(पौष्टिक औषधीय पदार्थ) है, जो स्किन को हाइड्रेट करने में मदद करती है, जिसके परिणामस्वरूप स्किन की चमक प्रभावित नहीं होती. यह एक अद्भुत ओरल मॉइस्चराइज़र है, जो अंदर से पूरे शरीर के लिए काम करती है. सेंसिटिव स्किन वालों को विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेना चाहिए

मेकअप में करें कटौती

समर में कम से कम मेकअप का प्रयोग करना चाहिए, जिससे आसानी से आपका लुक नैचुरल दिखे. अधिक मेकअप से पोर्स खुल जाते है और फेस सुस्त दिखने लगता है. नमी और गर्मी की वजह से स्किन मे सांस लेने की क्षमता कम हो जाती है. स्किन को नैचुरल रखने की कोशिश करें, जिससे स्किन अंदर से सुंदर और जीवंत दिखे. व्यस्त जीवनशैली में स्किन का ध्यान रखना बहुत मुश्किल होता है और व्यक्ति खुद की उपेक्षा, अनावश्यक तनाव आदि का शिकार हो जाता है, जिसका प्रभाव स्किन पर सबसे पहले पड़ता है. ग्लूटाथियोन जैसे न्यूट्रास्यूटिकल्स, पिगमेंटेशन और ब्लेमिशेज को स्किन से हटाकर खूबसूरत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है. ग्लूटाथियोन हमारे शरीर में मेलेनिन के विकास को बढ़ने, जिससे स्किन को बहुत अधिक काला होने और काले धब्बे बनने से रोकता है. इसके अलावा ग्लूटाथियोन स्किन में अवशोषित अल्ट्रा वायलेट किरणों द्वारा निर्मित विषाक्त पदार्थों और फ्री रेडिकल्स से छुटकारा पाने में मदद करता है, जिसके परिणामस्वरूप चमकदार और उज्ज्वल स्किन दिखाई पड़ती है.

करें सेवन विटामिन सी

विटामिन सी सबसे अधिक जरुरी एंटीऑक्सिडेंट है, जो स्किन को हमेशा मुलायम और चमकदार बनाती है. आंवला अर्क में प्राकृतिक रूप से विटामिन सी पाया जाता है. यह मेलेनिन पिगमेंट को कम कर, एंटी-एजिंग प्रोटीन के उत्पादन में वृद्धि और फ्री रेडिकल्स को बे असर कर कोलेजन को बढ़ावा देने में मदद करती है. इसके अलावा हर तरह के सिट्रस फल जिसमें नीबू, संतरा, तरबूज आदि में विटामिन सी पाया जाता है.

इसके आगे सुशांत कहते है कि स्किन को स्वस्थ रखना बहुत ज़रूरी है, क्योंकि यह न केवल हमें सुंदर बनाती है, बल्कि खुद में आत्मविश्वास भी भर देती है. स्किन की सुंदरता और चमक के अलावा, न्यूट्रास्यूटिकल्स स्किन सम्बन्धी कई बिमारियों मसलन मुँहासे और फंगल संक्रमण को भी कम करती है. प्राकृतिक चीजों का प्रयोग जितना हो सकें, उतना करें और स्किन की ताजगी को बनाये रखें. स्किन की देखभाल के कुछ सुझाव निम्न है,

हमेशा नैचुरल इन्ग्रेडिएन्ट को देखकर अच्छी कंपनी की सनस्क्रीन 30-50 SPF और UVA & UVB लें, जो स्किन पर भारी किरणों को पड़ने से रोकती है,

गर्मी में टिंटेड मॉइस्चराइज़र, टिंटेड लिप बाम और ऑर्गेनिक सुरमा का इस्तेमाल कर अपनी खूबसूरती को बनाएं रखे,

लिक्विड पदार्थो का सेवन अधिक करें, ताकि स्किन, कोमल, मुलायम और कांतिमान रहे, पानी विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने का काम करती है,

गर्मी के कारण स्किन पर सूखापन और धूल जम जाती है, इसलिए इस मौसम में माइल्ड क्लींजर से नियमित स्किन को क्लीन करना जरुरी है,

एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर भोजन लें, ताकि स्किन निखरी सी दिखे.

Holi 2024: होली पर रखें स्किन और हेयर का ध्यान

होली भारत ही नहीं दुनियाभर में बड़ी ही ऐक्साइटमैंट के साथ मनाई जाती है. गुलाल, गुब्बारे और पिचकारी बच्चों से ले कर बड़ों तक में एक नई जान फूक देते हैं. हरकोई हवा में गुलाल उड़ाता हुआ गानों की धुन पर नाच रहा होता है. लेकिन ऐंजौय करते हुए अकसर लोग अपनी स्किन और बालों का ध्यान रखना भूल जाते हैं.

होली में इस्तेमाल होने वाले रंगों को हार्मफुल कैमिकल्स की मदद से बनाया जाता है जो ह्यूमन बौडी पर बड़े ही नकारात्मक प्रभाव डालते हैं. कई बार सिचुएशन इतनी गंभीर हो जाती है कि मैडिकल ट्रीटमैंट के बिना सौल्व नहीं होती. इन रंगों में मौजूद कैमिकल्स के कारण स्किन और बालों से रिलेटेड परेशानियां शुरू हो जाती हैं, जिन में बालों का ?ाड़ना और स्किन रैशेज, इचिंग व ऐलर्जी जैसी समस्याएं शामिल हैं.

प्री होली केयर

होली में रंग आप की त्वचा पर कुछ दिनों तक बने रहते हैं. ये आप की त्वचा को नुकसान तो पहुंचाते ही हैं, इस से आप को अगले दिन औफिस जाने में या घर से बाहर निकलने में अनकंफर्टेबल भी लगता है. इस से बचने के लिए आप होली खेलने से पहले अपने चेहरे पर अच्छे से हाइड्रेटिंग क्रीम या मौइस्चराइजर लगाएं. इस के लिए आप डाट ऐंड का हाइड्रेटिंग मौइस्चराइजर जैल या पौंड्स का सुपर लाइट जैल (स्किन टाइप के अनुसार) लगा सकते हैं. उस के बाद सनक्रीम जरूरी लगाएं. इसे स्किन द्वारा सोख लिए जाने के बाद पैरासूट कोकोनट औयल लागा लें. इस से फेस पर एक प्रोटैक्टिव लेयर बन जाएगी, जो रंगों को स्किन में अंदर तक जाने से रोकेगी.

