अपनी जिंदगी पर लिखी गई किताब ‘खुल्लम खुल्ला- ऋषि कपूर अनसेन्सर्ड’ के विमोचन के मौके पर अभिनेता ऋषि कपूर ने कई सनसनीखेज खुलासा किया है. नाम से ही स्पष्ट है कि किताब में ऋषि ने कुछ ज्यादा ही खुलकर बातें लिखीं हैं. बता दें, किताब में उन्होंने अपने पिता राजकपूर के अफेयर से लेकर अपने बेटे तक किसी को नहीं छोड़ा है.

अवॉर्ड के लिए दिए 30 हजार रूपए

ऋषि कपूर ने ये बताकर सभी को चौंका दिया है कि उन्होंने फिल्म ‘बॉबी’ के लिए अवॉर्ड पाने की चाहत में 30 हजार रुपये दिए थे. उन्होंने कहा, ‘एक शख्स मेरे पास आया और मुझसे बोला कि तुम इतने पैसे दे दो तो मैं तुम्हें अवॉर्ड दिला दूंगा. मैं तैयार हो गय. लेकिन ये एक धोखे का खेल भी हो सकता था. मैं ये नहीं मान रहा कि वो पैसा किसी के हाथ में गया और अवॉर्ड फिक्स हुआ. हमें ये सोचना चाहिए कि वो फिक्स नहीं था. लेकिन मैंने पैसे दिए थे और मुझे अवॉर्ड मिला. इसलिए मैं यही सोचता हूं कि मुझे अवॉर्ड मिला क्योंकि मैंने पैसे दिए थे.’

अमिताभ की वजह से करना पड़ा संघर्ष

क्या आपको पता है अमिताभ बच्चन की वजह से ऋषि कपूर को संघर्ष करना पड़ा. जब खुल्लम खुल्ला बातें हो रही थीं तो ऋषि कपूर ने भी खुल्लम खुल्ला ये कबूल किया. ऋषि कपूर ने कहा, ‘मैं रोमांटिक फिल्म के साथ आया था. उसी साल जंजीर के जरिए एंग्री यंग मैन के तौर पर अमिताभ छा गए. उन्होंने सारी तस्वीर बदल कर रख दी. उस वक्त हर हीरो एक्शन हीरो हो गया था. ऐसा लगता था कि मैं पानी में फेंक दिया गया हूं और मुझे अपनी जान बचानी थी नहीं तो मैं मर जाता. कोई संगीत वाली फिल्में नहीं देखना चाहता था. सब एक्शन हीरो को ही देखना चाहते थे. उसके बाद से मैं पूरी जिंदगी संघर्ष करता रहा.’

ऐसे कई सवाल और ऐसी कई बाते हैं जो शायद ऋषि कपूर के फैंस नहीं जानते होंगे. लेकिन ऋषि कपूर की आत्मकथा के जरिए ऋषि कपूर की जिंदगी के अनछुए पहलुओं को जानने का आपको मौका मिल सकता है.

हीरो के तौर पर ऋषि कपूर ने 1973 में आई अपने पिता राज कपूर की फिल्म बॉबी से करियर की शुरुआत की. आज भी ऋषि कपूर लीक से हटकर भूमिकाएं कर रहे हैं. अग्निपथ हो या कपूर एंड संस उनकी भूमिकाएं छाप छोड़ती हैं. ऋषि कपूर की आत्मकथा में उनके बचपन से लेकर आज तक के बारे में सब कुछ खुल्लम खुल्ला मिलेगा. इस किताब को मीना अय्यर ने ऋषि कपूर के साथ लिखा है.

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