नेहा की सबसे बडी परेशानी यह थी कि वह जब भी अपने बालों में कंघी करती थी उसके बाल उलझकर टूट जाते थे. धीरे धीरे उसके बाल कम हो रहे थे. नेहा ने कई बार इसका इलाज कराया पर उसको कोई लाभ नही हुआ. नेहा ने इसके लिये कई बार हेयर एक्सपर्ट से बात भी की तब उसको ‘ओजोन हेयर ट्रीटमेंट’ के बारे में पता चला. नेहा को लगता था कि कही इससे बालों को कोई नुकसान न हो जाये. नेहा ने जब ओजोन ट्रीटमेंट कराया तो उसके बालों को बहुत लाभ हुआ और उनका झडना कम हो गया. नेहा ने ब्यूटी एक्सपर्ट पायल श्रीवास्तव से बात की. उन्होने बताया कि ‘ओजोन हेयर ट्रीटमेंट बालों की जडो को मजबूत बनाता है. यह एक मशीन के द्वारा किया जाता है. यह काम कभी भी अपने आप नही करना चाहिये. ओजोन ट्रीटमेंट एक्सपर्ट ब्यूटी क्लीनिक के द्वारा कराया जाना ही सही रहता है. आज छोटे बडे सभी शहरों में इस तरह की सुविधा मौजूद है.‘

ओजोन ट्रीटमेंट मशीनः 

ओजोन ट्रीटमेंट के जरीये बालो की जडों और स्कल्प में आक्सीजन को पहुचाया जाता है. ओजोन ट्रीटमेंट  में आक्सीजन में के अलावा बालों में विटामिन ए और डी को भी पहुचाया जाता है. ओजोन हाई फिकेवेंसी मशीन में एक होल्डर लगा होता है. जिसमें जरूरत के हिसाब से कांच के कई आकार वाले इलक्ट्रोड लगाये जाते है. इसके बाद मशीन से यूबी अल्ट्रावायलेट रेज निकाली जाती है. इनके जरीये बालों में 5 से 10 मिनट तक मसाज किया जाता है. मसाज के बाद बालों में अच्छे किस्म का तेल लगाकर छोड दिया जाता है. अगर बाल ड्राई है तो उसमें गर्म पानी में भिगो कर तौलिया लपेट कर बालों को स्टीम दी जाती है.

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ब्यूटी एक्सपर्ट पायल कहती है कि अगर बाल आयली है तो स्टीम देने की जरूरत नही होती है. बालों को ताजगी देने के लिये आंवला और शिकाकाई का बना हुआ हेयर पैक भी लगाया जा सकता है. 20 मिनट बाद बालों को पानी से धो दे. बालों को ध्ुलने का काम अगले दिन के लिये रखे. अगले दिन शैम्पू करना ठीक रहता है.

ओजोन ट्रीटमेंट का बालों में प्रभावः

ओजोन ट्रीटमेंट के जरीये बालों में रक्त संचार को बढाया जाता है. ओजोन ट्रीटमेंट से बालों में पहुचने वाले कीटाणु का सपफाया हो जाता है. जो बालों को चुपचाप नुकसान पहुचाते रहते थे. रूसी की वजह से बालों में होने वाले संक्रमण को भी ओजोन ट्रीटमेंट के जरीये सही किया जा सकता है. ओजोन ट्रीटमेंट बालों के अंदर पाये जाने वाले सीबम को सही करता है. ओजोन ट्रीटमेंट के जरीये स्कल्प में आक्सीजन सही मा़त्रा पहुच जाती है. इससे बाल और स्कल्प स्वस्थ्य हो जाता है. बाल भी सेहतमंद हो जाते है.

