Hair straightening and Smoothening: लंबे, सीधे व खूबसूरत बाल हर किसी को पसंद होते हैं, लेकिन आज की बिजी लाइफ में इतना समय नहीं होता है कि आप बालों की अच्छे से केयर कर सकें. सब से ज्यादा मुश्किल तब होती है जब आप के बाल कर्ली या फ्रिजी हों.

कर्ली बालों को सीधा करने के लिए हम हेयर स्मूदनिंग या स्ट्रैटनिंग की मदद ले रहे हैं. इन सब तकनीक के साथ हम बालों का ट्रीटमैंट तो करवा लेते हैं लेकिन इस के बारे में पूरी जानकारी नहीं होती है. कई बार आप तीनों ट्रीटमैंट को एक ही समझ लेते हैं लेकिन इन में काफी अंतर होता है. इसलिए बालों के लिए यह ट्रीटमैंट लेने से पहले जानें कि हेयर स्ट्रैटनिंग और स्मूदिंग क्या है.

हेयर स्ट्रैटनिंग और स्मूदिंग में क्या अंतर है

क्या है हेयर स्मूदनिंग : हेयर स्मूदनिंग यानि बालों को स्ट्रैट करना है. यह कर्ली, वेवी या फ्रिजी बालों की परमानैंट हेयर स्ट्रैटनिंग के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला सैलून ट्रीटमैंट है. अगर आप के बाल स्ट्रैट हैं और थोड़े फ्रिजी हो गए हैं तो यह ट्रीटमैंट आप के लिए ही है. इस से आप के बाल और भी ज्यादा सीधे और शाइनी हो जाते हैं. स्मूदनिंग के अंदर बालों पर कई तरह की क्रीम का इस्तेमाल किया जाता है और बालों को स्मूद बनाया जाता है. स्मूदनिंग करवाने से आप के बाल और भी अधिक स्मूद और सिल्की हो जाते हैं.

इसे करने का क्या तरीका है

इस में बालों को फौर्मेल्डिहाइड सोल्यूशन में सैचुरेट किया जाता है. सैचुरेशन के बाद इन्हें हीटिंग आयरन से स्ट्रैट कर के सुखाया जाता है. आसान भाषा में कहें तो इस में केरेटिन ट्रीटमैंट का इस्तेमाल किया जाता है, जिस में बालों की बाहरी सतह पर एक प्रोटीन कोटिंग दी जाती है. इस प्रक्रिया में बालों को हलकी हीट और कैमिकल्स के जरीए सौफ्ट और फ्रिज-फ्री बनाया जाता है. इस के बाद बाल स्वाभाविक रूप से सिल्की लगते हैं. यह बालों का प्राकृतिक लुक बनाए रखता है. लेकिन ध्यान रखें कि फौर्मेल्डिहाइड को किसी ऐक्सपर्ट के सुपरविजन में ही इस्तेमाल करना चाहिए.

यह हेयर रिबौंडिंग से ज्यादा बेहतर औप्शन है. हेयर स्मूदनिंग 6 से आठ महीनों तक बनी रहती है. मार्केट में हेयर स्मूदनिंग प्राइस ₹8 हजार से शुरू है. यह कास्ट बालों की लंबाई पर निर्भर करता है. इस प्रक्रिया में कई तरह के कैमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन यह बालों को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं.

क्या है स्ट्रैटनिंग

अगर आप के बाल घुंघराले या फिर काफी फ्रिजी हैं तो आप इसे ट्राई कर सकते हैं. यह एक तरीके से परमानैंट हेयर फिक्सिंग है, क्योंकि एक बार रिबौंडिंग कराने के बाद आप के बाल लगभग 1 साल तक स्ट्रैट रहते हैं.

इस का एक नुकसान भी है. इस प्रक्रिया में कैमिकल से आप के बालों के अंदर तक जा कर हेयर स्ट्रक्चर को तोड़ देते हैं, जिस से बाल काफी कमजोर हो जाते हैं. इस पूरे प्रोसेस में लगभग 4 से 5 घंटे का समय लगता है.

इसे करने का क्या तरीका है

हेयर स्ट्रैटनिनंग में हेयर रीबिल्डिंग होती है. इस में जो कैमिकल्स इस्तेमाल किए जाते हैं वे बालों के शैफ्ट के बौंड को हमेशा के लिए तोड़ देते हैं. इन्हें हीट कर के फिर से बनाया जाता है. इस के बाद जो नए बौंड बनते हैं उन्हें जोड़ने के लिए कैमिकल न्यूट्रलाइजर लगाया जाता है. इसे थर्मल रिकंडिशनिंग भी कहते हैं. यह नए बौंड को सैट करता है. इस के बाद बाल एकदम सिल्की और पिन-स्ट्रेट दिखते हैं.

स्ट्रैटनिंग और स्मूदनिंग में क्या है अंतर

स्मूदनिंग और रिबौंडिंग में बस इतना फर्क है कि स्मूदनिंग ट्रीटमैंट आप के बालों के स्ट्रक्चर को नहीं बदलते हैं यानि कि ये आप के बालों को पूरी तरह स्ट्रैट नहीं बनाते हैं. अगर आप के बाल वेवी हैं तो वो वैसे ही रहेंगे बस पहले के मुकाबले ज्यादा स्मूद और सिल्की हो जाएंगे.

हेयर स्ट्रेटनिंग और स्मूदिंग में से क्या करना ठीक रहता है

स्ट्रेट या वेवी बालाें के लिए स्मूदिंग बेहतरीन ट्रीटमैंट है लेकिन अगर आप के बाल ज्यादा कर्ली, माेटे या घने हैं ताे आप रिबौंडिंग करवा सकते हैं. अगर आप एकदम स्ट्रैट बाल चाहती हैं, तो स्ट्रैटनिंग सही विकल्प है. अगर आप नैचुरल और फ्रिज-फ्री बाल चाहते हैं, तो स्मूदनिंग का चयन करें.

अब अपनी बालों की स्थिति और जरूरत के अनुसार फैसला लें. इस का असर कम से कम 6-7 महीने तक दिख सकता है.

इन्हें करवाने से पहले किन बातों का ध्यान रखें

-बालों को कौंब करने के लिए चौड़े कौंब का यूज करें. इस से बाल उलझेगें नहीं.

-हेयर स्मूदनिंग के बाद पार्लर वाले खुद ही शैंपू बताते हैं कि कौन सा यूज करना है. इस के शैंपू और कंडीशनर आते हैं. हो सके तो अपने हेयर ऐक्सपर्ट से अच्छे हेयर प्रोडक्ट के बारे में सलाह लें. शैंपू के बाद कंडीशनर और सीरम लगाना न भूलें.

-यदि दोमुंहे बाल आना शुरू हो जाएं तो उन्हें कट करवा दें.

-4 महीने तक बालों में मेहंदी या हेयर कलर का उपयोग न करें.

-ये ट्रीटमैट करवाने के बाद बालों को बहुत कस कर न बांधें.

-बालों को धूल, गंदगी, बारिश और धूप से बचने की कोशिश करें.

इन ट्रीटमैंट्स को करवाने के बाद आप अपने बालों का खास ध्यान रखें. साथ ही, ट्रीटमैंट के बाद आप को बालों पर केराटिन हेयर स्पा करवाना चाहिए.

केराटिन में बालों पर कम समय तक रहती है और स्मूदनिंग बालों पर अधिक समय तक की जाती है.

स्मूदनिंग केराटिन से ज्यादा महंगी होती है लेकिन बालों के लिए केराटिन ज्यादा अच्छी मानी जाती है.

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