बादाम या नारियल तेल

होली पर रंग खेलने से पहले अपनी फुल बौडी को पूरी तरह तेल से कवर कर लें. ऐसा करने से तेल आप की स्किन और रंगों के बीच बैरियर का काम करता है, जो रंगों में मौजूद हानिकारक तत्त्वों को स्किन के अंदर जाने से रोकता है. इस से बाद में रंगों को पोंछना भी आसान हो जाता है. इस के लिए यदि आप बादाम का तेल इस्तेमाल करते हैं, तो वह बेहतर साबित हो सकता है. इस के लिए आप अरबन बोटैनिक का प्योर कोल्ड स्वीट औयल इस्तेमाल भी कर सकते हैं या फिर पैरासूट का कोकोनट औयल. दोनों ही आप की त्वचा को प्रोटैक्ट करने में कारगर रहेंगे.

पैट्रोलियम जैली

फेस के साथसाथ होंठ भी हार्मफुल कैमिकल से प्रभावित होते हैं. इस से उन में जलन या ड्राई होने जैसी समस्या आ सकती है. इस से बचने के लिए आप होली खेलने से पहले अच्छी तरह से अपने होंठों पर पैट्रोलियम जैली लगा लें. इस के लिए आप वैसलीन या डाट ऐंड की पैट्रोलियम जैली का इस्तेमाल कर सकते हैं. यह आप के होंठों को पूरा दिन सुरक्षित और हाइड्रेटेड रखेगी.

फुलस्लीव कपड़े पहनें

होली के दिन फुलस्लीव, लंबी पैंट और ढीली टीशर्ट पहनने का प्रयास करें. यह आप की स्किन को एक सैकंड लेयर देगी और रंगों से प्रोटैक्ट करेगी. स्किन जितनी कम ऐक्सपोज होगी उस के रंगों के संपर्क में आने का खतरा उतना ही कम होगा और होली खेलने का मजा कम नहीं होगा.

अपने नाखूनों पर रंग लगाएं

लड़कियों की खूबसूरती का एक हिस्सा होते है उन के लंबे नाखून. होली खेलने के बाद नाखूनों से रंगों को छुड़ाना सब से मुश्किल हो जाता है. अधिक्तर केसों में तो रंग नाखूनों से छूटता ही नहीं है और उन के वापस सफेद होने का टाइम बड़ा लंबा हो जाता है. इस के लिए बेहतर होगा कि आप होली से पहले अपने नाखूनों को रंग लें, उन पर नेल पेंट लगा लें ताकि रंग ज्यादा न चढ़ पाएं.

बालों को बांध कर रखें

बालों में रंग कम से कम जाए इस के लिए बालों को कस कर बांध लें, उन का जूड़ा या फिर गुथ बना लें ताकि रंग जड़ों तक न पहुंच पाएं. बालों में पहुंचा रंग उन के ?ाड़ने का कारण बन सकता है. इस के साथ ही बालों में तेल लगाना न भूलें. बालों में अच्छे से पैरासूट का नारियल तेल लगा लें. इस से रंग बालों में अपनी पकड़ नहीं बना पाएगा और इस से होने वाले नुकसान कम रहेंगे.

वैक्सिंग या शेविंग से बचें

होली से पहले वैक्सिंग या शेविंग कराने से बचें. वैक्सिंग या शेविंग आप की स्किन के पोर्स खोल देती है. ऐसे में रंगों में घुले कैमिकल का स्किन में अंदर तक आसानी से चले जाने का खतरा बन जाता है, जिस के गंभीर परिणाम भी हो सकते हैं. इस से बचने के लिए होली खेलने से 1 सप्ताह पहले वैक्सिंग या शेविंग जैसा कोई भी और ट्रीटमैंट न कराएं.

आंखों को भी बचाएं

स्किन और हेयर के साथसाथ ही जरूरी है कि आप आंखों का भी ध्यान रखें ताकि रंग आखों में न चला जाए. इस के लिए होली खेलते समय आंखों पर चश्मा पहनें ताकि वह रंगों को आंखों में जाने से रोक सके.

 

इस Summer में बनिए खूबसूरत स्किन की मल्लिका

गर्मियों के मौसम में चेहरे पर पसीना, स्किन का बेजान हो जाना, स्किन का टैन होना, हीट रैशेस आदि कई समस्याएं दिखाई पड़ती है, ऐसे में नियमित स्किन की देखभाल बहुत जरुरी है. कई बार सुबह शीशे के सामने खड़ी होकर आपको लगता है कि आपने अपनी स्किन पर अधिक ध्यान नहीं दिया है, इससे चेहरे पर मुहांसे, ब्लैक हेड, टैनिंग आदि दिख रहे है. इस बारें में आई टी सी चार्मिस की स्किन एक्सपर्ट डॉ. अपर्णा संथानम कहती है कि स्किन हमारे शरीर का सबसे बड़ा ऑर्गन है, जिसे पूरे साल गर्मी, मानसून और ठंडी मौसम को सहना पड़ता है, ऐसे में स्किन की सही देखभाल, संतुलित भोजन, वर्क आउट आदि करने की जरुरत है. ये काम मुश्किल नहीं, क्योंकि इसके लिए पहले सही प्लानिंग करनी पड़ती है, जिसमें स्किन के अनुसार ब्रांडेड उत्पाद का चुनना, उसका स्किन पर असर को देखना और बजट का ध्यान रखना जरुरी है. कुछ सुझाव निम्न है,

रहे व्यवस्थित 

स्किन की जो भी समस्याएं है, उसकी एक सूची बना लें, मसलन पिग्मेंटेनशन, डार्क स्पॉट, एक्ने, स्किन टाइप आदि. इसके बाद अपने स्किन को समझना पड़ता है, ताकि उसके हिसाब से प्रोडक्ट का प्रयोग किया जा सकें, विटामिन सी युक्त प्रोडक्ट को चुनना अधिक सुरक्षित रहता है, ये प्रोडक्ट दाग- धब्बे और रूखापन को दूर कर स्किन को इवन टोन बना देते है. साथ ही ये बेजान स्किन को नई चमक देते है.

समझे स्किन की जरुरतें 

स्किन की प्रकार जानने के बाद सही उत्पाद को आप आसानी से खरीद सकते है. ये एक आसान तरीका है, जिसे आप घर बैठे कर सकते है, सुबह सोकर उठने के बाद आपकी स्किन को टच करने के बाद कैसा महसूस होता है, उसे पहचाने.  हल्के हायड्रेट वाले उत्पाद, जो नॉन  स्टिकी हो उसे इस मौसम में चुन सकती है, इसमें सीरम एक बेहतर विकल्प है, जिन्हें एक्ने की समस्या है, उन्हें सैलिसिलिक एसिड से युक्त प्रोडक्ट चुनना चाहिए, सूखी स्किन के लिए हाइड्रोलिक एसिड युक्त उत्पाद फायदेमंद होता है.