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ओजोन ट्रीटमेंट में सावधनियां:

पायल श्रीवास्तव का कहना है ‘अगर स्कल्प पर घाव, सूजन ताजी चोट हो तो ओजोन ट्रीटमेंट नहीं कराना चाहिये. जिन लोगो को दिल की बीमारी और हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत हो तो भी ओजोन ट्रीटमेंट नही कराना चाहिये. ओजोन ट्रीटमेंट का लाभ यह होता है कि बालो का गिरना रूक जाता है. बालो का असमय सफेद होना भी रोका जा सकता है. इसको सप्ताह में एक बार कराना चाहिये. 10 से 15 बार यह इलाज कराने से बालों में बदलाव दिखने लगता है.

ओजोन ट्रीटमेंट वही से कराये जहां पर सापफ सफाई और इसके एक्सपर्ट लोग हो. एक बार के ट्रीटमेंट का खर्चा कम से कम 200 रूपये से शुरू होता है. शहर और पार्लर के हिसाब से यह खर्च बढता जाता है. ओजोन ट्रीटमेंट के जरीये बालों के सेल्स को एक्टीवेट कर दिया जाता है. जिससे बाल स्वस्थ्य और सुंदर बन जाते है.

एमीनेक्सल ट्रीटमेंट:

ओजोन ट्रीटमेंट के अलावा भी कुछ दूसरे ट्रीटमेंट होते है जिससे बालों को सुधरा जा सकता है. इनमें एमीनेक्सल ट्रीटमेंट का भी नाम आता है. एमीनेक्सल ट्रीटमेंट के जरीये बालो को गिरने से रोका जाता है. इस इलाज मे इंजेक्शन नुमा शीशी जिसको एम्पूयल कहा जाता उसमें अलग अलग तरह की तेल नुमा दवा भरी होती है. हर राज एक एम्पूयल के पेस्ट को बालों में लगाया जाता है. इसको लगाने से पहले बालों को शैम्पू करना चाहिये. मुलायम ढंग से सिर और बालों का मसाज करना चाहिये. यह मसाज क्लाक वाइज और एंटी क्लाक वाइज करना चाहिये. शुरूआत में यह इलाज अच्छे ब्यूटी पार्लर में ही करना चाहिये. इसके बाद चाहे तो ब्यूटी पार्लर के बताये अनुसार घर पर भी इस इलाज को कर सकते है. यह इलाज मंहगा होता है.

स्कल्प सीरम ट्रीटमेंटः

स्कल्प सीरम ट्रीटमेंट को हेयर स्पा भी कहा जाता है. यह बालों की ग्रोथ को बढाने के काम आता है. इससे बालों का गिरना भी कम हो जाता है. इस इलाज में भी तेलनुमा पेस्ट एम्प्यूल में भरा होता है. यह अलग अलग तरह का होता है. इसको लगाने से बालो की रूसी और बालों में होने वाला एक्स्ट्रा आयल रोका जा सकता है. कभी कभी बालो को कलर करने से बालों की संवेदनशीलता खत्म हो जाती है. इसके जरीये इस संवेदनशीलता को भी ठीक किया जा सकता है. जो शैम्पू बालों के नेचर के हिसाब वाले नही होते वह भी बालो का नुकसान पहुचाते है. स्कल्प सीरम ट्रीटमेंट के जरीये इसका इलाज भी हो जाता है.

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स्कल्प सीरम ट्रीटमेंट  में  प्रयोग होने वाला पेस्ट छोटी छोटी शीशी में होता है. बालो को पहले शैम्पू कर ले . तौलिया का प्रयोग करके इसको थोडा सूखा ले. इस तरह गीले बालो टावल ड्राई बाल भी कहा जाता है. इसके बाद शीशी से निकाल कर पेस्ट का बालों में लगा ले. 1 से 2 मिनट के बाद बालों को पानी से धे दे. अगले दिन शैम्पू कर ले. 4 से 5 सेटिंग के बाद इस इलाज का लाभ बालों में दिखने लगता है . यह भी मंहगा इलाज होता है. यह बालो से रूसी को खत्म करने का काम भी करता है. किसी भी तरह का इलाज एक्सपर्ट ब्यूटी क्लीनिक से ही कराये. अपने मन से कोई भी इलाज न करे. कभी कभी इसी तरह से इलाज करने से नुकसान हो जाता है.

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