सुशांत सिंह का अहम और गुस्सा और बिगड़ी हुई आदतें इस कदर सिर चढ़कर बोलने लगी है कि वह किसी भी इंसान का अपमान करने से बाज नहीं आते हैं. उनके निजी स्वभाव का असर अब धीरे धीरे उनके करियर पर भी पड़ने लगा है.

यूं तो सुशांत सिंह राजपूत ने 2008 में टीवी सीरियल में अभिनय करते हुए अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी. पर उन्हें शोहरत मिली सीरियल ‘‘पवित्र रिश्ता’’ से, जिसे वह अभी भी भुनाते आ रहे हैं. सुशांत सिंह राजपूत ने 2013 में फिल्म ‘‘कई पो छे’’ से फिल्मों में कदम रखा था. लेकिन इसके बाद प्रदर्शित उनकी फिल्मों ‘शुद्ध देसी रोमांस’, ‘डिटेक्टिब ब्योमकेश बक्शी’’ को सफलता नहीं मिली. फिल्म ‘पी के’ में सुशांत ने छोटा सा किरदार निभाया था, पर इस सफल फिल्म में आमिर खान व अनुष्का शर्मा थीं. फिल्म ‘‘एम एस धोनी : अनटोल्ड स्टोरी’ ने किसी तरह बाक्स आफिस पर अपनी सफलता दर्ज करायी थी. पर उसके बाद उनका दिमाग आसमान पर पहुंच गया.

फिल्म ‘‘राब्ता’ ’के समय उनके अभिनय की बजाय कृति सैनन के साथ उनके रिश्तों की ही चर्चा होती रही. फिल्म के प्रमोशन के समय सुशांत सिंह राजपूत खुद को बौलीवुड का सबसे बड़ा महान कलाकार के एटीट्यूड के साथ पेश आए. अहम रावण का नहीं चला, तो भला सुशांत सिंह राजपूत किस खेत की मूली हैं. फिल्म ‘‘राब्ता’’ की बाक्स आफिस पर बुरी दुर्गति हुई. इसके बावजूद सुशांत सिंह राजपूत के एटीट्यूड में अंतर नहीं आया. ‘‘एम एस धोनी : अनटोल्ड स्टोरी’’ के चलते सुशांत सिंह राजपूत ने एक साथ चार फिल्में ‘चंदा मामा दूर के’, ‘केदारनाथ’, ‘रौ’ और ‘ड्राइव’ अनुबंधित कर ली थी. मगर फिल्म ‘राब्ता’ के बाक्स आफिस परिणाम के बाद ‘रौ’ से सुशांत का नाता खत्म हो गया, वैसे सुशांत सिंह राजपूत का दावा है कि उन्होंने खुद फिल्म ‘रौ’ छोड़ी और निर्माता को चार करोड़ रूपए लौटा दिए.

मगर अब उनकी बड़े बजट की फिल्म ‘‘चंदामामा दूर के’’ के बंद होने की खबरे गर्म हो चुकी हैं. ‘ईरोज इंटरनेशनल’ द्वारा बनायी जाने वाली ‘‘चंदामामा दूर के’’ को अमरीका के नासा में फिल्माया जाना है. इसके लिए सुशांत सिंह राजपूत अमरीका में नासा जाकर ट्रेनिंग भी हासिल की. लेकिन सूत्रों के अनुसार जैसे ही सुशांत सिंह राजपूत को पता चला कि इस फिल्म में एक अहम किरदार में आर माधवन भी हैं, तो सुशांत सिंह राजपूत ने आर माधवन के किरदार पर कैंची चलवाने का प्रयास किया, मगर जब इस बात के लिए निर्माता और निर्देशक तैयार नहीं हुए, तो वह अमरीका से वापस आकर इस फिल्म की बजाय दूसरी फिल्म ‘केदारनाथ’ की शूटिंग करने चले गए. उसके बाद फिल्म निर्माण कंपनी से सुशांत की पता नही क्या बात हुई पर चर्चाएं हो रही है कि अब ईरोज इंटरनेशनल ने ‘चंदा मामा दूर के’का निर्माण करने से इंकार कर दिया है.

इतना ही नहीं सूत्र तो यह भी दावा कर रहे हैं कि इरोज इंटरनेशनल ने सुशांत सिंह राजपूत की निर्माणाधीन फिल्मों ‘केदारनाथ’, ‘ड्राइव’ व ‘चंबल’ के निर्माताओं तक संदेश भेज दिया है कि उन्होंने ‘चंदामामा दूर के’ से अपना हाथ खींच लिया है. तो क्या अब सुशांत सिंह राजपूत की ‘केदारनाथ’ व दूसरी फिल्मों का निर्माण भी अधर में लटकेगा. सुशांत सिंह राजपूत को याद रखना चाहिए कि बौलीवुड में कुछ भी संभव है.

उधर ईरोज इंटरनेशनल कंपनी की तरफ से ‘‘चंदामामा दूर के’’ का निर्माण बंद होने की खबरों पर सफाई देते हुए कहा गया है कि ,‘‘अभी हमें फिल्म के बजट, कलाकारों का चयन, पटकथा आदि पर अंतिम निर्णय लेना है. जब यह सब तय हो जाएगा, तब सोचा जाएगा.’’

उधर फिल्म ‘‘चंदामामा दूर के’’ के लेखक व निर्देशक संजय पूरण सिंह चैहाण ने हमसे बात करते हुए कहा, ‘मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि फिल्म ‘चंदामामा दूर के’ बंद नहीं हुई है, यह फिल्म सौ प्रतिषत बनेगी.’’

‘ईरोज इंटरनेशनल’की तरफ से दिए गए बयान और संजय पूरण सिंह की बातों पर ध्यान दिया जाए, तो क्या ‘चंदामामा दूर के’ बनेगी, पर उसमें सुशांत सिंह राजपूत को लेकर रहस्य है. देखें सच क्या सामने आता है. पर बौलीवुड में हर तरफ एक ही चर्चा है कि सुशांत सिंह राजपूत को जमीन पर लौट आना चाहिए और अपने एटीट्यूड को बदलना चाहिए.

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