चुने मल्टी पर्पज प्रोडक्ट 

कुछ उत्पाद केवल एक ही उद्देश्य को पूरा करते है, जबकि स्किन सम्बन्धी प्रोडक्ट आल राउंडर होने चाहिए, मसलन मोयास्चराइजर की जगह सीरम ख़रीदे. सीरम आल राउंडर उत्पाद है, जो स्किन को हाईड्रेट और जवां बनाने के साथ-साथ कोमल भी बनाता है. सीरम में मौजूद छोटे मोलिक्युल्स स्किन की गहराई में समा जाते है, जहाँ तक कोई फेसियल क्रीम या मोयास्चराइजर पहुँच नहीं सकता.

रखें ध्यान बजट का 

जब आप स्किन के लिए कोई प्रोडक्ट खरीदने जाती है, तो हमेशा अपनी बजट का ध्यान रखें, कम कीमत में सबसे अच्छा प्रोडक्ट अपनी स्किन के अनुसार ख़रीदे, इसके लिए आप ऑनलाइन सर्च कर भी पता लगा सकती है. प्रीमियम और प्रभावी स्किन केयर क्रीम इस मौसम में खरीदना जरुरी होता है.

रखे सकारात्मक सोच 

स्किन को अच्छा पोषण तभी मिलता है, जब आप तनावमुक्त और खुश रहे. स्किन की बाहरी सुन्दरता अंदर से आती है. इसलिए सकारात्मक सोच हमेशा बनाये रखे और संतुलित भोजन, जिसमें मौसमी फल और सब्जियां खास हो, उन्हें लें. पानी या तरल पदार्थ का सेवन गर्मी में अधिक से अधिक करना जरुरी होता है, क्योंकि गर्मी में पसीने की वजह से शरीर का पानी बाहर निकल जाता है, जबकि ऐयर कंडीशनर में अधिक समय तक रहने से ठंडी हवा शरीर की नमी को जल्दी सोख लेती है, जिससे शरीर में पानी की मात्रा कम होने लगती है, जिससे स्किन पर झुर्रियां जल्दी आने लगती है.

घरेलू उपाय  

गर्मियों में स्किन केयर बाकी मौसम से काफी करना पड़ता है, इसलिए कुछ घरेलू उपाय निम्न है,

  • ऐसा देखा गया है कि गर्मी में जो फल या सब्जी आप खाते है, उसकी पैक हमारे चहरे के लिए सबसे अच्छी होती है, मसलन पके पपीते का पैक, जिसमें आधा कप पपीते की गुदा को मसलकर, उसमें एक छोटी चम्मच नीबू का रस, एक छोटी चम्मच शहद और एक छोटी चम्मच मुल्तानी मिट्टी का पावडर लेकर मिला लें और उसे चेहरे पर 15 से 20 मिनट तक लगाकर रखें बाद में गुनगुने पानी से धो लें.
  • टमाटर का पैक लगाना भी गर्मियों में काफी अच्छा होता है, क्योंकि टमाटर में फोलिक एसिड और विटामिन सी होने की वजह से स्किन में निखार के अलावा, एक्ने, दाग-धब्बे, झुर्रियां आदि भी कम हो जाती है. इस पैक के लिए टमाटर के दो टेबल स्पून गूदे, दो चाय चम्मच दही और दो छोटी चम्मच नीबू का रस मिलकर पेस्ट बना ले और चेहरे पर 20 मिनट तक रखे और बाद में धो लें. चेहरे की रंगत खिल उठेगी.

First Date के लिए बेहद खास हैं ये 7 ब्‍यूटी टिप्‍स

आप अपने दोस्त की पार्टी में किसी विशेष लड़के से मिलती हैं और वह आपको अपने साथ डिनर पर जाने के लिए आमंत्रित करता है. आप बहुत अधिक उत्साहित हो जाती हैं क्योंकि आप अपना पहला प्रभाव बहुत अच्छा बनाना चाहती हैं. तो चिंता न करें, यदि आप कुछ निश्चित उपायों को अपनाएँ तो आप जिस लड़के को पसंद करती हैं उसे पहली डेट पर रिझाना कोई कठिन काम नहीं है. विशेष रूप से आपको अपने रूप रंग पर ध्यान देना होगा.

यद्यपि यह बात सच है कि कोई भी पुरुष आपको आपके व्यक्तित्व और रूचि के कारण पसंद करता है न कि आपके रूप रंग के कारण. परन्तु यह भी सच है कि हम अपने रूप रंग के कारण पहली छवि को प्रभावकारी बना सकते हैं. कई बार महिलायें पहली डेट पर जाने से पहले थोड़ी नर्वस (बैचैन) हो जाती हैं और उन्हें समझ में नहीं आता कि किस प्रकार के कपड़े पहने जाएँ या किस तरह का मेकअप किया जाए.

पहली डेट बहुत महत्वपूर्ण अवसर होता है क्योंकि इसके बाद ही बात आगे बढ़ सकती है जो कि आप हमेशा से अपने साथी में चाहते थे. तो आपकी पहली डेट सफल बनाने के लिए कुछ ब्यूटी टिप्स.

1. सादा मेकअप करें पहली डेट पर बहुत अधिक मेकअप न करें या बालों को बहुत अधिक स्टाइलिश न बनायें. बल्कि सादा परन्तु सेक्सी लुक अधिक प्रभाव डालेगा.

2. चेहरे पर कोई प्रयोग न करें डेट से एक दिन पहले फेशियल न करवाएं क्योंकि कभी कभी फेशियल के कारण चेहरे पर मुंहासें या रैशेस आ जाते हैं. और आप नहीं चाहते ऐसा हो, हैं न?

3. विटामिन ई का उपयोग करें आप डेट से एक रात पहले विटामिन ई के तेल से चेहरे पर मसाज करें जिससे आपकी त्वचा नरम और चमकदार हो जाए.

4. अपने नाखूनों का ध्यान रखें गंदे नाखून बहुत ही अनाकर्षक दिखते हैं तो ध्यान रहे कि डेट पर जाने से पहले आप मैनीक्योर और पैडीक्योर करवाएं या आप घर पर ही अपने हाथ और पैर के नाखूनों को संवार सकती हैं.

5. बहुत तीव्र गंध वाली परफ्यूम का उपयोग न करें ऐसी परफ्यूम लगायें जिसकी सुगंध हल्की, मीठी और तरोताज़ा कर देने वाली हो तथा इसकी सीमित मात्रा का ही उपयोग करें.

6. बालों का सेक्सी स्टाइल बनायें ब्यूटी एक्सपर्ट्स के अनुसार लूज कर्ल्स, बीची वेव्स आदि हेयर स्टाइल्स पहली डेट के लिए उपयुक्त मानी जाती हैं. अपनी हेयर स्टाइल सादी परन्तु सेक्सी रखें.

7. होंठो की देखभाल ध्यान रहे कि डेट से एक दिन पहले अपने होंठों को एक्स्फोलियेट करके अच्छे से मॉस्चराइज करें. हलके रंग का लिप कलर लगायें तथा लिप ग्लॉस की सही मात्रा लगायें.

क्या स्किन केयर में आप भी हाइजीन को करती हैं इग्नोर, तो जान लें ये जरूरी बातें

ब्यूटी के साथ हाइजीन का खयाल रखना भी बहुत जरूरी है. बाजार में कई तरह के प्रोडक्ट्स उपलब्ध हैं, जो त्वचा सुंदर बनाने का भरोसा दिलाते हैं. लेकिन असल में खूबसूरत स्किन के लिए सब से जरूरी है अपने लाइफस्टाइल और हाइजीन में बदलाव. यदि अपनी दिनचर्या में हाइजीन का खयाल रखेंगे तो सुंदरता भी बनी रहेगी.

त्वचा को साफ, स्वच्छ और मुलायम बनाने के लिए बस आवश्यकता है अच्छे स्किन केयर रूटीन की. त्वचा को साफ और मुलायम रखने के लिए रोज इस पर काम करना होगा. कोई बहाना नहीं चलेगा.

कई महिलाएं त्वचा को स्वस्थ रखने वाले स्किन केयर रूटीन के मामले में बहुत आलसी होती हैं. इस के चलते उन की त्वचा को नुकसान पहुंचाता है. एक स्ट्रिक्ट रूटीन के बिना सभी प्रयास बेकार हो सकते हैं.

ये टिप्स आप की त्वचा को स्वस्थ, कोमल और आकर्षक बनाएंगे:

दिन की शुरुआत ड्राई ब्रशिंग के साथ

दिन की शुरुआत में ड्राई ब्रशिंग का प्रयोग करना चाहिए. ड्राई ब्रशिंग मृत कोशिकाओं को हटाने के लिए उपयोग की जाने वाली प्राचीन तकनीक है और इस से शरीर में रक्त संचार सुचारु होता है. रोज ड्राई ब्रशिंग करने से त्वचा चमकने लगती है.

– ऐसा ड्राई ब्रश को चुनें, जो नैचुरल फाइबर से बना हो न कि प्लास्टिक से. नैचुरल फाइबर से बने ब्रश से त्वचा खुरदरी नहीं होती है.

– बाहर से अंदर की तरफ अपने पैरों से शुरू कर ऊपर की तरफ बढ़ते हुए थोड़ोथोड़ा कर आराम से ब्रश को शरीर पर चलाएं. पैर, बौडी और हाथों पर ब्रश चलाएं. चेहरे के लिए छोटे और मुलायम ब्रश का इस्तेमाल करें.

– ड्राई ब्रशिंग शुरू करते समय हमेशा ब्रश और त्वचा सूखी होनी चाहिए. गीली त्वचा पर ब्रश करने से उतना असर नहीं होगा.

चेहरे को मौइस्चराइज करें

चेहरा धोने के बाद ब्रेकआउट और जलन को रोकने के लिए मौइस्चराइजर लगाना न भूलें. चेहरा धोने के बाद रूखा और बेजान हो जाता है और जलन भी होती है खासकर सर्दियों के मौसम में यह समस्या ज्यादा होती है. मार्केट में अलगअलग प्रकार के मौइस्चराइजर उपलब्ध हैं. आप उन का अपनी त्वचा के अनुसार प्रयोग कर सकती हैं.

चेहरे पर नीबू रस या टूथपेस्ट का प्रयोग न करें

हम सभी ने अकसर पिंपल्स और धब्बों के लिए कई अलगअलग प्रकार के घरेलू नुसखों के बारे में सुना है. यदि उन में से किसी भी उपचार में नीबू का रस या टूथपेस्ट अपने चेहरे पर लगाना शामिल है, तो ऐसा बिलकुल न करें, क्योंकि नीबू का रस बेहद ऐसिडिक होता है और रैडनैस और जलन पैदा कर सकता है.

टूथपेस्ट में सफेद करने वाले तत्त्व होते हैं, जो नीबू के रस की तरह त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं. इस के स्थान पर मुंहासों से छुटकारा पाने के लिए ऐंटीस्पौट ट्रीटमैंट या ऐसैंशियल औयल का विकल्प चुन सकती हैं.

मेकअप ब्रश को हर हफ्ते धोएं

अधिकांश महिलाएं ऐसा नहीं करती हैं, लेकिन जब सुंदरता और स्वच्छता की बात आती है तो यह गलत कदम हो सकता है. न केवल आप के मेकअप ब्रश के बिल्डअप आप की त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं, बल्कि ब्रश पर बचा मेकअप भी आप की त्वचा पर आगे होने वाले मेकअप को खराब कर सकता है.

यूज्ड मेकअप ब्रश को धोने के लिए बेबी वाश या बेबी शैंपू और गरम पानी का प्रयोग करें. इस से आप की त्वचा स्वच्छ बनी रहेगी.

ऐक्सफोलिएटिंग क्लींजर का प्रयोग करें

ऐक्सफोलिएटिंग क्लींजर का प्रयोग करें. आप इसे आसानी से किसी भी किराने या दवा की दुकान से खरीद सकती हैं. ऐसे क्लींजर में होने वाले छोटेछोटे ग्रैन्यूल्स आप की त्वचा की सफाई करते हैं. सभी प्रकार की स्किन के लिए ऐक्सफौलिएटिंग क्लींजर उत्तम होते हैं.

सनस्क्रीन लगाएं

सनस्क्रीन केवल बीच पर छुट्टियां मनाने के लिए ही अच्छा नहीं है, बल्कि इस का हर दिन प्रयोग किया जाना चाहिए. भले आप घर के अंदर ही क्यों न हों. सनस्क्रीन त्वचा को सूर्य की किरणों से बचाने और झर्रियों की शुरुआत से लड़ने में मदद कर सकता है. अधिकांश मेकअप उत्पाद एसपीएफ के साथ आते हैं.

आप मौइस्चराजर खरीदते हुए यह जरूर ध्यान रखें कि बाहर पैक पर एसपीएफ फैक्टर लिखा हो जिस से न केवल आप अपने फेस को कवर कर सकती हैं, बल्कि इस के साथ अपने पूरे शरीर को भी धूल से बचा सकती हैं.

मेकअप ब्रश या टूथब्रश टौयलेट में न ले जाएं

आप जो नहीं जानती हैं वह यह है कि जब आप शौचालय को फ्लश करती हैं तो शौचालय से पानी के पार्टिकल्स 16 फुट ऊपर तक पहुंच सकते हैं. इस का मतलब यह है कि सिंक या शौचालय द्वारा आप के सभी ब्रशों में ये पार्टिकल्स घर कर सकते हैं. इस से ब्रश कीटाणुओं के रहने के लिए एकदम सही जगह भी बन जाएगा और आप की हैल्थ को नुकसान होने का सहज जरीया भी बनेगा. इस अस्वाभाविक जोखिम से बचने के लिए अपने ब्रश को बंद कैबिनेट में या जहां तक संभव हो शौचालय से दूर रखें. सब से बेहतर यह है कि टूथब्रश कैप का प्रयोग करें.

खूब पानी पीएं

पानी का प्रयोग अधिक करना चाहिए. पानी त्वचा को हाइड्रेटेड रखते हैं. अपनी त्वचा को हाइड्रेटेड रखना ही आप की त्वचा की बनावट में सुधार करेगा और इसे अच्छे स्वास्थ्य के लिए मौइस्चराइज रखेगा. इस के अतिरिक्त मीठे पेय पीने से बचें. ये न केवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं, बल्कि त्वचा पर मुंहासे और सूजन भी पैदा कर सकते हैं.

टैनिंग से बचें

आप की त्वचा को सूर्य के ओवरऐक्सपोजर से बहुत नुकसान हो सकता है. सनबर्न से बचने के लिए आप ज्यादा से ज्यादा प्राकृतिक सनस्क्रीन का उपयोग करने का प्रयास करें जो त्वचा की प्राकृतिक चमक को बढ़ाते हैं और ज्यादा टैनिंग से भी बचाते हैं.

पिंपल्स को पौप न करें

यदि आप के चेहरे पर पिंपल्स आ रहे हैं तो उन्हें पौप करने से बचें. चेहरे पर आ रहे पिंपल्स को पौप करने या उन्हें बारबार छूने से चेहरे पर निशान पड़ जाएंगे और जलन व लामिला पैदा होगी जो लंबे समय तक बनी रह सकती है. इसलिए यह ध्यान रखें कि अगली बार जब आप चेहरे पर पिंपल्स महसूस करें तो एक फेसमास्क का प्रयोग करें या फिर एक ऐंटीस्पौट ट्रीटमैंट का प्रयोग करें.

-पचौली वैलनैस क्लीनिक की कौस्मैटोलौजिस्ट प्रीति सेठ से बातचीत पर आधारित

Winter Special: सर्दियों के दौरान अपने स्किन बैरियर्स की कैसे करें सुरक्षा ?

सर्दियों का मौसम आपकी स्किन के लिए बहुत ही मुश्किल समय होता है. यदि आप इस मौसम में हीटर का प्रयोग भी करते हैं तो भी आप ज्यादा हद तक अपनी स्किन को बचा नहीं सकेंगे. इस दौरान आपकी स्किन को हानिकारक तत्त्वों से बचाने वाले बैरियर्स खतरे में आ जाते हैं.

सर्दियों में यह बैरियर कमजोर हो जाते हैं और यह फिर धीरे धीरे खत्म होने शुरू हो जाते हैं. बहुत से लोगों को यह नहीं पता होता है कि हमें यह बैरियर कैसे बचाने हैं और इसलिए उनकी स्किन बहुत ही डल व खराब हो जाती है. तो आइए जानते हैं सर्दियों में अपने स्किन बैरियर्स को कैसे सुरक्षित कर सकते हैं?

1. केवल हल्के उत्पादों का प्रयोग करें :

आपको अपनी स्किन का Ph बैलेंस बना कर रखना होता है और इसके लिए आपको किसी भी उत्पाद का अधिक प्रयोग नहीं करना है. ऐसे उत्पाद प्रयोग करने चाहिए जो स्किन के लिए बने हों और जो आपकी स्किन को अधिक नुक़सान न पहुंचाएं. यदि आप एक्सफोलिएशन करनी है तो आप बहुत ही माइल्ड उत्पादों का प्रयोग करें और वह भी हफ्ते में केवल दो ही बार प्रयोग करें. अपनी स्किन पर गर्म पानी का प्रयोग न करें.

2. अपनी स्किन पर ऑयल लगाएं :

यदि आप अपनी स्किन के बैरियर्स को नष्ट होने से बचाना चाहते हैं तो आपको अपनी स्किन से वॉटर लॉस होने से रोकना होगा. अतः फेशियल ऑयल का प्रयोग करें. इससे आपकी स्किन पर प्रयोग किए सभी उत्पाद सील हो जाएंगे और उनका आपको ज्यादा से ज्यादा लाभ मिलेगा. ऑयल प्रयोग करने से आपको हाइड्रेशन भी मिलेगी. अतः आपको अपनी स्किन में ऑयल अवश्य प्रयोग करना चाहिए.

3. बैरियर बनाने वाले तत्त्वों का प्रयोग करें :

आपको कुछ ऐसे मॉइश्चराइजर का प्रयोग करना चाहिए जिनमें सेरामाइड, स्क्वालीन, पेप्टाइड आदि तत्त्व मौजूद हों. यदि आप किसी बजट फ्रेंडली मॉइश्चराइजर का प्रयोग करना चाहते हैं जो सिंपल भी हो तो आप पेट्रोलियम जेली का प्रयोग कर सकते हैं. वह आपकी स्किन में सारा मॉइश्चर लॉक कर देगी. कॉलेजन व इलास्टिन आपकी स्किन को सॉफ्ट और जवान रखने में मदद करते हैं और पेप्टाइड इन दोनों तत्त्वों को बनाने में मदद करता है.

4. अल्ट्रा वॉयलेट से होने वाले डेमेज से बचाएं :

सूर्य के द्वारा होने वाले डेमेज से भी आपके स्किन बैरियर नष्ट हो सकते हैं. इससे आपकी स्किन में डार्क स्पॉट्स हो सकते हैं, इससे आपको डिस कलरेशन की समस्या हो सकती है, इससे आपकी स्किन में झुर्रियों जैसी समस्या होती हैं. इसके लिए आपको सनस्क्रीन का प्रयोग अवश्य करना चाहिए. और आपको हर दो से तीन घंटे बाद सनस्क्रीन को दोबारा से अप्लाई कर लेना चाहिए ताकि आपकी स्किन डेमेज होने से बच सके.

5. ह्यूमिडिफायर खरीदें :

यदि आप किसी ऐसी जगह रहते हैं जहां बहुत अधिक ठंड होती है या जहां आपकी स्किन बहुत ज्यादा ड्राई रहती है तो आपको एक अच्छा सा ह्यूमिडिफायर खरीद ही लेना चाहिए. इससे आपकी स्किन में मॉइश्चर भी लॉक रहेगा और आपकी स्किन से वॉटर लॉस भी नहीं होगा. आपकी स्किन सर्दियों में बहुत डिहाइड्रटेड हो जाती है इसलिए उसे मॉइश्चर की व हाइड्रेशन की जरूरत होती है और एक ह्यूमिडिफायर का प्रयोग करने से आपकी स्किन को हाइड्रेशन मिलता है जो उसे बहुत सारा डेमेज होने से बचा सकता है.

यदि आप ऊपर लिखित सभी टिप्स सर्दियों के मौसम में अपनाते हैं तो आपकी स्किन के बैरियर्स को किसी प्रकार का कोई नष्ट नहीं पहुंचेगा और आपकी स्किन हाइड्रेटेड भी रहेगी. अतः अपनी स्किन को डेमेज व ड्राई होने से बचाने के लिए इन सभी टिप्स का प्रयोग करना बहुत आवश्यक है. इसके लिए यदि आपको थोड़े बहुत पैसे भी इन्वेस्ट करने पड़े तो उसमें बिल्कुल भी न झिझकें.

स्किन के लिए क्या अच्छा है और क्या नहीं, मैं क्या करुं?

सवाल-

मेरा उम्र 25 साल है और मैं जानना चाहती हूं कि फेशियल किस उम्र से शुरू करना चाहिए?

जवाब-

हर किसी के लिए त्वचा के अनुसार फेशियल कराने की उम्र अलगअलग हो सकती है. जैसे ही आप को अपने फेस पर पहला रिंकल दिखाई देना शुरू करे आप को फेशियल करवाना शुरू कर देना चाहिए. ऐसा 20 साल में भी हो सकता है, 25 में भी और 30 साल में भी.

वैसे यंग ऐज में कहीं बाहर जाते वक्त या शादीब्याह में कभीकभार स्किन को शाइनिंग देने के लिए वैजिटेबल पील या फू्रट पील करना अच्छा रहता है. शादी के समय गोल्ड फेशियल स्किन को गोल्ड जैसी चमक देता है इसलिए गोल्ड फेशियल करवाना चाहिए. लेकिन जैसेजैसे उम्र बढ़ती जाती है फेशियल आप की स्किन के ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है जिस से आप का खाना त्वचा तक पहुंचता है और रिलैक्सेशन के साथसाथ इन को शाइन भी देता है. इस से स्किन अपलिफ्ट भी होती है और कोलोजन बनना शुरू हो जाता है जिस से रिंकल्स कम पड़ती हैं.

सवाल-

आजकल कैमिकल पील के बारे में काफी सुना जा रहा है. क्या यह स्किन के लिए अच्छी होती है?

जवाब-

आजकल कई तरह की कैमिकल पील अवेलेबल हैं. किसी भी कैमिकल पील में से स्किन की एक लेयर एक ही बार में निकल जाती है. लाइट पील से एक लेयर को निकलने में 1 हफ्ता लग जाता है. मगर स्ट्रौंग पील से 2 दिन में ही त्वचा की एक लेयर ऐक्सफौलिएट हो जाती है जिस से अंदर से खूबसूरत त्वचा निकल के बाहर आ जाती है. मगर कैमिकल पील कराते समय बहुत ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होती है कि करने वाला ऐक्सपर्ट हो ताकि आप की स्किन को कोई नुकसान न पहुंचे. कैमिकल पील के लिए किसी ऐसे क्लीनिक में जाएं जहां लेजर की सुविधा उपलब्ध हो क्योंकि बारबार कैमिकल पील करने से स्किन पतली होनी शुरू हो जाती है. अगर कैमिकल पील के साथसाथ लेजर ट्रीटमैंट लेती रहें तो स्किन पतली नहीं होती और कोई साइड इफैक्ट भी नहीं होता.

अगर आपकी भी ऐसी ही कोई समस्या है तो हमें इस ईमेल आईडी पर भेजें- submit.rachna@delhipress.biz   सब्जेक्ट में लिखे…  गृहशोभा-व्यक्तिगत समस्याएं/ Personal Problem

अच्छे बाल और स्किन के लिए डाइट बताएं?

सवाल- 

मैं 44 साल की महिला हूं. मुझे बाल झड़ने, महीन रेखाएं और झुर्रियों की काफी समस्या है. बेहतर त्वचा और बालों का झड़ना रोकने के लिए मुझे अपने आहार में क्या बदलाव लाने चाहिए?

जवाब-

जैसेजैसे उम्र बढ़ती है, वैसेवैसे हमारा मैटाबौलिज्म रेट कम होता जाता है. हमारी मांसपेशियां कम होने लगती हैं और हारमोन का स्तर थोड़ा कम हो जाता है, जिस से वजन बढ़ने, मूड में बदलाव आने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है.

ऐंटीऔक्सिडैंट युक्त खाना खाने से आप को अपने समग्र स्वास्थ्य में सुधार करते हुए भूख और क्रेविंग पर अंकुश लगाने में मदद मिल सकती है. अलसी, चिया सीड्स, सालमन, ऐवोकाडो, नट्स, हरी पत्तेदार सब्जियां, गोभी, डार्क चौकलेट, बेरीज, ग्रीक योगर्ट, ऐक्स्ट्रा वर्जिन औलिव औयल, अंडे, चिकन, बींस, खट्टे फल शरीर को पोषण देने में मदद कर सकते हैं.

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महिलाओं को 2 चीजें सब से ज्यादा प्यारी होती हैं- हैल्दी बौडी और मेकअप. इस से न केवल उन में निखार आता है, बल्कि वे स्मार्ट और ऐक्टिव भी नजर आती हैं और अगर वे औफिस में काम करती हैं तो अपनी ब्यूटी को ले कर ज्यादा ही सतर्क रहती हैं.

इस सतर्कता में अच्छा खाना और सही मेकअप बहुत ज्यादा माने रखता है वरना स्वाति जैसा हाल भी हो सकता है.

स्वाति एक मल्टीनैशनल कंपनी में काम करती है, पर औफिस में किस तरह का मेकअप करना है या क्या खानापीना है, इसे ले कर वह बेपरवाह हो जाती है. एक तो वह अपने आकार में कुछ ज्यादा ही हैल्दी है और उस पर मेकअप भी हैवी कर लेती है, इसलिए पीठ पीछे उस का बहुत मजाक बनता है.

मगर इस का हल क्या है? क्या औफिस के लिए कोई खास तरह का मेकअप होता है? क्या सही खानपान किसी औफिस गर्ल को सब की चहेती बना सकता है? ऐसा क्या किया जाए  कि कोई महिला अपने औफिस में हंसी का पात्र न बने?

इन सब सवालों के जवाब देते हुए डाइटीशियन और मेकअप आर्टिस्ट नेहा सागर कहती हैं, ‘‘किसी लड़की खासकर औफिस गर्ल के लिए अच्छा खानपान और मेकअप में बैलेंस बनाना कोई रौकेट साइंस यानी मुश्किल काम नहीं है. औफिस में काम का तनाव होने की वजह से अपनी डाइट पर पूरा ध्यान देना चाहिए. कुछ छोटीछोटी बातों का ध्यान रख कर कोई भी औफिस गर्ल खुद को सेहतमंद रख सकती है.

‘‘जहां तक मेकअप की बात है तो औफिस में ज्यादा हैवी मेकअप जरूरी नहीं है. अपने रंगरूप और बौडी शेप के हिसाब से मेकअप करने से भी बात बन सकती है.’’

कैसे चुनें बैस्ट सीरम

हर उम्र में हारमोनल बदलाव चेहरे में तेजी से बदलाव करते हैं, जिस का असर चेहरे पर दागधब्बों और पिंपल्स की शक्ल में नजर आता है. ऐसे में इन स्किन समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए आप न जाने कितने स्किन प्रोडक्ट्स आजमा चुकी होंगी, लेकिन आप को जिस रैडिएंट स्किन की चाह होगी वह अभी तक नहीं मिल पाई होगी या फिर उस की जद्दोजहद में अभी तक ब्यूटी प्रोडक्ट्स पर पानी की तरह पैसा बहा चुकी होंगी. इस का कारण है कि आप सही फेस सीरम का इस्तेमाल नहीं कर रही हैं जो बढ़ती उम्र खासकर 30 के बाद काफी जरूरी हो जाता है.

ऐसे में आप के स्किन केयर रूटीन में किस तरह के इनग्रीडिऐंट्स वाला सीरम होना चाहिए, आइए इस बारे में जानते हैं ब्यूटी ऐक्सपर्ट नमृता से:

  1. विटामिन सी व हलदी की खूबियां वाला सीरम

विटामिन सी ऐंटीऔक्सीडैंट का काम करता है जो हानिकारक तत्त्वों से स्किन का बचाव करता है, साथ ही जब हम अपनी डाइट व ब्यूटी प्रोडक्ट्स के जरीए पर्याप्त मात्रा में विटामिन सी लेते हैं, तो यह हमारी इम्यूनिटी को बूस्ट करने के साथसाथ हमारी स्किन में न्यू कोलोजन को भी प्रोत्साहित करने में मदद करता है जो स्किन को सन डैमेज से बचाने के साथसाथ स्किन की ड्राईनैस को भी दूर कर स्किन को मौइस्चराइज करता है. यह स्किन टोन को इंपू्रव कर के नए टिशूज को इंप्रूव कर के स्किन एजिंग, फाइन लाइंस को कम करने में काफी मदद करता है. वहीं हलदी में ऐंटीऔक्सीडैंट्स और ऐंटीइनफ्लैमेटरी तत्त्व होते हैं, जो स्किन में ग्लो और चमक लाने का काम करते हैं.

यह एक तरह से स्किन लाइटिंग एजेंट का काम करता है. इस में मौजूद करक्यूमिन स्किन में अतिरिक्त मेलैनिन के उत्पादन को रोकने के साथसाथ आप की स्किन टोन को इंप्रूव कर के उसे ब्राइट भी बनाता है.

ऐसे में जब बात हो फेस सीरम के चुनाव की तो आप इस के लिए मामाअर्थ का स्किन इल्यूमिनेट विटामिन सी फेस सीरम फौर रैडिएंट स्किन का चुनाव कर सकती हैं क्योंकि यह विटामिन सी और हलदी जैसे नैचुरल इनग्रीडिऐंट्स से बना होने के साथ डर्मैटोलौजिस्ट टैस्टेड भी होता है. यह हानिकारक सल्फेट्स, पैराबेंस, प्रिजर्वेटिव्स व आर्टिफिशियल कलर्स से मुक्त है. इस के 30 ग्राम पैक की कीमत क्व500 के करीब है.

हार्वर्ड मैडिकल स्कूल की मीडिया डिवीजन हार्वर्ड हैल्थ पब्लिशिंग ने यह दर्ज किया है कि ट्रोपिकल विटामिन सी डर्मैटोलौजिस्ट का पसंदीदा तत्त्व है, जो एजिंग के प्रोसैस को धीमा करने के साथसाथ सूर्य की हानिकारक किरणों से स्किन को बचाने में भी मदद करता है. यह एक ऐंटीऔक्सीडैंट होने के कारण मुंहासे व काले धब्बों को कम करने में सहायक है.

2. टीट्री औयल फेस सीरम

इस में ऐंटीबैक्टीरियल और ऐंटीइनफ्लैमेटरी प्रौपर्टीज होने के कारण यह पोर्स को क्लीन कर के ऐक्नों को पैदा करने वाले बैक्टीरिया का खात्मा कर के स्किन को स्पौटलैस बनाने में मदद करता है, साथ ही इस की ऐंटीसैप्टिक प्रौपर्टी स्किन से ऐक्स्ट्रा औयल को कंट्रोल कर के पोर्स को क्लोग होने से रोकने के साथसाथ ऐक्नों को कंट्रोल करने में काफी मददगार है. इस की खास बात यह है कि यह स्किन को क्लीन, क्लीयर बना कर हर तरह की स्किन पर सूट करता है.

ऐसे में आप गुड वाइब्स का टीट्री फेस सीरम का चुनाव बिना सोचेसमझे कर सकती हैं क्योंकि यह अनइवन स्किन टोन को इंप्रूव कर स्किन को बेदाग तो बनाता ही है, साथ ही हैल्दी, सौफ्ट व ग्लोइंग स्किन देने का भी काम करता है. यह पैराबिन व सल्फेट फ्री प्रोडक्ट है. यह आप को औनलाइन, औफलाइन 200 रुपये से कम की कीमत में मिल जाएगा.

कई रिसर्च में यह साबित हुआ है कि जिन लोगों को हलके से मध्यम मुंहासों की समस्या थी और उन्होंने टीट्री औयल युक्त प्रोडक्ट का अपनी स्किन पर दिन में 2 बार इस्तेमाल किया, उन में 4-8 हफ्तों के बाद मुंहासों के धब्बों को 62% तक कम पाया.

3. ह्यालूरोनिक ऐसिड सीरम

इन दिनों ब्यूटी प्रोडक्ट्स में खासकर के फेस सीरम में ह्यालूरोनिक ऐसिड का नाम काफी चर्चित है. हो भी क्यों न क्योंकि जितना इस का नाम स्ट्रौंग है, उतना ही पावरफुल यह अपने काम से है. असल में इस में स्किन को सुपर हाइड्रेट करने की प्रौपर्टीज जो हैं. ये स्किन पर इंस्टैंट ग्लो व हाइड्रेशन लाने का काम करता है क्योंकि ह्यालूरोनिक ऐसिड स्किन टिशूज को मौइस्ट बनाने का काम करता है.

यह स्किन टैक्स्चर को तो इंपू्रव करने का काम करता ही है, साथ ही पैची स्किन भी इस के कुछ दिन अप्लाई के बाद ठीक हो जाती है. यह स्किन की फर्मनैस को बनाए रख कर स्किन को प्लंप बनाने में मदद करता है. इस के नियमित इस्तेमाल करने से स्किन की इलास्टिसिटी इंप्रूव होती है, जो एजिंग के प्रोसैस को स्लो कर के स्किन को बेदाग बनाने में भी मदद करती है.

इस के लिए आप द मोम्स कंपनी का ह्यालूरोनिक ऐसिड, जिस में कई विटामिंस की भी खूबियां हैं का इस्तेमाल कर सकती हैं. यह स्किन को डीप हाइड्रेट कर स्किन पिगमैंटेशन को तो कम करता ही है, साथ ही यह फाइन लाइंस को कम कर के स्किन को ग्लोइंग के साथसाथ क्लीयर बनाने का भी काम करता है. इस का 30 एमएल पैक क्व330 में मिल जाएगा.

क्लीनिकल, कौस्मैटिक और इन्वैस्टिगेशन डर्मैटोलौजी में जुलाई, 2017 में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, रिसर्चर ने पाया कि जिन प्रतियोगियों ने 12 हफ्ते तक 120 मिलीग्राम ह्यालूरोनिक एसिड लिया, उन की स्किन में    झुर्रियों की समस्या कम होने के साथसाथ उन की समग्र त्वचा की स्थिति में भी सुधार हुआ.

4. नियासिनमाइड फेस सीरम 

इस सीरम के इस्तेमाल करने से न सिर्फ बेदाग स्किन मिलेगी, बल्कि स्किन पर अलग ही चमक भी देखने को मिलेगी. यह स्किन टोन को लाइट करने के साथसाथ डार्क स्पौट्स को भी कम करने में काफी मददगार है. नियासिनमाइड एक तरह से विटामिन बी3 का रूप है जो स्किन के लिए एक बहुत ही जरूरी पोषक तत्त्व होता है. इस की कमी से स्किन डल दिखने के साथ ही उस पर एजिंग भी दिखने लगती है, जो आज किसी को भी गवारा नहीं है. फिर चाहे इसे दूर करने के लिए हजारों रुपए के ब्यूटी प्रोडक्ट्स ही क्यों न खरीदने पड़ें.

ऐसे में नियासिनमाइड केराटिन एक प्रकार का प्रोटीन बनाने का काम करता है, जो स्किन को अंदर से स्वस्थ रख कर स्किन में नमी बनाए रखने का काम करता है. नैशनल इंस्टिट्यूट औफ हैल्थ के अनुसार, नियासिनमाइड का स्किन पर नियमित इस्तेमाल करने से ऐक्जिमा, मुंहासों की समस्या दूर होती है जिस से स्किन इन प्रौब्लम्स से दूर हो कर उस पर निखार नजर आने लगता है. इसी के साथ यह हैल्दी कोशिकाओं के निर्माण में भी मदद करता है जिस से स्किन जब अंदर से खिल उठती है, तो बाहर से निखार अपनेआप नजर आने लगता है.

इस के लिए आप लैक्मे ऐब्सोल्यूट के परफैक्ट रैडियंस सीरम का इस्तेमाल कर सकती हैं. इस के 15 एमएल पैक की कीमत क्व270 है.

ऐक्सपर्ट के अनुसार अगर फेस सीरम में 5त्न नियासिनमाइड है तो यह ब्लैक स्पौट्स को कम करने में कारगर है. 5 रैटिनोल सीरम फौर यंगर स्किन रैटिनोल स्किन सैल्स के उत्पादन को बढ़ावा देने का काम करता है, साथ ही यह स्किन को ऐक्सफौलिएट कर के कोलोजन के उत्पादन को भी बढ़ाता है, जो फाइन लाइंस,    झुर्रियों को कम कर के स्किन को फ्रैश व प्लंप लुक देने का काम करता है. यह बहुत ही लाइट वेट सीरम होता है, जो स्किन में आसानी से अब्जौर्ब तो होता ही है, साथ ही डार्क स्पौर्ट्स को भी कम कर स्किन को ब्राइट बनाने में काफी मदद करता है. रैटिनोल विटामिन ए का एक अंश है, जो सैल्स के पुनर्निर्माण में मदद करता है.

इस के लिए आप औफलाइन या औनलाइन द डर्मा का 0.3त्न रैटिनोल सीरम फौर स्पौटलैस स्किन का इस्तेमाल कर सकती हैं. यह आप की स्किन को डे बाई डे यंगर लुक देने का काम करता है. इस के 30 एमएल पैक की कीमत क्व800 है.

हार्वर्ड हैल्थ पब्लिशिंग के अनुसार मार्केट में सब से पहला रैटिनौइड रैटिन ए था, पहली बार इस का प्रयोग ऐक्नों को ट्रीट करने के लिए किया गया था. लेकिन बाद में पता चला कि यह सैल टर्नओवर को प्रोत्साहित करता है और त्वचा पर पिगमैंटेशन स्पौट्स को कम करने में भी मदद करता है.

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